Fashion Designing Courses after 12th : फैशन डिजाइनिंग भारत ही नहीं दुनिया भर में लोकप्रिय प्रोफेशन में से एक है क्योंकि इसमें नौकरी की अपार संभावनाएं है, बशर्ते आप आने बाले ट्रेंड को समझकर उसके अनुसार कपड़े या जूते डिज़ाइन कर सके। यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें आप रचनात्मक, फैंसी और ग्लैमर से भरपूर आईडिया सोचकर डिज़ाइन करते है तो आप इस क्षेत्र में अपार पैसा बना सकते है।
फैशन डिजाइनिंग एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें आप बहुत ही अच्छा पैसा कमा सकते है, बशर्ते आप आने बाले ट्रेंड को समझकर उसके अनुसार कपड़े या जूते डिज़ाइन कर सके। यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें आप रचनात्मक, फैंसी और ग्लैमर से भरपूर आईडिया सोचकर डिज़ाइन करते है तो आप इस क्षेत्र में अपार पैसा बना सकते है।
फैशन डिजाइनिंग के बारे में सीखने के लिए आपको कुछ स्किल्स को सीखना होगा जो आपको एक बेहतर फैशन डिज़ाइनर बना सके। इसके लिए आप भारत के विभिन्न कॉलेज या इंस्टिट्यूट से फैशन डिजाइनिंग के बारे में सीख सकते है।
फैशन डिजाइनिंग क्या कोर्स है?
फैशन डिजाइनिंग कोर्स वोकेशनल कोर्स के क्षेत्र में भारत ही नहीं पूरी दुनिया में बहुत लोकप्रिय है। फैशन डिजाइनिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कपड़ो की डिजाइनिंग से लेकर जूतो की डिजाइनिंग भी शामिल है। अगर आप 12वीं के बाद एक फैशन डिज़ाइनर बनना चाहते है तो आप सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या ग्रेजुएशन स्तर पर पढ़ाई कर सकते है वशर्ते इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए आपका क्रिएटिव होना आवश्यक है।
नीचे आपको वह सभी विकल्प दिए गए है जिनके माध्यम से आप एक फैशन डिज़ाइनर के रूप में काम कर सकते है :
Fashion Designing Courses After 12th
क्या 12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग एक अच्छा करियर है? जी हाँ, फैशन भारत में सबसे ग्लैमरस और तेजी से बढ़ते उद्योगों में से एक है। इसके अलावा, फैशन उद्योग आपका एक नाम, प्रसिद्धि और बहुत पैसा देता है। इसके अतिरिक्त, वह छात्र जो कुछ नया करने के बारे में सोचते है और फैशन डिजाइनिंग को लेकर अपना भविष्य बनाना चाहते है तो फैशन डिजाइनिंग आपके लिए है। यहां आपको कुछ फैशन डिजाइनिंग लोकप्रिय कोर्सेस की जानकारी दी जायेगी, जिन्हे आप अपनी रूचि और योग्यता के अनुसार चुन सकते है।
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फैशन डिजाइनिंग में सबसे अच्छा कोर्स कौन सा है?
#1 बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन इन फैशन डिजाइनिंग
- बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन इन फैशन डिजाइनिंग कोर्स की अवधि 4 वर्ष है।
- बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन इन फैशन डिजाइनिंग कोर्स में एडमिशन के लिए किसी भी स्ट्रीम में 50% अंको के साथ 12वी पास होना अनिवार्य है।
- इस कोर्स का मुख्य उद्देश्य छात्रों को अंतराष्ट्रीय फैशन ट्रेंड को समझते हुये कपडे डिज़ाइन के बारे में सिखाने का है।
- यह कोर्स छात्रों को क्रिएटिव बनाने में मदद करता है।
- यह कोर्स छात्रों को गारमेंट्स डिज़ाइन स्किल में एक अलग ही स्तर पर लेकर जाएगा।
- यह कोर्स करने के बाद उम्मीदवार फ्रीलान्स, नौकरी आदि कर सकते है या फिर खुद का व्यापार शुरू कर सकते है।
#2 बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन इन लैदर डिज़ाइन
- लैदर इंडस्ट्री की डिमांड दिन व दिन बढ़ती जा रही है।
- इस कोर्स में छात्रों को लैदर से बनने बाले प्रोडक्ट को डिज़ाइन करना सिखाया जाता है।
- इस कोर्स की अवधि 4 वर्ष है जो छात्रों को लैदर इंडस्ट्री को समझने में मदद करता है।
- इस सब के अलावा यह कोर्स छात्रों को लैदर की विस्तृत समझ विकसित करने में मदद करता है और साथ ही मटेरियल और मार्केट का ज्ञान भी विकसित करने में मदद करता है।
- बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन इन लैदर डिज़ाइन कोर्स करने के बाद आप भारत की विभिन्न कंपनियों में काम कर सकते है।
- बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन इन लैदर डिज़ाइन कोर्स में एडमिशन लेने के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वी पास होना चाहिए।
#3 बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन इन टेक्सटाइल डिज़ाइन
- टेक्सटाइल डिज़ाइन को फैशन इंडस्ट्री का बेस माना जाता है।
- बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन इन टेक्सटाइल डिज़ाइन कोर्स की अवधि 4 वर्ष है।
- यह कोर्स छात्रों को टेक्सटाइल मैन्युफैक्चरिंग, रॉ मटेरियल, प्रोडक्शन तकनीक प्रोसेस के बारे में सिखाता है।
- यह कोर्स पूरा करने के बाद आप किसी मिल, इंडेपेंडेड डिज़ाइनर या कंसलटेंट के टूर पर काम कर सकते है।
- बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन इन टेक्सटाइल डिज़ाइन कोर्स में एडमिशन के लिए किसी भी स्ट्रीम में 50% अंको के साथ 12वी पास होना आवश्यक है।
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#4 बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन इन फैशन कम्युनिकेशन
- हम ब्रांडिंग और मार्केटिंग की दुनिया में रहते है, क्योंकि हर एक इंडस्ट्री में मार्केटिंग की आवश्यकता रहती है।
- बिना ब्रांडिंग और मार्केटिंग के कोई भी कंपनी अपना समान नहीं बेच सकती है।
- बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन इन फैशन कम्युनिकेशन कोर्स आपको फैशन इंडस्ट्री में कैसे ब्रांडिंग और मार्केटिंग की जाती है यह सिखाता है।
- फैशन इंडस्ट्री में ब्रांडिंग और मार्केटिंग एक्सपर्ट की बहुत डिमांड है इसलिए अगर इस क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते है तो एक बेहतरीन विकल्प है।
- इस कोर्स की अवधि भी 4 वर्ष होती है।
- इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप फैशन इंडस्ट्री के लिए एडवरटाइजिंग, मार्केटिंग और ब्रांडिंग का काम कर सकते है।
- बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन इन फैशन कम्युनिकेशन कोर्स में एडमिशन के लिए आपने किसी भी स्ट्रीम में 50% अंको के साथ 12वी किया होना चाहिए।
#5 बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन इन निटवियर डिज़ाइन
- यह कोर्स छात्रों को निटवियर मैन्युफैक्चरिंग, मर्चेंडाइजिंग, मार्केट डिमांड और एक्सपोर्ट आदि के क्षेत्र में प्रोफेशनल बनाता है।
- बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन इन निटवियर डिज़ाइन कोर्स की अवधि 4 वर्ष है।
- यह कोर्स पूरा करने के बाद आप आसानी से किसी निटवियर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी में नौकरी कर सकते है।
- यह कोर्स फैब्रिक और गारमेंट्स डिज़ाइन प्रोफेशनल को बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- उम्मीदवार इस कोर्स को डिज़ाइनर, मर्चेंडाइजर्स आदि में करियर बनाने के लिए भी कर सकते है।
- इस कोर्स में एडमिशन के लिए उम्मीदवार ने किसी भी स्ट्रीम में 50% अंको के साथ 12वी किया होना चाहिए।
#6 डिप्लोमा कोर्स इन फैशन डिजाइनिंग
- अगर आप किसी विशेष स्पेशलाइजेशन में कम समय में प्रैक्टिकल ज्ञान हासिल करना चाहते है तो यह कोर्स आपके लिए है।
- डिप्लोमा कोर्स इन फैशन डिजाइनिंग में एडमिशन आपके पिछले परफॉरमेंस के आधार पर किया जाता है इसके अलावा कुछ विश्वविधालय इस कोर्स में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करते है।
- इस कोर्स में एडमिशन के लिए 12वी पास होना अनिवार्य है।
#7 डिप्लोमा इन रिटेल मैनेजमेंट
- यह ध्यान रखना सबसे महत्वपूर्ण है कि रिटेल मैनेजमेंट, मैनेजमेंट के सामान्य क्षेत्र का एक उप – भाग है।
- इसके अलावा, यह उपभोक्ताओं को सीधे उत्पादों के वितरण और बिक्री की देखरेख करता है।
- इसलिए, यह दुकानों, चेन स्टोर्स, बाजारों और मॉल जैसे विशेष वेंडिंग पॉइंट्स में देखा जाता है।
- अगर आपन रिटेल मैनेजमेंट के क्षेत्र में करियर बनाने का विचार कर रहे है तो यह कोर्स भी एक अच्छा विकल्प है।
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#7 डिप्लोमा इन फैशन जर्नलिज्म
- यह फैशन टेक्नोलॉजी में एक डिप्लोमा कोर्स है।
- यह कोर्स छात्रों को फैशन इंडस्ट्री में एक जर्नलिज्म करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- यह कोर्स छात्रों को फैशन मीडिया, फैशन राइटर, फैशन क्रिटिक्स और फैशन रिपोर्टर बनने में मदद करता है।
#8 डिप्लोमा इन फैशन मैनेजमेंट
- एडवरटाइजिंग, गारमेंट कंस्ट्रक्शन, सेल्स एंड मार्केटिंग, मर्चेंडाइजिंग और अन्य फैशन डिज़ाइन के पहलु सभी इस कोर्स में कवर किए जाते है।
- जैसा कि नाम से पता चलता है कि फैशन मैनेजमेंट, किसी फैशन बिज़नेस में प्लानिंग, एक्सेक्युशन के बारे में है।
- यह कोर्स उन उम्मीदवारों के लिए विल्कुल परफेक्ट है जो फैशन डिजाइनिंग और मैनेजमेंट के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते है।
अगर आपने अपना 12वी न्यूनतम 50% अंको के साथ किसी भी स्ट्रीम में पास किया है तो आप ऊपर दिए गए किसी भी डिप्लोमा या डिग्री कोर्स में एडमिशन ले सकते है।
फैशन डिज़ाइनर नौकरी
फैशन डिजाइनर की नौकरी कैसे मिलती है? भारत के किसी भी इंस्टिट्यूट या कॉलेज से फैशन डिजाइनिंग कोर्स करने के बाद आप विभिन्न नौकरी के अवसर पा सकते है। यहां आपको कुछ नौकरी प्रोफाइल दिए गए जिनमें आप अपनी स्पेशलाइजेशन और स्किल के आधार पर नौकरी कर सकते है।
- फैशन शोज मैनेजर
- प्रोडक्शन मैनेजर
- टेक्निकल डिज़ाइनर
- फैशन मीडिया
- फैशन कंसलटेंट
- ग्राफ़िक डिज़ाइनर
- पर्सनल स्टाइलिस्ट
- फैब्रिक वकालित्य कंट्रोल चेकर
फैशन डिजाइनिंग के लिए भारत के शीर्ष कॉलेज
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी
- पर्ल एकेडमी ऑफ़ फैशन
- आर्च कॉलेज ऑफ़ डिज़ाइन & बिज़नेस
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन
- एमिटी स्कूल ऑफ़ फैशन डिजाइनिंग
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ क्राफ्ट एंड डिज़ाइन
- बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ लिबरल आर्ट्स & मैनेजमेंट
- सिम्बोसिस इंस्टिट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन
- आईएमएस डिज़ाइन एंड इनोवेशन एकेडमी
- नॉर्थेर्न इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी
- आर्मी इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन एंड डिज़ाइन