BBA Finance कोर्स : बीबीए फाइनेंस 3 वर्षीय एक फाइनेंसियल मैनेजमेंट डिग्री कोर्स है। इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को निवेश, बीमा, लागत एकाउंटिंग, कॉर्पोरेट रणनीति, अंतर्राष्ट्रीय फाइनेंस और व्यय से संबंधित ज्ञान और कौशल प्रदान करना है। यह कोर्स उन छात्रों की पहली पसंद है जो फाइनेंस की दुनिया में अपने करियर की शुरुआत करना चाहते है।
इस कोर्स में एडमिशन ज्यादातर कॉलेजो में योग्यता के आधार पर किया जाता है लेकिन कुछ कॉलेज प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करते हैं। एडमिशन प्रक्रिया नियमित बीबीए कोर्स की एडमिशन प्रक्रिया के समान ही होते है। हर साल, भारत के शीर्ष बीबीए कॉलेजों में एडमिशन के लिए 70,000 से अधिक छात्र आवेदन करते हैं।
डिग्री | ग्रेजुएशन |
कोर्स | बीबीए फाइनेंस |
कोर्स का पूरा नाम | बैचलर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन इन फाइनेंस |
अवधि | 3 वर्ष |
योग्यता | 12वी पास |
आयु | न्यूनतम 17 वर्ष |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 30,000 से 3,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 3 से 7 लाख रुपये प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | म्यूचुअल फंड, कमर्शियल बैंकिंग, इंवेस्टमेंट बैंकिंग, लाइफ इंश्योरेंस, हेल्थ केयर सेक्टर आदि। |
नौकरी प्रोफाइल | इंवेस्टमेंट बैंकर, इंवेस्टमेंट बैंकिंग एसोसिएट्स, क्रेडिट मैनेजर & स्पेशलिस्ट, फाइनेंसियल एनालिस्ट, कॉर्पोरेट कंट्रोलर्स, इन्सुरेंस & रिस्क एसोसिएट्स आदि। |
भारत में बीबीए फाइनेंस कोर्स में के लिए कॉलेज द्वारा ली जाने वाली औसत फीस 30,000 से 3,00,000 रुपये के बीच है, हालंकि प्रत्येक कॉलेज की फीस एक दुसरे से भिन्न होती है जो कि कई पहलुओं पर निर्भर करती है इसलिए छात्रों को सलाह दी जाती है कि आप एडमिशन से पहले संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर फीस की जांच कर ले।
बीबीए फाइनेंस कोर्स क्या है?
बीबीए में फाइनेंस में क्या पढ़ाते हैं? बीबीए फाइनेंस तीन वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स है जो छात्रों को एक प्रॉफिशनल बैंकिंग करियर के लिए तैयार करता है और बैंकिंग और फाइनेंस के विषय में एक विस्तृत ज्ञान प्रदान करता है। इस कोर्स के दौरान, छात्र फाइनेंसियल एकाउंटिंग, व्यवसाय अर्थशास्त्र, व्यवसाय गणित, मैनेजमेंट के सिद्धांत आदि जैसे मुख्य विषयों के साथ-साथ कुछ विशेष विषय जैसे व्यवसाय टैक्स, भारतीय बैंकिंग प्रणाली, सुरक्षा विश्लेषण और निवेश मैनेजमेंट के बारे में सिखाया जाता हैं।
बीबीए फाइनेंस छात्रों को न केवल मौलिक मैनेजमेंट स्किल्स सिखाता है बल्कि यह कोर्स फाइनेंस क्षेत्र में शामिल विभिन्न पहलुओं को समझाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह कोर्स छात्रों को व्यवसाय प्रशासन या विशेष उद्योगों जैसे बीमा, फाइनेंसियल मार्केट और बैंकिंग में करियर बनाने की अनुमति देता है।
BBA फाइनेंस कोर्स को समझने के लिए आप अधिकांश BBA फाइनेंस कोर्स के पाठ्यक्रम में शामिल ये महत्वपूर्ण अवधारणाएं देख सकते हैं:
- फाइनेंसियल स्टेटमेंट: फाइनेंसियल स्टेटमेंट, फाइनेंस के सबसे अहम् पहलुओं में से एक है क्योंकि इसी के माध्यम से हम कंपनी के प्रॉफिट & लॉस, बैलेंसशीट और कैशफ्लो आदि की जांच करते है।
- फाइनेंसियल रेश्यो: फाइनेंसियल रेश्यो, जैसे लिक्विडिटी रेश्यो, लाभकारी रेश्यो आदि कंपनी के स्टेटमेंट में गणना करने में मदद करते है।
- टाइम वैल्यू: पैसे के वर्तमान और भविष्य मानों की गणना करने के लिए टाइम वैल्यू का उपयोग किया जाता है।
- कैपिटल एस्टिमेशन: निवेश का मूल्यांकन और चयन करने का तरीका।
BBA फाइनेंस कोर्स को आप आप भारत के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों और विश्वविद्यालयों की मदद से कर सकते हैं। इसके अलावा, यदि आप एक BBA फाइनेंस कोर्स का चयन करते योग्यता, भविष्य के अवसर, शिक्षक का ज्ञान, और पूर्व छात्र संबंध जैसे कारकों का ध्यान देंगे, तो यह आपके लिए उचित होगा।
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बीबीए फाइनेंस कोर्स क्यों करना चाहिए?
बीबीए फाइनेंस कोर्स करने के बहुत से फायदे है लेकिन यहां आपको कुछ ही फायदों के बारे में बताया जा रहा है जो इस प्रकार हैं:
उच्च शिक्षा का अवसर: उच्च अध्ययन के लिए, बीबीए फाइनेंस कोर्स करने के बाद विभिन्न कोर्स है जिनके साथ आप आगे की पढ़ाई जारी रख सकते है। जैसा कि देखा गया है कि अधिकांश छात्र अपने भविष्य की संभावनाओं के बारे में अधिक सुनिश्चित नहीं होते हैं, वहां ये कोर्स सहायक हो सकता है।
उद्यमशीलता के अवसर: यह कोर्स न केवल छात्रों को व्यावसायिक फाइनेंस के बारे में शिक्षित करेगा बल्कि छात्रों को उद्यमी बनने के तरीकों के बारे में भी शिक्षित करेगा। यह कोर्स में आपको वह सभी स्किल्स सिखाये जाते है जो एक कंपनी को चलाने के लिए आवश्यक है। छात्र अपनी शिक्षा का उपयोग स्वतंत्र व्यवसाय के मालिक बनने और रोजगार के अवसर पैदा करने में कर सकते हैं।
रोजगार के अवसर: बीबीए फाइनेंस कोर्स में ग्रेजुएट होने के बाद बेहतर रोजगार के विभिन्न अवसर है जहां आप अपनी स्किल्स और अनुभव के अनुसार रोजगार पा सकते है। इसके अतिरिक्त, आप पाएंगे कि फाइनेंस और एकाउंटिंग एक विशेष क्षेत्र हैं जिनमें वे खातों और फाइनेंस कार्यकारी नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं। इन क्षेत्रों में नौकरियों के लिए आवेदन करने के लिए बीबीए और बीकॉम जैसे कुछ ही डिग्री का उपयोग किया जा सकता है।
बीबीए फाइनेंस : कोर्स के Types
बीबीए फाइनेंस कोर्स को विभिन्न लर्निंग मोड में किया जा सकता है, जिसमें रेगुलर, डिस्टेंस और ऑनलाइन मोड शामिल है। अभी आइए हम प्रत्येक बीबीए कोर्स के बारे में एक-एक करके जानें:
फुल टाइम बीबीए फाइनेंस : ये फुल-टाइम बीबीए फाइनेंस कोर्स हैं जो देश भर के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों द्वारा ऑफ़लाइन मोड में कराया जाता हैं। जिसमें इच्छुक उम्मीदवार योग्यता या प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं।
डिस्टेंस बीबीए फाइनेंस : डिस्टेंस मोड में बीबीए फाइनेंस देश में कई विश्वविद्यालयों द्वारा कराया जाता हैं। डिस्टेंस कोर्स में एडमिशन रेगुलर कोर्सेस के समान ही होता है। फर्क सिर्फ इतना है कि कक्षा डिस्टेंस मोड में आपको शारीरिक रूप से कॉलेज जाने की आवश्यकता नहीं है। इस लर्निंग मोड में योग्य उम्मीदवार सीधे आवेदन कर एडमिशन ले सकते है।
ऑनलाइन बीबीए फाइनेंस : ऑनलाइन बीबीए फाइनेंस कोर्स किसी भी समय और किसी भी स्थान पर रहकर किया जा सकता हैं। यह कोर्स करने के लिए किसी भौतिक स्थान पर जाने की आवश्यकता नहीं है। ऑनलाइन लर्निंग मोड में छात्रों को एक विशेष लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से पढ़ाया जाता है और इसमें उम्मीदवार सीधे आवेदन कर एडमिशन ले सकते है।
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BBA Finance कोर्स : न्यूनतम योग्यता
बीबीए फाइनेंस कोर्स में एडमिशन के लिए 10+2 पास और न्यूनतम 50% अंको के साथ परीक्षा पास की होनी चाहिए। कुछ संस्थान फाइनेंस में बीबीए में एडमिशन के लिए अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करते हैं।जिनमें एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है।
बीबीए फाइनेंस कोर्स करने के लिए शिक्षण शुल्क 30,000 से 3,00,000 रुपये तक है। हालंकि फीस उस विश्वविद्यालय पर निर्भर करती है जिसमें छात्र एडमिशन लेने का विचार कर रहे है।
BBA Finance कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
बीबीए फाइनेंस कोर्स में एडमिशन 10+2 कक्षा या समकक्ष में प्राप्त अंको के आधार पर मेरिट सूची तैयार कर लिया जाता है जिसमें संस्थान आपके अंको के आधार पर एडमिशन का निर्णय लेते है।
लेकिन कुछ यूनिवर्सिटी बीबीए फाइनेंस कोर्स में एडमिशन के लिए अपना एंट्रेंस टेस्ट आयोजित करती हैं। प्रवेश परीक्षा के बाद प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट सूची तैयार की जाएगी। जहां योग्यता सूची के आधार पर बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन इन फाइनेंस कोर्स में कॉलेज की सभी सीटों को उम्मीदवारों को आवंटित किया जाएगा।
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बीबीए फाइनेंस कोर्स के भविष्य में अवसर
बीबीए फाइनेंस या बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन इन फाइनेंस एक फाइनेंसियल मैनेजमेंट कोर्स है। जिसका उद्देश्य छात्रों को घरेलू और वैश्विक फाइनेंस प्रणाली कैसे काम करती है, इसकी समग्र समझ प्रदान करना है।
बीबीए फाइनेंस के छात्र फाइनेंसियल इंजीनियरिंग, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट आदि जैसे विभिन्न फाइनेंसियल पहलुओं का प्रैक्टिकल और थ्योरी ज्ञान प्राप्त सकते हैं। बीबीए फाइनेंस के छात्र विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न प्रोफाइल के साथ नौकरी कर सकते हैं। बीबीए फाइनेंस ग्रेजुएट म्यूचुअल फंड, कमर्शियल बैंकिंग, इंवेस्टमेंट बैंकिंग, लाइफ इंश्योरेंस, हेल्थ केयर सेक्टर आदि में जॉब कर सकते हैं।