BBA Management कोर्स : बीबीए मैनेजमेंट एक विशेष ग्रेजुएशन कोर्स है जिसकी अवधि 3 वर्ष है। हालंकि जो छात्र इस कोर्स को डिस्टलके लर्निंग मोड में चाहते हैं, उनके लिए अवधि न्यूनतम तीन वर्ष से लेकर अधिकतम चार वर्ष तक होती है। यह कोर्स उन छात्रों द्वारा किया जाता है तो मैनेजमेंट के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते है।
बीबीए मैनेजमेंट कोर्स में मार्केटिंग मैनेजमेंट, मैनेजमेंट के सिद्धांत, प्रभावी कम्युनिकेशन, फाइनेंसियल एकाउंटिंग आदि जैसे कई विशिष्ट विषयों को छात्रों को इस कोर्स के दौरान पढ़ाया जाता है।
यह कोर्स इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि छात्रों को मैनेजमेंट की बुनियादी बातों का ज्ञान हो। यह कोर्स छात्रों को अच्छे विश्लेषणात्मक और कम्युनिकेशन स्किल के साथ तैयार करता है ताकि वे मैनेजमेंट के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।
डिग्री | ग्रेजुएशन |
कोर्स | बीबीए मैनेजमेंट |
कोर्स का पूरा नाम | बैचलर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन इन मैनेजमेंट |
अवधि | 3 वर्ष |
योग्यता | 12वी पास |
आयु | न्यूनतम 17 वर्ष |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 60,000 से 3,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 3 से 7 लाख रुपये प्रति वर्ष |
नौकरी प्रोफाइल | मार्केटिंग एजेंसी, आईटी कम्पनियाँ, विभिन्न सरकारी विभाग आदि। |
नौकरी प्रोफाइल | प्रोडक्शन मैनेजर, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर, बिजनेस कंसल्टेंट, फाइनेंस मैनेजर आदि। |
बीबीए मैनेजमेंट कोर्स की पेशकश करने वाले कॉलेजों द्वारा लिया जाने वाला औसत शुल्क 60,000 से 3,00,000 रुपये के बीच है। हालंकि यह पूरी तरह से छात्र द्वारा चुने गए कॉलेज के आधार पर निर्भर करता है, क्योंकि अगर आप सरकारी कॉलेज से पढ़ाई करने का विकल्प चुनते है तो आप प्राइवेट कॉलेज की तुलना में कम फीस के साथ पढ़ाई कर सकते है।
बीबीए मैनेजमेंट कोर्स क्या है?
बीबीए के लिए मैनेजमेंट क्या है? बीबीए मैनेजमेंट 3 वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स है जिसे 6 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है, इसमें विभिन्न बुनियादी सिद्धांतों के बारे में ज्ञान प्रदान करता है। यह कोर्स छात्रों में मैनेजमेंट कौशल विकसित करने में मदद करता है, ताकि वे भविष्य में एक सफल व्यवसाय चलाने में सक्षम बन सकें।
छात्रों कोर्स छात्रों को मार्केटिंग मैनेजमेंट की समझ, टैक्स, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, ऑपरेशंस मैनेजमेंट, फाइनेंशियल मैनेजमेंट के टूल्स आदि विषयों का अध्ययन करने को मिलता है, जिससे वे भविष्य में अपनी पसंद के किसी विशेष क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकें।
बीबीए मैनेजमेंट कोर्स का उद्देश्य 3 वर्ष की अवधि में छात्रों को पारस्परिक कौशल, मैनेजमेंट कौशल, उद्यमिता कौशल विकसित करने के लिए तैयार करना है। बीबीए मैनेजमेंट कोर्स में इच्छुक एंव योग्य उम्मीदवार मेरिट या प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन ले सकते है।
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बीबीए मैनेजमेंट कोर्स क्यों करना चाहिए?
बीबीए मैनेजमेंट की डिग्री हासिल करने के कई फायदे हैं। उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
इस कोर्स के दौरान छात्रों को विभिन्न इंडस्ट्री में काम करने के लिए आवश्यक मैनेजमेंट स्किल्स, पारस्परिक कौशल और विश्लेषणात्मक कौशल के मूल सिद्धांतों का गहन ज्ञान प्राप्त होता है।
यह कोर्स बिजनेस मैनेजमेंट, एंटरप्रेन्योर स्किल्स में फाउंडेशन शिक्षा प्रदान करता है। इस कोर्स के बाद, छात्रों को आमतौर पर मार्केटिंग संगठनों, बैंकों, निर्यात कंपनियों और विभिन्न सरकारी और प्राइवेट कंपनियों में नौकरी पर रखा जाता है।
बीबीए मैनेजमेंट ग्रेजुएट वेतन पैकेज रूप में 3,00,000 से 7,00,000 के बीच औसत वार्षिक वेतन प्राप्त कर सकते हैं। इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं। क्योंकि प्रत्येक क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए उच्च स्तर के मैनेजमेंट स्किल्स वाले उम्मीदवार की आवश्यकता है।
बीबीए मैनेजमेंट : कोर्स के Types
बीबीए मैनेजमेंट कोर्स को विभिन्न संस्थान द्वारा विभिन्न लर्निंग मोड में पेश किया जाता है। छात्र इस कोर्स को रेगुलर, डिस्टेंस एंव ऑनलाइन मोड में करने का विचार कर सकते है। तो आइए जानते हैं प्रत्येक के बारे में:
बीबीए रेगुलर मैनेजमेंट : फुल-टाइम बीबीए मैनेजमेंट तीन साल का कोर्स है जिसे छह सेमेस्टर में बांटा गया है। रेगुलर बीबीए मैनेजमेंट छात्रों का सबसे लोकप्रिय विकल्प है, इसलिए अधिकतम संस्थानों में रेगुलर मोड में ही पढ़ाई कराई जाती है। रेगुलर मोड में फिजिकल कक्षाएँ, परीक्षाएँ, इंटर्नशिप आदि शामिल होते है।
बीबीए डिस्टेंस मैनेजमेंट : डिस्टेंस बीबीए मैनेजमेंट कोर्स में छात्रों को फिजिकल रूप से क्लास में शामिल होने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि इस लर्निंग मोड में छात्रों एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स को ई – लर्निंग के माध्यम से पढ़ाया जाता है। इसमें इच्छुक उम्मीदवार सीधे ही एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते है।
बीबीए ऑनलाइन मैनेजमेंट : ऑनलाइन बीबीए मैनेजमेंट कोर्स हाल ही के वर्षों में लोकप्रिय हुआ है। ऑनलाइन लर्निंग मोड में कोई भी वास्तविक क्लासरूम या इंटरैक्शन नहीं होता हैं, और ऑनलाइन लेक्चर एंव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग या एलएमएस के माध्यम से पढ़ाये जाते हैं। ऑनलाइन मोड में आप ऑनलाइन आवेदन कर एडमिशन ले सकते है।
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BBA Marketing कोर्स : न्यूनतम योग्यता
बीबीए मैनेजमेंट कोर्स को करने के लिए निम्न योग्यता को पूरा करना होगा :
- चूंकि यह एक ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स है, इसलिए एडमिशन के लिए छात्रों को किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम में 12वी पास किया होना चाहिए।
- इसके साथ ही कुछ कॉलेज योग्यता के रूप में प्रवेश परीक्षा की भी मांग कर सकते हैं, जिनमें एडमिशन के लिए उम्मीदवार द्वारा प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है।
- साथ ही छात्रों ने अपने 10+2 स्तर में अपने मुख्य विषय के रूप में अंग्रेजी का अध्ययन किया होना चाहिए और
- बारहवीं कक्षा में न्यूनतम 50% अंक भी प्राप्त करने चाहिए।
BBA Management कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
बीबीए मैनेजमेंट कोर्स प्रदान करने वाले अधिकांश कॉलेज और संस्थान छात्रों को प्रवेश परीक्षा में उनके प्रदर्शन के आधार पर एडमिशन देते हैं। हालांकि, कुछ कॉलेज ऐसे भी हैं जो छात्रों को 12वीं कक्षा की परीक्षा में उनके प्रदर्शन के आधार पर एडमिशन देते हैं।
निम्नलिखित दो प्रमुख रास्ते हैं जिनके माध्यम से आप बीबीए मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लिया जा सकता है।
मेरिट-आधारित एडमिशन : ऐसे कई कॉलेज हैं जो बीबीए मैनेजमेंट कोर्स कराते हैं और 12वी की परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों को एडमिशन देते हैं। इसके अलावा, ये कॉलेज उम्मीदवार के कौशल को और जानने के लिए व्यक्तिगत साक्षात्कार भी आयोजित कर सकते हैं।
प्रवेश परीक्षा -आधारित एडमिशन : अधिकांश कॉलेज और विश्वविद्यालय DU JAT, NMAT, SET आदि प्रवेश परीक्षाओं के आधार पर बीबीए मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन प्रदान करते है। जहां छात्रों को प्रवेश परीक्षा में प्राप्त स्कोर के आधार पर एडमिशन की अनुमति देते है।
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बीबीए मैनेजमेंट कोर्स के भविष्य में अवसर
बीबीए मैनेजमेंट कोर्स पूरा करने के बाद, छात्रों को विभिन्न नौकरी क्षेत्रों में बहुत सारे अवसर मिल सकते है। जहां मार्केटिंग संगठनों, बैंकों, निर्यात कंपनियों, बहुराष्ट्रीय कंपनियों आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में बीबीए मैनेजमेंट ग्रेजुएट्स के लिए मार्केटिंग एकाउंटिंग, फाइनेंसियल मैनेजर, एचआर मैनेजर आदि जैसे विभिन्न नौकरी प्रोफाइल के रूप में काम कर सकते हैं।
उम्मीदवार बीबीए मैनेजमेंट कोर्स पूरा करने के बाद उच्च शिक्षा जारी रखने का विकल्प भी चुन सकते है :
एमबीए : छात्र इस कोर्स को पूरा करने के बाद मास्टर इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स करने का विकल्प चुन सकते हैं और आकर्षक वेतन पैकेज के साथ बेहतर नौकरी के अवसर प्राप्त कर सकते हैं।
पीजीडीएम : मैनेजमेंट में बीबीए पूरा करने के बाद, छात्र मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा भी कर सकते हैं जो दो साल की अवधि का होता है और छात्रों को करियर के कई विकल्प प्रदान करता है।
एमबीएस : मैनेजमेंट अध्ययन में मास्टर ऑफ़ बिज़नेस मैनेजमेंट कोर्स है जिसे बीबीए मैनेजमेंट कोर्स के पूरा होने पर किया जा सकता है, ये भी एक बेहतर विकल्प हो सकता है।