MSc Mathematics कोर्स : एमएससी गणित 2 साल का पोस्ट ग्रेजुएशन है जो छात्रों को ज्यामिति, बीजगणित, कलन, संख्या सिद्धांत, गतिकीय प्रणाली, अंतर समीकरण जैसे विभिन्न गणितिय टॉपिक्स का गहन ज्ञान प्रदान करता है और छात्रों को विभिन्न शोध गतिविधियों के लिए भी तैयार करता है।
क्या एमएससी गणित कठिन है? नहीं, एमएससी गणित के इस 2 वर्षीय कोर्स में चार सेमेस्टर होते है। यह कोर्स अक्सर उन छात्रों द्वारा किया जाता है जिन्होंने गणित या स्टेटिस्टिक्स में ग्रेजुएशन किया है और वह आगे गणित के साथ जारी रखना चाहते है। इस कोर्स में, उम्मीदवार बड़े डेटा को इकट्ठा करना और विभिन्न उपकरणों और विधियों की मदद से उनका विश्लेषण करना सीखते हैं।
डिग्री | पोस्ट ग्रेजुएशन |
कोर्स | एमएससी गणित |
कोर्स का पूरा नाम | मास्टर ऑफ साइंस इन मैथमैटिक्स |
अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | ग्रेजुएशन + गणित / स्टेटिस्टिक्स |
आयु | कोई आयु सीमा नहीं |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 30,000 से 4,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 6 से 10 लाख रुपये प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | कॉमर्स इंडस्ट्री, कॉलेज एंव विश्वविद्यालय, रिसर्च एंड डेवलपमेंट फर्म, फाइनेंसियल सेक्टर आदि। |
नौकरी प्रोफाइल | गणित स्पेशलिस्ट, प्रोफेसर, क्वांटिटेटिव रिस्क एनालिस्ट, क्वांटिटेटिव डेवलपर आदि। |
एमएससी गणित पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर पर विभिन्न कॉलेजों और संस्थानों द्वारा कराया जाता है। यह रेगुलर में दो साल का कोर्स है हालंकि कई संस्थान डिस्टेंस एजुकेशन प्रदान करते हैं, जिसकी मदद से आप न्यूनतम 2 वर्ष और अधिकतम 4 वर्ष में एमएससी गणित कोर्स को कर सकते है। भारत के विभिन्न कॉलेजो में एमएससी गणित की फीस लगभग 30,000 से 4,00,000 रुपये के बीच है।
एमएससी गणित कोर्स क्या है?
मास्टर ऑफ साइंस मैथमैटिक्स या एमएससी गणित दो साल का पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर का डिग्री कोर्स है। यह डिग्री प्रोग्राम छात्रों को गणित की गहरी समझ प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और साथ ही ये कोर्स छात्रों के दिमाग में तर्क, सोच और शोध को शामिल करता है। एमएससी गणित के अंतर्गत आने वाले कुछ विषयों में ज्यामिति, गणना, बीजगणित, संभाव्यता सिद्धांत, संख्या सिद्धांत आदि शामिल है।
गणित में पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री हासिल करने के लिए छात्रों को प्रमुख विषयों के रूप में अंग्रेजी और गणित के साथ ग्रेजुएशन होना चाहिए। इसके साथ ही एमएससी गणित डिग्री करने के बाद उम्मीदवार विभिन्न क्षेत्र जैसे कि बैंकों, विश्वविद्यालयों, शेयर बाजारों, अंतरिक्ष एजेंसियों, सोशल रिसर्च इंस्टिट्यूट, रिसर्च केंद्रों और अन्य में नौकरी का अवसर पा सकते है।
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एमएससी गणित कोर्स क्यों करना चाहिए?
बीएससी गणित कोर्स में उन छात्रों के लिए सबसे बेहतर कोर्स है जो गणित विषय में रूचि रखते है और विभिन्न कठिनाइयों को हल करने के लिए अपने तार्किक तर्क का उपयोग करना चाहते हैं। यह कोर्स आपको को मुश्किल से मुश्किल समय में सही निर्णय लेने में मदद करता है।
एमएससी गणित कोर्स करने के बाद आप रिसर्च में भी जा सकते है और रीसर्च की कठिनाइयों को हल करने के साथ-साथ आप विभिन्न क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए आवश्यक आत्मविश्वास और स्किल्स भी सीखते है।
एमएससी गणित कोर्स के दौरान छात्र बहुत सी मुस्किल समस्याओं को हल करते है जिससे वह कभी जीवन में आने वाली परिशानियों को भी आसानी से पास करना सीख जाते है और साथ ही वह गणित में महारत हासिल कर विभिन्न क्षेत्रो में अपने करियर को एक नई ऊचाई तक ले जा सकते है।
MSc Mathematics कोर्स के Types
एमएससी गणित कोर्स को कोई भी इच्छुक एंव योग्य इंसान करता है क्योंकि ये भारत के बहुत से कॉलेजो एंव विश्वविधालयों में रेगुलर एंव डिस्टेंस मोड में कराया जाता है, हालंकि ये पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है कि आप किस लर्निंग मोड के साथ पढ़ाई जारी रखना चाहते है।
एमएससी गणित रेगुलर एजुकेशन : भारत के अधिकतम विश्वविधालयों की मदद से आप रेगुलर मोड में एमएससी गणित कोर्स करने करने का विचार कर सकते है। रेगुलर लर्निंग मोड के अंतर्गत छात्रों कॉलेज जाकर नियमित रूप से क्लास अटेंड करना अनिवार्य है। इसके अलावा आप इसमें योग्यता एंव प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन की प्रक्रिया पूरी कर सकते है।
एमएससी गणित डिस्टेंस एजुकेशन : इच्छुक छात्र एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स जिनके पास कॉलेज जाने का समय नहीं है या अन्य किसी कारण की बजह से कॉलेज अटेंड नहीं कर सकते है वह डिस्टेंस मोड की मदद से अपनी पढ़ाई जारी रख सकते है। इस लर्निंग लर्निंग मोड में ई – लर्निंग, स्टडी मटेरियल आदि के माध्यम से पढ़ाया जाता है। इसलिए अगर आप डिस्टेंस मोड में पढ़ाई करने का विचार कर रहे है तो आप ग्रेजुएशन के बाद सीधे आवेदन कर एडमिशन के सकते है।
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MSc Mathematics कोर्स : न्यूनतम योग्यता
एमएससी गणित कोर्स में एडमिशन के लिए आपको नीचे दी गई न्यूनतम योग्यता मानदंड को पूरा करना होगा :
- उम्मीदवार ने गणित या बीएससी कंप्यूटर विज्ञान के साथ गणित मुख्य विषयों के रूप में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की होनी चाहिए।
- साथ ही सिर्फ वही उम्मीदवार एडमिशन के पात्र होंगे, जिन्होंने न्यूनतम 40% अंको के साथ ग्रेजुएशन पूरा किया हो।
- कुछ संस्थान बीई/बीटेक में ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों को भी एडमिशन की अनुमति देते है।
- कुछ विश्वविद्यालय योग्यता के आधार पर एडमिशन की अनुमति देते हैं और कुछ संस्थान एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करते है।
MSc Mathematics कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
एमएससी गणित कोर्स में एडमिशन कैसे ले? एमएससी गणित कोर्स में एडमिशन की प्रक्रिया कॉलेज से कॉलेज में भिन्न होती है। कुछ संस्थान प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन की अनुमति देते है जबकि कुछ कॉलेज योग्यता के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया को अपनाते है।
छात्रों को शीर्ष कॉलेज में एडमिशन के लिए संस्थान की आवश्यकताओं के आधार पर विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं के अच्छा स्कोर प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। छात्र भारत में गणित की पेशकश करने वाले शीर्ष कॉलेजों के लिए विभिन्न प्रवेश परीक्षाओ में भाग ले सकते है।
छात्रों को उस कॉलेज या विश्वविद्यालय के आधार पर प्रवेश परीक्षा के लिए उपस्थित होना आवश्यक है जिसमें वे एडमिशन के लिए आवेदन कर रहे हैं। एमएससी गणित कोर्स में एडमिशन IIT JAM, CUCET, NEST, DUET आदि प्रवेश परीक्षाओं के माध्यम से लिया जा सकता है।
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एमएससी गणित कोर्स के भविष्य में अवसर
एमएससी गणित कोर्स करने के बाद छात्रों को फाइनेंसियल क्षेत्र और सरकारी क्षेत्र भी में मौका मिल सकता है। जहां वह एक विश्लेषणात्मक विज्ञान सलाहकार, बीमांकिक विश्लेषक, डेटाबेस मैनेजर, बाहरी लेखा परीक्षक, डेटा विश्लेषक, ग्राहक समन्वयक, क्रेडिट विश्लेषक और मात्रात्मक जोखिम विश्लेषक के रूप में कार्य कर सकते है।
अगर आप शिक्षण क्षेत्र में जाना चाहते है तो आप सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में प्रोफेसर बन सकते हैं। माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक, तकनीकी विषय विशेषज्ञ, मध्य विद्यालय के शिक्षक और विज्ञान के शिक्षक भी अपनी बनकर अच्छी कमाई कर सकते हैं।
FAQs
प्रश्न 1: MSc Mathematics क्या है?
उत्तर: MSc Mathematics एक पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है जिसमें गणित के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन कराया जाता है। इसमें अलग-अलग गणितीय समस्याओं का हल निकालने की विधियों पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है।
प्रश्न 2: MSc Mathematics के लिए पात्रता मानदंड क्या हैं?
उत्तर: MSc Mathematics कोर्स में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार से गणित विषय के साथ ग्रेजुएशन स्तर पर 50% अंकों की मांग की जाती है।
प्रश्न 3: MSc Mathematics कोर्स की अवधि क्या है?
उत्तर: MSc Mathematics कोर्स की अवधि आमतौर पर 2 वर्ष की होती है। इसके दौरान आपको गणित के विभिन्न शाखाओं में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते है।
प्रश्न 4: MSc Mathematics के बाद कौन-कौन सी नौकरियां मिल सकती हैं?
उत्तर: MSc Mathematics कोर्स करने के उपरांत आप शिक्षा संस्थानों में गणित के शिक्षक, रिसर्च संस्थानों में गणितज्ञ, बैंक, फाइनेंसियल संस्थान, बीमा कंपनियों, इंजीनियरिंग कंपनियों, सरकारी विभागों और IT सेक्टर में नौकरियां पा सकते हैं।
प्रश्न 5: MSc Mathematics के बाद आगे कौन से कोर्सेज कर सकते हैं?
उत्तर: MSc Mathematics कोर्स के बाद आप गणित विषय में MPhil या डॉक्टरेट की पढ़ाई कर सकते हैं। इसके साथ ही आप शिक्षा, रिसर्चऔर फाइनेंसियल क्षेत्र में भी अध्ययन जारी रख सकते हैं। freeslots dinogame