BA Economics कोर्स : बीए अर्थशास्त्र कोर्स या बैचलर ऑफ़ आर्ट्स इन इकोनॉमिक्स 3 साल का अंडरग्रेजुएट डिग्री कोर्स है, जो उन छात्रों द्वारा किया जाता है जो इसे बैंकिंग, कॉमर्स और अन्य प्रमुख कॉर्पोरेट उद्योगों से संबधित विषयों में रूचि रखते है। इस कोर्स को उन छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो बैंकिंग, अर्थशास्त्र और अन्य संबधित क्षेत्रो में अपना करियर बनाना चाहते है।
बीए अर्थशास्त्र कला और आर्थिक विज्ञान दोनों का मिलाजुला रूप है। बीए अर्थशास्त्र डिग्री कोर्स में असाइनमेंट, स्टडी मटेरियल, किताबे, ईबुक आदि के माध्यम से पढ़ाया जाता है। फाइनेंस और विकास से संबंधित क्षेत्र में उम्मीदवार विभिन्न नौकरीयों की तलाश कर सकता है क्योंकि अर्थशास्त्र में बीए की नौकरी का दायरा बहुत बड़ा है।
डिग्री | ग्रेजुएशन |
कोर्स | बीए अर्थशास्त्र |
कोर्स का पूरा नाम | बैचलर ऑफ़ आर्ट्स इन इकोनॉमिक्स |
अवधि | 3 से 6 वर्ष |
योग्यता | 10+2 |
आयु | न्यूनतम 17 वर्ष |
एडमिशन का तरीका | मेरिट / प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 15,000 से 60,000 |
औसत वेतन | 2.5 से 6 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | अनुवाद, स्कूल एंव कॉलेज, न्यूज़ पेपर & मैगज़ीन आदि। |
नौकरी प्रोफाइल | अंग्रेजी अध्यापक, अंग्रेजी न्यूज एंकर, भाषा विशेषज्ञ, अंग्रेजी न्यूजपेपर एडिटर आदि। |
भारत में विभिन्न विश्वविद्यालय है जो छात्रों को रेगुलर मोड, ऑनलाइन के अलावा डिस्टेंस मोड में भी बीए अर्थशास्त्र कोर्स करने की अनुमति देते है इच्छुक उम्मीदवार 12वी के बाद एडमिशन ले सकते है और कुल 15,000 से 60,000 रुपये में इस कोर्स को पूरा कर सकते है।
बीए अर्थशास्त्र कोर्स क्या है?
क्या मैं अर्थशास्त्र में बीए कर सकता हूं? जी हाँ, बीए अर्थशास्त्र एक ग्रेजुएशन कोर्स है जिसे 3 से 6 वर्षो में पूरा किया सकता है इस कोर्स के दौरान छात्रों को फाइनेंसियल सिस्टम, अर्थशास्त्र का इतिहास, भारत में अर्थशास्त्र का विकास, डेवलपमेंट थ्योरी, फाइनेंसियल मार्केट, राष्ट्रीय आय, मुद्रास्फीति और अपस्फीति, उत्पादन और आपूर्ति आदि विषयों से अवगत कराया जाता है।
कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा पूरी करने के बाद छात्र अर्थशास्त्र में बीए कर सकते हैं। बीए अर्थशास्त्र कोर्स को देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों में व्यापक रूप से पढ़ाया जाता है। इन विश्वविधालयों के माध्यम से आप पढ़ाई कर सकते है।
अर्थशास्त्र के अध्ययन में पिछले कुछ वर्षो में भारी उछाल देखा गया है, क्योंकि यह अनगिनत अवसरों की पेशकश करता है। बीए अर्थशास्त्र कोर्स के बाद न्यूनतम शुरुआती पैकेज 4 से 7 लाख रूपये प्रति वर्ष होता है।
ये भी पढ़े : बीए मनोविज्ञान कोर्स
बीए अर्थशास्त्र कोर्स क्यों करना चाहिए?
एक अर्थशास्त्र की डिग्री आपको विभिन्न उद्योगों और क्षेत्रो में नौकरी पाने का अवसर प्रदान करती है। एक अर्थशास्त्री के पास व्यवसाय, सरकारी क्षेत्रों, शिक्षाविदों के साथ-साथ निजी उद्योगों में काम करने का अवसर होता है।
पाठ्यक्रम के दौरान, आपको कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा जो विश्व अर्थशास्त्र की आपकी समझ को बढ़ाएगी और यह व्यापार के कई वैश्विक पहलुओं को समझने में भी मददगार साबित होगी।
अगर आप डिस्टेंस मोड में बीए अर्थशास्त्र कोर्स करने का निर्णय लेते है तो आप अपनी नौकरी या व्यवसाय के साथ पढ़ाई जारी रख सकते है। जिससे आपकी पढ़ाई का सपना भी पूरा होगा और साथ ही आपकी नौकरी या व्यवसाय भी चलता रहेगा।
BA Economics कोर्स के Types
भारत में हजारों की संख्या में विश्वविद्यालय एंव कॉलेज है जो एडमिशन के लिए विभिन्न प्रक्रियाओँ को अपनाते है। ये विश्वविद्यालय छात्रों एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स की सुविधा के अनुसार रेगुलर, ऑनलाइन एंव डिस्टेंस मोड में करने की अनुमति देते है।
बीए अर्थशास्त्र रेगुलर एजुकेशन : रेगुलर कोर्सेस में मेरिट एंव प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया अपनाई जाती है। हमारे भारत में अधिकतम कॉलेज एंव विश्वविधालयों में रेगुलर मोड में जयादातर कोर्स कराये जाते है। जिसमें पढ़ाई के लिए उम्मीदवार को कॉलेज जाकर क्लास अटेंड करनी होती है।
बीए अर्थशास्त्र डिस्टेंस एजुकेशन : डिस्टेंस बीए अर्थशास्त्र में सीधे या मेरिट के आधार पर एडमिशन लिया जा सकता है। अधिकतम डिस्टेंस विश्वविधालयों में आप सीधे आवेदन कर एडमिशन ले सकते है जबकि कुछ विश्वविद्यालय आपके 12वी के अंको के आधार पर मेरिट तैयार कर एडमिशन की प्रक्रिया आगे बढ़ाते है। डिस्टेंस मोड में आप अपने घर पर रहकर पढ़ाई कर सकते है।
बीए अर्थशास्त्र ऑनलाइन एजुकेशन : वह उम्मीदवार जो ऑनलाइन पढ़ने में रूचि रखते है उनके लिए विभिन्न विश्वविधालयों द्वारा ऑनलाइन मोड में बीए अर्थशास्त्र कोर्स कराया जाता है। उम्मीदवार ऑनलाइन मोड की सहायता से अपने घर रहकर इंटरनेट की सहायता से अपनी पढ़ाई जारी रख सकते है। भारत में कुछ ही विश्वविद्यालय है जिन्हे यूजीसी द्वारा ऑनलाइन मोड में बीए अर्थशास्त्र कराने की अनुमति मिली है। इच्छुक उम्मीदवार किसी भी स्ट्रीम से 12वी पास करने बाद बिना किसी भी प्रवेश परीक्षा में शामिल हुये सीधे विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन कर एडमिशन ले सकते है।
ये भी पढ़े : बीए समाज शास्त्र कोर्स
BA Economics : न्यूनतम योग्यता
जो छात्र बीए अर्थशास्त्र कोर्स करने की इच्छा रखते हैं, उन्हें विभिन्न विश्वविधालयों में एडमिशन पाने के लिए निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा:
- छात्रों को न्यूनतम 40% कुल अंकों या समकक्ष सीजीपीए के साथ किसी भी स्ट्रीम में कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण करनी चाहिए।
- आमतौर पर, इस कोर्स को आर्ट्स स्ट्रीम के छात्रों द्वारा बारहवीं कक्षा पूरी करने के बाद किया जाता है, लेकिन विज्ञान एंव कॉमर्स स्ट्रीम के छात्र भी एडमिशन के पात्र होंगे।
- कुछ विश्वविधालयों द्वारा बीए अर्थशास्त्र कोर्स में एडमिशन के लिए आरक्षित छात्रों को न्यूनतम आवश्यक अंको में 5% की छूट प्रदान करते है।
BA Economics : एडमिशन प्रक्रिया
बीए अर्थशास्त्र कोर्स में एडमिशन के लिए विश्वविधालयों द्वारा मेरिट एंव प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया अपनायी जाती है। ज्यादातर विश्वविधालयों में आप मेरिट के आधार पर एडमिशन ले सकते है जिसमें आपके 12वी के अंको के आधार पर आपको एडमिशन दिया जाता है।
भारत कुछ ऐसे भी विश्वविद्यालय है जो मेरिट के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया को न अपनाकर प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया अपनाते है। जिसमें विश्वविद्यालय द्वारा एक प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है फिर छात्रों द्वारा इस प्रवेश परीक्षा में किए गए स्कोर की आधार पर एडमिशन दिया जाता है।
ये भी पढ़े : बीए फाइन आर्ट्स कोर्स
बीए अर्थशास्त्र कोर्स के भविष्य में अवसर
बीए अर्थशास्त्र के क्या फायदे हैं? वह उम्मीदवार जो बीए अर्थशास्त्र कोर्स करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए जाना चाहते है वह संबधित विषय में एमए कोर्स करने का निर्णय ले सकते है और इसके बाद भी पढ़ना चाहते है तो पीएचडी कोर्स में भी एडमिशन ले सकते है।
अर्थशास्त्र में बीए पूरा करने के बाद छात्रों को विभिन्न फाइनेंसियल क्षेत्रों जैसे कि बैंक, फाइनेंसियल मार्केट और अन्य सरकारी और निजी क्षेत्रों में बर्कशायर हैथवे, एलियांज, एएक्सए, जेपी मॉर्गन चेस, आईसीबीसी, बैंक ऑफ अमेरिका, वेल्स फार्गो, एचएसबीसी, सिटीग्रुप आदि कंपनियों में नौकरी का अवसर पा सकते है। अर्थशास्त्र में बीए करने के बाद उमीदवार औसतन 3 से 5 रूपये प्रतिवर्ष के वेतन की उम्मीद कर सकते है।
व्यापार, कॉमर्स और बैंकिंग क्षेत्र में करियर बनाने की इच्छुक छात्र इकोनॉमिक्स विषय का चयन कर सकते हैं।
अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन करने के बाद उम्मीदवार निम्नलिखित पदों पर काम कर सकते हैं:
- सेल्स या बिज़नेस एनालिस्ट
- अर्थशास्त्री
- इकोनॉमिक्स रिसर्चर
- इन्वेस्टमेंट एनालिस्ट
- इन्वेस्टमेंट एडमिनिस्ट्रेटर
- कस्टमर प्रॉफिट एनलिस्ट आदि।
ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद छात्र सरकारी फाइनेंसमंत्रालय में काम कर सकते हैं या यहाँ तक कि उन्हें विशिष्ट यूपीएससी आईईएस, भारतीय आर्थिक सेवाएं, का चयन करने का मौका मिलता है।