MSc Fashion Designing कोर्स : एमएससी फैशन डिजाइनिंग या मास्टर ऑफ साइंस इन डिजाइनिंग 2 साल का पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है। इस कोर्स को उन छात्रों द्वारा डिज़ाइन किया है जो वस्त्र और फैशन डिजाइनिंग में अपना करियर बनाना चाहते है। यह कोर्स कुशल डिजाइनरों के रूप में छात्रों को तैयार करता है।
यह कोर्स फैशन उद्योग में नए डिजाइन और शैली बनाने के लिए व्यक्तिगत रचनात्मकता और विभिन्न डिजाइन को विकसित करता है।
एमएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स में विभिन्न रोजगार के विकल्प शामिल है जैसे कॉस्ट्यूम डिजाइनर, ग्राफिक डिजाइनर, फैशन समन्वयक आदि में आप अपने करियर की शुरुआत कर सकते है। एक प्रोफेशनल फैशन डिजाइनर का औसत वेतन 3 लाख रुपये से 10 लाख रुपये प्रति वर्ष के बीच रहता है और धीरे-धीरे अनुभव के साथ बढ़ता है।
डिग्री | पोस्ट ग्रेजुएशन |
कोर्स | एमएससी फैशन डिजाइनिंग |
कोर्स का पूरा नाम | मास्टर ऑफ़ साइंस इन फैशन डिजाइनिंग |
अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | ग्रेजुएशन इन फैशन डिजाइनिंग |
आयु | कोई आयु सीमा नही है |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 25,000 से 3,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 3 से 10 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी प्रोफाइल | फैशन ब्लॉगर, कॉस्ट्यूम डिजाइनर, फैशन शो आयोजक, फैशन इन्फ्लुएंसर, फैशन पत्रकार और लेक्चरर आदि। |
एमएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स के लिए लिया जाने वाली औसत फीस सरकारी कॉलेजों और प्राइवेट कॉलेजों के लिए 25,000 से 3,00,000 रुपये के बीच रहती है। अधिकांश एमएससी फैशन डिजाइनिंग कॉलेजों में एडमिशन मेरिट-आधारित है, लेकिन कुछ विश्वविद्यालय अपनी प्रवेश परीक्षा जैसे बीएचयू प्रवेश परीक्षा आयोजित कर एडमिशन की अनुमति देते है।
एमएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स क्या है?
मास्टर ऑफ साइंस इन फैशन डिजाइनिंग, जिसे लोकप्रिय रूप से एमएससी फैशन डिजाइन के रूप में जाना जाता है, यह एक पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर पर कराया जाने वाला दो साल का प्रोफेशनल कोर्स है। इस कोर्स में छात्रों को कपड़ों और सहायक उपकरण में सौंदर्यशास्त्र और डिजाइन के अनुप्रयोग के बारे में बताया जाता है।
एमएससी फैशन डिजाइन एक ऐसा प्रोग्राम है जो Apparel Manufacturing Technology के साथ-साथ फैशन डिजाइन और अपैरल डिज़ाइन में एक्सपोजर प्रदान करता है। यह छात्रों को विभिन्न डिज़ाइन निर्माण और पैटर्न बनाने का प्रशिक्षण भी देता है।
छात्र एमएससी फैशन डिज़ाइन कोर्स में वस्त्र, फैशन, परिधान निर्माण, डिजाइनिंग और प्रिंट की कला और कई अन्य विषयों के विभिन्न पहलुओं को सीखते हैं, जो पूरे कोर्स में डिज़ाइनर विशेषज्ञ होने के लिए आवश्यक हैं। ऐसे कई विश्वविद्यालय और कॉलेज हैं जहां इच्छुक ग्रेजुएट फैशन डिजाइनिंग में मास्टर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं, जैसे इंटरनेशनल स्कूल ऑफ डिजाइन, नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर फैशन एंड टेक्नोलॉजी, इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइन आदि।
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एमएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स क्यों करना चाहिए?
एमएससी फैशन डिजाइनिंग के छात्र बेहतर भविष्य की कामना कर सकते है क्योंकि इस कोर्स को करने के बाद फैशन डिजाइनिंग इंडस्ट्री में विभिन्न अवसर शामिल है।
फैशन डिजाइनिंग आज भारत के ट्रेंडिंग क्षेत्रो में से एक है और गुजरते दिनों के साथ लगातार बढ़ रहा है।
छात्र कोर्स के दौरान रुझानों और खरीदारों के अनुरूप कपड़ों के ब्रांड के लिए नई शैली और उत्पाद विकसित करना सीखते हैं।
एमएससी फैशन डिजाइनिंग ग्रेजुएट्स किसी भी कपड़े की कंपनी या फैशन हाउस में फैशन डिजाइनर के रूप में काम कर सकते हैं।
एमएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स करने के बाद गारमेंट, फैशन डिजाइनर, इलस्ट्रेटर, फैशन को-ऑर्डिनेटर, लेदर और ज्वेलरी उद्योग में मर्चेंडाइजिंग एक्जीक्यूटिव आदि के रूप में प्लेसमेंट पा सकते हैं।
MSc Fashion Designing कोर्स के Types
भारत में कौशल फैशन डिज़ाइनर की काफी डिमांड है इसलिए छात्र अपनी रुचि एंव प्राथमिकताओं के आधार पर एमएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स को रेगुलर या डिस्टेंस लर्निंग मोड में करने का विकल्प चुन सकते है :
फुल टाइम एमएससी फैशन डिजाइनिंग : एमएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स ज्यादातर संस्थान रेगुलर मोड के माध्यम से पढ़ाई कराते है। एमएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स को रेगुलर मोड में प्रैक्टिकल और थेओरोटिकल कांसेप्ट के माध्यम से पढ़ाया जाता हैं। रेगुलर मोड में उम्मीदवार ग्रेजुएशन के बाद योग्यता एंव प्रवेश परीक्षा के आधार से एडमिशन ले सकते है।
डिस्टेंस एमएससी फैशन डिजाइनिंग : भारत के कुछ विश्वविद्यालय है जो छात्रों को रेगुलर मोड के अलावा डिस्टेंस मोड में पढ़ाई करने की मंजूरी देते है। डिस्टेंस मोड में छात्रों को नियमित रूप से कक्षाओं में भाग लेने की आवश्यकता नहीं होती है और वह ई – लर्निंग या साप्ताहिक क्लासेस के माध्यम से पढ़ाया जाता है।
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MSc Fashion Designing कोर्स : न्यूनतम योग्यता
एमएससी फैशन डिज़ाइन कोर्स की योग्यता मानदंड कॉलेज से कॉलेज में भिन्न होता है। एडमिशन के दौरान छात्रों के लिए आवेदन करते समय उम्मीदवारों द्वारा सामना किए जाने वाले सामान्य पात्रता मानदंड नीचे दिए गए हैं:
- उम्मीदवारों को किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान या विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन या इसके समकक्ष कोर्स पूरा किया होना चाहिए।
- साथ ही ग्रेजुएशन के दौरान न्यूनतम 40% से 50% के बीच प्राप्त किए होने चाहिए।
- आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम कुल अंक भिन्न हो सकते हैं। क्योंकि आरक्षित छात्रों को 5% से 10% की छूट प्रदान की जाती है।
MSc Fashion Designing कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
एमएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स के लिए एडमिशन प्रक्रिया पूरे देश के हर कॉलेज में दो तरह से एडमिशन की अनुमति दी जाती है।
पहली एडमिशन प्रक्रिया में छात्रों को प्रवेश परीक्षा में शामिल होना पड़ता है जिसमें एडमिशन पाने के लिए सामान्य योग्यता परीक्षा, रचनात्मक योग्यता परीक्षा और अंग्रेजी की समझ की परीक्षा शामिल होती है। छात्रों को विशिष्ट विश्वविद्यालयों में व्यक्तिगत साक्षात्कार से भी गुजरना पड़ सकता है। इस प्रक्रिया में विश्वविद्यालय का मैनेजमेंट तय करता है कि छात्रों को एडमिशन दिया जाना चाहिए या नहीं।
भारत के ज्यादातर संस्थान छात्रों के ग्रेजुएशन में किए गए स्कोर के आधार पर एडमिशन प्रदान करते हैं। जिसमें पहले छात्रों को अपने पसंदीदा कॉलेज में आवेदन करना होता है और फिर आपकी योग्यता के आधार पर एडमिशन की अनुमति दी जाती है।
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एमएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स के भविष्य में अवसर
फैशन डिजाइनिंग भारत के प्रमुख क्षेत्रो में से एक है। यहां तक कि ग्लोबल फैशन में भी भारतीय फैशन और टेक्सटाइल ने एक्सक्लूसिव डिजाइन और मटीरियल के जरिए अपनी उपयोगिता साबित की है। फैशन उद्योगों के बाजार में निरंतर वृद्धि और विकास के साथ, फैशन डिजाइनिंग में भविष्य की गुंजाइश सहज और आशाजनक लगती है। लेकिन अपने प्रोफेशन में शीर्ष पर पहुंचने के लिए व्यक्ति को मेहनती और रचनात्मक होना पड़ता है।
एमएससी फैशन डिजाइन कोर्स करने के बाद आप मास्टर ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट कर सकते हैं क्योंकि यह उन्हें सफल उद्यमी बनने में मदद कर सकता है। या फिर वह एक सेलिब्रिटी फैशन डिजाइनर के रूप में काम कर सकते हैं, जो फिल्म और टेलीविजन उद्योग के लोगों द्वारा पहनी जाने वाली पोशाक डिजाइन करते हैं।
FAQs
प्रश्न 1: MSc Fashion Designing क्या है?
उत्तर: MSc Fashion Designing एक पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है जिसमें छात्रों को फैशन डिज़ाइनिंग के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन कराया जाता है। यह फैशन उद्योग में शानदार करियर के लिए एक सबसे बेहतर विकल्प है।
प्रश्न 2: MSc Fashion Designing के लिए योग्यता मानदंड क्या हैं?
उत्तर: MSc Fashion Designing कोर्स में एडमिशन के लिए आपके पास फैशन डिज़ाइनिंग या समकक्ष में बैचलर्स डिग्री होनी चाहिए, साथ ही ग्रेजुएशन स्तर पर कम से कम 50% अंकों की आवश्यकता होती है।
प्रश्न 3: MSc Fashion Designing कोर्स की अवधि क्या होती है?
उत्तर: MSc Fashion Designing कोर्स की अवधि आमतौर पर 2 वर्ष होती है। इसके दौरान आपको फैशन डिज़ाइनिंग के विभिन्न विषयों में विशेषज्ञता प्राप्त होती है।
प्रश्न 4: MSc Fashion Designing से कौन-कौन सी नौकरियां मिल सकती हैं?
उत्तर: MSc Fashion Designing कोर्स के उपरांत आप फैशन डिज़ाइनर, क्रिएटिव डायरेक्टर, टेक्सटाइल डिज़ाइनर, फैशन कंसल्टेंट, फैशन शो ऑर्गनाइजर आदि के रूप में नौकरियां पा सकते हैं।
प्रश्न 5: MSc Fashion Designing कोर्स में एडमिशन कैसे ले?
उत्तर: MSc Fashion Designing कोर्स में दाखिला लेने के लिए आपको प्रवेश परीक्षाओं या मेरिट के आधार पर संबंधित कॉलेजों के वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसका मतलव है कि आप इसमें मेरिट या प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन ले सकते है। freeslots dinogame