MSc Nutrition & Dietetics कोर्स : एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स एक पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है जिसे इच्छुक एंव योग्य उम्मीदवार 2 वर्षो में पूरा कर सकते है। यह कोर्स विशेष रूप से भोजन में पोषण मूल्यों के सिद्धांतों और मानव शरीर पर उनके प्रभावों अध्ययन से संबंधित है।
हाल के दिनों में, स्वस्थ जीवन का लाभ उठाने के लिए मानव जीवन शैली को एक संतुलित और पोषण युक्त आहार योजना की आवश्यकता है। इसलिए जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए केवल पोषण विशेषज्ञ और आहार विशेषज्ञ ही एक स्वस्थ आहार डाइट प्रदान कर सकते हैं। इसी बजह से यह कोर्स अधिक लोकप्रियता हासिल कर रहा है।
पोस्ट ग्रेजुएशन कारण के बाद आप एक प्रोफेशनल के रूप में किसी प्राइवेट या सरकारी संस्थान में आहार विशेषज्ञ या पोषण विशेषज्ञ के रूप में अस्पताल, सार्वजनिक स्वास्थ्य संगठन, राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय खाद्य संगठन आदि में काम के करते हैं।
डिग्री | पोस्ट ग्रेजुएशन |
कोर्स | एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स |
कोर्स का पूरा नाम | मास्टर ऑफ़ साइंस इन न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स |
अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | बीएससी ग्रेजुएशन |
आयु | कोई आयु सीमा नही है |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 60,000 से 3,50,000 रुपये |
औसत वेतन | 3 से 8 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी प्रोफाइल | फार्माकोलॉजिस्ट, रिसर्च एनालिस्ट, रिसर्च असिस्टेंट आदि। |
एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स के लिए शीर्ष कॉलेजों एंव विश्वविद्यालयों में एडमिशन पाने के लिए कोर्स शुल्क 60,000 से 3,50,000 रुपये के बीच है। भारत में इस कोर्स में योग्य और अनुभवी छात्रों को दिया जाने वाला औसत वार्षिक वेतन 3 से 8 लाख रुपये प्रति वर्ष के बीच है।
एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स कोर्स क्या है?
एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स भारत के विभिन्न संस्थानों द्वारा कराया जाने वाला 2 वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है जिसे 4 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है।
एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स कोर्स के दौरान छात्रों को पोषण, खाद्य सूक्ष्म जीव विज्ञान, फ़ूड मैनेजमेंट, आहार चिकित्सा, खेल पोषण और अधिक से संबंधित विषयों के बारे में पढ़ाया जाता है। इसके साथ ही वह उम्मीदवार, जिन्होंने न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स में अपना ग्रेजुएशन पूरा कर लिया है, वह इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते है।
जैसा कि एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स के नाम से ही पता चलता है, कि ये एक न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स आधारित पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है। इस कोर्स में पढ़ाई करने वालों को इस डिग्री को पूरा करने के बाद कई स्वास्थ्य संगठनों, शोध संस्थानों, अस्पतालों या किसी अन्य खाद्य संगठनों में नौकरी पर रखा जाता है।
ये भी पढ़े : एमएससी फूड टेक्नोलॉजी
एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स कोर्स क्यों करना चाहिए?
वर्तमान समय में, बड़ी संख्या में छात्र एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स कोर्स का विकल्प चुनते हैं। यहाँ हम निम्नलिखित कारणों को विस्तार से बता रहे हैं:
न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स प्रोफेशनल्स वह होते हैं जो लोगों के लिए उचित आहार योजना प्रदान करते हैं और उन्हें स्वस्थ भोजन के महत्व को समझने में मदद करते हैं। इनकी मुख्य भूमिका एक उचित आहार योजना के माध्यम से लोगो में एक स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखने की अवधारणा को विकसित करना है।
एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स छात्रों को स्वास्थ्य संबंधी मापदंडों के आधार पर मानव शरीर के लिए सही आहार डाइट तैयार करने में मदद करते है क्योंकि केवल उचित पोषण और आहार ही शरीर में सभी कमियों, असंतुलनों को नियंत्रित कर सकता है और स्वस्थ जीवन पाने का प्रयास कर सकता है।
एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स कोर्स पूरा करने के बाद, आप स्वरोजगार कर सकते हैं या किसी भी प्राइवेट या सरकारी क्षेत्र में आसानी से नौकरी पा सकते हैं। इनके अलावा, एक बेहतर वेतन पैकेज के साथ एक कॉर्पोरेट अस्पताल में शामिल होने से पोषण विशेषज्ञों के लिए उच्च वेतन दिया जाता है।
MSc Nutrition & Dietetics कोर्स के Types
भारत में कई कॉलेज एंव विश्वविद्यालय है जिनके माध्यम से इच्छुक एंव योग्य उम्मीदवार एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स को रेगुलर या डिस्टेंस मोड में कर सकते है।
फुल टाइम एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स : एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स कोर्स को आप विभिन्न कॉलेज एंव विश्वविद्यालय की मदद से रेगुलर मोड के माध्यम से कर सकते है। रेगुलर मोड में उम्मीदवारों को प्रैक्टिकल और थेओरोटिकल दोनों के माध्यम से सिखाया जाता हैं। रेगुलर मोड में छात्र बीएससी ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद अपनी योग्यता एंव प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन ले सकते है।
डिस्टेंस एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स : भारत के कुछ ऐसे भी विश्वविद्यालय है जिन्हे यूजीसी ने डिस्टेंस मोड में एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स कोर्स कराने की अनुमति दी है। जहां छात्रों को नियमित रूप से कक्षाओं में भाग लेने की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि इसमें समस्त पढ़ाई ई – लर्निंग या साप्ताहिक क्लासेस के माध्यम से होती है। इच्छुक छात्र विश्वविद्यालय में सीधे आवेदन कर एडमिशन ले सकते है।
ये भी पढ़े : एमएससी फूड & न्यूट्रिशन
MSc Nutrition & Dietetics कोर्स : न्यूनतम योग्यता
उम्मीदवार ने किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से बैचलर डिग्री या किसी अन्य समकक्ष कोर्स को पूरा किया चाहिए, साथ ही यूजी स्तर पर कुल मिलाकर कम से कम 04% अंक प्राप्त किए होने चाहिए।
उम्मीदवारों ने ग्रेजुएशन स्तर पर बीएससी बायोलॉजी, होम साइंस, क्लिनिकल बायोकेमिस्ट्री, बीएनवाईएस, बीएएमएस, बीएससी माइक्रोबायोलॉजी, बीएससी फूड साइंस, बीएससी लाइफ साइंसेज जैसे किसी भी विषय में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की होनी चाहिए।
इसके अलावा अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों के लिए कुल अंकों में 5% की छूट दी जाती है यानि कि आरक्षित श्रेणी के छात्रों को यूजी स्तर में 35% अंक प्राप्त करने की आवश्यकता है।
MSc Nutrition & Dietetics कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स कोर्स में एडमिशन मेरिट लिस्ट ग्रेजुएशन स्तर पर प्राप्त अंकों) के आधार पर किया जाता है। हालांकि, कुछ कॉलेज उम्मीदवारों को राज्य, राष्ट्रीय और विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा के प्रदर्शन के आधार पर इस कोर्स में एडमिशन पाने की अनुमति देते हैं। तो, इस कोर्स में एडमिशन आप या तो योग्यता आधारित या प्रवेश परीक्षा के माध्यम से ले सकते है।
ये भी पढ़े : एमएससी पब्लिक हेल्थ
MSc Nutrition & Dietetics कोर्स : प्रवेश परीक्षा
भारत के कुछ कॉलेज एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स कोर्स में प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन की अनुमति है, जिसमें पहले छात्रों के पहले एक प्रवेश परीक्षा देनी होती है और फिर उसमें आपके द्वारा किए गए स्कोर के आधार पर कॉलेज द्वारा एडमिशन का निर्णय लिया जाता है। यहां कुछ प्रवेश परीक्षाएं दी है :
- BITSAT
- IIT JAM
- TISS NET
- NEST
- CUET PG
एमएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स कोर्स के भविष्य में अवसर
जिन छात्रों ने पोस्ट-ग्रेजुएशन स्तर पर न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स डिग्री कोर्स को पूरा कर लिया है, उन्हें उनके कौशल और रुचि के अनुसार न्यूट्रिशन और डायटेटिक्स में कई नौकरियां मिल सकती है। उन नौकरियों में सार्वजनिक स्वास्थ्य क्लीनिक, निजी और सरकारी में विभिन्न एमएससी पोषण और डायटेटिक्स नौकरियां आदि शामिल हैं। इन्हे आप अस्पताल, स्वास्थ्य रखरखाव संगठन, अनुसंधान संगठनों के संस्थान, एयरलाइंस, एथलीट शिविर आदि क्षेत्र में कर सकते है।
इस न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स पीजी कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र क्लिनिकल डाइटीशियन, मैनेजमेंट डाइटीशियन, कंसल्टेंट डाइटीशियन और अन्य के रूप में करियर शुरू कर सकते हैं। इतना ही नहीं, वह प्राइवेट प्रैक्टिशनर, प्राइवेट डाइटिशियन कंसल्टेंट, पीडियाट्रिक डायट्रिक स्पेशलिस्ट, संस्था के डाइटेटिक डिपार्टमेंट में असिस्टेंट आदि के तौर पर भी काम कर सकते हैं।