BA Mathematics कोर्स: बैचलर ऑफ़ आर्ट्स इन मैथमैटिक्स, जिसे आमतौर पर बीए गणित के नाम से जाना जाता है। यह एक ग्रेजुएशन स्तरीय कोर्स है जिसे 2 वर्ष की अवधि में पूरा किया जा सकता है। यह कोर्स अक्सर उन छात्रों द्वारा किया जाता है जिन्हे गणित विषय में रूचि और और वह इसमें अपना भविष्य बनाना चाहते है। तो अगर आपको भी गणित में रूचि तो आप 12वी के बाद बीए गणित कोर्स में एडमिशन ले सकते है।
क्या हम गणित से बीए कर सकते हैं? जी हाँ, भारत में उम्मीदवार विभिन्न कॉलेजो में मेरिट या प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन ले सकते है जहां से आप बीए गणित कोर्स को 40,000 से 2,00,000 रूपये में पूरा कर सकते है। उम्मीदवारों को प्राइवेट और सरकारी दोनों क्षेत्रो में शिक्षक, अर्थशास्त्री, शोधकर्ता, सांख्यिकीविद् आदि के रूप में नियुक्त किया जाता है। औसत प्लेसमेंट पैकेज 2.5 लाख से 7 लाख रूपये प्रति वर्ष के बीच रहता है।
डिग्री | ग्रेजुएशन |
कोर्स | बीए गणित |
कोर्स का पूरा नाम | बैचलर ऑफ़ आर्ट्स इन मैथमैटिक्स |
अवधि | 3 वर्ष |
योग्यता | 10+2 + गणित |
आयु | न्यूनतम 17 वर्ष |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 40,000 से 2,00,000 |
औसत वेतन | 2.5 से 7 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | स्कूल एंव कॉलेज, रिसर्च लैब, सरकारी नौकरी एंव विभिन्न प्राइवेट संगठन आदि |
नौकरी प्रोफाइल | अकाउंटेंट, अर्थशास्त्री, शोधकर्ता, ऐरोडीनमिक्स स्पेशलिस्ट, अध्यापक, स्टटिस्टिशन आदि |
बीए गणित कोर्स क्या है?
बीए गणित एक अंडर-ग्रेजुएशन कोर्स है जिसे इच्छुक छात्रों द्वारा 3 वर्षो में किया जाता है, इसके साथ ही इस कोर्स को वर्षो में दो सेमेस्टर के अनुसार 6 सेमेस्टर में वर्गीकृत किया गया है। छात्र इस कोर्स में तीन प्रमुख विषय क्षेत्र – विश्लेषण, बीजगणित और सांख्यिकी में गणितीय विधियों, तर्क और समस्या समाधान के बारे में सीखते है और अपने गणितीय ज्ञान को विकसित करते हैं।
बीए गणित कोर्स में अनिवार्य रूप से अंतरिक्ष, समय, मात्रा, माप, आकार और संख्या के विज्ञान और एक दूसरे के साथ उनके संबंधों का अध्ययन शामिल है। इस कोर्स के बाद ग्रेजुएशन स्तर पर उम्मीदवारों को लेखाकार, सांख्यिकीविद्, शोधकर्ता, तकनीकी लेखक आदि के रूप में नियुक्त किया जाता है। उच्च शिक्षा के लिए उम्मीदवार गणित में एमए, एमबीए या एमएससी को चुन सकते है।
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बीए गणित कोर्स क्यों करना चाहिए?
बीए गणित की डिग्री का अध्ययन करने से इंसान की एनालिटिकल थिंकिंग विकसित होती है जिससे वह मुश्किल समय में भी उचित फैसले ले सकता है। इसके अलावा करियर की दृस्टि से से भी विभिन्न कारण है कि इसका अध्ययन क्यों किया जाना चाहिए:
करियर विकल्प: सांख्यिकी, गणित, अनुसंधान, शिक्षा आदि में करियर बनाने की इच्छा रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए बीए गणित की डिग्री मददगार है। बिग डेटा जैसे लोकप्रिय करियर में भी सांख्यिकी उपयोगी है जो कि हाल के दिनों में बहुत ट्रेंड में है। इसके साथ ही आप भविष्य की पीढ़ी को शिक्षित करने वाले स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षक और प्रोफेसर के रूप में भी काम कर सकते हैं।
सरकारी और प्राइवेट नौकरियां: बीए गणित ग्रेजुएट्स को सरकारी और प्राइवेट दोनों संगठनों में नियुक्त किया जाता है। सरकारी नौकरियां अपनी नौकरी की सुरक्षा और नियमित वेतन वृद्धि के लिए बहुत लोकप्रिय हैं जबकि प्राइवेट संगठन की नौकरियों में करियर के विकास के अपार अवसर होते हैं।
वेतन ग्रेड: ऐसे कई जॉब प्रोफाइल हैं जो बीए गणित की डिग्री वाले उम्मीदवारों की मांग करते हैं जो उच्च वेतन ग्रेड प्रदान करते हैं। वेतन ग्रेड संगठन और जॉब प्रोफाइल की आवश्यकताओं पर निर्भर करता है।
बीए गणित Course : कोर्स के Types
वर्तमान समय में बीए गणित कोर्स को सिर्फ रेगुलर और डिस्टेंस मोड में ही किया जा सकता है, इस समय किसी भी विश्वविद्यालय को ऑनलाइन मोड में बीए गणित कोर्स कराने की मंजूरी नहीं मिली है। इसलिए हम रेगुलर और डिस्टेंस बीए गणित कोर्स के बारे में समझते है:
बीए गणित रेगुलर एजुकेशन : भारत के ज्यादातर कॉलेज एंव विश्वविधालयों में रेगुलर मोड में ही बीए गणित कोर्स कराया जाता है। जिसमें चतरो को क्लासरूम, असाइनमेंट आदि के माध्यम से शिक्षा दी जाती है। रेगुलर कोर्स वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए नहीं है क्योंकि इसमे आपको समय देना होगा।
बीए गणित डिस्टेंस एजुकेशन : भारत में कुछ ही ऐसे विश्वविद्यालय है जो छात्रों एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स को डिस्टेंस मोड में बीए गणित कोर्स कराते है। जहां उम्मीदवार गणित विषय के 12वी पास करने के बाद सीधे एडमिशन ले सकते है। डिस्टेंस बीए गणित कोर्स की कुल फीस 30,000 से 1,50,000 रुपये के बीच होती है।
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BA Mathematics कोर्स: न्यूनतम योग्यता
बीए गणित में एडमिशन के लिए योग्यता मानदंड कॉलेज से कॉलेज में अलग-अलग हो सकते है। लेकिन अधिकतम कॉलेजों एंव विश्वविधालयों में एडमिशन के लिए लागू न्यूनतम पात्रता मानदंड इस प्रकार हैं:
- उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वी परीक्षा पास होना चाहिए।
- उम्मीदवार द्वारा 12वी कक्षा में 40% से अधिक का न्यूनतम कुल स्कोर स्कोर किया जाना चाहिए।
- 10+2 स्तर पर गणित एक अनिवार्य विषय के रूप में होना चाहिए।
BA Mathematics कोर्स: एडमिशन प्रक्रिया
बीए गणित कोर्स में छात्रों को या तो योग्यता के आधार पर या प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन दिया जाता है। अधिकतम कॉलेज और विश्वविद्यालय 10+2 स्तर के कुल स्कोर पर विचार करते हैं और कट ऑफ के आधार पर छात्रों को एडमिशन देते हैं।
मेरिट आधारित एडमिशन: बीए गणित कोर्स को कराने की अनुमति देने वाले अधिकतम कॉलेज एंव विश्वविद्यालय आमतौर पर छात्रों को कक्षा 12वी में प्राप्त अंकों के आधार पर एडमिशन देते हैं।
प्रवेश परीक्षा आधारित एडमिशन: भारत के कुछ शीर्ष विश्वविद्यालय है जो प्रवेश परीक्षाओं के माध्यम से बीए गणित कोर्स में एडमिशन प्रदान करते हैं। इन प्रवेश परीक्षाओं में प्राप्त रैंकिंग के आधार पर छात्रों को एडमिशन की अनुमति दी जाती है।
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बीए गणित कोर्स के भविष्य में अवसर
बीए मैथ्स में करियर ऑप्शन क्या है? बीए गणित की डिग्री हासिल करने के बाद, उम्मीदवार विभिन्न नौकरी प्रोफ़ाइल में काम करने या फिर उच्च शिक्षा के लिए आगे पढ़ाई जारी रखने का निर्णय चुन सकते है। इस कोर्स में सरकारी और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में नौकरी के विकल्प असंख्य हैं।
बीए गणित ग्रेजुएट्स को प्राइवेट और सरकारी दोनों संगठनों में विभिन्न जॉब प्रोफाइल जैसे अकाउंटेंट, ऐरोडीनमिक्स स्पेशलिस्ट, अध्यापक, स्टटिस्टिशन आदि के रूप में नियुक्त किया जाता है। प्रत्येक प्रोफाइल के लिए औसत वेतन अलग – अलग हो सकता है।
कई उम्मीदवार नौकरी की तलाश के बजाय उच्च शिक्षा के लिए पोस्टग्रेजुएशनस्तर पर गणित की पढ़ाई करना पसंद करते हैं। जिसके लिए सबसे लोकप्रिय उच्च शिक्षा के लिए एमए गणित, एमएससी गणित, एमबीए आदि में एडमिशन ले सकते है।
सरकारी प्रतियोगी परीक्षाएं
भारत में SSC (कर्मचारी चयन आयोग) और SSC CGL (कर्मचारी चयन आयोग संयुक्त स्तर ग्रेड लेवल) जैसी प्रतियोगी परीक्षाएं सरकारी नौकरियों में भर्ती होने के उद्देश्य से आयोजित की जाती हैं। इन परीक्षाओं की तैयारी में समय और प्रयास की महत्वपूर्ण आवश्यकता होती है ताकि उम्मीदवार उच्च अंक प्राप्त कर सकें। हर वर्ष लाखों छात्र SSC और SSC CGL की परीक्षाओं की तैयारी करने का प्रयास करते हैं। इसलिए आप भी बीए गणित की पढ़ाई पूरी करने के बाद इन परीक्षाओं में शामिल हो सकते है।