एमए फिजिकल एजुकेशन कोर्स : मास्टर ऑफ आर्ट्स इन फिजिकल एजुकेशन, जिसे आमतौर पर एमए शारीरिक शिक्षा के रूप में जाना जाता है। इसलिए अगर आप फिजिकल एजुकेशन के क्षेत्र में करियर बनाने का विचार कर रहे है तो आप ग्रेजुएशन के बाद यह कोर्स करने का विकल्प चुन सकते है।
एमए शारीरिक शिक्षा कोर्स छात्रों को फिटनेस उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए सभी स्किल्स सिखाने में मदद करता है, पिछले कुछ वर्षो से मार्केट में फिजिकल फिटनेस प्रोफेशनल्स की मांग बहुत तेजी से बढ़ रही है। यह पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स फिजिकल एजुकेशन से जुड़े विभिन्न विषयों के बारे में समझ विकसित करने में मदद करता है।
एमए शारीरिक शिक्षा कोर्स छात्रों को विभिन्न तरह के खेल और फिटनेस से संबंधित करियर के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने में अहम् भूमिका निभाता है। यह कोर्स उन उम्मीदवारों के लिए बेहतर विकल्प है जो शारीरिक रूप से फिट रहने के नए नए तरीके सीखना चाहते है और दूसरो को फिट कैसे रहा जाए सिखाना चाहते है।
डिग्री | पोस्ट ग्रेजुएशन |
कोर्स | एमए शारीरिक शिक्षा |
कोर्स का पूरा नाम | मास्टर ऑफ़ आर्ट्स इन फिजिकल एजुकेशन |
अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | ग्रेजुएशन |
आयु | कोई आयु सीमा नहीं |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 30,000 से 1,20,000 |
औसत वेतन | 4 से 10 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | कॉलेज और विश्वविद्यालय, खेल परिसर, जिम, थेरेपी केंद्र, खेल आदि |
नौकरी प्रोफाइल | शारीरिक शिक्षा शिक्षक, एथलेटिक ट्रेनर, खेल प्रशिक्षक, शारीरिक चिकित्सक आदि |
इस पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में कोई भी उम्मीदवार ग्रेजुएशन के बाद एडमिशन ले सकता है भारत में इस कोर्स के लिए विश्वविद्यालयों एंव कॉलेजो द्वारा लिया जाने वाली कुल औसत फीस 30,000 और 1,20,000 रुपये के बीच है।
एमए शारीरिक शिक्षा कोर्स क्या है?
मास्टर ऑफ फिजिकल एजुकेशन एक मास्टर स्तर का शारीरिक शिक्षा कोर्स है। उस कोर्स की अवधि 2 वर्ष हो और इसे 4 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है। इस कोर्स में छात्रों को विभिन्न तरह के खेल – कूद आदि के बारे में सिखाया जाता है जैसे बॉलिंग, वॉकिंग, हाइकिंग, या फ्रिसबी आदि। ये सभी खेल छात्रों को अच्छी गतिविधि की आदतें विकसित करने में मदद कर सकते हैं और साथ ही इस कोर्स में छात्रों को इन विभिन्न गतिविधियों से परिचित कराया जाता है।
इन सभी में रिसर्च पद्धति, व्यायाम शरीर विज्ञान, खेल मनोविज्ञान, शारीरिक शिक्षा में कंप्यूटर अनुप्रयोग और खेल और खेल चिकित्सा आदि जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
M.A. फिजिकल एजुकेशन कोर्स खेल और फिटनेस के मूल तत्वों पर आधारित एक ग्रेजुएट-स्तर का कोर्स है। जिसमें छात्रों को व्यायाम शारीरिकता, बायोमैकेनिक्स, खेल मानसिकता, मोटर शिक्षा और विकास, और काइनेसियोलॉजी जैसे विषयों को पढ़ाया जाता है। इस कोर्स के दौरान छात्र रिसर्च परियोजनाओं और इंटर्नशिप के माध्यम से वास्तविक दुनिया में अनुभव प्राप्त करने का अवसर भी प्राप्त कर सकते हैं।
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एमए शारीरिक शिक्षा कोर्स क्यों करना चाहिए?
- एमए शारीरिक शिक्षा कोर्स में छात्रों को हेल्थकेयर, फिटनेस और फिजिकल एजुकेशन सेक्टर में आवश्यक विभिन्न स्किल्स को सिखाया जाता है जिससे वह प्रशासन की विभिन्न भूमिकाओं को संभालने में सक्षम हो सके।
- इस कोर्स में छात्रों को थ्योरी से ज्यादा विभिन्न फिजिकल गतिविधि करने के तरीके सिखाये जाते है जिससे छात्र उन्हें प्रैक्टिकल कर अपने आप स्वस्थ रख सके।
- इस कोर्स के दौरान छात्रों को शारीरिक शिक्षा से संबधी विभिन्न पहलुओं जैसे मानव शरीर विज्ञान, शारारिक व्यायाम, और खेल और प्रदर्शन मनोविज्ञान विकास और व्यवहार जैसे विषयों के बारे में सिखाया जाता है ताकि आप मौलिक सिद्धांतों के साथ-साथ मानव के व्यवहार को भी समझ सके।
- एमए फिजिकल एजुकेशन के उम्मीदवारों को खुद पर सख्त होने के बारे में सिखाते है क्योंकि भविष्य में उन्हें अपने ग्राहकों और छात्रों को शारीरिक प्रशिक्षण में सफलता हासिल करने के लिए आवश्यक है।
एमए फिजिकल एजुकेशन कोर्स के Types
एमए शारीरिक शिक्षा कोर्स को छात्र एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स अपनी सुविधा के अनुभार विभिन्न मोड में कर सकते है, जो कि इस प्रकार है:
बीए फिजिकल एजुकेशन रेगुलर एजुकेशन : भारत में अधिकतम विश्वविद्यालय & कॉलेज छात्रों को रेगुलर मोड में एमए शारीरिक शिक्षा कोर्स करते है जिसमें छात्रों को रोजाना कॉलेज जाकर क्लास अटेंड करनी होती है एंव इसमें योग्य उम्मीदवार मेरिट या प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते है।
बीए फिजिकल एजुकेशन डिस्टेंस एजुकेशन : अगर आप एक वर्किंग प्रोफेशनल है और अपने काम के साथ एमए फिजिकल एजुकेशन पढ़ाई जारी रखना चाहते है तो आप ग्रेजुएशन के बाद डिस्टेंस मोड का चुनाव कर सकते है। डिस्टेंस एमए शारीरिक शिक्षा कोर्स को आप भारत के कुछ ही विश्वविधालयों की मदद से कर सकते है, जहां जिनकी कुल फीस 20,000 से 1,00,000 रुपये के बीच है।
वर्तमान समय में कोई भी भारतीय विश्वविद्यालय ऑनलाइन मोड में एमए फिजिकल एजुकेशन कोर्स करने की अनुमति नहीं दे रहे है इसलिए उम्मीदार सिर्फ रेगुलर या डिस्टेंस के माध्यम से ही इस कोर्स की पढ़ाई जारी रख सकते है।
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एमए फिजिकल एजुकेशन कोर्स : न्यूनतम योग्यता
- एमए शारीरिक शिक्षा कोर्स में एडमिशन एक मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन पास करने के बाद लिया जा सकता है।
- इसके साथ ही छात्रों से ग्रेजुएशन स्तर पर कम से कम 40% अंक की भी मांग की जाती है। हालंकि आरक्षित छात्रों को आवश्यक अंको में 5% की छूट प्रदान की जाती है।
- एमए फिजिकल एजुकेशन कोर्स में आर्ट्स, कॉमर्स एंव साइंस स्ट्रीम के सभी उम्मीदवार एडमिशन ले सकते है, इसके साथ ही अगर उम्मीदवार ने शारीरिक शिक्षा में कोई सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स किया है तो ये उसके लिए एक एडवांटेज की तरह काम करेगा।
एमए फिजिकल एजुकेशन कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
भारत में विभिन्न विश्वविधालयों एंव कॉलेज में एमए शारीरिक शिक्षा कोर्स कराया जाता है, लेकिन एडमिशन से पहले छात्रों को न्यूनतम योग्यता के बारे में जान लेना अति आवश्यक हैं। इस कोर्स में कोई भी उम्मीदवार ग्रेजुएशन में प्राप्त अंकों के आधार पर एडमिशन ले सकते है। मेरिट-आधारित एडमिशन में, छात्रों के ग्रेजुएशन डिग्री में प्राप्त अंको के आधार पर मेरिट सूची तैयार कर एडमिशन दिया जाता है जिसमें स्थान प्राप्त करने के बाद आपको एडमिशन की अनुमति दे दी जायेगी।
भारत में कुछ प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय एंव कॉलेज है जिनमें एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा को उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। जहां छात्रों के प्रवेश परीक्षा में किए गए स्कोर के आधार पर एडमिशन की अनुमति दी जाती है।
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एमए शारीरिक शिक्षा कोर्स के भविष्य में अवसर
एमए फिजिकल एजुकेशन कोर्स करने के बाद, उम्मीदवार शारीरिक शिक्षा अध्यापक, एथलेटिक ट्रेनर, पर्सनल ट्रेनर, खेल प्रशिक्षक, पोषण विशेषज्ञ, मनोरंजन केंद्र निदेशक आदि के रूप में औसत प्रारंभिक वेतन 4,00,000 से 10,00,000 रुपये प्रति वर्ष पर काम कर सकते है।
नौकरी के अलावा छात्र उच्च शिक्षा के लिए संबधित विषय में पीएचडी आदि को करने का निर्णय ले सकते हैं। यह कोर्स आपको फिजिकल एजुकेशन के क्षेत्र में महारत हासिल करने में सहायता करता है।