MSc IT कोर्स : मास्टर ऑफ़ साइंस इन इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी या एमएससी आईटी 2 साल का पोस्ट-ग्रेजुएट स्तरीय डिग्री कोर्स है। एमएससी आईटी कोर्स का उद्देश्य सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, डेटा माइनिंग, एनालिटिक्स, कंप्यूटर सिस्टम आदि जैसे विषयों पर थेरोटिकल और प्रैक्टिकल ज्ञान प्रदान करना है।
वर्तमान समय में आईटी सबसे तेजी से बढ़ने बाले क्षेत्रो में से एक है इसलिए इस क्षेत्र में नौकरी की डिमांड भी बहुत ज्यादा है तो अगर आप आईटी के क्षेत्र में अपने करियर को एक अलग दिशा देना चाहते है तो कोर्स आपके लिए आदर्श साबित हो सकता है।
एमएससी आईटी कोर्स करने के बाद उम्मीदवार आईटी के क्षेत्र में विभिन्न नौकरी प्रोफाइल जैसे कि टेक्निकल एनालिस्ट, सॉफ्टवेयर डेवलपर, प्रोग्रामर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर आदि के रूप में काम कर सकते है। इन प्रोफाइल में एक फ्रेशर के रूप में उम्मीदवार 3 से 10 एलपीए पैकेज की उम्मीद कर सकते है।
डिग्री | पोस्ट ग्रेजुएशन |
कोर्स | एमएससी आईटी |
कोर्स का पूरा नाम | मास्टर ऑफ साइंस इन इन्फॉर्मेशन |
अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | ग्रेजुएशन + कंप्यूटर साइंस / आईटी / गणित |
आयु | कोई आयु सीमा नहीं |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 80,000 से 3,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 3 से 10 लाख रुपये प्रति वर्ष |
नौकरी प्रोफाइल | सॉफ्टवेयर डेवलपर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, आईटी एनालिस्ट, मैंटेनस इंजीनियर, एप्लीकेशन प्रोग्रामर आदि। |
उम्मीदवार अपनी पसंद के कॉलेज में कंप्यूटर, आईटी या गणित विषय के साथ ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद कुल 80,000 से 3,00,000 रुपये में समस्त कोर्स की पढ़ाई कर सकता है। कुछ एमएससी आईटी कॉलेज प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन देते हैं, जबकि कुछ अन्य संस्थान ग्रेजुएशन के दौरान प्राप्त अंकों के आधार पर एडमिशन देते हैं।
एमएससी आईटी कोर्स क्या है?
एमएससी आईटी छात्र को इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के सिद्धांत, उसके अनुप्रयोग और रिसर्च संबंधी पहलुओं में तकनीकी रूप से सक्षम बनाने पर काम करता है। इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को आईटी उद्योग के साथ-साथ रिसर्च कार्यो के लिए भी योग्य बनाना है।
एमएससी आईटी कोर्स में छात्रों को थ्योरी और साथ ही प्रैक्टिकल ज्ञान प्रदान करके उन्हें एक आईटी इंजीनियर के रूप में तैयार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। छात्रों को एमएससी आईटी कोर्स के अंत में एक थीसिस और प्रोजेक्ट जमा करने की भी अपेक्षा की जाती है।
एमएससी इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी कोर्स के उम्मीदवारों को आईटी उद्योग में करियर बनाने के लिए अपनी स्किल्स पर अच्छे से काम करना होगा, क्योंकि इसमे आपका वेतन स्किल्स और अनुभव पर निर्भर करता है। साथ ही उम्मीदवार में प्रोजेक्ट मैनेजमेंट स्किल्स, लीडरशिप स्किल्स, न्यूमेरिकल स्किल्स, कम्युनिकेशन स्किल्स, टीमवर्क स्किल्स आदि भी होने चाहिए।
ये भी पढ़े : एमएससी कंप्यूटर साइंस
एमएससी आईटी कोर्स क्यों करना चाहिए?
एमएससीआईटी करने से क्या फायदा है? एमएससी आईटी कोर्स का चयन करने के कुछ महत्वपूर्ण कारण इस प्रकार हैं:
डिमांडिंग कोर्स : एमएससी आईटी कोर्स उन उम्मीदवारों के बीच बहुत लोकप्रिय है जो अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री के बाद आईटी के क्षेत्र उच्च अध्ययन करना चाहते हैं। आईटी क्षेत्र के विस्तार और यहां नौकरी के अवसरों की बढ़ती संख्या के साथ, बीएससी आईटी कोर्स करने वाले छात्रों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।
जॉब स्कोप : एमएससी आईटी ग्रेजुएट्स को अलग-अलग जॉब रोल्स जैसे एप्लिकेशन प्रोग्रामर, सॉफ्टवेयर डेवलपर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, मेंटेनेंस इंजीनियर आदि में विभिन्न कंपनियों द्वारा भर्ती किया जाता है। भारत अब दुनिया भर में दुनिया के सबसे बड़े आईटी सोर्सिंग डेस्टिनेशन के रूप में जाना जाता है। ई-कॉमर्स, ऑनलाइन रिटेलिंग सभी ने आईटी उद्योग के तीव्र विकास में बहुत योगदान किया है। सबसे तेजी से बढ़ने वाला उद्योग होने के नाते यह कोर्स आपके लिए बेहतर बेहतर विकल्प हो सकता है।
अच्छा वेतन : एमएससी आईटी कोर्स आईटी छात्रों के लिए सबसे अच्छा विकल्प है क्योंकि यह कोर्स छात्रों को आईटी उद्योग की आवश्यक विशेषज्ञता के साथ काम करने में सक्षम बनाता है और बदले में उन्हें एक अच्छा वेतन भी मिलता है।
MSc IT कोर्स के Types
एमएससी आईटी कोर्स को आप भारत के विभिन्न सरकारी एंव प्राइवेट संस्थानों की मदद से रेगुलर और डिस्टेंस में कर सकते है, हालंकि ये पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है कि आप किस लर्निंग मोड़ के साथ पढ़ाई जारी रखना चाहते है :
एमएससी आईटी रेगुलर एजुकेशन : अधिकतम भारतीय छात्रों द्वारा पढ़ाई के लिए रेगुलर मोड ही चुना जाता है और अधिकतम संसथान भी रेगुलर मोड में ही पढ़ाई कराते है। जिसमे छात्रों को कॉलेज जाकर नियमित रूप से क्लास अटेंड करनी होती है। रेगुलर एमएससी आईटी कोर्स में उम्मीदवार योग्यता एंव प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन ले सकते है।
एमएससी आईटी डिस्टेंस एजुकेशन : वह छात्र एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स जो किसी कारणवश कॉलेज जाने में असमर्थ है वह डिस्टेंस एमएससी आईटी कोर्स करने का विचार कर सकते है जिसमें आपको ई – लर्निंग के माध्यम से पढ़ाया जाता है इसलिए आप कही भी रहकर पढ़ाई जारी रख सकते है। इसमें ग्रेजुएशन के बाद सीधे एडमिशन लिया जा सकता है।
ये भी पढ़े : एमएससी फैशन डिजाइनिंग
MSc IT कोर्स : न्यूनतम योग्यता
एमएससी आईटी कोर्स में आवेदन करने के लिए, उम्मीदवार को नीचे दी गई न्यूनतम योग्यता मानदंड को पूरा करना होगा :
- उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त किया होना चाहिए।
- ग्रेजुएशन स्तर पर उम्मीदवार ने आईटी में बीएससी/सीएस, बीसीए, आईटी में बीई/बीटेक या आईटी के साथ सीएस, बीकॉम एक विषय के रूप में उत्तीर्ण किया होना चाहिए।
- हालंकि न्यूनतम आवश्यकता अंक विश्वविद्यालय से विश्वविद्यालय में भिन्न हो सकते है, फिर भी उम्मीदवार से ग्रेजुएशन स्तर पर न्यूनतम 40% अंको की उम्मीद की जाती है।
MSc IT कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
भारत में उम्मीदवार ग्रेजुएशन में प्राप्त अंको के आधार पर एंव प्रवेश परीक्षा में किए गए प्रदर्शन के आधार पर एडमिशन ले सकते है हालंकि ये पूरी तरह से संस्थान पर निर्भर करता है कि वह एडमिशन के लिए किस प्रक्रिया को अपनाता है। वह शीर्ष संस्थान जो प्रवेश परीक्षा के अंकों के आधार पर एडमिशन की अनुमति देते है वह एडमिशन के लिए TANCET, DUET, TISSNET आदि के अंकों को स्वीकार करते हैं, केवल उन्हीं उम्मीदवारों के आवेदन को स्वीकार करते हैं, जिन्होंने एमएससी आईटी प्रवेश परीक्षा में से किसी एक में अच्छी रैंक हासिल की है।
प्रवेश परीक्षा के अंकों के आधार पर, एक मेरिट सूची तैयार की जाती है और सीटों के अंतिम आवंटन से पहले काउंसलिंग प्रक्रिया आयोजित की जाती है।
योग्यता के आधार पर एडमिशन प्रदान करने वाले संस्थान अंतिम योग्यता परीक्षा के अंकों पर विचार करते हैं जिसमें उम्मीदवार उपस्थित हुए थे। ग्रेजुएशन के अंकों के आधार पर फिर से एक मेरिट सूची तैयार की जाती है और उसी के अनुसार सीटें आवंटित की जाती हैं।
ये भी पढ़े : एमएससी एनिमेशन
एमएससी आईटी प्रवेश परीक्षा
भारत के कुछ प्रतिष्ठित संस्थान एमएससी आईटी कोर्स में छात्रों को प्रवेश परीक्षा में किए गए स्कोर के आधार पर एडमिशन की अनुमति देते है। एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा की न्यूनतम कट ऑफ प्रत्येक संस्थान की अलग – अलग होती है। आईआईटी जेएएम एक ऐसी प्रवेश परीक्षा जिसके आधार पर आप एमएससी आईटी कोर्स में एडमिशन ले सकते है।
आईआईटी जेएएम : आईआईटी जेएएम का पूरा नाम इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी जॉइंट एडमिशन टेस्ट है। इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के उपरांत आप भारत के प्रतिष्ठित संस्थान जैसे आईआईटी, एनआईटी और आईआईएससी में एडमिशन ले सकते है।
एमएससी आईटी कोर्स के भविष्य में अवसर
एमएससी आईटी कोर्स करने के बाद छात्रों के लिए विभिन्न नौकरियों के अवसर मिलते है। नौकरी देने वाली कंपनियों में आईबीएम, एक्सेंचर, इनफ़ोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज आदि शामिल है।
एमएससी आईटी कोर्स करने के बाद उम्मीदवार अपने अनुभव और स्किल्स के साथ, प्रति वर्ष 3 से 10 लाख रुपये प्रति वर्ष आसानी से कमा सकते है, हालंकि अगर आपने किसी प्रतिस्थित कॉलेज से पढ़ाई की है तो ये पैकेज 10 लाख से भी ऊपर जा सकता है।
एमएससी आईटी ग्रेजुएट्स के लिए रिसर्च प्रोफेशनल का करियर भी है। जो लोग इस क्षेत्र में शोध कार्य करना चाहते हैं, वह पीएचडी कोर्स में एडमिशन ले सकते है।