MA Hindi कोर्स : एमए हिंदी कोर्स या मास्टर ऑफ आर्ट्स इन हिंदी 2 साल का पोस्टग्रेजुएट डिग्री कोर्स है। इस कोर्स में मुख्य रूप से हिंदी साहित्य, भाषा विज्ञान और दर्शनशास्त्र आदि के बारे में पढ़ाया जाता है। इस कोर्स को आमतौर पर हिंदी भाषा के क्षेत्र में करियर बनाने की इच्छा रखने वाले छात्रों द्वारा किया जाता है।
एमए हिंदी कोर्स में एडमिशन प्रवेश परीक्षाओं जैसे ड्यूएट, ओयूसीईटी, सीयूसीईटी आदि के आधार पर और योग्यता के आधार पर किया जाता है। एमए हिंदी कोर्स में एडमिशन लेने वाले छात्रों के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कम से कम 40% अंकों के साथ किसी भी विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए। हिंदी में ग्रेजुएशन की डिग्री या बीए होना बेहतर है। एमए हिंदी ग्रेजुएट्स का औसत वेतन 2 से 6 लाख रुपये प्रति वर्ष है।
डिग्री | पोस्ट-ग्रेजुएशन |
कोर्स | एमए हिंदी |
कोर्स का पूरा नाम | मास्टर ऑफ आर्ट्स इन हिंदी |
अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | ग्रेजुएशन |
आयु | कोई आयु सीमा नहीं |
एडमिशन का तरीका | मेरिट / प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 14,000 से 60,000 |
औसत वेतन | 3 से 6 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | सरकारी विभाग, समाचार चैनलों, स्कूलों और कॉलेजों, अनुवादकों आदि |
नौकरी प्रोफाइल | हिंदी प्रोफेसर, हिंदी दुभाषिया, हिंदी समाचार पाठक, हिंदी संपादक, कंटेंट राइटर आदि |
हिंदी में एमए कराने वाले कुछ शीर्ष कॉलेजों में मिरांडा हाउस और हिंदू कॉलेज आदि शामिल हैं। हिंदी में एमए के लिए औसत फीस 14,000 रुपये से 60,000 रुपये के बीच है।
एमए हिंदी कोर्स क्या है?
MA हिंदी दो-साल कोर्स है जिसमें छात्रों को हिंदी भाषा और साहित्य के बारे में पढ़ाया जाता है। इस कोर्स का प्रमुख उद्देश्य छात्रों को हिंदी भाषा और साहित्य का परिचय देना है। भाषाशास्त्र और लेखक बनने के इच्छुक छात्रों के लिए एमए डिग्री को दिलचस्प विकल्प माना जाता है। MA डिग्री दो वर्ष का होता है जिसमें चार सेमेस्टर होते हैं और इस पाठ्यक्रम के लिए पात्र होने के लिए, आपको एक मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से हिंदी में BA या BA (Hons) डिग्री कम से कम 50 प्रतिशत के साथ प्राप्त करनी चाहिए।
एमए हिंदी एक पोस्ट ग्रेजुएशन स्तरीय डिग्री है जिसकी अवधि 2 वर्ष है और इसे 4 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है। जिसमें हिंदी कविता, उपन्यास, नाटक, साहित्यिक आलोचना और साहित्यिक इतिहास जैसे मौलिक विषय शामिल हैं। हिंदी में एमए कराने वाले कुछ शीर्ष कॉलेज एंव विश्वविद्यालय में जेएनयू, दिल्ली विश्वविद्यालय, जामिया मिलिया इस्लामिया, उस्मानिया विश्वविद्यालय महिला कॉलेज, रामजस कॉलेज आदि शामिल हैं।
एमए हिंदी कोर्स उन छात्रों के लिए सबसे बेहतर विकल्प है जो पूरे विश्व में अपनी पहचान कायम रखने वाली हिंदी मातृभाषा में अपना भविष्य बनाने चाहते है। यह कोर्स करने के बाद उम्मीदवार विभिन्न डिजिटल मीडिया, न्यूज एजेन्सी, स्कूल एंव कॉलेज आदि में काम कर सकता है।
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एमए हिंदी कोर्स क्यों करना चाहिए?
आपको हिंदी में एमए क्यों करना चाहिए, इसके कई कारण हैं, आपकी बेहतर समझ के लिए कुछ मुख्य बिंदुओं का उल्लेख नीचे किया गया है:
विभिन्न करियर के अवसर: एमए हिंदी करने वाले उम्मीदवारों को जर्नलिज्म, डिजिटल मीडिया, न्यूज एजेंसी और विभिन्न सरकारी क्षेत्रों में काम करने का अवसर मिलता है। इसके अलावा वर्तमान समय में बहुत से बिज़नेस अपनी सर्विस या प्रोडक्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुंचाने के लिए हिंदी ग्रेजुएट्स का सहारा लेते है क्योंकि अधिकतम भारतीय जनता हिंदी भाषा को समझती है।
विशेषज्ञता: हिंदी में एमए आपको एक शिक्षक के रूप में विभिन्न स्कूल एंव कॉलेजो में पढ़ाने का अवसर प्रदान करता है और हिंदी के बारे सब कुछ सीखने में मदद करता है जिससे की आप हिंदी विशेषज्ञता पा सके है।
उच्च शिक्षा के अवसर : एमए हिंदी कोर्स करने के बाद उम्मीदवार भारत ही विदेश में भी पढ़ाई कर सकते है क्योंकि भारत के अलावा कई विदेशी विश्वविद्यालय है जो आपको हिंदी में पीएचडी करने का अवसर प्रदान करते है।
MA Hindi कोर्स के Types
छात्र एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स अपनी जीवनशैली एंव रूचि के अनुसार डिस्टेंस, रेगुलर एंव ऑनलाइन मोड में एमए हिंदी कोर्स को कर सकते है। भारत के विभिन्न विश्वविद्यालय भिन्न – भिन्न लर्निंग मोड में पढ़ने का मौका देते है जिससे की कोई भी समय की कमी के कारण अशिक्षित न रहे।
अभी हम सभी लर्निंग मोड के बारे में समझ लेते है :
एमए हिंदी रेगुलर एजुकेशन : अधिकतम भारतीय कॉलेज एंव विश्वविधालयों में रेगुलर मोड को ही शिक्षा के लिए अपनाया जाता है। जिसमें छात्र ग्रेजुएशन करने के बाद मेरिट या प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन ले सकते है। रेगुलर कोर्स सिर्फ उन छात्रों के लिए है जो रोजाना कॉलेज जाकर क्लास अटेंड करने में सक्षम है।
एमए हिंदी डिस्टेंस एजुकेशन : कुछ विश्वविद्यालय छात्रों एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स को डिस्टेंस मोड में एमए हिंदी कोर्स करने की अनुमति देते है। जिनमें एडमिशन के लिए उम्मीदवार से सिर्फ ग्रेजुएशन की मांग की जाती है और फिर वह सीधे आवेदन कर एडमिशन ले सकते है। इस डिस्टेंस कोर्स की कुल फीस 12,000 से 50,000 रुपये के बीच होती है।
एमए हिंदी ऑनलाइन एजुकेशन : अभी के समय में ऑनलाइन एजुकेशन बहुत तेजी से बढ़ रही है जिसके चलते है कई विश्वविधालय छात्रों एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स को ऑनलाइन मोड में घर पर रहकर पढ़ाई करने की सुविधा देती है। ऑनलाइन एमए हिंदी कोर्स को कोई भी उम्मीदवार ग्रेजुएशन के बाद 15,000 से 80,000 रुपये के बीच कर सकता है।
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MA Hindi कोर्स : न्यूनतम योग्यता
जो छात्र एमए हिंदी कोर्स करने की इच्छा रखते हैं, उन्हें हिंदी में एमए कोर्स को कराने वाले कॉलेजों में एडमिशन के लिए निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा:
- कोई भी इच्छुक उम्मीदवार जो एमए हिंदी कोर्स में एडमिशन लेना चाहते है उन्होंने किसी मान्य विश्वविद्यालय या कॉलेज से किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन पूरा किया होना चाहिए।
- उम्मीदवारों को ग्रेजुएशन की डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 40% अंक प्राप्त करने चाहिए।
- कुछ विश्वविद्यालय एंव कॉलेज आरक्षित श्रेणी से संबधित छात्रों को आवश्यक अंको में 5% की छूट प्रदान करते है।
- कुछ भारतीय विश्वविद्यालय में एडमिशन के लिए राष्ट्रीय, राज्य या विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।
MA Hindi कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
एमए हिंदी में एडमिशन योग्यता और प्रवेश परीक्षा दोनों के आधार पर किया जाता है। प्रवेश परीक्षा के प्रश्न आम तौर पर बहुविकल्पीय प्रकार के होते हैं, लेकिन प्रवेश परीक्षा का पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा पैटर्न के आधार पर वर्णनात्मक प्रश्न भी हो सकते हैं।
जो छात्र हिंदी में एमए करना चाहते हैं, उन्हें कोर्स के लिए निर्धारित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। कुछ कॉलेजों में प्रवेश प्रवेश परीक्षा के आधार पर किया जाता है।
DUET, JANUCET, CUCET, OU CET, आदि जैसी परीक्षाएँ विश्वविद्यालयों द्वारा एमए हिंदी कोर्स में एडमिशन के लिए आयोजित की जाने वाली विभिन्न प्रवेश परीक्षाएँ हैं।
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एमए हिंदी कोर्स के भविष्य में अवसर
एमए हिंदी के बाद विभिन्न क्षेत्रो में ग्रेजुएट्स द्वारा काम किया जा सकता है क्योंकि एमए हिंदी पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, छात्रों के लिए उपलब्ध विकल्प बहुत अधिक हैं।
एमए हिंदी कोर्स पूरा करने के बाद छात्र विभिन्न सरकारी विभाग, समाचार चैनलों, स्कूलों और कॉलेजों, अनुवादकों आदि जैसे क्षेत्रों में काम कर सकते हैं। हिंदी में एमए करने वाले व्यक्तियों का औसत वेतन 3 लाख से 6 लाख रुपये के बीच रहता है।
एमए हिंदी कोर्स करने का सबसे दिलचस्प हिस्सा इसके साथ आने वाले जॉब प्रोफाइल हैं जो इस प्रकार है:
- हिंदी प्रोफेसर
- हिंदी दुभाषिया
- हिंदी समाचार पाठक
- हिंदी संपादक
- कंटेंट राइटर आदि