12th Commerce Ke Baad Kya Kare : आज के समय में, 12वी कॉमर्स स्ट्रीम से करने के बाद विभिन्न विकल्प है, जिनमे करियर बनाया जा सकता है। इसलिए कॉमर्स स्ट्रीम की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। वह दिन गए जब सिर्फ साइंस वाले स्ट्रीम छात्रों के भविष्य के लिए वेहतर विकल्प माना था।
कॉमर्स फाइनेंस की दुनिया को समझने में मदद करता है, जिसे समझकर आप विभिन्न क्षेत्र में अच्छे वेतन पर नौकरी की उम्मीद कर सकते है।
यह लेख आपको समझने में मदद करेगा कि 12वी कॉमर्स स्ट्रीम करने के बाद आपके पास कौन – कौन से विकल्प है, जिनमें आप एडमिशन ले सकते है।
12वीं के कॉमर्स के बाद, आप विभिन्न क्षेत्रों में बैंकिंग, फाइनेंस, एकाउंटिंग, कंप्यूटर एप्लिकेशन, व्यवसाय मैनेजमेंट, होटल मैनेजमेंट आदि में डिप्लोमा कोर्स भी कर सकते हैं। ये कोर्स छोटी समय में होते हैं, तो आप इन्हें कम समय में एक विशेष क्षेत्र में करियर की शुरुआत कर सकते हैं।
12वी कॉमर्स के बाद, सही कोर्स का चुनाव कैसे करे?
- सबसे पहले आप अपनी रुचि और लक्ष्य को पहचानो, फिर उससे संबधित कोर्स में ही एडमिशन ले।
- सिलेबस और विषयों की जांच करे, जिस कोर्स में आप एडमिशन लेने की सोच रहे है। ध्यान रहे विषय आपकी रूचि के अनुसार होने चाहिए।
- करियर ग्रोथ और स्कोप की जांच करे, जिस कोर्स में आप एडमिशन लेने जा रहे है।
- अपने कोर्स के लिए सबसे अच्छे कॉलेज और उसकी फीस, योग्यता का भी ध्यान रखे।
- कोर्स की एडमिशन प्रक्रिया को समझे, अगर कोर्स में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा में भाग लेने की आवश्यकता है तो उस प्रवेश तैयारी करे।
12th Commerce Ke Baad Kya Kare
कॉमर्स में 12वीं के बाद क्या करें? 12वी कॉमर्स के बाद सही कोर्स का चुनाव आपके करियर का महत्वपूर्ण पहलु है, इस लिए एक छात्र को सभी विकल्पों को अच्छे से समझने के बाद अपनी रुचि और भविष्य के योजनाओ के अनुसार सही कोर्स का चुनाव करना चाहिए।
12वीं कॉमर्स के बाद सबसे अच्छा कोर्स कौन सा है? कॉमर्स एक लोकप्रिय क्षेत्र है जिसमें आप विभिन्न ग्रेजुएशन कोर्स में जा सकते है, इसलिए आज हम वह सभी कोर्सेस को समझने की कोशिश करेंगे, जिससे कि आपको सही कोर्स चुनने में मदद मिल सके।
#1 बैचलर ऑफ़ कॉमर्स (बी.कॉम)
अन्य कोर्स की तुलना में बी.कॉम कोर्स 12वी कॉमर्स के बाद किए जाने बाला सबसे लोकप्रिय कोर्स है जिसे अधिकतम 12वी कॉमर्स छात्रों द्वारा किया जा सकता है। इस कोर्स की अवधि 3 वर्ष है जिसमें फाइनेंसियल एकाउंटिंग, कॉर्पोरेट टैक्स, अर्थशात्र, कंपनी लॉ, ऑडिटिंग और बिज़नेस मैनेजमेंट आदि विषयों के बारे में पढ़ाया जाता है।
बी.कॉम करने के बाद उम्मीदवार अकाउंटेंट, फाइनेंसियल एनालिस्ट, अकाउंट एग्जीक्यूटिव, जूनियर अकाउंटेंट और बिज़नेस एग्जीक्यूटिव के रूप में विभिन्न प्राइवेट सेक्टर में नौकरी पा सकते है।
उम्मीदवार आईबीपीएस पीओ, आईबीपीएस क्लर्क, एसबीआई पीओ और आरबीआई जैसे परीक्षा में शामिल होकर बैंकिंग क्षेत्र में भी सरकारी नौकरी पा सकते है।
#2 बैचलर ऑफ़ कॉमर्स (होनोर्स)
यह 12वी कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों द्वारा दूसरा सबसे ज्यादा किए जाने बाला कोर्स है। यह कोर्स सामान्य बी.कॉम कोर्स की तरह ही है लेकिन इसमें सिर्फ इतना फर्क है सामान्य बेक में मुख्य विषय और वैकल्पिक विषय शामिल होते है जबकि बी.कॉम होनोर्स में छात्रों को अपने पसंद का विषय या स्पेशलाइजेशन चुनने का मौका मिलता है।
बी.कॉम होनोर्स में छात्र अपने द्वारा चुने गए विषय में बारीकी से पढता है जिससे कि वह अपने क्षेत्र में महारत हासिल कर सके। इसके साथ ही उम्मीदवार द्वारा चुने गए स्पेशलाइजेशन के अनुसार उस क्षेत्र में विभिन्न नौकरियों के अवसर पा सकता है।
#3 बैचलर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए)
बीबीए बिज़नेस मैनेजमेंट & एडमिनिस्ट्रेशन में 3 वर्ष का एक अंडरग्रेजुएट कोर्स है। यह कोर्स आपको व्यापार क्षेत्र से संबधित जैसे – फाइनेंस, ह्यूमन रिसोर्सेस, बैंकिंग & इन्शुरैंस और मार्केटिंग आदि को समझने में मदद करता है।
बीबीए कोर्स करने के बाद आप विभिन्न प्रोफाइल जैसे – ह्यूमन रिसोर्स एग्जीक्यूटिव, फाइनेंसियल एनालिस्ट, मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव, मार्केटिंग मैनेजर, सेल्स एग्जीक्यूटिव और ऑपरेशन टीम लीडर के रूप में विभिन्न कंपनियों में काम कर सकते है।
#4 बैचलर ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज (बीएमएस)
बैचलर ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज 12वी कॉमर्स के बाद किए जाने बाला सबसे अच्छे कोर्सेस में एक है। यह कोर्स आपको बिज़नेस के बारे में एडवांस समझ विकसित करने में मदद करता है। यह 3 वर्ष का कोर्स है जिसे उन उम्मीदवारों द्वारा किया जाता है जो मैनेजमेंट प्रोफेशन में जाना चाहते है।
बीएमएस कोर्स करने के बाद उम्मीदवार क्वालिटी स्पेशलिस्ट, बिज़नेस डेवलपमेंट मैनेजर, असिस्टेंट मैनेजर, एचआर एग्जीक्यूटिव और असिस्टेंस प्रोफेसर आदि के रूप में नौकरी के अवसर पा सकते है।
#5 बैचलर इन बिज़नेस स्टडीज (बीबीएस)
यह एक 3 वर्षीय अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम है जिसमें एकाउंटेंसी, फाइनेंस, मार्केटिंग, अर्थशात्र और बिज़नेस से संबधित विषयों को कवर किया जाता है। यह कोर्स छात्रों में बौद्धिक और पारस्परिक कौशल को विकसित करने में मदद करता है।
बीबीएस कोर्स पूरा करने के बाद, उम्मीदवार के पास विभिन्न अवसर होते है जिनके रुप में वह काम कर सकता है जैसे – मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव, इन्वेस्टमेंट बैंकर, रिसर्च एनालिस्ट, सेल्स कोऑर्डिनेटर और मार्केटिंग मैनेजर।
#6 चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए)
यह एक प्रतिष्ठित कोर्स है जिसकी अवधि 5 वर्ष होती है, यह 12वी कॉमर्स के बाद किया जाने बाला एक नौकरी आधारित कोर्स है। अगर आप एक सीए बनना चाहते है तो आपको निम्न स्टेप्स फॉलो करना होगा:
- सबसे पहले आपको इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्टर करना होगा।
- रजिस्ट्रेशन के बाद, छात्रों को कॉमन प्रोफिसिएंसी टेस्ट (सीबीटी) में शामिल होना होगा।
- परीक्षा पास करने के बाद, आपको इंटीग्रेटेड प्रोफेशनल कम्पेटेन्सी कोर्स की पढ़ाई करनी होगी।
- फिर, उम्मीदवार को एक सीए के अंतर्गत लेख प्रशिक्षण के लिए जाना होगा।
- फिर, सीए की फाइनल परीक्षा आयोजित की जाएगी, एक बार जब आप इस परीक्षा को पास कर लेते है तो आप एक चार्टर्ड अकाउंटेंट बन जाते है।
सीए करने के बाद, उम्मीदवार टैक्स कंसल्टेंसी, जनरल & फाइनेंसियल मैनेजमेंट, ऑडिटिंग और इन्वेस्टमेंट बैंकिंग क्षेत्र में काम कर सकते है।
#7 कंपनी सेक्रेटरी (सीएस)
कंपनी सेक्रेटरी एक कंपनी में प्रतिष्ठित पद होता है जो किसी कंपनी की सभी कानूनी गतिविधियों को मैनेज करता है। सीएस 12वी कॉमर्स उम्मीदवारों के लिए एक नौकरी आधारित प्रोफेशनल कोर्स है। एक उम्मीदवार जिसे अपना 12वी 50% के साथ पूरा किया है वह सीएस कोर्स को कर सकता है।
यह कोर्स और इसकी परीक्षा इंस्टिट्यूट ऑफ़ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ़ इंडिया द्वारा आयोजित किया जाता है। 12वी कॉमर्स के बाद छात्र इस कोर्स की तीन स्टेज में जा सकता है, फाउंडेशन, एग्जीक्यूटिव और प्रोफेशनल प्रोग्राम।
#8 बैचलर ऑफ़ एकाउंटिंग & फाइनेंस (बीएएफ)
बैचलर ऑफ़ एकाउंटिंग & फाइनेंस 3 वर्षीय कोर्स है जोकि एकाउंटिंग और फाइनेंस के बारे सिखाता है इसलिए जो उम्मीदवार एकाउंटिंग और फाइनेंस के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते है वह उम्मीदवार अपना 12वी पूरा करने के बाद इस कोर्स को कर सकते है।
बीएएफ कोर्स को पूरा करने के बाद उम्मीदवार फाइनेंस, मैनेजमेंट, सेल्स, ऑडिटिंग टैक्सेशन आदि क्षेत्र में नौकरी का अवसर पा सकता है।
12वी कॉमर्स के बाद : अन्य कोर्सेस
इन कॉमर्स स्ट्रीम कोर्सेस के अलावा उम्मीदवार आर्ट्स स्ट्रीम से होने बाले कोर्सेस में भी एडमिशन ले सकते है उन कोर्सेस में शामिल है :
- बैचलर ऑफ़ आर्ट्स (बीए)
- बैचलर ऑफ़ कंप्यूटर एप्लीकेशन (बीसीए)
- बैचलर ऑफ़ होटल मैनेजमेंट (बीएचएम)
- बैचलर ऑफ़ जर्नलिज्म & मास कम्युनिकेशन (बीजेएमसी)
- बैचलर ऑफ़ फैशन डिजाइनिंग (बीएफडी)
- बैचलर ऑफ़ फाइन आर्ट (बीएचए)
कॉमर्स में सबसे ज्यादा सैलरी वाली जॉब कौन सी है?
- ऑडिटर
- बजट एनालिस्ट
- बिज़नेस कंसलटेंट
- फाइनेंस मैनेजर
- स्टॉक ब्रोकर
- प्रोडक्शन मैनेजर
- मैनेजमेंट अकाउंटेंट
- चार्टर्ड मैनेजमेंट अकाउंटेंट
- चीफ फाइनेंसियल ऑफिसर
कॉमर्स कोर्सेस के बाद, नौकरी के क्षेत्र
- बैंकिंग
- एकाउंटिंग
- फाइनेंस
- इन्शुरेंस
- इन्वेस्टमेंट
- मैनेजमेंट
निष्कर्ष
भारतीय छात्रों के बीच कॉमर्स सबसे लोकप्रिय स्ट्रीम में से एक है 12वीं कॉमर्स के साथ छात्र बीकॉम, बीबीए एंव बीबीएम आदि कोर्स कर सकते है। ग्रेजुएशन पूरा करने के उपरांत छात्र पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर पर एमकॉम या एमबीए कर सकते है। इसके अलावा उम्मीदवार 12वीं के बाद सीए या सीएस जैसे प्रोफेशनल कोर्स भी कर सकते है जिसे करने के बाद आप आसानी से फाइनेंस एंव कॉर्पोरेट सेक्टर में नौकरी पा सकते है।