Journalism Courses After 12th : अगर आपको लिखना पसंद है या न्यूज रिपोर्टिंग में रूचि रखते है या न्यूज, मैगज़ीन इंडस्ट्री में अपना करियर बनाना चाहते है तो आप 12वी के बाद जर्नलिज्म में विभिन्न डिप्लोमा या बैचलर कोर्स कर सकते है। जर्नलिज्म में विभिन्न माध्यम से लोगो को जानकारी पहुचायी जाती है जिसमें टेलीविज़न, रेडियो, न्यूज़पेपर आदि शामिल है।
अभी के इस डिजिटल युग में ई – मैगज़ीन, ई – न्यूजपेपर, ब्लॉग और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से भी लोगो तक जानकारी पहुचायी जाती है। इस क्षेत्र में उन उम्मीदवारों के लिए अपार करियर अवसर है जो जर्नलिज्म के क्षेत्र में रूचि रखते है और इसमें अपना भविष्य बना सकते है।
आज इस लेख में हम उन सही जर्नलिज्म कोर्सेस के बारे में जानकारी साझा करेंगे, जिनकी मदद से आप मीडिया इंडस्ट्री में करियर को एक नई ऊंचाई तक पहुंचा सकते है।
जर्नलिज्म कोर्स क्या है?
जर्नलिज्म कोर्स क्या होता है? यह जानकारी और तकनीकी का युग है, अभी के समय में लोग जागरुक है और अपने आप को न्यूज, न्यूज चैनल्स, ब्लॉग, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से दुनिया में होने वाले नवीनतम परिवर्तन से अपडेट रखते है। इसलिए विभिन्न तरीके से जानकारी पहुंचाने के प्रोसेस को जर्नलिज्म के रूप में जाना जाता है।
जर्नलिज्म के क्षेत्र में विभिन्न अवसर है जिनमें आप लोकप्रिय न्यूज चैनल, न्यूज एजेंसीज, पब्लिशिंग हाउस और विभिन्न प्रिंट मीडिया में काम कर सकते है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ आप सिर्फ कुछ वर्षो के अनुभव के बाद अच्छा पैसा कमा सकते है। इसलिए अगर आप 12वी के बड़ा जर्नलिज्म में करियर बनाने का विचार कर रहे है तो यह एक बेहतर निर्णय साबित हो सकता है।
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Journalism Courses After 12th
कोर्स का नाम | कोर्स की अवधि |
डिप्लोमा इन जर्नलिज्म | 1 वर्ष |
डिप्लोमा इन जर्नलिज्म & मास कम्युनिकेशन (डीजेएमसी) | 1 वर्ष |
बीए इन जर्नलिज्म | 3 वर्ष |
बैचलर इन जर्नलिज्म | 3 वर्ष |
बीए इन कनवर्जेंट जर्नलिज्म | 3 वर्ष |
बैचलर ऑफ़ जर्नलिज्म & मास कम्युनिकेशन (बीजेएमसी) | 3 वर्ष |
बीए विद मास मीडिया | 3 वर्ष |
बीए इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन स्टडीज | 3 वर्ष |
बीए इन स्क्रिप्ट राइटिंग | 3 वर्ष |
बीएससी इन मास कम्युनिकेशन, जर्नलिज्म एंड एडवरटाइजिंग | 3 वर्ष |
बैचलर इन मीडिया साइंस | 3 वर्ष |
Journalism Courses After 12th : सर्टिफिकेट कोर्सेस
- सर्टिफिकेट कोर्स इन जर्नलिज्म
- सर्टिफिकेट कोर्स इन जर्नलिज्म & क्रिएटिव राइटिंग
- सर्टिफिकेट कोर्स इन जर्नलिज्म & मास कम्युनिकेशन
- सर्टिफिकेट कोर्स इन जर्नलिज्म & मास मीडिया
- सर्टिफिकेट इन साइंस & स्पोर्ट्स जर्नलिज्म
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पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन जर्नलिज्म : कोर्स अवधि 1 वर्ष
- एडवांस डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन
- डिप्लोमा इन बिज़नेस जर्नलिज्म & कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन
- डिप्लोमा इन ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म
- डिप्लोमा इन जर्नलिज्म
- डिप्लोमा इन जर्नलिज्म & मास मीडिया
- डिप्लोमा इन प्रिंट एंड ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म
- डिप्लोमा इन रेडियो जर्नलिज्म
- डिप्लोमा इन टीवी जर्नलिज्म
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म & न्यू मीडिया
जर्नलिज्म कोर्सेस के लिए योग्यता
- अगर आपने किसी भी स्ट्रीम में 50% अंको के साथ 12वी पास कर लिया है तो आप जर्नलिज्म कोर्स के लिए आवेदन कर सकते है।
- भारत के कुछ ऐसे कॉलेज भी है जो बेहतर कम्युनिकेशन स्किल, इंग्लिश स्पीकिंग और राइटिंग स्किल की मांग करते है।
- भारत के अधिकतम कॉलेज मेरिट के आधार पर एडमिशन करते है जबकि भारत के कुछ शीर्ष कॉलेज प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया पूरी करते है।
12वी के बाद जर्नलिज्म कोर्स में प्रवेश कैसे ले?
12 वीं के बाद पत्रकार कैसे बने? जर्नलिज्म ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन की प्रक्रिया मेरिट और प्रवेश परीक्षा के आधार पर होती है। यहां आपको कुछ जरूरी पहलुओं के बारे में जानकारी दी गयी हैं जो आपके लिए एडमिशन लेने से पहले समझना आवश्यक है:
- भारत में जर्नलिज्म डिग्री कोर्स में एडमिशन के लिए सीयू सेट, सीयूईटी, आईपीयू सेट, डीयू जर्नलिज्म प्रवेश परीक्षा और अन्य प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है।
- किसी भी प्रवेश परीक्षा में भाग लेकर उसमें किए गए स्कोर के आधार पर काउन्सलिंग के माध्यम से एडमिशन की प्रक्रिया पूरी की जाती है।
- भारत के अधिकतम कॉलेज छात्रों के 12वी के अंको के आधार पर न्यूनतम मेरिट जारी करते है, जिसमें अगर आप स्थान प्राप्त कर लेते है तो फिर काउंसलिंग के माध्यम से आपका एडमिशन किया जाता है।
जर्नलिज्म कोर्स करने के बाद उच्च शिक्षा के अवसर
अगर आप जर्नलिज्म में बैचलर डिग्री करने के बाद इसी क्षेत्र में उच्च शिक्षा हासिल करना चाहते है तो आपके पास कई विकल्प है जिनमें आप जर्नलिज्म के क्षेत्र में मास्टर्स कर सकते है। यहां आपको उन कोर्सेस की सूची दी गयी है जिन्हे आप कोई भी बैचलर जर्नलिज्म डिग्री करने के बाद कर सकते है।
कोर्स का नाम | कोर्स की अवधि |
एमए इन कनवर्जेंट जर्नलिज्म | 2 वर्ष |
एम इन ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म | 2 वर्ष |
एमए इन जर्नलिज्म & मास कम्युनिकेशन | 2 वर्ष |
एम इन जर्नलिज्म | 2 वर्ष |
एमएससी इन मास कम्युनिकेशन, एडवरटाइजिंग & जर्नलिज्म | 2 वर्ष |
एमबीए इन मीडिया एंड कम्युनिकेशन | 2 वर्ष |
एमबीए मास मीडिया मैनेजमेंट | 2 वर्ष |
मास्टर ऑफ़ जर्नलिज्म & मास कम्युनिकेशन (एमजेएमसी) | 2 वर्ष |
जर्नलिज्म कोर्स करने के बाद नौकरी और वेतन
एक रिपोर्टर की सैलरी कितनी होती है? जर्नलिज्म कोर्स पूरा करने के बाद आप विभिन्न एंटरटेनमेंट चैनल्स, न्यूज पेपर, न्यूज चैनल और न्यूज एजेंसीज में नौकरी के लिए आवेदन कर सकते है। हालंकि जर्नलिज्म के क्षेत्र में शुरुआती वेतन ज्यादा नहीं है लेकिन कुछ अनुभव के बाद विभिन्न कंपनियों में अच्छा वेतन पा सकते है।
जर्नलिज्म के क्षेत्र में शुरुआती उम्मीदवार 2 से 3 लाख रुपये प्रतिवर्ष तक कमा सकता है, हालंकि 3 से 4 साल के अनुभव के बाद आप एक बेहतर पैकेज के लिए जा सकते है यह पैकेज 12 लाख रुपये प्रतिवर्ष तक जा सकता है।
नौकरी प्रोफाइल | वेतन प्रतिवर्ष |
फ्रेशर | 2,00,000 – 3,00,000 रुपये |
रिपोर्टर | 3,00,000 – 4,00,000 रुपये |
सीनियर रिपोर्टर | 6,00,000 – 8,00,000 रुपये |
सब -एडिटर | 5,00,000 – 7,00,000 रुपये |
एडिटर | 10,00,000 – 13,00,000 रुपये |
चीफ एडिटर | 15,00,000 – 20,00,000 रुपये |
जर्नलिज्म कोर्स के बाद, नौकरी देने वाली कंपनियां
- एनडीटीवी नेटवर्क
- ज़ी टीवी नेटवर्क
- बीबीसी
- दैनिक जागरण
- इंडिया टीवी
- अमर उजाला
- हिंदुस्तान टाइम्स
- टाइम्स ऑफ़ इंडिया
- हिंदुस्तान टाइम्स
- नेटवर्क 18
- द इंडियन एक्सप्रेस
- सीएनएन
सर्वाधिक पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न : जर्नलिज्म कोर्स की औसत फीस क्या है?
उत्तर : जर्नलिज्म कोर्स की फीस कोर्स के स्तर पर निर्भर करती है,
- ग्रेजुएशन स्तर पर 30,000 से 1,00,000 रुपये के बीच रहती है।
- पोस्टग्रेजुएशन कोर्स फीस लगभग 50,000 से 2,00,000 लाख रूपये के बीच रहती है।
- डॉक्टरेट कोर्स फीस 50,000 से 3,00,000 रुपये के बीच रहती है।
- डिप्लोमा कोर्स फीस 30,000 से 1,50,000 रुपये के बीच रहती है।
प्रश्न : क्या जर्नलिज्म कोर्स आज के समय में करना सही है?
उत्तर : इस समय जर्नलिज्म कोर्स करना एक अच्छा विकल्प है क्योंकि डिजिटल मीडिया इंडस्ट्री बहुत तेजी से बढ़ रही है इसलिए अगर आप 12वी के बाद जर्नलिज्म कोर्स करते है तो आप आसानी से जर्नलिज्म के क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत कर सकते है।
प्रश्न : जर्नलिज्म कोर्स करने के बाद क्या – क्या अवसर है?
उत्तर : जर्नलिज्म के क्षेत्र में कोई भी कोर्स करने के बाद, प्रोफेशनल्स रिपोर्टर, एडिटर, जर्नालिस्ट, न्यूज़ एडिटर, कंटेंट राइटर, कम्युनिकेशन स्पेशलिस्ट आदि के रूप में काम कर सकते है।
प्रश्न : जर्नलिज्म कोर्स करने के बाद शुरुआती कितना वेतन रहता है?
उत्तर : जर्नलिज्म कोर्स के बाद शुरुआती वेतन आपके किए गए कोर्स के स्तर पर निर्भर करता है। ग्रेजुएशन स्तर पर शुरुआती वेतन लगभग 3.5 – 6 लाख रुपये तक हो सकता है। पोस्टग्रेजुएशन स्टार पर 4 – 8 लाख रूपये प्रतिवर्ष, डॉक्टरेट स्तर पर 4.5 – 10 लाख रूपये प्रतिवर्ष और डिप्लोमा स्तर पर 3 – 7 लाख रुपये प्रतिवर्ष के बीच रहती है।