Agriculture Courses after 12th : कृर्षि भारत की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाती है और वर्तमान समय में दुनिया भर के बहुत से छात्र कृषि के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने का सोच रहे है क्योंकि कृषि एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें भविष्य बनाने की अपार संभावनाए है। कृर्षि दुनिया भर में न सिर्फ खाना प्रदान कर रहा है बल्कि छात्रों को एक सुनहरा भविष्य देने में भी मदद कर रहा है।
भारत में कृषि के क्षेत्र में 12वी के बाद विभिन्न एग्रीकल्चर कोर्स उपलब्ध है जिनके माध्यम से आप कृषि के क्षेत्र में पढ़ाई कर सकते है। भारत में ऐसे बहुत से कॉलेज और विश्वविधालय है जो छात्रों को कृषि के क्षेत्र में विभिन्न कोर्स की सुविधा देते है। इसी के साथ अगर आप 12वी पास करने के बाद कृषि के क्षेत्र में पढ़ाई करना चाहते है तो यह लेख आपके लिए है।
एग्रीकल्चर कोर्स में एडमिशन प्रक्रिया
- एग्रीकल्चर कोर्स में एडमिशन की प्रक्रिया कॉलेज या विश्वविद्यालय पर निर्भर करती है।
- भारत के कुछ कॉलेज सिर्फ प्रवेश परीक्षा के आधार पर ही एग्रीकल्चर कोर्स में एडमिशन की प्रक्रिया शुरु करते है, जबकि कुछ कॉलेज आपके 12वी के अंको के आधार पर मेरिट के अनुसार एडमिशन की प्रक्रिया शुरु करते है।
- भारत में विभिन्न कॉलेज है जिनके माध्यम से आप कृषि के क्षेत्र में विभिन्न कोर्सेस में एडमिशन ले सकते है।
- भारत के अधिकतम कॉलेज के माध्यम से एग्रीकल्चर कोर्स में मेरिट के आधार पर एडमिशन दिया जाता है।
प्रवेश का तरीका | प्रक्रिया |
सीधे प्रवेश | भारत के अधिकतम कॉलेज मेरिट के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया पूरी करते है, इस प्रक्रिया में छात्रों को कोई प्रवेश परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं होती है बल्कि छात्रों के 12वी के अंको के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है। फिर उसके उपरांत कॉलेज के द्वारा न्युनतम कट ऑफ़ सूची जारी की जाती है अगर कोई छात्र इस सूची में स्थान पा लेता है तो फिर काउंसलिंग के बाद छात्र का एडमिशन प्रोसेस पूरा कराया जाता है। |
राष्ट्र्रीय स्तर प्रवेश परीक्षा | भारत के कुछ शीर्ष कॉलेज में एडमिशन के लिए राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन कराये जाते है। इन कॉलेजो में एडमिशन के लिए पहले प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करना होता है जिसके उपरान्त छात्रों के प्रवेश परीक्षा में किए गए प्रदर्शन के आधार पर काउंसलिंग द्वारा एडमिशन की प्रक्रिया पूरी कराई जाती है। |
विश्वविद्यालय स्तर प्रवेश परीक्षा | भारत के कुछ विश्वविद्यालय अपने स्तर पर प्रवेश परीक्षा आयोजित करते है फिर छात्रों को उस विश्वविधालय में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा में आवेदन करना होता है। आवेदन करने के बाद आपके लिए एक परीक्षा का आयोजन किया जाता है जिसको अगर आप पास कर जाते है तो काउंसलिंग के माध्यम से उस विश्वविद्यालय में आपका एडमिशन हो जाता है। |
12वी के बाद कृषि प्रवेश परीक्षा
एक बेहतर छात्र के लिए, भारत के शीर्ष कॉलेज अपने यहां एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करते है। यह प्रवेश परीक्षा राष्ट्र्रीय या विश्वविद्यालय स्तर पर हो सकती है, जिनके माध्यम से कृषि के क्षेत्र में विभिन्न कोर्सेस में एडमिशन किये जाते है।
12वी के बाद एग्रीकल्चर कोर्स में एडमिशन के लिए निम्न प्रवेश परीक्षा है जिनके माध्यम से आप भारत के विभिन्न कॉलेज में एडमिशन ले सकते है:
AP EAMCET: आंध्रप्रदेश के विभिन्न कॉलेज में एग्रीकल्चर, इंजीनियरिंग और फार्मेसी कोर्स में एडमिशन के लिए यह प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है इसलिए जो छात्र आंध्रप्रदेश में रहते है या पढ़ना चाहते है वह इस प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन ले सकते है।
BCECE: यह प्रवेश परीक्षा विशेषकर बिहार के कॉलेजो में एग्रीकल्चर कोर्स में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है।
KEAM: केरला राज्य की ओर से इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर और मेडिकल में एडमिशन के लिए KEAM प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है, आमतौर पर इस प्रवेश परीक्षा के लिए फरवरी माह में आवेदन शुरु किए जाते है।
JCECE: झारखंड के कॉलेजो में एग्रीकल्चर की पढ़ाई के लिए झारखंड कंबाइंड एंट्रेंस कॉम्पिटेटिव एग्जामिनेशन बोर्ड प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। इस प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन अप्रैल माह से शुरु होते है।
KCET: यह कृषि के क्षेत्र में एक लोकप्रिय प्रवेश परीक्षा है, वह उम्मीदवार जो कर्नाटक के शीर्ष कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते है वह उम्मीदवार इस प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते है।
MP PAT: मध्य प्रदेश के शीर्ष कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए मध्य प्रदेश प्री – एग्रीकल्चर टेस्ट में आवेदन करना आवश्यक है। वह उम्मीदवार जो मध्य प्रदेश के शीर्ष कॉलेज से बीएससी और बीटेक एग्रीकल्चर की डिग्री करना चाहते है उन्हें पहले इस परीक्षा को उत्तीर्ण करना होगा।
ICAR AIEEA: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी राज्य स्तर पर एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करती है जिसमें उम्मीदवार यूजी और पीजी कोर्स के लिए आवेदन कर सकते है। प्रत्येक वर्ष मई माह में आवेदन शुरु किए जाते है और जून के माह में परीक्षा आयोजित की जाती है।
Agriculture Courses after 12th
आप विभिन्न स्तर पर 12वी के बाद कृषि के क्षेत्र में पढ़ाई कर सकते है, जैसे – स्नातक, छोटी अवधि के सर्टिफिकेशन कोर्स और डिप्लोमा आदि। यह कोर्स एक छात्र को कृषि के बारे में गहरी समझ विकसित करने में मदद करेंगे।
12वी (विज्ञान वर्ग) सर्टिफिकेशन कोर्स
- जैविक खेती
- बागवानी
- खाद्य और कृषि
- खाद्य उत्पादन
Agriculture Courses after 12th : मानविकी वर्ग के बाद कोर्स
बीबीए एग्रीकल्चर मैनेजमेंट
बीबीए एग्रीकल्चर एक स्नातक कृषि विज्ञान और तकनीकी कोर्स है जिसकी अवधि तीन वर्ष है। यह कोर्स व्यवसाय, मैनेजमेंट और तकनीकी के साथ कृषि के बारे में सिखाता है। वह उम्मीदवार जो कृषि के क्षेत्र में काम करना चाहता है वह किसी भी स्ट्रीम में 12वी करने के बाद बीबीए एग्रीकल्चर में प्रवेश ले सकता है।
कोर्स का नाम | कोर्स का बैचलर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन इन एग्रीकल्चर |
कोर्स स्तर | स्नातक डिग्री |
कोर्स अवधि | 3 वर्ष |
परीक्षा प्रकार | सेमेस्टर |
योग्यता | 12वी (पीसीएम / पीसीबी) |
प्रवेश प्रक्रिया | प्रवेश परीक्षा और मेरिट के आधार पर |
औसत कोर्स फीस | 1,00,000 – 2,00,000 रुपये |
बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स
बीएससी एग्रीकल्चर 4 वर्ष का एक स्नातक कोर्स है जिसका मुख्य फोकस कृषि विज्ञान के क्षेत्र में रिसर्च और गहराई से समझ विकसित करना है। यह कृषि के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा मान्य एक प्रोफेशनल डिग्री है। यह कोर्स छात्रों को कृषि के बारे में नई – नई तकनीक और टेक्निक सिखाता है जिससे कि इन टेक्निक का इस्तेमाल वास्तविक दुनिया में किया जा सके।
वह उम्मीदवार जो जो इस कोर्स को करना चाहते है उन्होंने अपना 12वी भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान या गणित के साथ पूरा किया हो। बीएससी एग्रीकल्चर में प्रवेश के लिए कॉलेज और विश्वविद्यालय द्वारा मेरिट और प्रवेश परीक्षा का आधार पर प्रवेश की प्रक्रिया पूरी की जाती है।
बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स करने के बाद उम्मीवार कृषि ऑफिसर, अस्सिस्टेंट प्लांटेशन ऑफिसर और कृषि रिसर्च वैज्ञानिक आदि के रूप में काम कर सकता है। बीएससी एग्रीकल्चर ग्रेजुएट का शुरुआत वेतन 3,40,000 – 5,20,000 रुपये है जोकि आपके द्वारा बीएससी एग्रीकल्चर स्पेशलाइजेशन पर भी निर्भर करता है।
बीएससी एग्रीकल्चर को आप अपनी रूचि और भविष्य के लक्ष्यों के आधार पर विभिन्न स्पेशलाइजेशन में से किसी एक को चुन को बीएससी कोर्स की पढ़ाई शुरु कर सकते है।
कोर्स का नाम | बैचलर ऑफ़ साइंस इन एग्रीकल्चर |
कोर्स स्तर | स्नातक डिग्री |
कोर्स अवधि | 4 वर्ष |
परीक्षा प्रकार | सेमेस्टर |
योग्यता | 12वी (पीसीएम / पीसीबी) |
प्रवेश प्रक्रिया | प्रवेश परीक्षा और मेरिट के आधार पर |
औसत कोर्स फीस | 20,000 – 1,50,000 रुपये |
बीएससी एग्रीकल्चर स्पेशलाइजेशन
- बीएससी इन
- एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी
- एग्रीकल्चर
- एग्रीकल्चर और फ़ूड साइंस
- डेरी साइंस
- फिशरीज
- फॉरेस्ट्री
- हॉर्टिकल्चर साइंस
बीटेक एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग
बीटेक एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग 4 वर्ष का एक स्नातक प्रोग्राम है जो कृषि विज्ञान के क्षेत्र में विभिन्न तकनीक और इंजीनियरिंग का महत्त्व समझता है। बीटेक एग्रीकल्चर में एडमिशन प्रवेश परीक्षा के आधार पर किया जाता है। जिसमें जेईई मैन और जेईई एडवांस राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा के आधार पर छात्र भारत के शीर्ष कॉलेज में एडमिशन ले सकते है। इस प्रवेश परीक्षा के लिए मई – जुलाई के बीच आवेदन लिए जाते है इसलिए इच्छुक उम्मीदवार प्रवेश परीक्षा में शामिल होकर एक अच्छे कॉलेज में एडमिशन ले सकता है।
वह उम्मीदवार जिन्होंने अपना 12वी (विज्ञान वर्ग) में न्युनतम 50% अंको के साथ पास किया है वह बीटेक एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन के लिए योग्य है।
बीटेक एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कोर्स के लिए भारत के शीर्ष कॉलेज में आईआईएससी बैंगलोर, मराठवाड़ा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, केआईटी कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग और अन्य कॉलेज शामिल है। इस कोर्स के लिए औसत फीस 50,000 से 2,00,000 रुपये है।
कोर्स का नाम | बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी इन एग्रीकल्चर |
कोर्स स्तर | स्नातक डिग्री |
कोर्स अवधि | 4 वर्ष |
परीक्षा प्रकार | सेमेस्टर |
योग्यता | 12वी (पीसीएम / पीसीबी) |
प्रवेश प्रक्रिया | प्रवेश परीक्षा और मेरिट के आधार पर |
औसत कोर्स फीस | 50,000 – 2,00,000 रुपये |
बीटेक एग्रीकल्चर कोर्स को आप अपनी रुचि के अनुसार विभिन्न स्पेशलाइजेशन में कर सकते है:
बीटेक एग्रीकल्चर स्पेशलाइजेशन
बीटेक इन
- एग्रीकल्चर और फ़ूड प्रोसेसिंग
- एग्रीकल्चरल टेक्नोलॉजी
- एग्रीकल्चरल इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी
- डेरी टेक्नोलॉजी
Agriculture Courses after 12th : डिप्लोमा कोर्स
डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर दो वर्ष का कोर्स है, जिसमे छात्रों को कृषि, पशुधन और फसल प्रबंधन, कृषि विस्तार और कृषि रसायन आदि विषयों के बारे में पढ़ाया जाता है। इस डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर कोर्स में मेरिट और प्रवेश परीक्षा दोनों के आधार पर एडमिशन लिया अजा सकता है। इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार द्वारा किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वी पास किया होना चाहिए। वह उम्मीदवार जो अभी 12वी में है या कर चुके है वह भी डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर कोर्स में आवेदन कर सकते है।
नवीनतम कृषि नीति के अनुसार, भारत 2022 के अंत तक अपना विदेशी निर्यात 6000 करोड़ रुपये तक बढ़ाने योजना बना रहा है। इसकी बजह से कृषि के क्षेत्र में बहुत से अवसर आ रहे है इसलिए वह उम्मीदवार जिन्होंने अपना 10वी या 12वी पास कर लिया है और कृषि के क्षेत्र में जल्दी नौकरी का अवसर पाना चाहते है तो आपको डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर कोर्स करना चाहिए।
कोर्स का नाम | डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर |
कोर्स स्तर | डिप्लोमा कोर्स |
कोर्स अवधि | 2 वर्ष |
परीक्षा प्रकार | सेमेस्टर |
योग्यता | 12वी (पीसीएम / पीसीबी) |
प्रवेश प्रक्रिया | प्रवेश परीक्षा और मेरिट के आधार पर |
औसत कोर्स फीस | 5,000 – 2,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 2,00,000 – 7,00,000 रुपये |
भारत के विभिन्न कॉलेज और विश्वविद्यालय भिन्न – भिन्न स्पेशलाइजेशन में डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर कोर्स करने की अनुमति देते है।
डिप्लोमा इन
- एग्रीकल्चर
- एनिमल हसबेंडरी
- हॉर्टिकल्चर
- सर्टिफिकेट इन फ़ूड प्रोडक्शन
- सर्टिफिकेट कोर्स इन फ़ूड एंड बेवरेज सर्विस
भारत के लोकप्रिय एग्रीकल्चर कॉलेज
सरकारी कॉलेज | प्राइवेट कॉलेज |
तमिलनाडु एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी | उत्तराँचल यूनिवर्सिटी |
इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय | क्वांटम यूनिवर्सिटी |
इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टिट्यूट | रूडकी इंजीनियरिंग कॉलेज |
चिटकारा यूनिवर्सिटी | सीटी कॉलेज |
चंद्र शेखर आज़ाद यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी | लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी |
केरला एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी | वीआईटी वेल्लोर |
आनंद एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी | डॉलफिन (पीजी) कॉलेज ऑफ़ लाइफ साइंस |
———————————– | हिमगिरि ज़ी यूनिवर्सिटी |
भारत में कृषि कोर्सेस का भविष्य
कृषि भारत की जीडीपी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इससे स्पष्ट होता है कि कृषि क्षेत्र में बहुत सारे अवसर हैं, जहाँ भविष्य की नींव रखी जा सकती है। भारत के विभिन्न कॉलेजों द्वारा विभिन्न विशेषज्ञता के कृषि कोर्स कराने की वजह से छात्रों को अपने पसंदीदा क्षेत्र का चयन करने में आसानी होती है। कोई भी छात्र जो कृषि की पढ़ाई करता है, वह भारत की विभिन्न कृषि कंपनियों में नौकरी कर सकता है और साथ ही किसानों को नई तकनीकों के बारे में समझाकर उनकी मदद कर सकता है।
भारत में कृषि के क्षेत्र में अनेको अवसर होने कारण छात्र कृषि के क्षेत्र में डिप्लोमा, सर्टिफिकेट या ग्रेजुएशन की डिग्री कर विभिन्न नौकरी प्रोफइल में काम कर सकता है वह नौकरी प्रोफाइल इस प्रकार है:
- फ़ूड माइक्रोबायोलॉजिस्ट
- प्लांट गेनेटिकिस्ट्स
- सॉल सर्वेयर
- फ़ूड रिसर्चर
- फार्म मेचानीगेशन असिस्टेंट
- टिश्यू कल्चर लैब असिस्टेंट
- एग्रीकल्चर ऑफिसर
- प्लांटेशन मैनेजर
- एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग प्रोफेसर
- एग्रीकल्चर मैनेजर
कृषि कोर्स के बाद : वेतन
कृषि क्षेत्र मेहनती और बुद्धिमान छात्रों को इस प्रतिस्पर्धा की दुनिया में बहुत पैकेज के साथ नौकरी दिलाने में मदद करता है, भारत वे विदेश की बहुत सी सरकारी और प्राइवेट कंपनी एग्रीकल्चर ग्रेजुएट के लिए नौकरी का मौका देती है, क्योंकि एग्रीकल्चर ग्रेजुएट की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। भारत में एक एग्रीकल्चर ग्रेजुएट का औसत वेतन 4 लाख से 7 लाख के बीच रहता है।
कुछ लोकप्रिय नौकरी प्रोफाइल और उनका वेतन
नौकरी प्रोफाइल | औसत वेतन |
हॉर्टिकल्चर असिस्टेंट मैनेजर | 32,000 – 45,000 रुपये प्रति माह |
बडिंग / टिश्यू कल्चर एक्सपर्ट | 25,000 – 36,000 रुपये प्रति माह |
सोशल फॉरेस्ट्री ऑफिसर | 22,000 – 35000 रुपये प्रति माह |
अस्सिस्टेंट मैनेजर इन तंबाकू कल्टीवेशन | 24,000 – 40,000 रुपये प्रति माह |
अस्सिस्टेंट मैनेजर इन टी प्लांटेशन | 30,000 – 40,000 रुपये प्रति माह |
12वी के बाद किए जाने वाले कोर्स
- 12वीं के बाद पशु चिकित्सा विज्ञान कोर्स
- 12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग कोर्स
- 12वीं के बाद कंप्यूटर कोर्स
- 12वीं के बाद मैनेजमेंट कोर्स
- 12वीं के बाद जर्नलिज्म कोर्स
- 12वीं के बाद एनीमेशन कोर्स
- 12वीं के बाद इवेंट मैनेजमेंट कोर्स
- 12वी के बाद ग्राफ़िक डिज़ाइन कोर्स
- 12वीं के बाद मोडलिंग कोर्स
- 12वीं के बाद साइबर सिक्योरिटी
- 12वीं के बाद इन्वेस्टमेंट बैंकिंग कोर्स
- 12वीं के बाद योगा कोर्स
- 12वीं के बाद मनोविज्ञान कोर्स
FAQs
प्रश्न : कृषि कोर्सेस क्या है?
उत्तर : एग्रीकल्चर में गणित और विज्ञान विषय शामिल होते है इसमें आप पशु या पौधे जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, आनुवंशिकी, मानव पोषण, पशु पोषण, वाणिज्यिक विज्ञान और पशु प्रजनन के बारे में जानेंगे।
प्रश्न : क्या कृषि विषय सीखने में कठिन है?
उत्तर : नहीं, कृषि विषय सीखने में बहुत आसान है और साथ ही इसमें प्रैक्टिकल के लिए शारीरिक क्षमताओं का उपयोग करने की आवश्यकता होती है। अगर आपको फिर भी ग्रेजुएशन एग्रीकल्चर थोड़ा कठीन लग रहा है तो आपके पास अन्य कृषि के विकल्प भी है जिनमे डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्सेस शामिल है। इसलिए आप कृषि के क्षेत्र में पढ़ाई करने के लिए डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स भी चुन सकते है।
प्रश्न : बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स करने के बाद औसत वेतन कितना रहता है?
उत्तर : बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स करने के बाद एक छात्र 5 से 9 लाख रुपये प्रति वर्ष तक की नौकरी पा सकता है, हालंकि आपका वेतन आपकी स्किल और अनुभव पर निर्भर करता है।
प्रश्न : क्या कृषि एक अच्छा करियर विकल्प है?
उत्तर : कृषि क्षेत्र समस्त राष्ट्र में सरकारी और प्राइवेट कंपनियों में विभिन्न नौकरी के अवसर प्रदान करता है और साथ ही कृषि क्षेत्र भारत की अर्थव्यस्था को बढ़ाने में भी बहुत मदद करता है। इसलिए कृषि एक अच्छा करियर विकल्प है।
प्रश्न : बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स में क्या – क्या कवर किया जाता है?
उत्तर : बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स में विभिन्न विषय है जिनमें कृषि विज्ञान, बागवानी, मृदा विज्ञान, पादप प्रजनन और आनुवंशिकी, पशु विज्ञान, कीट विज्ञान, पादप विकृति विज्ञान, सामान्य पादप जैव रसायन, और जैव प्रौद्योगिकी के मूल तत्व और कृषि अर्थशास्त्र विषयों को कवर किया जाता है।