अगर आप सोच रहे है कि 12th ke Bad LLB Kaise Kare? तो लेख आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है। क्योंकि इस लेख को पढ़ने के बाद आपको समझने में आसानी होगी कि 12वीं के बाद लॉ कैसे कर सकते है जिनमें करियर बनाया जा सकता है। इसके साथ ही अगर आप आगे पढ़ने की इच्छा रखते है तो आपको उच्च शिक्षा के विकल्प के बारी में भी जानकारी मिलेगी।
लॉ संविधान का एक मूलभूत भाग है, भारत में लॉ कोर्स या एजुकेशन ही एकमात्र लीगल शिक्षा है जिसे करने के बाद आप एक वकील के रूप में काम कर सकते है। लॉ एक ऐसा क्षेत्र है जिसमे विभिन्न लीगल सिस्टम से संवधित बिज़नेस, अर्थशात्र, मानव अधिकार, अन्तराष्ट्र्रीय सम्बन्ध, राजनीति और अन्य लीगल पहलु शामिल होते है।
लॉ कोर्स में छात्रों को देश के लीगल सिस्टम के बारे में विस्तार से सिखाया जाता है, इसके साथ ही विभिन्न तरह क़ानून, मानव अधिकार और अन्य लीगल पहलु को समझाया जाता है।
आज हम इस लेख में उन सभी कोर्सेस के बारे में समकझने की कोशिश करेंगे, जिन्हे 12वी पार करने के बाद किया जा सकता है।
क़ानून या लॉ क्या है?
भारत का लीगल सिस्टम क़ानून व्यवस्था को बनाए रखने में मदद करता है, हमारे संविधान में ऐसे कानूनों के बारे में चर्चा की गयी है जो समाज में क़ानून व्यवथा बनाए रखे। यह क़ानून सभी भारतीयों पर लागू होते है। जैसे – अगर कोई व्यक्ति कोई जुर्म करता है तो उसे क़ानून व्यवस्था के अनुसार सजा सुनाई जाती है और इसमें वकील और जज मुख्य भूमिका निभाते है।
लॉ कोर्स में आप समझते है कि भारत के क़ानून व्यवस्था कैसे काम करती है और क़ानून व्यवस्था को बेहतर कैसे किया जा सकता है। लॉ कोर्स में थ्योरी, इंटरशिप, केस स्टडी आदि शामिल होती है। अगर आप एक लॉ कोर्स करते है तो आपको निम्न चार तरह के लॉ को पढ़ने का मौका मिलता है।
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क्रिमिनल लॉ : क्रिमिनल लॉ में ऐसे क़ानून शामिल होते है जो छात्रों को सिखाते है, कि अगर कोई किसी भी तरह की क्रिमिनल एक्टिविटी करता है तो सके लिए सजा का क्या प्रावधान है।
सिविल लॉ : सिविल लॉ में ऐसे क़ानून आते है जिसमें एक व्यक्ति किसी अन्य से कोई शोषण नहीं करता है और कोई कारावास नहीं देता है बल्कि हर्जाने के लिए मुआवजे या प्रतिपूर्ति की मांग करता है।
कॉर्पोरेट लॉ : कॉर्पोरेट कंपनियों से जुड़े मामले निपटाने के लिए कॉर्पोरेट लॉ का इस्तेमाल किया जाता है, इसके साथ ही कॉर्पोरेट लॉ यह भी देखता है कि कोई कमपनी अपने व्यापार को लीगल तरह से चला रही है या नहीं यानी की कंपनियों से जुड़े मामले कॉर्पोरेट लॉ के अंर्तगत आते है।
लेबर लॉ : लेबर लॉ को कंपनी के कर्मचारियों के लिए तैयार किया है, जिसमें लेबर लॉ देखता है कि कोई कंपनी अपने कर्मचारी का अनावश्यक फायदा न उठाये और उनके वेतन आदि में किसी भी तरह की कोई रुकावट न करे।
12th ke Bad LLB Kaise Kare?
क्या मैं 12 वीं के बाद एलएलबी कर सकता हूं? जी हां, वह उम्मीदवार जो 12वीं के बाद एलएलबी करना चाहते है वह सीधे एलएलबी में एडमिशन नहीं ले सकते है क्योंकि इसमें एडमिशन के लिए ग्रेजुएशन की डिग्री होना आवश्यक है। इसलिए अगर आप 12वी के बाद एलएलबी करने का विचार कर रहे है तो आप लॉ इंटेग्रेटेड कोर्स में एडमिशन ले सकते है।
लॉ भारत में एक प्रतिस्थित प्रोफेशन है जिसे भारत के बहुत से छात्र अपनाना चाहते है। भारत में कोई भी उम्मीदवार जिसने अपना 12वी किसी भी स्ट्रीम में किया है और उसके बाद कोई भी बैचलर डिग्री की है वह बैचलर ऑफ़ लॉ या एलएलबी की डिग्री कर सकता है।
अभी हम सभी लॉ कोर्सेस के बारे में विस्तार से समझते है:
12वी के बाद लॉ कोर्स | कोर्स का पूरा नाम | कोर्स की अवधि |
बीए + एलएलबी | बैचलर ऑफ़ आर्ट्स & बैचलर ऑफ़ लेजिस्लेटिव ऑफ़ लॉ | 5 वर्ष |
बीए + एलएलबी (होनोर्स) | बैचलर ऑफ़ आर्ट्स & बैचलर ऑफ़ लेजिस्लेटिव ऑफ़ लॉ (होनोर्स) | 5 वर्ष |
बीबीए + एलएलबी | बैचलर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन & बैचलर ऑफ़ लेजिस्लेटिव ऑफ़ लॉ | 5 वर्ष |
बीबीए + एलएलबी (होनोर्स) | बैचलर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन & बैचलर ऑफ़ लेजिस्लेटिव ऑफ़ लॉ (होनोर्स) | 5 वर्ष |
बीकॉम + एलएलबी | बैचलर ऑफ़ कॉमर्स & बैचलर ऑफ़ लेजिस्लेटिव ऑफ़ लॉ | 5 वर्ष |
बीकॉम + एलएलबी (होनोर्स) | बैचलर ऑफ़ कॉमर्स & बैचलर ऑफ़ लेजिस्लेटिव ऑफ़ लॉ (होनोर्स) | 5 वर्ष |
बीएसएल + एलएलबी | बैचलर ऑफ़ सोसिए – लीगल साइंस & बैचलर ऑफ़ लेजिस्लेटिव ऑफ़ लॉ | 5 वर्ष |
बीएससी + एलएलबी | बैचलर ऑफ़ साइंस & बैचलर ऑफ़ लेजिस्लेटिव ऑफ़ लॉ | 5 वर्ष |
बीएससी + एलएलबी (होनोर्स) | बैचलर ऑफ़ साइंस & बैचलर ऑफ़ लेजिस्लेटिव ऑफ़ लॉ (होनोर्स) | 5 वर्ष |
बीटेक + एलएलबी | बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी & बैचलर ऑफ़ लेजिस्लेटिव ऑफ़ लॉ | 6 वर्ष |
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12th ke Bad LLB Kaise Kare? : डिप्लोमा कोर्स
यहाँ आपको कुछ लोकप्रिय लॉ डिप्लोमा कोर्स की सूची दी गयी है जिन्हे आप 12वी पास करने के बाद कर सकते है:
- डिप्लोमा इन क्रिमिनोलॉजी
- डिप्लोमा इन साइबर लॉ
- डिप्लोमा इन ह्यूमन राइट्स
- डिप्लोमा इन इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी लॉ
- डिप्लोमा इन बिज़नेस लॉ
- डिप्लोमा इन को – ऑपरेटिव लॉ
- डिप्लोमा इन कॉर्पोरेट लॉ & मैनेजमेंट
- डिप्लोमा इन टेक्सेशन लॉ
- डिप्लोमा इन वूमेन स्टडीज़ & जेंडर जस्टिस
- डिप्लोमा इन क्रिमिनल लॉ
- डिप्लोमा इन इंटरनेशनल लॉ
- डिप्लोमा इन लेबर लॉ
- डिप्लोमा इन लेबर लॉ & लेबर वेलफेयर
12th ke Bad LLB Kaise Kare? : सर्टिफिकेशन कोर्स
यहाँ आपको कुछ छोटी अवधि के लॉ सर्टिफिकेशन कोर्स दिए गए है जिन्हे आप 12वी के बाद कर सकते है :
- सर्टिफिकेट कोर्स इन कॉर्पोरेट लॉ
- सर्टिफिकेट कोर्स इन एंटी – ह्यूमन ट्रैफिकिंग
- सर्टिफिकेट कोर्स इन बिज़नेस लॉ
- सर्टिफिकेट कोर्स इन कंस्यूमर प्रोटेक्शन
- सर्टिफिकेट कोर्स इन इन्शुरेंस लॉ
- सर्टिफिकेट कोर्स इन साइबर लॉ
- सर्टिफिकेट कोर्स इन ह्यूमन राइट्स
लॉ प्रवेश परीक्षा
अगर आप भारत के शीर्ष विश्वविधालय से लॉ करना चाहते है तो पहले आपके प्रवेश परीक्षा को उत्तीर्ण करना होगा, उसके उपरान्त काउंसलिंग ले माध्यम से आपके एडमिशन की प्रक्रिया पूरी करायी जाती है। अगर आप एलएलबी, बीए एलएलबी या बीबीए एलएलबी कोर्स करना चाहते है तो आपको राष्ट्रीय या विश्वविद्यालय स्तर प्रवेश परीक्षा को पास करना करना होगा।
भारत में सीलेट एक ऐसी राष्ट्र्रीय स्तर प्रवेश परीक्षा है जो भारत के शीर्ष लॉ कॉलेज में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है। इसके साथ ही डीयू एलएलबी, एमएचटी सेट आदि प्रवेश परीक्षा लॉ कोर्स में एडमिशन के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित की जाती है।
भारत के शीर्ष लॉ कॉलेज
यहां आपको भारत के शीर्ष लॉ कॉलेज की सूची दी गयी है जिनमें आप प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन ले सकते है:
कॉलेज / विश्वविद्यालय | स्थान | एनआरआईएफ रैंकिंग |
नेशनल लॉ स्कूल ऑफ़ इंडिया विश्वविद्यालय | बैंगलोर | 1 |
नेशनल लॉ विश्वविद्यालय | दिल्ली | 2 |
नलसर विश्वविद्यालय ऑफ़ लॉ | हैदराबाद | 3 |
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी खरगपुर | खरगपुर | 4 |
नेशनल लॉ विश्वविद्यालय | जोधपुर | 5 |
द वेस्ट बंगाल नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ जुरिडिकल साइंस | कोलकाता | 6 |
गुजरात नेशनल लॉ विश्वविद्यालय | गांधीनगर | 7 |
सिम्बायोसिस लॉ स्कूल | पुणे | 8 |
जामिया मिल्लिया इस्लामिया | नई दिल्ली | 9 |
द राजीव गाँधी नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ लॉ | पटिआला | 10 |
लॉ में अवसर
लॉ डिप्लोमा या डिग्री कोर्स करने के बाद लीगल क्षेत्र में विभिन्न संभावनाएं है जिनमें आप अपनी योग्यता और रूचि के अनुसार भविष्य बना सकते है। यहां आपको कुछ करियर प्रॉस्पेक्ट दिए गए जिनमे आप लॉ करने के बाद करियर बना सकते है:
- क्रिमिनल लॉयर
- कॉर्पोरेट लॉयर
- सिविल लिटिगेशन लॉयर
- लीगल एनालिस्ट
- डॉक्यूमेंट ड्राफ्टिंग लॉयर
- लीगल जौर्नालिस्ट
- लीगल एडवायजर
- सरकारी लॉयर
- जज
- लीगल ट्रेनर
- बैरिस्टर
- एडवोकेट
- कंपनी सेक्रटरी
लॉ कोर्स करने के बाद वेतन
लॉ कोर्स करने के बाद आप अच्छे वेतन पर काम कर सकते है, अगर आप एक स्किल्ल्ड वकील है और आपने खुद से प्रैक्टिस की है तो आप इस क्षेत्र में अपार पैसा कमा सकते है। जब आप अपना लॉ कोर्स ख़त्म करते है उसके बाद आपको पप्रैक्टिस के लिए किसी वकील के अंर्तगत ट्रेनिंग करनी होती है जिसमें आप ट्रेनिंग के दौरान 5000 से 20,000 रूपये प्रति महीना तक कमा सकते है।
ट्रेनिंग पूरी करने के बाद एक वकील के रूप में जब आप कोर्ट में काम करना शुरू करते है तो आप आसानी से 20,000 से 50,000 रूपये प्रतिमाह तक कमा सकते है।