बीएससी बॉटनी : बीएससी वनस्पति विज्ञान तीन वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स है, जिसका उद्देश्य वैज्ञानिक रूप से पौधे के जीवन का अध्ययन करना है। इस कोर्स में प्रैक्टिकल के साथ-साथ पौधों का थेओरिटिकल अध्ययन भी शामिल है। वनस्पति विज्ञान के कई उपक्षेत्र हैं जो एक कोशिकीय पौधों से लेकर बायोटेक्नोलॉजी जैसे उन्नत पाठ्यक्रमों तक पौधों की सभी प्रजातियों का पता लगाते हैं।
बीएससी वनस्पति विज्ञान कोर्स को डिस्टेंस मोड में भी किया जा सकता है जिनमे ये कोर्स कराने वाले कॉलेज नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी, पटना, बिहार, दूरस्थ शिक्षा निदेशालय, मैसूर विश्वविद्यालय और आचार्य नागार्जुन विश्वविद्यालय आदि शामिल हैं। कोर्स पूरा होने के बाद, बीएससी वनस्पति विज्ञान ग्रेजुएट्स प्लांट पैथोलॉजिस्ट, इकोलॉजिस्ट, नर्सरी मैनेजर, प्लांट एक्सप्लोरर आदि के रूप में लगभग 4 से 8 लाख रुपये प्रतिवर्ष के वेतन की उम्मीद कर सकते हैं।
डिग्री | ग्रेजुएशन |
कोर्स | बीएससी वनस्पति विज्ञान |
कोर्स का पूरा नाम | बैचलर ऑफ़ साइंस इन बॉटनी |
अवधि | 3 वर्ष |
योग्यता | 10+2 + साइंस स्ट्रीम |
आयु | न्यूनतम 17 वर्ष |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 45,000 से 3,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 4 से 8 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | कृषि अनुसंधान सेवाएँ, पारिस्थितिकी-वनस्पति विज्ञान, किण्वन उद्योग, कृषि प्रबंधन संगठन, फूलों की खेती क्षेत्र आदि। |
नौकरी प्रोफाइल | प्लांट पैथोलॉजिस्ट, इकोलॉजिस्ट, नर्सरी मैनेजर, प्लांट एक्सप्लोरर, कंजर्वेशनिस्ट, बॉटनिस्ट, इकोलॉजिस्ट, फार्मिंग कंसल्टेंट, एथनोबोटनिस्ट, फॉरेस्टर, हॉर्टिकल्चरिस्ट आदि। |
बीएससी वनस्पति विज्ञान कोर्स के लिए लिया जाने वाली औसत फीस 45,000 से 3,00,000 रुपये है। इसके अलावा डिस्टेंस मोड में उम्मीदवार इस कोर्स को 30,000 से 1,50,000 रुपये में पूरा कर सकते है। हालंकि किसी भी कोर्स की फीस कॉलेज पर निर्भर करती है इसलिए एडमिशन से पहले एक बार पुष्टि कर ले।
बीएससी वनस्पति विज्ञान कोर्स क्या है?
क्या बीएससी बॉटनी एक अच्छा कोर्स है? बीएससी वनस्पति विज्ञान 3 वर्षीय अंडरग्रेजुएट कोर्स है, जिसे 6 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है, यह कोर्स पौधों, शैवाल और कवक के वैज्ञानिक अध्ययन से संबंधित है। यह कोर्स व्यापक रूप से पौधों के विकास, संरचना, प्रजनन, मेटाबोलिज्म, रोग, शरीर विज्ञान और पौधों के रासायनिक गुणों और सामान्य रूप से पौधे की शारीरिक रचना सहित पहलुओं से संबधित है।
इस कोर्स के दौरान छात्रों को क्लासरूम सेशन एंव प्रैक्टिकल क्लासेस के माध्यम से पढ़ाया जाता है जिससे छात्रों में पोधों के बारे में गहरी समझ विकसित हो सके। यह कोर्स विभिन्न अवसरों के साथ भी आता है यानि कि इसे करने के बाद आप नौकरी करने या आगे पढ़ाई जारी रखने का विकल्प चुन सकते है।
बीएससी वनस्पति विज्ञान मूल कोशिका संरचना से लेकर पौधों के जन्म से मेटाबोलिज्म तक उनके विकास सहित उच्च स्तर पर अध्ययन का एक विशाल संयोजन है।
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बीएससी वनस्पति विज्ञान कोर्स क्यों करना चाहिए?
- छात्र इस कोर्स में वनस्पति विज्ञान से संबधित कौशल और ज्ञान प्राप्त करते हैं, जिसका उपयोग वह कृषि, वानिकी, बागवानी, पादप प्रजनन आदि जैसे क्षेत्रों में वनस्पति से संबधित रिसर्च और उनके निष्कर्ष निकालने के लिए कर सकते हैं।
- बीएससी वनस्पति विज्ञान ग्रेजुएट्स के पास सरकारी और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों की नौकरियों में विभिन्न तरह की नौकरी के अवसर हैं, जहां से वह अपने करियर की शुरुआत कर सकते है।
- बीएससी बॉटनी ग्रेजुएट्स को 4 से 8 एलपीए के औसत वेतन पर नौकरी आसानी से मिल जाती है।
- नेशनल केमिकल लेबोरेटरी, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इकोलॉजी, वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन सोसाइटी आदि कुछ शीर्ष भर्तीकर्ता हैं जिनके साथ वनस्पति विज्ञान प्रोफेशनल्स काम कर सकते है।
- बीएससी बॉटनी पूरा करने के बाद, एक छात्र मास्टर डिग्री या आर एंड डी (अनुसंधान और विकास) क्षेत्र में करियर के लिए जा सकता है।
बीएससी बॉटनी : कोर्स के Types
बीएससी वनस्पति विज्ञान नौकरी के उद्देश्य से एक बेहतर कोर्स है जिसे उम्मीदवार अपनी जीवन शैली के अनुसार फुल-टाइम और डिस्टेंस मोड़ में कर सकते है:
बीएससी वनस्पति विज्ञान रेगुलर एजुकेशन : बीएससी वनस्पति विज्ञान 3 साल का फुल-टाइम कोर्स है जिसमें छात्रों को विभिन्न प्रकार के वनस्पति और उनके विकास के बारे में पढ़ाया जाता है। इसमें छात्रों को क्लासरूम आदि के माध्यम से पढ़ाया है। साथ ही इच्छुक उम्मीदवार 12वी के बाद योग्यता के आधार पर एडमिशन ले सकते है।
बीएससी वनस्पति विज्ञान डिस्टेंस एजुकेशन : डिस्टेंस बीएससी वनस्पति विज्ञान कोर्स को उम्मीदवार 3 से 6 वर्ष के बीच पूरा कर सकते है। बीएससी वनस्पति विज्ञान उन वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए है जो इस क्षेत्र में पढ़ाई तो करना चाहते है लेकिन रोज कॉलेज जाने में सक्षम नहीं है। डिस्टेंस बीएससी वनस्पति विज्ञान कोर्स विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा कराया जाता है जिनमें उम्मीदवार साइंस स्ट्रीम से 12वी पास करने के बाद एडमिशन ले सकते है।
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बीएससी बॉटनी : न्यूनतम योग्यता
छात्रों को बीएससी वनस्पति विज्ञान कोर्स में एडमिशन के लिए अनिवार्य विषयों के रूप में भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के साथ किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वी परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। साथ ही कुछ संस्थान उम्मीदवार से 12वी स्तर पर न्यूनतम 40% अंको की भी मांग करते है। इसके अलावा वह छात्र जो आरक्षित श्रेणी के अंतर्गत आते है उन्हें एडमिशन के दौरान 5% अंको की छूट प्रदान की जाती है।
बीएससी बॉटनी : एडमिशन प्रक्रिया
बीएससी बॉटनी के लिए एडमिशन प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों और योग्यता के आधार पर किए जाते है। उम्मीदवारों को डीयू और अन्य विश्वविद्यालयों के तहत शीर्ष बीएससी बॉटनी कॉलेजों द्वारा जारी कट-ऑफ स्कोर को पूरा करना आवश्यक है। यदि छात्र कट-ऑफ मानदंड में आता है, तो उसे योग्यता सूची के आधार पर एडमिशन दे दिया जाता है।
हालांकि, कुछ कॉलेज जैसे क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बीएचयू और कुछ अन्य भी बीएससी वनस्पति विज्ञान कोर्स में एडमिशन के लिए अपने स्वयं के प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। जिनमें एडमिशन के लिए पहले आपको प्रवेश परीक्षा से गुजरना होगा। जिनमें पहले आपको राष्ट्रीय, राज्य या विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा में आवेदन करना है और फिर उसमें शामिल होकर उत्तीर्ण करना है। फिर आपके प्रवेश परीक्षा में किए गए स्कोर के आधार पर ही आपको इन कॉलेज में एडमिशन की अनुमति दी जाती है।
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बीएससी वनस्पति विज्ञान कोर्स के भविष्य में अवसर
बीएससी वनस्पति विज्ञान की डिग्री करने के बाद एक उम्मीदवार लेक्चरशिप के लिए जा सकता है या कुछ प्रसिद्ध संस्थानों से उच्च शिक्षा / उच्च डिग्री के लिए जा सकता है।
उम्मीदवार अपने ग्रेजुएशन को पूरा करने के बाद, वनस्पति विज्ञान में एमएससी और फिर एमफिल या वनस्पति विज्ञान में पीएचडी को अपने करियर के विकास के अगले विकल्प के रूप में भी कर सकता है।