BSc Mathematics कोर्स : बीएससी गणित 3 वर्ष की अवधि का एक ग्रेजुएशन कोर्स है जो छात्रों को संख्याओं के विश्लेषण के साथ-साथ गणित की मदद से अनुशासन सिखाता है। यह कोर्स करने के बाद छात्रों के पास एनालिटिक्स, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और बैंकों के क्षेत्र में करियर बनाने का विकल्प हैं जहां वह अपने करियर की शुरुआत कर सकते है।
बीएससी गणित कोर्स में योग्यता या प्रवेश परीक्षा और व्यक्तिगत साक्षात्कार में उम्मीदवारों के प्रदर्शन के आधार पर एडमिशन दिया जाता है। क्वालिफाई करने वाले छात्रों को एक काउंसलिंग राउंड भी क्लियर करना होता है, जो केवल तभी आयोजित किया जाता है, जब वह अपनी प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं। ये प्रक्रिया उन विश्वविधालयों में लागू की जाती है जो प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन की अनुमति देते है।
शिक्षण, डेटा विश्लेषक, बैंकिंग, फाइनेंस और बीमा प्रमुख फर्मों में बीएससी गणित ग्रेजुएट्स के लिए सबसे अधिक मांग वाले व्यवसायों में से हैं, जहां उम्मीदवार कोर्स करने के बाद करियर बना सकते है।
डिग्री | ग्रेजुएशन |
कोर्स | बीएससी गणित |
कोर्स का पूरा नाम | बैचलर ऑफ़ साइंस इन मैथमैटिक्स |
अवधि | 3 वर्ष |
योग्यता | 10+2 + साइंस स्ट्रीम |
आयु | 17 वर्ष |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 20,000 से 1,30,000 रुपये |
औसत वेतन | 3 से 10 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | कॉमर्स इंडस्ट्री, कॉलेज एंव विश्वविद्यालय, फाइनेंसियल सेक्टर, रिसर्च एंड डेवलपमेंट फर्म आदि। |
नौकरी प्रोफाइल | लेखाकार, अर्थशास्त्री, लोन अधिकारी, गणितज्ञ, शोधकर्ता, सांख्यिकीविद्, तकनीकी लेखक आदि |
इस तीन साल के कोर्स के लिए बीएससी गणित कॉलेजों एंव विश्वविधालयों द्वारा लिया जाने वाली औसत फीस 20,000 से 1,30,000 के बीच है। क्योंकि कॉलेज की फीस विभिन्न कारकों के आधार कॉलेज से कॉलेज में भिन्न होती है।
बीएससी गणित कोर्स क्या है?
बीएससी गणित या बैचलर ऑफ़ साइंस इन मैथमैटिक्स 3 वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स है जो गणितीय कौशल के रूप में बीजगणित, कलन और डेटा विश्लेषण आदि विषयों की समझ विकसित करने में मदद करता है। इस तीन वर्षीय कोर्स में बीजगणित, इंटीग्रल कैलकुलस और त्रिकोणमिति, उन्नत कैलकुलस, वेक्टर विश्लेषण और ज्यामिति और विभिन्न गणितीय तरीके शामिल हैं।
बीएससी गणित कोर्स देश भर के कई कॉलेजों और विश्वविद्यालयों द्वारा ऑन और ऑफ-कैंपस दोनों की पेशकश की जाती है। यह डिग्री हासिल करने के बाद, छात्र बीमांकिक विज्ञान, सांख्यिकी, गणितीय मॉडलिंग, कंप्यूटर विज्ञान, क्रिप्टोग्राफी और अन्य क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं।
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बीएससी मैथ से करने के फायदे
बीएससी गणित कोर्स में उन लोगों के लिए सबसे बेहतर विकल्प है जो मात्रात्मक योग्यता के सवालों के जवाब देने की सराहना करते हैं और कठिनाइयों को हल करने के लिए अपने तार्किक तर्क कौशल का उपयोग करना चाहते हैं। यह कोर्स छात्रों को उच्च शिक्षा और अनुसंधान की कठिनाइयों को लेने के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए आवश्यक आत्मविश्वास भी सिखाता है।
छात्रों को भविष्य के अनुप्रयोगों के लिए ज्ञान प्राप्त करने के लक्ष्य के साथ बीएससी गणित का अध्ययन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है जिससे उम्मीदवार गणित में महारत हासिल विभिन्न क्षेत्रो में अपने करियर की एक नई ऊचाई तक ले जा सके।
BSc Mathematics : कोर्स के Types
भारत में बहुत से छात्रों एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स के पास समय की कमी को देखते हुए विश्वविधालय एंव कॉलेज रेगुलर के अलावा डिस्टेंस मोड का भी विकल्प देते है जिससे वह अपने काम के साथ पढ़ाई को जारी रख सके।
बीएससी गणित रेगुलर एजुकेशन : रेगुलर बीएससी गणित को उम्मीदवार द्वारा सबसे अधिकतम किया जाता है जोर इसकी अवधि तीन वर्ष होती है। रेगुलर बीएससी गणित कोर्स में छात्रों को कक्षाओं के माध्यम से पढ़ाया जाता है। रेगुलर कोर्स में कोई भी योग्य उम्मीदवार योग्यता या प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन ले सकता है।
बीएससी गणित डिस्टेंस एजुकेशन : विभिन्न सरकारी और प्राइवेट विश्वविद्यालय हैं जो वर्किंग प्रोफेशनल्स को ग्रेजुएशन स्तर पर डिस्टेंस मोड में बीएससी गणित कोर्स करने की अनुमति देते हैं। डिस्टेंस बीएससी गणित कोर्स मुख्य रूप से वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए है जिससे वह अपने व्यवसाय या नौकरी के साथ पढ़ाई जारी रखते है। इस डिस्टेंस कोर्स में उम्मीदवार गणित विषय के साथ 12वी पास करने के उपरान्त सीधे आवेदन कर एडमिशन ले सकते है।
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BSc Mathematics कोर्स : न्यूनतम योग्यता
छात्रों के लिए बीएससी गणित कोर्स में एडमिशन का विचार करने से पहले न्यूनतम योग्यता मानदंड जानना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि योग्यता के आधार पर ही संस्थान द्वारा एडमिशन दिया जाता है। इस कोर्स के लिए न्यूनतम योग्यता लगभग सभी कॉलेजो के लिए समान हैं। फिर भी यहां आपको न्यूनतम योग्यता की जानकारी दी गयी है जिसके आधार पर आप एडमिशन ले सकते है।
- छात्रों को एक मान्यता प्राप्त बोर्ड से भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान एंव गणित विषयों के साथ 12वी परीक्षा परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
- साथ ही उम्मीदवार से 12वी कक्षा में कम से कम 40% प्राप्त की उम्मीद की जाती है। इसके अलावा कुछ संस्थान आरक्षित वर्ग के छात्रों को 5% की छूट भी प्रदान करते है।
- अगर आप एक शीर्ष कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते है तो पहले आपको प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी, उसके बाद ही एडमिशन ले सकते है।
BSc Mathematics कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
बीएससी गणित कोर्स के लिए छात्रों को एडमिशन प्रवेश परीक्षा में किए गए प्रदर्शन के आधार पर और 10+2 स्तर में उनके समग्र अंकों के आधार पर दिया जाता है, जबकि कुछ पाठ्यक्रम के लिए योग्य छात्रों का चयन करने के लिए प्रवेश परीक्षा देते हैं। एडमिशन प्रक्रिया आम तौर पर कॉलेजों में एक दुसरे से भिन्न होती है इसलिए छात्रों को सटीक जानकारी के लिए विश्वविद्यालय या कॉलेज आधिकारिक वेबसाइट पर जाना चाहिए।
प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद, शॉर्टलिस्ट किए गए छात्रों को ग्रुप डिस्कशन और पर्सनल इंटरव्यू राउंड के लिए भी बुलाया जा सकता है ताकि परीक्षक को आपके बारे में और जानकारी मिल सके।
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बीएससी गणित : शीर्ष कॉलेज
कॉलेज का नाम | औसत फीस |
मोहनलाल सुखादिया विश्वविद्यालय, उदयपुर | 15,000 |
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर | 20,000 |
पंजाब विश्वविद्यालय | 18,000 |
क्राइस्ट विश्वविद्यालय | 55,000 |
शिवाजी विश्वविद्यालय, विद्यानगर | 27,000 |
सेंट ज़ेवियर कॉलेज, कोलकाता | 22,000 |
आईआईएस, बैंगलोर | 26,000 |
लोयला कॉलेज, चेन्नई | 12,000 |
प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय, कोलकाता | 6,000 |
एमसीसी, चेन्नई | 55,000 |
बीएससी गणित कोर्स के भविष्य में अवसर
बीएससी गणित ग्रेजुएट्स की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है औरवह विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक करियर के अवसर तलाश सकते हैं। बैंकिंग, फाइनेंस, बीमा, रिस्क मैनेजमेंट क्षेत्र में योग्य ग्रेजुएट्स की हमेशा मांग रहती है जो उनके व्यवसाय को और अधिक सफल बनाने में मदद कर सकते हैं। बीएससी गणित में एक कोर्स करना ग्रेजुएट्स के लिए आकर्षक नौकरी के अवसर प्राप्त करने के लिए उपयोगी है जो उन्हें एक अच्छा वेतन भी देता है।
बीएससी गणित कोर्स पूरा करने के बाद छात्र उच्च शिक्षा के लिए भी विकल्प चुन सकते हैं। काफी पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स उपलब्ध हैं जिन्हें चुना जा सकता है। छात्र एमएससी आईटी, सीएस, एमबीए या एमएससी गणित जैसे कोर्स के लिए जा सकते हैं।
BSc गणित कोर्स : नौकरी के अवसर
BSc गणित कोर्स पूरा करने के बाद, आपको राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों में आसानी से काम मिल सकता है। निम्नलिखित कुछ क्षेत्र दिए गए है, जहां आप पढ़ाई पूरी करने के बाद काम सकते है:
- बीमा
- रिस्क मैनेजमेंट
- शैक्षिक संस्थान
- फाइनेंस
- रिसर्च कंपनियाँ
- परामर्श क्षेत्र
- बैंकिंग
BSc गणित ग्रेजुएट्स के लिए कुछ शीर्ष नौकरी प्रोफाइल इस प्रकार है :
- डेटा एनालिस्ट
- मैनेजमेंट सलाहकार
- बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर (PO
- गणितज्ञ
- बिज़नेस एनालिस्ट