BEd Course प्रवेश के लिए आवश्यकताएँ:
- शैक्षिक योग्यता: किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री, जिसमें न्यूनतम 50-60% अंक हों।
- प्रवेश परीक्षा: कुछ राज्यों और विश्वविद्यालयों में बी.एड. प्रवेश के लिए परीक्षा आयोजित की जाती है।
कोर्स फीस: बी.एड. कोर्स की फीस 5,000 रुपये से 1,00,000 रुपये प्रति वर्ष तक हो सकती है, जो संस्थान पर निर्भर करती है।
कोर्स की संरचना:
- शिक्षण विधियाँ: शिक्षण के विभिन्न तरीकों और तकनीकों का अध्ययन।
- कक्षा प्रबंधन: कक्षा में विद्यार्थियों का प्रबंधन और अनुशासन बनाए रखने की तकनीकें।
- पाठ्यक्रम विकास: पाठ्यक्रम और पाठ योजनाओं का निर्माण।
- विद्यालय नीतियाँ: विद्यालय प्रबंधन और प्रशासन से संबंधित नीतियों का अध्ययन।
कैरियर के अवसर: बी.एड. कोर्स पूरा करने के बाद, छात्र विभिन्न पेशों में कैरियर बना सकते हैं:
- स्कूल अध्यापक: माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में शिक्षक बन सकते हैं।
- काउंसलर: स्कूलों में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन कर सकते हैं।
- सामग्री लेखक: शैक्षिक सामग्री का विकास और लेखन कर सकते हैं।
- प्रधानाचार्य: विद्यालय का प्रशासन और प्रबंधन कर सकते हैं।
प्रवेश प्रक्रिया: बी.एड. कोर्स में प्रवेश के लिए, उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से न्यूनतम 50% अंकों के साथ स्नातक डिग्री प्राप्त करनी होती है। कुछ राज्यों में प्रवेश परीक्षा भी आयोजित की जाती है।
बी.एड. के फायदे:
- शिक्षक बनने की योग्यता: बी.एड. डिग्री माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तर के स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए अनिवार्य है।
- कैरियर की संभावनाएं: शिक्षा क्षेत्र में हमेशा मांग रहती है और बी.एड. धारक के पास स्कूलों, कॉलेजों, शिक्षण संस्थानों और गैर-सरकारी संगठनों में कई अवसर होते हैं।
- व्यक्तिगत विकास: यह कोर्स संचार कौशल, नेतृत्व क्षमता और समस्या-समाधान कौशल को भी विकसित करता है।
- आत्म-संतुष्टि: शिक्षक का पेशा बच्चों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने और उन्हें सफल बनाने में मदद करने के कारण बेहद संतोषप्रद है।
कोर्स | बी.एड |
कोर्स का पूरा नाम | बैचलर्स ऑफ़ एजुकेशन |
कोर्स स्तर | ग्रेजुएशन |
कोर्स स्ट्रीम | आर्ट्स & साइंस |
कोर्स अवधि | 2 वर्ष |
शैक्षिक योग्यता | किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन |
प्रवेश प्रक्रिया | मेरिट & प्रवेश परीक्षा के आधार पर |
कोर्स फीस | 5,000 – 1,00,000 रूपये प्रति बर्ष |
नौकरी | स्कूल अध्यापक, कॉउंसलर, कंटेंट राइटर, प्रिंसिपल |
बी.एड एक पोस्ट ग्रेजुएशन स्तरीय कोर्स है जिसे उम्मीदवार रेगुलर मोड ही नहीं बल्कि डिस्टेंस मोड में भी कर सकते है। इसके साथ ही बीएड कोर्स की फीस प्रत्येक संस्थान में भिन्न – भिन्न होती है हालंकि अगर आप डिस्टेंस मोड में बीएड करने का विकल्प चुनते है तो आप रेगुलर के तुलना में कम फीस के साथ बीएड की डिग्री पा सकते है।
BEd Course Details in Hindi
बी.एड एक दो साल का ग्रेजुएशन स्तर का कोर्स है, जिसमें उम्मीदवार अध्यापक बनने की इच्छा रखते हैं। यह कोर्स छात्रों को कक्षा प्रबंधन, पाठ्यक्रम विकास, स्कूल नीतियों और अन्य महत्वपूर्ण शिक्षण कौशलों में प्रशिक्षित करता है।
छात्र इस कोर्स को तीन तरीकों से कर सकते हैं – नियमित, ऑनलाइन और दूरस्थ शिक्षा मोड। कोर्स का सिलेबस छात्रों के विशेषज्ञता के आधार पर डिज़ाइन किया जाता है, ताकि उन्हें शिक्षक बनने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्राप्त हो।
भारत के कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय और कॉलेज बी.एड कोर्स प्रदान करते हैं। इसमें प्रवेश के लिए, किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री होनी चाहिए। कोर्स फीस संस्थान पर निर्भर करती है, लेकिन आमतौर पर 5,000 रुपये से 1,00,000 रुपये प्रति वर्ष तक होती है।
बीएड कोर्स पूरा करने के बाद, छात्र स्कूल शिक्षक, परामर्शदाता, सामग्री लेखक या प्रधानाचार्य जैसे कैरियर का विकल्प चुन सकते हैं। यह कोर्स उन छात्रों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प है जो शिक्षा क्षेत्र में अपना भविष्य देखते हैं।
बी.एड के लिए शैक्षिक योग्यता
बी.एड कोर्स में एडमिशन पाने के लिए सटीक योग्यता प्रत्येक कॉलेज की भिन्न – भिन्न हो सकती है, यहां आपको सामान्य योग्यता के बारे बताया जा रहा है जो अधिकतम कॉलेजो में एडमिशन के लिए अनिवार्य है।
शैक्षिक योग्यता : उम्मीदवार ने किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविधालय से किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन पूरा किया होना चाहिए।
न्युनतम प्रतिशत : वह उम्मीदवार जो बी.एड में एडमिशन लेना चाहते है उनके ग्रेजुएशन में न्युनतम 50 – 60% अंक होने चाहिए।
आयु सीमा : बी.एड कोर्स में एडमिशन के लिए कोई आयु सीमा नहीं है।
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बी.एड कोर्स के फायदों के बारे में जानना चाहते हैं। बी.एड कोर्स वाकई में एक बहुत ही महत्वपूर्ण और लाभकारी कोर्स है, खासकर उन छात्रों के लिए जो शिक्षण क्षेत्र में अपना भविष्य देखते हैं। आइए, इसके प्रमुख फायदों पर एक नज़र डालते हैं:
- विविध अवसर: शिक्षा क्षेत्र में तेजी से विकास और प्रौद्योगिकी के उपयोग के कारण, बी.एड पास छात्रों के लिए सरकारी और निजी क्षेत्र में कई नौकरी के अवसर उपलब्ध हैं। वे स्कूल शिक्षक, शिक्षा अनुसंधानकर्ता, प्रधानाचार्य, स्कॉलर आदि के रूप में काम कर सकते हैं।
- बेहतर भविष्य: बी.एड पूरा करने के बाद, छात्रों के पास शिक्षण क्षेत्र में एक स्थिर और सार्थक करियर बनाने का अच्छा मौका होता है। यह उन्हें अपने व्यावसायिक और व्यक्तिगत विकास के लिए भी अवसर प्रदान करता है।
- सरकारी नौकरी: बी.एड करने वाले छात्र टीईटी (Teacher Eligibility Test) में आवेदन कर सकते हैं और सरकारी स्कूलों में शिक्षक के रूप में काम कर सकते हैं। यह एक सुरक्षित और स्थायी नौकरी का विकल्प है।
- उच्च शिक्षा के अवसर: बी.एड के बाद, छात्र एम.एड और पीएचडी जैसे उच्च डिग्री कोर्स करके अपनी शिक्षण क्षमताओं को और बढ़ा सकते हैं।
- अच्छा वेतन: बी.एड पास छात्रों को शुरुआत में 2-3 लाख रुपये प्रति वर्ष तक के वेतन का ऑफर मिल सकता है, जो कि समय के साथ और बढ़ता जा सकता है।
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बी.एड कोर्स किसे करना चाहिए?
यहां दिए गए पॉइंट्स को ध्यान से पढ़े, फिर आपको समझ आ जाएगा कि आपको बी.एड कोर्स करना चाहिए या नहीं:
- वह उम्मीदवार जो एडटेक के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते है उसे बी.एड कोर्स अवश्य करना चाहिए।
- वह उम्मीदवार जो एक सरकारी प्राइमरी या सेकडरी अध्यापक बनना चाहते है, उनके लिए यह कोर्स अति आवश्यक है।
- वह उम्मीदवार जिन्हे बच्चो को पढ़ाना अच्छा लगता है और भारत के एजुकेशन सिस्टम में योगदान देना चाहते है वह बी.एड कोर्स कर सकते है।
- वह उम्मीदवार जो किसी एडटेक प्राइवेट कंपनी में एडुकेटर या अध्यापक बनना चाहते है उनके लिए भी बी.एड आवश्यक है।
- वह उम्मीदवार जोहे टीचिंग का अनुभव है और आगे भी इसी क्षेत्र में भविष्य बनाने की सोच रहे है तो बी.एड कोर्स विल्कुल है।
- अगर आप एक कॉउंसलर बनना चाहते है तो बी.एड एक अच्छा विकल्प है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 35 करोड़ छात्रों को स्ट्रेस, मेन्टल हेल्थ समस्या से बाहर निकालने के लिए 1.5 करोड़ काउंसलर की आवश्यकता है।
- वह उम्मीदवार जो स्कूल अध्यापक, एजुकेशन रिसर्चर, प्रिंसिपल या लेखक के रूप में काम करने की इच्छा रखते है तो आपको बी.एड कोर्स करना चाहिए।
बी.एड कोर्स कब करना चाहिए?
बी.एड कोर्स छात्रों से बहुत ही मेहनत और निष्ठा की उम्मीद रखता है, इसलिए छात्रों को बी.एड कोर्स में एडमिशन लेने से पहले निम्न बातो का ध्यान रखना चाहिए:
- उम्मीदवार अपना ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद बी.एड कोर्स की शुरुआत कर सकता है फिर चाहे उसने किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन पूरा किया हो।
- उम्मीदवार को बी.एड कोर्स को पूरा करने के लिए दो वर्षका समय देना। इसलिए वही उम्मीदवार बी.एड कोर्स में एडमिशन ले जो अपने वर्षइसमें पढ़ाई के लिए दे सकते है।
- बैचलर्स ऑफ़ एजुकेशन का सिलेबस बहुत विशाल है इसलिए आपको इसे पास करने के लिए अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है।
- बी.एड कोर्स में एडमिशन के लिए शीर्ष कॉलेज में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन होता है इसलिए आपको प्रवेश परीक्षा के लिए भी अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है।
बी.एड कोर्स के Types
एनसीईटी यानि नेशनल कॉउंसिल ऑफ़ टीचर एजुकेशन ने भारत के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने के लिए बी.एड कोर्स अनिवार्य कर दिया है। इस बजह से बी.एड ग्रेजुएट की डिमांड बहुत तेजी से बढ़ रही है। जिस कारण से भारत के विभिन्न कॉलेज और विश्वविद्यालय आपको रेगुलर, डिस्टेंस और ऑनलाइन मोड़ में बी.एड कोर्स करने की अनुमति देते है।
फुलटाइम बी.एड
फुलटाइम बी.एड उन उम्मीदवारों के लिए है जो प्राइमरी और सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाना चाहते है और इसके लिए वह अपना समय और पैसा देने के लिए तैयार है क्योंकि फुलटाइम कोर्स में उम्मीदवार को कॉलेज क्लासेस, असाइनमेंट, टेस्ट आदि कॉलेज में ही करने पड़ते है।
फुलटाइम बी.एड 2 वर्षका कोर्स है जो भारत के अधिकतम कॉलेजो द्वारा कराया जाता है, फुलटाइम बी.एड के लिए मेरिट और प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन किए जाते है जिसमे विभिन विश्वविधालय अपने यहाँ एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करती है। जिसमें डीयू बी.एड, आईपीयू सेट, आदि प्रवेश परीक्षा शामिल है।
फुलटाइम बी.एड की कोर्स फीस लगभग 20,000 से 1,00,000 रूपये के बीच हो रहती है। इसके साथ ही भारत के ऐसे बहुत से कॉलेज है जो मेरिट के आधार पर बी.एड कोर्स में एडमिशन की अनुमति देते है।
डिस्टेंस बी.एड
भारत के कई ऐसे विश्वविधालय है जो डिस्टेंस मोड में भी बी.एड कोर्स कराते है। डिस्टेंस बी.एड कोर्स में एडमिशन मेरिट और प्रवेश परीक्षा दोनों के माध्यम से कराया जाता है। डिस्टेंस बी.एड कोर्स में एडमिशन के लिए इग्नू, एनएसओयू, एलपीयू आदि विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित करते है।
डिस्टेंस बी.एड कोर्स की औसत फीस 25,000 – 50,000 रूपये के बीच रहती है, डिस्टेंस बी.एड कोर्स की अवधि 2 वर्षहोती है लेकिन उम्मीदवार इसे 2 से 5 बर्षो के बीच पूरा कर सकता है।
ऑनलाइन बी.एड
ऑनलाइन बी.एड कोर्स एक सर्टिफिकेट के रूप में उपलब्ध है, इस सर्टिफिकेट कोर्स के अवधि कुछ दिनों से कुछ महीनो के बीच हो सकती है। ऑनलाइन बी.एड विभिन्न लर्निंग पोर्टल जैसे कोर्सेरा, ईडीएक्स, एलीसो और फ्यूचर लर्न आदि द्वारा कराये जाते है।
ऑनलाइन बी.एड की सर्टिफिकेशन फीस 3,000 से 17,000 रूपये के बीच रह सकती है इसके साथ ही कुछ बैचलर्स ऑफ़ एजुकेशन कोर्स मुफ्त में भी उपलब्ध कराये जाते है। लेकिन यह ध्यान रहे कि यह ऑनलाइन बी.एड सरकारी नौकरी के लिए मान्य नहीं है।
BEd Course Details in Hindi :एडमिशन प्रक्रिया
बी.एड कोर्स में एडमिशन की प्रक्रिया कॉलेज के अनुसार अलग – अलग होती है। जिस तरह भारत की शीर्ष विश्वविद्यालय अपने यहां एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करते है, जबकि भारत के अधिकतम कॉलेज मेरिट के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया पूरी करते है।
सीधे प्रवेश : इस प्रक्रिया को भारत के अधिकतम कॉलेज अपनाते है जिसमें उम्मीदवार अपनी पसंद के कॉलेज में आवेदन करते है फिर कॉलेज छात्रों के ग्रेजुएशन के अंको के आधार पर मेरिट लिस्ट जारी करता है। अगर उम्मीदवार उस मेरिट लिस्ट में अपनी जगह बना लेता है तो काउंसलिंग के बाद उसका एडमिशन हो जाता है।
प्रवेश परीक्षा के आधार पर : भारत के के कुछ ऐसे विश्वविद्यालय भी है जो बी.एड कोर्स में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करते है। इच्छुक उम्मीदवार प्रवेश परीक्षा में आवेदन करता है आवेदन करने के पश्चात उम्मीदवार परीक्षा देता है और कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट आता है।
उम्मीदवार के प्रवेश परीक्षा में किए गए प्रदर्शन के आधार पर एक न्युनतम कटऑफ जारी की जाती है अव अगर उम्मीदवार उस कट ऑफ़ के अनुसार प्रवेश परीक्षा में अंक पा लेता है तो वह कॉलेज द्वारा जारी फाइनल मेरिट में जगह बना लेता है।
मेरिट जारी करने के उपरांत सफल उम्मीदवारों को काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है जिसमे छात्रों के सभी जरूरी दस्ताबेज भी मांगे जाते है उसके बाद एडमिशन फीस जमा करनी होती है जिससे कि आपकी सीट सुरक्षित रहे।
इन सभी प्रक्रिया से गुजरने के बाद आपका एडमिशन सफलतापूवक हो जाता है, अव आप कोर्स शुरू होने पर बी.एड की पढ़ाई शुरू कर सकते है।
शीर्ष बी.एड प्रवेश परीक्षा
- इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय कॉमन प्रवेश परीक्षा (IPO CET)
- बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय अंडरग्रेजुएट प्रवेश परीक्षा (BHU UET)
- छत्तीसगढ़ प्री बी.एड प्रवेश परीक्षा (CG Pre B.Ed)
- तेजपुर विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (TUEE)
- दिल्ली विश्वविद्यालय बी.एड प्रवेश परीक्षा (DU B.Ed)
- हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय बी.एड प्रवेश परीक्षा (HPU B.Ed)
- मध्य प्रदेश व्यापम प्री बी.एड प्रवेश परीक्षा (MP Pre B.Ed)
- इंद्रागाँधी मुक्त विश्वविद्यालय बी.एड प्रवेश परीक्षा (IGNOU B.Ed)
इनके अलावा भी राज्य स्तर पर प्रवेश परीक्षा होती है इसलिए छात्रों को यह सलाह दी जाती है कि अपने स्थान और किस विषय में बी.एड करने की सोच रहे है उसे ध्यान में रखकर प्रवेश परीक्षा में आवेदन करे।
BEd Course Details in Hindi : स्पेशलाइजेशन
अन्य ग्रेजुएशन कोर्स की तरह बी.एड कोर्स में अलग से कोई स्पेशलाइजेशन नहीं होती है, लेकिन छात्रों को अपने ग्रेजुएशन में लिए गए विषय के साथ बी.एड कोर्स करने का मौका दिया जाता है। उदाहरण के लिए, किसी छात्र ने अपना ग्रेजुएशन गणित विषय के साथ पूरा किया है तो वह गणित विषय के साथ बी.एड की पढ़ाई कर सकता है।
अगर सरल शब्दों में कहे तो जिस स्ट्रीम में आपने अपना ग्रेजुएशन पूरा किया है उन्ही में से एक विषय के साथ बी.एड कोर्स को कर सकते है।
अभी हम उन विषयों को देखते है जिनके साथ आप बी.एड कोर्स को कर सकते है:
अंग्रेजी | हिन्दी | संस्कृत |
उर्दू | पंजाबी | भौतिक विज्ञान |
रसायन विज्ञान | जीव विज्ञान | इंटीग्रेटेड विज्ञान |
गणित | इतिहास | राजनीति विज्ञान |
अर्थशात्र | मनोविज्ञान | भूगोल |
समाज शास्त्र | सामाजिक विज्ञान | गृह विज्ञान |
कॉमर्स | तमिल | ——- |
बी.एड के बाद नौकरी के अवसर
बी.एड के बाद उम्मीदवार को शिक्षा के क्षेत्र में बहुत से अवसर मिलते है जिनमे वह अपना करियर बना सकता है। उम्मीदवार की स्किल और अनुभव के अनुसार एक बी.एड ग्रेजुएट 5,00,000 -10,00,000 लाख रुपये प्रतिवर्ष तक कमा सकता है।
यहां आपको कुछ नौकरी प्रोफाइल और उनके बारे में जानकारी दी गयी है, जिनमे में से आप अपनी स्किल, लक्ष्य और रूचि के अनुसार किसी भी प्रोफाइल में जा सकते है।
अध्यापक : यह बहुत ही लोकप्रिय और प्रतिष्ठित नौकरी है, जिसमें अध्यापक छात्रों को उनके सिलेबस के अनुसार पढ़ाते है और उनकी छात्रों को अच्छे भविष्य के लिए मार्गदर्शन देते है।
कॉउंसलर : एक कॉउंसलर छात्रों की मानसिक स्थिति को समझकर उन्हें सही मार्गदर्शन देता है, जैसे – परीक्षा से पहले छात्रों में स्ट्रेस या डर महसूस करने लगते है इस स्थिति में कॉउंसलर छात्रों को समझाता है कि स्ट्रेस और डर को दूर कर पढ़ाई पर कैसे ध्यान केंद्रित करे।
कंटेंट राइटर : कंटेंट राइटिंग इस समय की सबसे ज्यादा डिमांड में रहने बाली नौकरी है क्योंकि प्रत्येक वेबसाइट के लिए कंटेंट राइटर की आवश्यकता होती है। इसमें कंटेंट राइटर कंपनी के ब्लॉग, प्रोडक्ट और ऐप आदि के लिए कंटेंट लिखना होता है। इसके साथ ही व्यापार के लिए वीडियो बनाने में उपयोग होने बाली स्क्रिप्ट को भी कंटेंट राइटर ही लिखते है।
एजुकेशन रिसर्चर : एजुकेशन रिसर्चर शिक्षा के विभिन्न रिसर्च प्रोग्राम और डेवेलप रिसर्च प्रोग्राम को मैनेज करना है जिसमें एजुकेशन रिसर्चर शिक्षा को बेहतर करने के उपायों की रिसर्च करता है।
प्रिंसिपल & वाईस प्रिंसिपल : प्रिंसिपल एक स्कूल को मैनेज करता है और देखता है कि सभी अध्यापको द्वारा बच्चो की पढ़ाई पर सही से ध्यान दिया जा रहा है या नहीं। इसके साथ ही वाईस प्रिंसिपल एडमिशन आदि के काम को सभालता है और प्रिंसिपल को रिपोर्ट करता है।
शिक्षा सलाहकार : शिक्षा सलाहकार वह व्यक्ति होता है जो छात्रों को गाइड करता है कि उनकी रुचि और स्किल के आधार पर छात्र को आगे क्या करना चाहिए।
ऑनलाइन शिक्षक : जब देश में बहुत से एडटेक स्टार्टअप आए है तब से ऑनलाइन शिक्षक की बहुत ज्यादा डिमांड है, जिसमें शिक्षाक ऑनलाइन क्लासेस के माध्यम से छात्रों को पढ़ाता है।
अकेडमीशियन : यह एक प्रोफेशनल व्यक्ति होता है जो शिक्षा के क्षेत्र में रिसर्च करता है इसके साथ ही ज्ञान और पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा को प्रमोट करता है।
बी.एड ग्रेजुएट के लिए वेतन
B Ed करने के बाद कौन सी नौकरी मिलती है? यहां बी.एड कोर्स करने के बाद आप कौन – कौन सी नौकरी पा सकते है, उसकी प्रोफाइल और वेतन दिया गया है, जिनमे आप बी.एड पूरा करने के बाद किसी भी प्रोफाइल में अपना भविष्य बना सकते है। बी.एड कोर्स की फीस कम है लेकिन फिर भी इस कोर्स को करने के बाद अच्छा वेतन मिलता है। बी.एड ग्रेजुएट का वेतन उम्मीदवार के अनुभव और स्किल पर निर्भर करता है।
नौकरी प्रोफाइल | औसत वेतन |
स्कूल अध्यापक | 3,00,000 – 6,00,000 लाख रुपये प्रति वर्ष |
एजुकेशन कॉउंसलर | 3,00,000 – 5,00,000 लाख रुपये प्रति वर्ष |
कंटेंट राइटर | 3,00,000 – 8,50,000 लाख रुपये प्रति वर्ष |
एजुकेशन रिसर्चर | 6,00,000 – 8,00,000 लाख रुपये प्रति वर्ष |
प्रिंसिपल | 5,00,000 – 7,00,000 लाख रुपये प्रति वर्ष |
वाईस प्रिंसिपल | 4,00,000 – 6,00,000 लाख रुपये प्रति वर्ष |
शिक्षा सलाहकार | 3,60,000 – 4,00,000 लाख रुपये प्रति वर्ष |
ऑनलाइन शिक्षक | 3,00,000 – 5,00,000 लाख रुपये प्रति वर्ष |
अकेडमीशियन | 6,00,000 – 8,00,000 लाख रुपये प्रति वर्ष |