MA English कोर्स : एमए अंग्रेजी कोर्स 2 साल का पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम है जो पूरी दुनिया में छात्रों को अंग्रेजी साहित्य और भाषा काअध्ययन कराता है। एमएअंग्रेजी में प्रमुख लेखकों द्वारा लिखे गए विभिन्न उपन्यासों, कहानियों, कविता और महाकाव्यों आदि शामिल है। अंग्रेजी में एमए छात्रों को अंग्रेजी भाषा पर बेहतर पकड़ बनाने और एनालिटिकल स्किल और महत्वपूर्ण सोच विकसित करने में मदद करता है।
एमए अंग्रेजी कोर्स में कोई भी उम्मीदवार प्रवेश परीक्षा या योग्यता-आधारित मेरिट के माध्यम से एडमिशन ले सकता है है। जेएनयू, कलकत्ता विश्वविद्यालय, सेंट जेवियर्स कॉलेज कोलकाता, दिल्ली विश्वविद्यालय और प्रेसीडेंसी कॉलेज जैसे शीर्ष कॉलेज सभी एमए अंग्रेजी कोर्स में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया को अपनाते हैं।
डिग्री | पोस्ट ग्रेजुएशन |
कोर्स | एमए अंग्रेजी |
कोर्स का पूरा नाम | मास्टर ऑफ़ आर्ट्स इन इंग्लिश |
अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | ग्रेजुएशन |
आयु | कोई आयु सीमा नहीं |
एडमिशन का तरीका | मेरिट / प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 30,000 से 1,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 3 से 6 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | मीडिया हाउस, स्कूल एंव कॉलेज, न्यूज़ पेपर & मैगज़ीन आदि। |
नौकरी प्रोफाइल | अंग्रेजी अध्यापक, अंग्रेजी न्यूज एंकर, वॉइस आर्टिस्ट, अंग्रेजी न्यूजपेपर एडिटर आदि। |
एमए अंग्रेजी की फीस कॉलेजों एंव विश्वविद्यालयों के आधार पर एक दुसरे से भिन्न होती है। सरकारी विश्वविद्यालयों की फीस प्राइवेट विश्वविद्यालयों एंव कॉलेजो की तुलना में बहुत कम होती है। हालांकि, पूरे इच्छुक उम्मीदवार एमए अंग्रेजी कोर्स लगभग 40,000 रुपये से लेकर 1,00,000 रुपये के बीच में कर सकते है।
एमए अंग्रेजी कोर्स क्या है?
एमए अंग्रेजी कला के क्षेत्र में दो साल का पोस्ट-ग्रेजुएशन कोर्स है। जिसमें अंग्रेजी साहित्य, भाषाविज्ञान, आलोचना सिद्धांत, अंग्रेजी साहित्य का इतिहास और अंग्रेजी साहित्य का आधार बनने वाली विभिन्न अन्य अवधारणाओं को शामिल किया गया है। ग्रेजुएशन डिग्री वाला कोई भी छात्र इस एमए अंग्रेजी की डिग्री हासिल कर सकता है। हालांकि, इसे अक्सर, उन छात्रों लोगों द्वारा लिया जाता है जिनके पास बीए अंग्रेजी की डिग्री होती है।
इस कोर्स में प्रवेश परीक्षा और योग्यता दोनों के आधार पर एडमिशन लिया सकता है। एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षाओं में DUET, BHU PET, CUCET, JNUEE जैसे परीक्षाएं शामिल है। जिनके माध्यम से आप कुछ प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में डीयू, जेएनयू, इग्नू, जीजीएसआईपीयू, सावित्री बाई फुले विश्वविद्यालय और कई अन्य विश्व विधालयों में एडमिशन ले सकते हैं।
मास्टर्स इन इंग्लिश कोर्स में चॉसर से लेकर मिल्टन तक की इंग्लिश कविता, इंग्लिश साहित्य, भाषा और भाषा विज्ञान, शेक्सपीयर, और भारतीय साहित्य जैसे विषयों को शामिल किया गया है। यह कोर्स छात्रों के प्रति इंग्लिश भाषा और उसके समृद्ध इतिहास की व्यापक ज्ञान और समझ प्रदान करता है। मास्टर्स इन इंग्लिश कोर्स करने के बाद उम्मीदवार विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार पा सकते हैं, जैसे समाचार और प्रकाशन हाउसेस जैसे इंडस्ट्रीज़ में राइटर या एडिटर आदि के पद पर काम कर सकते है।
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एमए अंग्रेजी कोर्स क्यों करना चाहिए?
इंग्लिश में एमए करने से क्या फायदा है? एमए अंग्रेजी कोर्स चुनने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि यह शिक्षण या जर्नलिज्म के क्षेत्र में नौकरी की तलाश करने वाले लोगों के लिए एक विभिन्न अवसर अपरदान करता है, यह उन लोगों के लिए ढेर सारे अवसर खोलता है जो राइटिंग आदि में अपना करियर बनाने में रुचि रखते हैं।
एमए अंग्रेजी की डिग्री की मदद से आप विभिन्न करियर विकल्पों में एडिटर, जॉर्नलिस्ट, शिक्षण और कंटेंट राइटर के रूप में में काम सकते हैं। वर्तमान समय में छात्र कंटेंट मार्केटिंग और कंटेंट राइटिंग में नौकरी पाने के लिए एमए अंग्रेजी कोर्स का चुनाव करते हैं। ऐसा अनुमान है कि एक विश्वविद्यालय में एक प्रोफेसर प्रति माह लगभग 80,000 – 1,20,000 रुपये कमाता है।
अगर आप विदेश में नौकरी की तलाश करते है तो शैक्षिक योग्यता काफी हद तक मायने रखती है। अंग्रेजी में एमए न केवल आपको अपनी सपनों की नौकरी पाने में मदद करेगा बल्कि अंग्रेजी विषय पर आपकी पकड़ को देखते हुए आपको आगे बढ़ने में भी मदद करेगा।
MA English कोर्स के Types
छात्र एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स अपनी इच्छा के अनुसार निम्न मोड में पढ़ाई शुरू कर सकते है:
एमए अंग्रेजी रेगुलर एजुकेशन : रेगुलर लर्निंग मोड है जिसे अधिकतम कॉलेज एंव विश्वविधालयों द्वारा अपनाया जाता है। रेगुलर कोर्स में उम्मीदवार ग्रेजुएशन के बाद मेरिट या प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन ले सकते है। रेगुलर कोर्स उन छात्रों के लिए है सबसे बेहतर विकल्प है जो रोजाना कॉलेज जाकर पढ़ाई करना चाहते है।
एमए अंग्रेजी डिस्टेंस एजुकेशन : कुछ विश्वविद्यालय है छात्रों एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए डिस्टेंस मोड में एमए अंग्रेजी कोर्स करने की सुविधा प्रदान करते है। जिनमे कोई भी उम्मीदवार ग्रेजुएशन के बाद सीधे आवेदन कर एडमिशन ले सकते है। डिस्टेंस एमए अंग्रेजी कोर्स को आप कुल 25,000 से 50,000 रुपये में पूरा कर सकते है।
एमए अंग्रेजी ऑनलाइन एजुकेशन : वर्तमान समय में ऑनलाइन एजुकेशन बहुत प्रचलन में है जिसके माध्यम से छात्र एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स ऑनलाइन मोड में घर पर रहकर पढ़ाई कर सकते है। ऑनलाइन एमए अंग्रेजी कोर्स को उम्मीदवार ग्रेजुएशन के बाद 21,000 से 60,000 रुपये में पूरा कर सकते है।
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MA English कोर्स : न्यूनतम योग्यता
इंग्लिश में एमए कौन कर सकता है? एमए अंग्रेजी कोर्स करने के लिए योग्यता मानदंड हर कॉलेज एंव विश्वविद्यालय में अलग-अलग होते हैं। विभिन्न स्ट्रीम के लोग एमए अंग्रेजी को करियर के रूप में चुन सकते हैं। इस कोर्स को करने की इच्छा रखने वाले छात्रों के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से न्यूनतम 40% अंकों के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
एडमिशन के लिए आवश्यक योग्यताओं को पूरा करने के साथ – साथ कुछ विश्वविद्यालय एंव कॉलेज प्रवेश परीक्षाओं के माध्यम से एडमिशन की अनुमति देते है। इसके अलावा आरक्षित छात्रों को 5% की छूट प्रदान की जाती है।
MA English कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
एमए अंग्रेजी डिग्री प्रोग्राम में प्रवेश प्रक्रिया कॉलेज से कॉलेज में भिन्न हो सकती है। जो छात्र एडमिशन के लिए उत्सुक हैं, उन्हें भारत के शीर्ष संस्थान में एडमिशन पाने के लिए विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं जैसे कि CUCET, DUET, IPU CET, JNUEE आदि में शामिल होना होगा।
इच्छुक छात्र को सबसे पहले कोर्स को कराने वाले विभिन्न संस्थानों या विश्वविद्यालयों की न्यूनतम योग्यता को समझना होगा। जिसके बाद वह मेरिट या प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते है।
विश्वविद्यालय उन छात्रों को एडमिशन प्रदान करते हैं जो प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करते हैं या कट-ऑफ अंक सूची के अंतर्गत आते हैं। इसके साथ ही कुछ संस्थान छात्रों के ग्रेजुएशन के अंको के आधार पर भी एडमिशन की अनुमति देते है।
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एमए अंग्रेजी कोर्स के भविष्य में अवसर
एमए इंग्लिश में स्कोप क्या है? एमए अंग्रेजी कोर्स है जिससे विभिन्न क्षेत्रो में काम किया जा सकता है। इसके अलावा एक उम्मीदवार अंग्रेजी में अपना पोस्टग्रेजुएशन कोर्स पूरा करने के बाद एम.फिल और पीएचडी जैसी कोर्स को आगे की पढ़ाई का विकल्प भी चुन सकता है।
यह कोर्स रोजगार के पर्याप्त अवसर प्रदान करता है। अंग्रेजी में एमए डिग्री धारक उम्मीदवार अनुवादक, शिक्षक, लेखक और पत्रकार के रूप में काम कर सकते है। एक छात्र, अंग्रेजी में अपना पोस्टग्रेजुएशन पूरा करने के बाद, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में काम करना भी चुन सकता है। छात्र स्व-रोजगार भी कर सकते हैं या फ्रीलांसर के रूप में काम कर सकते हैं।