BA Geography कोर्स : बीए भूगोल 3 वर्षीय अंडरग्रेजुएट कोर्स है जो कि पृथ्वी और इसकी विभिन्न घटनाओं, विशेषताओं और निवासियों से संबंधित विषयों से संबधित है। बीए भूगोल कोर्स में पृथ्वी पर जलवायु, मिट्टी, वनस्पति और वृक्षारोपण का अध्ययन भी शामिल है।
भारत में कुछ शीर्ष कॉलेज और विश्वविद्यालय है जैसे दिल्ली विश्वविद्यालय, लोयोला कॉलेज, चेन्नई, सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई, एनआईएमएस विश्वविद्यालय, प्रेसीडेंसी कॉलेज, चेन्नई आदि के माध्यम से बीए भूगोल कोर्स किया जा सकता हैं। इस कोर्स में पढ़ाए जाने वाले महत्वपूर्ण विषय मैप्स प्रोजेक्शन, इकोनॉमिक ज्योग्राफी, ह्यूमन ज्योग्राफी, फिजिकल ज्योग्राफी आदि शामिल हैं।
बीए भूगोल ग्रेजुएट्स एक फ्रेशर के रूप में भारत की विभिन्न कंपनियों में 2 से 10 लाख रुपये के वेतन के उम्मीद कर सकते है इसके साथ ही सरकारी नौकरी इ इच्छुक विभिन्न यूपीएससी, एसएससी, बैंकिंग आदि परीक्षा में शामिल होकर सरकारी नौकरी कर सकते है।
डिग्री | ग्रेजुएशन |
कोर्स | बीए भूगोल |
कोर्स का पूरा नाम | बैचलर ऑफ़ आर्ट्स इन जियोग्राफी |
अवधि | 3 वर्ष |
योग्यता | 10+2 |
आयु | न्यूनतम 17 वर्ष |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 10,000 से 60,000 |
औसत वेतन | 3 से 6 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | स्कूल एंव कॉलेज, पुरातत्व, पर्यटन, कृषि क्षेत्र आदि |
नौकरी प्रोफाइल | भूगोल अध्यापक, कंटेंट राइटर, कार्टोग्राफर, डेमोग्राफर, लैंड एनालिस्ट आदि |
बीए भूगोल कोर्स को इच्छुक उम्मीदवार 10,000 से 1,00,000 रुपये के बीच पूरा कर सकते है। यह कोर्स सरकारी और प्राइवेट दोनों विश्वविद्यालय एंव कॉलेज में उपलब्ध है। ये कोर्स पूरा करने के बाद छात्र उच्च शिक्षा के लिए भी जा सकते हैं। क्योंकि कुछ छात्र नौकरी पाने से पहले भूगोल में पोस्टग्रेजुएशन करना पसंद करते हैं।
बीए भूगोल कोर्स क्या है?
बीए भूगोल एक ऐसा 3 वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स है जिसे 6 सेमेस्टर में वर्गीकृत किया गया है और ये छात्रों को ग्रह के विभिन्न भौगोलिक पहलुओं की पड़ताल जलवायु, वनस्पति और मिट्टी के बारे में विस्तारपूर्वक समझ विकसित की जाती है इस कोर्स में पूरी दुनिया का भूगोल शामिल है।
बीए भूगोल कोर्स छात्रों को विश्व की भौतिक विशेषताओं और मानव जनसंख्याओं का अध्ययन करने में ज्ञान और स्किल प्रदान करने पर केंद्रित एक ग्रेजुएशन कोर्स है। इसमें पृष्ठीय रूपांतरण, जलवायु, वनस्पति और व्यक्तियों के वितरण और संस्कृतियों के बारे में पाठ्यक्रम शामिल है। पाठ्यक्रम के दौरान, छात्रों को विभिन्न भूगोलिक सिद्धांतों, अनुसंधान विधियों और विश्लेषणात्मक तकनीकों के बारे में सीखने का मौका मिलेगा।
बीए भूगोल कोर्स का उद्देश्य ऐसे छात्रों का निर्माण करना है जो सामाजिक और आर्थिक भूगोल दोनों में बेहद कुशल हो। क्योंकि ये छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त करने में मदद करेगा।
इस पाठ्यक्रम में शामिल किए गए कुछ महत्वपूर्ण विषय पारिस्थितिकी, सुदूर संवेदन के मूल सिद्धांत, कॉम्प मैपिंग, राजनीतिक भूगोल, सांस्कृतिक भूगोल, जनसांख्यिकी और जनसंख्या, कृषि भूगोल और अन्य विषय शामिल हैं।
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बीए भूगोल कोर्स क्यों करना चाहिए?
बीए भूगोल एक ऐसा कोर्स है जो निश्चित रूप से आपको एक समृद्ध करियर बनाने में मदद करेगा। आपको बीए भूगोल कोर्स क्यों करना चाहिए, इसके कुछ प्रमुख कारण नीचे दिए गए हैं:
बीए भूगोल कोर्स आपको ग्रह की विभिन्न भौगोलिक विशेषताओं की गहन समझ प्रदान करेगा। जिसमें आप विश्लेषणात्मक कौशल विकसित करना और महत्वपूर्ण रिपोर्ट तैयार करने के लिए इसका उपयोग करना भी सीखेंगे।
छात्रों को कृषि या आर्थिक संगठनों, विभिन्न सरकारी विभाग आदि में नौकरी मिल सकती है। वे पुरातत्व को भी करियर विकल्प के रूप में अपना सकते हैं। उम्मीदवार विभिन्न सरकारी और निजी क्षेत्रों में जनसांख्यिकी के रूप में भी काम कर सकते हैं।
बीए भूगोल कोर्स करने के बाद छात्र सिविल सेवा परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। उनके लिए उपलब्ध कुछ अन्य विकल्पों में पर्यटन, सामाजिक सेवाएं, परिवहन योजना आदि शामिल हैं।
छात्र एक अध्यापक बनने का करियर चुन सकते हैं। उनके पास उच्च अध्ययन करने या अनुसंधान क्षेत्र में जाने का विकल्प भी है। भूगोल अनुसंधान करने के लिए एक बहुत ही प्रगतिशील विषय है जिसके लिए पोस्टग्रेजुएशन करने के बाद भूगोल में पीएचडी किया जा सकता है।
बीए भूगोल : कोर्स के Types
भारत में रेगुलर, डिस्टेंस एंव ऑनलाइन मोड में बीए भूगोल कोर्स किया जा सकता है जिन्हे भारत के विभिन्न विश्वविधालयों एंव कॉलेजो द्वारा कराया जाता है:
बीए भूगोल रेगुलर एजुकेशन : भारत के ज्यादातर विश्वविद्यालय एंव कॉलेज रेगुलर मोड में ही बीए भूगोल पढ़ाई कराते है। जिसमे छात्र मेरिट या प्रवेश परीक्षा के आधार पर ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से एडमिशन ले सकते है। रेगुलर कोर्स उन छात्रों के लिए जो रेगुलर कॉलेज जाने में सक्षम है।
बीए भूगोल डिस्टेंस एजुकेशन : डिस्टेंस बीए भूगोल एक ऐसा कोर्स है जिसे कही से भी नौकरी या अन्य काम के साथ किया जा सकता है। जिसमें उम्मीदवार 12वी के बाद विश्वविद्यालय में सीधे एडमिशन ले सकते है। डिस्टेंस बीए भूगोल कोर्स की कुल फीस 10,000 से 50,000 रुपये के बीच है।
बीए भूगोल ऑनलाइन एजुकेशन : वर्तमान समय में ऑनलाइन शिक्षा बहुत तेजी से आगे बढ़ी है अभी के समय में अधिकतम छात्र एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स बीए भूगोल कोर्स के लिए ऑनलाइन मोड का भी चुनाव कर रहे है। जिसे इच्छुक उम्मीदवार 12वी के बाद 15,000 से 60,000 रुपये में पूरा कर सकते है।
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बीए भूगोल कोर्स : न्यूनतम योग्यता
प्रत्येक कॉलेज एंव विश्वविद्यालय के अपने पात्रता मानदंड होते हैं जिन्हें छात्रों द्वारा पूरा करने की आवश्यकता होती है। आमतौर पर बीए भूगोल कोर्स में एडमिशन के लिए निम्न योग्यता की मांग की जाती है:
- उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से न्यूनतम 40% अंकों के साथ अपनी 12वी परीक्षा पास की होनी चाहिए।
- बीए भूगोल कोर्स को आमतौर पर आर्ट्स स्ट्रीम के छात्रों द्वारा किया है लेकिन साइंस एंव कॉमर्स स्ट्रीम के छात्र भी एडमिशन ले सकते है।
- वह विश्वविद्यालय जो प्रवेश प्रक्रिया के आधार पर एडमिशन की अनुमति देते है उनमें एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है।
बीए भूगोल कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
प्रत्येक विश्वविद्यालय एडमिशन की अपनी प्रक्रिया का पालन करता है। ज्यादातर मामलों में, उम्मीदवारों द्वारा उनकी 12वी परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर एडमिशन दिया जाता है। हालांकि, कुछ कॉलेज और विश्वविद्यालय हैं जो प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन की अनुमति देते है। इन शीर्ष कॉलेज एंव विश्वविद्यालय में एडमिशन पाने के लिए प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है।
भारत में JNUEE, BHU UET, NIMCET, CUCET एंव CUET कुछ प्रवेश परीक्षाएं है जिनके माध्यम से आप भारत के शीर्ष विश्वविधालयों एंव कॉलेज से बीए भूगोल कोर्स की पढ़ाई कर सकते है।
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बीए भूगोल कोर्स के भविष्य में अवसर
क्या मैं बीए भूगोल के बाद एमएससी भूगोल कर सकता हूं? जी हाँ, बीए भूगोल कोर्स करने के बाद उम्मीदवार सरकारी और प्राइवेट दोनों संस्थानों में नौकरी के लिए आवेदन कर सकते है। कोर्स पूरा करने के बाद छात्र उच्च शिक्षा के लिए भी जा सकते हैं। बीए भूगोल के बाद लोकप्रिय आगे के अध्ययन विकल्प में एमए भूगोल, एमए भूविज्ञान, एमए आपदा प्रबंधन आदि कोर्स शामिल हैं।
3 वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स पूरा करने के बाद, उम्मीदवार कार्टोग्राफर, डेमोग्राफर, लैंड एनालिस्ट आदि जैसे विभिन्न विभागों में प्राइवेट और सरकारी दोनों क्षेत्रों में नौकरियों का विकल्प चुन सकते हैं। जहां औसत शुरुआती वेतन 2 से 6 एलपीए के बीच कहीं भी हो सकता है। छात्रों के कोर्स के प्रदर्शन और अनुभव के आधार पर वेतन और भी अधिक हो सकता है।