12th Science Ke Baad Kya Kare? यह एक ऐसा सवाल है जो 12वीं के दौरान हजारो छात्रों के मन में आता है। क्योंकि 12वीं के बाद सही करियर का चुनाव करना आवश्यक है। इसलिए यहां आपको उन सभी कोर्सेस एंव करियर विकल्पों के बारे में जानकारी दी जायेगी, जिन्हे आप 12वीं के बाद कर सकते है।
साथ ही छात्रों के सबाल रहते है कि भविष्य के लिए कौन-सा कोर्स सही होगा। कहाँ से तैयारी करें और कहाँ एडमिशन लें, इस तरह के कई सवाल छात्रों के मन में घूमते रहते हैं।
यह इस तरह के सबाल उन छात्रों के मन में आते है जो अपने भविष्य को लेकर चिंतित है, और समझ नहीं पा रहे है कि आगे 12वी साइंस के बाद क्या किया जाए?
छात्रों को 12वी साइंस के बाद अपनी रुचि और लक्ष्य को ध्यान में रखकर कोर्स का चुनाव करना चाहिए, जिससे कि वह कोर्स आपके लक्ष्य को पूरा करने में मदद कर सके।
12th Science Ke Baad Kya Kare हम उन सभी कोर्सेस के बारे में समझेंगे। जिससे कि आपको अपनी रुचि और लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए सही कोर्स का चुनाव करने में आसानी हो।
12वी साइंस के बाद कौन – कौन से कोर्स कर सकते है इस टॉपिक पर जान से पहले, यह समझते है कि विज्ञान वर्ग क्या है?
विज्ञान वर्ग क्या है?
सामान्यत: वे छात्र जो चिकित्सा या इंजीनियरिंग के क्षेत्र में पढ़ाई करना चाहते हैं, वे अक्सर अपनी 12वीं कक्षा में विज्ञान विषय का चयन करते हैं। विज्ञान कक्षा में भौतिकी, रसायन शास्त्र, जीवविज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान और गणित शामिल होते हैं। इसके अलावा, विज्ञान कक्षा में दो विभाग होते हैं, जिनमें छात्र पढ़ाई करते हैं। पहले विभाग में भौतिकी, रसायन शास्त्र और गणित शामिल होते हैं। यह विभाग आमतौर पर उन छात्रों द्वारा चुना जाता है जो आगे की पढ़ाई में इंजीनियरिंग आदि के क्षेत्र में जाना चाहते हैं इसे “पीसीएम” भी कहा जाता है।
दूसरे विभाग में भौतिकी, रसायन शास्त्र और जीवविज्ञान शामिल होते हैं। यह विभाग उन छात्रों द्वारा चुना जाता है जो चिकित्सा क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। इसे “पीसीबी” भी कहा जाता है।
12th Science Ke Baad Kya Kare : पीसीबी वर्ग के छात्र
अगर कोई उम्मीदवार मेडिकल क्षेत्र में रुचि रखता है और उसमे अपना भविष्य बनाना चाहता है तो उसे अपना 12वी विज्ञान (पीसीबी) वर्ग से करना चाहिए। 12वी विज्ञान (पीसीबी) करने के बाद कई ऐसे कोर्सेस है जिनमें एडमिशन के लिए आपको नीट प्रवेश परीक्षा को पास करना होगा। यहां आपको विभिन्न मेडिकल से संबधित कोर्स के बारे में जानकारी दी गई है, जिनमें से आप अपनी मर्जी के अनुसार कोई भी कोर्स चुनकर अपने करियर की शुरुआत कर सकते है।
नीट प्रवेश परीक्षा के बाद, मेडिकल कोर्सेस
एमबीबीएस – बैचलर और मेडिसीन एंड बैचलर और सर्जरी : डॉक्टर बनने के लिए एमबीबीएस कोर्स भारत में ही नहीं विदेशों में भी बहुत लोकप्रिय है। जो उम्मीदवार एक डॉक्टर बनने का सपने देखते है यह कोर्स उनकी पहली पसंद है। लेकिन इस कोर्स में एडमिशन के लिए आपको नीट प्रवेश परीक्षा करना अनिवार्य है।
भारत के सभी शीर्ष कॉलेज में एमबीबीएस का सिलेबस एक जैसा ही है, उम्मीदवार अपने एमबीबीएस कोर्स के दौरान कुल 19 विषयो को पढता है। जिसके पहले साल में एनाटॉमी, बायोकैमिस्ट्री, और फिजियोलॉजी आदि विषय शामिल है। इन मुख्य विषयों के अलावा कुछ वैकल्पिक औषध विज्ञान, शरीर रचना विज्ञान, विकृति विज्ञान, सामुदायिक स्वास्थ्य और चिकित्सा आदि विषय शामिल है।
- अवधि : 5.5 – 6 वर्ष
- फीस : 6 – 60 लाख रुपये
- प्रवेश परीक्षा : यूजीसी नीट
बीएचएमएस – बैचलर्स ऑफ़ होमेओपेथिक मेडिसीन & सर्जरी : होमेओपेथिक मेडिसीन की पढ़ाई मानव शरीर और इससे जुडी बीमारियों के बारे में है। एमबीबीएस के बाद यह दूसरा सबसे लोकप्रिय कोर्स है जो मेडिकल क्षेत्र में रुचि रखने बाले छात्रों द्वारा किया जाता है।
- अवधि : 5.5 – 6 वर्ष
- फीस : 4 – 20 लाख रुपये
- प्रवेश परीक्षा : यूजीसी नीट, सेट, बीवीपी आदि।
बीडीएस – बैचलर ऑफ़ डेंटल साइंस : वह उम्मीदवार जो दन्त चिकित्सक बनना चाहते है उन्हें बीडीएस कोर्स करना चाहिए। यह कोर्स छात्रों को दांतो के विभिन्न अंगो के बारे सिखाता है।
- अवधि : 4.5 – 5 वर्ष
- फीस : 5 – 20 लाख रुपये
- प्रवेश परीक्षा : यूजीसी नीट
बीफार्मा – बैचलर ऑफ़ फार्मेसी : वह उम्मीदवार जो फरमाटिकल्स के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहता है या खुद का कोई फार्मेसी शुरु करना चाहते है तो बीफार्मा आपके लिए अच्छा करियर विकल्प है जिसमे में आप विभिन्न केमिकल्स और मेडिकल साल्ट के बारे में पढ़ते हो।
- अवधि : 4 वर्ष
- फीस : 5 – 15 लाख रुपये
- प्रवेश परीक्षा : यूजीसी नीट, आईपीयू सेट, बीवीपी सेट, एमएचटी सेट आदि
बीएमएलटी – बैचलर ऑफ़ मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी : वह उम्मीदवार जो किसी मेडिकल लेबोरेटरी में काम करना चाहते है वह बीएमएलटी कोर्स कर सकते है। इसमें मरीजों की विभिन्न बीमारियों की जांच की जाती है। इसलिए यह कोर्स भी इस क्षेत्र में रुचि रखने बालो में बहुत लोकप्रिय है।
- अवधि : 3 – 4 वर्ष
- फीस : 50 हजार – 5 लाख रुपये
- प्रवेश परीक्षा : यूजीसी नीट, एम्स, एएफएमसी, पीएमटी, केईएएम, एसएएटी आदि।
बिना नीट परीक्षा के मेडिकल कोर्सेस
बीएससी नर्सिंग : इस कोर्स को करने के बाद आप किसी अस्पताल में एक नर्स के रूप में काम कर सकते है जिसका मुख्य काम मरीजों की देखभाल करना और उन्हें समय पर दवाई देना होता है। एक नर्स डॉक्टर के अंतर्गत काम करती/करता है। इसके साथ ही बीएससी नर्सिंग में एडमिशन लेने के लिए आपको नीट प्रवेश परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं है।
- अवधि : 4 वर्ष
- फीस : 50 हजार – 2 लाख रुपये
बीएससी बायोटेक्नोलॉजी – यह एक 3 वर्ष का अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम है जिसमें मोलेक्यूलर और एपलाइड बायोकेमेस्टरी अध्ययन के बारे में पढ़ाया जाता है।
- अवधि : 3 वर्ष
- फीस : 50 हजार – 2 लाख रुपये
बीएससी फ़ूड टेक्नोलॉजी : इस कोर्स में भोजन से संबंधित पोषण, खाद्य विश्लेषण, खाद्य सूक्ष्म जीव विज्ञान, और भोजन के अन्य संबंधित कोर्स अध्ययन शामिल है।
- अवधि : 3 वर्ष
- फीस : 50 हजार – 5 लाख रुपये
12th Science Ke Baad Kya Kare : पीसीएम वर्ग के छात्र
आमतौर पर देखा गया है कि जिन छात्रों से अपना 12वी भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित विषय के साथ किया है वह अधिकतम इंजीनियरिंग या बीएससी (पीसीएम) कोर्स की ओर रुख करते है। लेकिन हम यहां पर आपको उन सभी कोर्सेस के बारे में जानकारी देंगे, जिनमे आप 12वी विज्ञान (पीसीएम) वर्ग से पढ़ाई करने के बाद एडमिशन ले सकते है।
बीटेक – बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी
अगर आप किसी एक विशेष क्षेत्र में इंजीनियर बनना चाहते है तो यह आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प रहने बाला है। भारत के अधिकतम छात्र बीटेक कोर्स में एडमिशन लेते है जिसकी बजह ये यह सबसे लोकप्रिय कोर्सेस में से एक है।
बीटेक कोर्स को उम्मीदवार अपनी रुचि के अनुसार विभिन्न स्पेशलाइजेशन में कर सकते है इन स्पेशलाइजेशन में कंप्यूटर साइंस, सिविल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल आदि के साथ कर सकते है।
इस कोर्स में एडमिशन दो तरह से होता है जिनमे कुछ कॉलेज प्रवेश परीक्षा के आधार पर अड्मिशन करते है, जबकि कुछ कॉलेज आपके 12वी के अंको के आधार पर मेरिट के अनुसार एडमिशन करते है।
भारत के शीर्ष कॉलेज जैसे आईआईटी, एनआईटी और अन्य कॉलेज में एडमिशन के लिए आपको जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम यानि जेईई मैन और एडवांस प्रवेश परीक्षा को पास करना अनिवार्य है।
- अवधि : 4 वर्ष
- फीस : 5 – 25 लाख रुपये
- प्रवेश परीक्षा : जीईई मैन और एडवांस, वीआईटी सैट, वीआईटी ईईई, केआईआईटीईई आदि।
बीटेक कोर्स ब्राँच & स्पेशलाइजेशन
- कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग
- सिविल इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग
- एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग
- बायोटेक्नोलॉजी
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रॉनिक्स & कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग
- रोबोटिक्स इंजीनियरिंग
- केमिकल इंजीनियरिंग
- एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग
- इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग
- पेट्रोलियम इंजीनियरिंग
ऊपर दी गई ब्रांच में से कोई भी अपनी रूचि और जिस क्षेत्र म आप अपना करियर बनाना चाहते है, एक ब्रांच या स्पेशलाइजेशन चुन कर अपनी पढ़ाई को शुरु कर सकते है।
कौन – सा इंजीनियरिंग क्षेत्र सबसे अच्छा है?
इंजीनियरिंग में बहुत से ब्रांच और स्पेशलाइजेशन होने की बजह से यह समझने में मुश्किल आ सकती है कि बीटेक कोर्स किस ब्रांच में करना सही होगा? इसका जबाव आप पर निर्भर करता है कि आप किस क्षेत्र में रुचि रखते है और भविष्य में किस क्षेत्र में अपना करियर बनाने की सोच रहे है। इसके साथ ही उम्मीदवार को यह भी देखना चाहिए कि कि वह जिस ब्रांच में एडमिशन ले रहा है उस क्षेत्र की ग्रोथ, करियर स्कोप, और उस कोर्स के लिए एक अच्छा कॉलेज आदि को वारीकी से समझना चाहिए।
भारत के शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेज और उनकी फीस
कॉलेज का नाम | कोर्स फीस |
भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान, कानपुर | 8,76,196 रुपये |
भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान, चेन्नई | 8,74,950 रुपये |
भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान, खरगपुर | 8,74,950 रुपये |
भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान, बॉम्बे | 9,12,000 रुपये |
भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान, रूडकी | 6,28,120 रुपये |
भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान, दिल्ली | 6,28,120 रुपये |
भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान, गुवाहाटी | 6,28,120 रुपये |
भारतीय रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई | 3,24,000 रुपये |
भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान, धनबाद | 9,04,100 रुपये |
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, त्रिची | 6,86,050 रुपये |
भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान, वाराणसी | 4,07,600 रुपये |
अंतर्राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, हैदराबाद | 9,97,000 रुपये |
बैचलर ऑफ़ साइंस (बीएससी)
बैचलर ऑफ़ साइंस भी 12वी के बाद किया जाने बाला सबसे लोकप्रिय कोर्स है, जिन उम्मीदवारों ने अपना 12वी भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित के साथ पूरा किया है। वह उम्मीदवार इन्ही विषयों के साथ बीएससी कर सकते है जिससे आपको भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित को और गहराई से सीखने में मदद मिलेंगी।
बैचलर ऑफ़ साइंस यानि बीएससी 3 वर्ष की अवधि में पूरा होता है, इसमें एडमिशन लेने के लिए आपने अपना 12वी (पीसीएम) 50% के साथ पास किया होना अनिवार्य है।
भारत में बीएससी ग्रेजुएट की बहुत डिमांड है, इस लिए भारत के विभिन विश्वविधालय और कॉलेज विभिन लर्निंग मोड में बीएससी कोर्स करने की सुविधा देते है। जिनमे उम्मीदवार अपनी रूचि और जीवनशैली के अनुसार लर्निंग मोड चुनकर अपने पढ़ाई जारी रख सकता है। इस लर्निंग मोड में रेगुलर, डिस्टेंस और ऑनलाइन एजुकेशन शामिल है।
बीएससी कोर्स को आप एक विशेष स्पेशलाइजेशन में भी कर सकते है, भारत के विभिन्न कॉलेज भिन्न – भिन्न स्पेशलाइजेशन में यह कोर्स करने की अनुमति देते है।
सामान्य बीएससी कोर्स में पीसीएम या पीसीबी आदि के साथ कोर्स को पूरा करते है जबकि बीएससी स्पेशलाइजेशन में आप अपनी पसंद का क्षेत्र चुनकर उसमे विस्तार से पढ़ सकते है।
यहां आपको कुछ लोकप्रिय स्पेशलाइजेशन दी गयी है जिनमे आप अपना बीएससी पूरा कर सकते है।
बीएससी स्पेशलाइजेशन
एग्रीकल्चर | एनीमेशन | बायोकेमेस्टरी |
कंप्यूटर साइंस | फैशन डिजाइनिंग | फ़ूड टेक्नोलॉजी |
फॉरेंसिक साइंस | मल्टीमीडिया | नर्सिंग |
पीसीएम | पीसीबी | गणित |
भौतिक विज्ञान | जंतु विज्ञान | वनस्पति |
भारत के शीर्ष बीएससी कॉलेज और उनकी फीस
कॉलेज का नाम | कोर्स फीस |
लोयोला कॉलेज, चेन्नई | 46,000 रुपये प्रति वर्ष |
च्रिस्ट विश्वविद्यालय, बैंगलोर | 55,000 रुपये प्रति वर्ष |
मिरंडा हाउस, दिल्ली | 19,980 रुपये प्रति वर्ष |
मद्रास क्रिस्चियन कॉलेज | 42,319 रुपये प्रति वर्ष |
हिन्दू कॉलेज, दिल्ली | 15,505 रुपये प्रति वर्ष |
श्री वेंकटेस्वर कॉलेज, दिल्ली | 14,555 रुपये प्रति वर्ष |
हंसराज कॉलेज, दिल्ली | 23,415 रुपये प्रति वर्ष |
स्टेल्ला मारिस कॉलेज, चेन्नई | 22,895 रुपये प्रति वर्ष |
रामराज कॉलेज, दिल्ली | 14610 रुपये प्रति वर्ष |
गार्गी कॉलेज, दिल्ली | 24125 रुपये प्रति वर्ष |
बैचलर और आर्किटेक्चर (बी.आर्च)
बैचलर और आर्किटेक्चर में कोई भी उम्मीदवार जिसने विज्ञान वर्ग (पीसीएम) के साथ 12वी किया है वह इस कोर्स में एडमिशन के योग्य है। एक आर्किटेक्चर किसी कंस्ट्रक्शन का डिज़ाइन करता है और उसे समय पर पूरा करता है। जब भी कोई कंस्ट्रक्शन तैयार होता है तो उसके डिज़ाइन से लेकर पूरा होने तक सभी कुछ एक आर्किटेक्चर के अंर्तगत होता है।
बी.आर्च कोर्स की अवधि 5 वर्ष होती है। इस कोर्स करने के बाद छात्र विभिन्न कम्पनियो में नौकरी का अवसर पा सकते है या फिर अगर इसी क्षेत्र में आगे पढ़ाई के लिए योजना बना रहे है तो आप मास्टर ऑफ़ आर्किटेक्चर (एम.आर्च) कोर्स कर सकते है।
आर्किटेक्चर, कंस्ट्रक्शन का डिज़ाइन और ड्राइंग बनाने के लिए कंप्यूटर एडेड डिज़ाइन एंड ड्राफ्टिंग (CADD) और बिल्डिंग इनफार्मेशन मॉडलिंग (BIM) का प्रयोग करते है। एक आर्किटेक्चर के लिए कंस्ट्रक्शन और डिज़ाइन के क्षेत्र में नौकरी करने के बहुत से अवसर मिल सकते है।
बैचलर और आर्किटेक्चर कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवार सरकारी और प्राइवेट दोनों ही फर्म में आवेदन कर सकता है। भारत में एक अच्छे आर्किटेक्चर की बहुत मांग है, इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप कंस्ट्रक्शन, रूरल डेवलपमेंट और इंटीरियर डिज़ाइन आदि क्षेत्र में काम कर सकते है।
मेरिट आधरित एडमिशन के अलावा, भारत के कुछ कॉलेज इस कोर्स में एडमिशन के लिए राष्ट्रीय स्तर, राज्य स्तर और विश्वविद्यालय स्तर पर होने बाली प्रवेश परीक्षा में किए गए स्कोर के आधार पर एडमिशन की अनुमति देते है।
भारत में करीब 860 कॉलेज है जो छात्रों को बैचलर और आर्किटेक्चर कोर्स करने की अनुमति देते है। जिनमें कुछ कॉलेज भिन्न – भिन्न मोड में यह कोर्स कराते है जैसे – रेगुलर, डिस्टेंस और पार्ट टाइम।
भारत में ऐसे कॉलेज है जिनके माध्यम से आप बैचलर और आर्किटेक्चर की डिग्री पा सकते है, जिनमे आईआईटी और एनआईटी जैसे संस्थान भी शामिल है।
अभी हम वह सूची देखते है जो आर्किटेक्चर के क्षेत्र में एनआईआरएफ रैंकिंग के द्वारा भारत के शीर्ष – 10 कॉलेज में शामिल हुए है।
कॉलेज का नाम | रैंकिंग |
भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान, खरगपुर | एनआईआरएफ रैंकिंग 1 |
भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान, रूरकी | एनआईआरएफ रैंकिंग 2 |
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कालीकट | एनआईआरएफ रैंकिंग 3 |
पर्यावरण योजना और प्रौद्योगिकी केंद्र, अहमदाबाद | एनआईआरएफ रैंकिंग 4 |
स्कूल ऑफ़ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर, दिल्ली | एनआईआरएफ रैंकिंग 5 |
भारतीय इंजीनियरिंग विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान, शिबपुर | एनआईआरएफ रैंकिंग 6 |
भारतीय इंजीनियरिंग विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान, शिबपुर | एनआईआरएफ रैंकिंग 7 |
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, त्रिची | एनआईआरएफ रैंकिंग 8 |
स्कूल ऑफ़ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर, विजयवाड़ा | एनआईआरएफ रैंकिंग 9 |
जामिया मिल्लिया इस्लामिया, दिल्ली | एनआईआरएफ रैंकिंग 10 |