पात्रता मानदंड: BPT कोर्स में प्रवेश लेने के लिए, उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा में विज्ञान विषयों में कम से कम 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना आवश्यक है। प्रवेश के लिए न्यूनतम आयु आवश्यकता 17 वर्ष है।
कोर्स अवधि और संरचना: BPT एक 4.5 वर्षीय कार्यक्रम है, जिसमें 6 महीने की अनिवार्य इंटर्नशिप शामिल है। पाठ्यक्रम में शरीर रचना विज्ञान, शरीर क्रिया विज्ञान, जैव यांत्रिकी, इलेक्ट्रोथेरेपी, व्यायाम चिकित्सा और पुनर्वास तकनीक सहित फिजियोथेरेपी के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है। व्यावहारिक प्रशिक्षण और नैदानिक अनुभव कार्यक्रम का एक अभिन्न अंग है, जो विद्यार्थियों को वास्तविक परिस्थितियों में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने में सक्षम बनाता है।
कोर्स शुल्क: बीपीटी कोर्स की औसत फीस लगभग 40,000 से 1,00,000 रुपये प्रति वर्ष के बीच हो सकती है। हालांकि, संस्थान और स्थान के आधार पर सटीक शुल्क भिन्न हो सकता है। कई कॉलेज और विश्वविद्यालय योग्यता और आवश्यकता के आधार पर योग्य उम्मीदवारों को छात्रवृत्ति और वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं।
करियर के अवसर: BPT कोर्स पूरा करने के बाद, स्नातक विभिन्न स्वास्थ्य संगठनों में रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकते हैं, जैसे:
- अस्पताल और क्लीनिक
- खेल टीमें और फिटनेस सेंटर
- पुनर्वास केंद्र और फिजियोथेरेपी क्लीनिक
- होम हेल्थकेयर सेवाएं
- शैक्षिक संस्थान (प्रवक्ता या शोधकर्ता के रूप में)
फिजियोथेरेपिस्ट प्रति वर्ष लगभग 2-3 लाख रुपये के शुरुआती वेतन की उम्मीद कर सकते हैं, जो अनुभव और विशेषज्ञता के साथ काफी बढ़ सकता है। इसके अलावा, स्वास्थ्य सेवाओं की बढ़ती मांग और शारीरिक कल्याण के महत्व के बारे में जागरूकता बीपीटी स्नातकों के लिए एक आशाजनक भविष्य सुनिश्चित करती है।
निष्कर्ष: बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (BPT) न केवल एक आकर्षक करियर विकल्प है, बल्कि यह लोगों की जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस पाठ्यक्रम का अनुसरण करके, उम्मीदवार स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में योगदान दे सकते हैं और लोगों के जीवन में सार्थक बदलाव ला सकते हैं। सही समर्पण और जुनून के साथ, BPT स्नातक फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में एक संतोषजनक और फलदायी करियर का आनंद ले सकते हैं।
BPT Course Details in Hindi
फिजियोथेरेपी या भौतिक चिकित्सा एक स्वास्थ्य प्रोफेशन है जो लोगों को उनकी शारीरिक कार्य शक्ति को बढ़ाने, बनाए रखने या विकसित करने में मदद करता है। यह विज्ञान हड्डियों आदि की पुरानी स्थितियों के इलाज के लिए इलेक्ट्रोथेरेपी, साक्ष्य-आधारित काइन्सियोलॉजी, व्यायाम नुस्खे और शॉकवेव मोबेलिटी का उपयोग करता है।
वह उम्मीदवार जो बीपीटी कोर्स में एडमिशन लेना चाहता है, वह मेरिट या विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा में शामिल होकर एडमिशन ले सकता है। इसके साथ ही यह कोर्स सिर्फ रेगुलर मोड में ही कराया जाता है इसलिए इसे आप डिस्टेंस या ऑनलाइन मोड में नहीं कर सकते है।
BPT Course की जानकारी
डिग्री | ग्रेजुएशन |
कोर्स का पूरा नाम | बैचलर ऑफ़ फिजियोथेरेपी |
अवधि | 4 वर्ष + 6 माह इंटर्नशिप |
योग्यता | 12वी पास (विज्ञान वर्ग) |
कोर्स फीस | 40,000 से 1,00,000 रुपये प्रति बर्ष |
औसत वेतन | 3,00,000 से 5,00,000 प्रति बर्ष |
नौकरी के अवसर | थेरपि मैनेजर, फिजियोथेरेपिस्ट, स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपिस्ट, अस्थिरोगचिकित्सा आदि |
BPT Course Details in Hindi : योग्यता
बैचलर ऑफ़ फिजियोथेरेपी (बीपीटी) एक अंडरग्रेजुएट ग्रेजुएट कोर्स है जिसे 12वी के बाद किया जा सकता है। यहां आपको बीपीटी कोर्स में एडमिशन के लिए आवश्यक योग्यता का विस्तृत विवरण दिया गया है, जो इस प्रकार है:
न्यूनतम शिक्षिक योग्यता : इस कोर्स में एडमिशन के लिए उम्मीदवार ने रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान एंव भौतिक विज्ञान विषयों के साथ किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वी पास किया होना चाहिए।
न्यूनतम आवश्यक अंक : 12वी में न्यूनतम 50% अंक
न्यूनतम आयु : 17 वर्ष
बीपीटी कोर्स क्यों करना चाहिए?
- बीपीटी कोर्स उन छात्रों के लिए है जो फिजियोथेरेपी के माध्यम से लोगो का उपचार करने के शिक्षा करते है।
- भारत में फिजियोथेरेपिस्ट की बहुत डिमांड है, और लगातार ये डिमांड बढ़ती ही जा रही है।
- बीपीटी कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवार आसानी से 3 – 5 लाख रुपये प्रतिवर्ष की नौकरी पा सकता है।
- यह कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवार के पास ये भी विकल्प है कि वह स्पोर्ट में एक फिजियोथेरेपिस्ट की तरह काम कर सकता है जिसके लिए उसे बहुत अच्छा वेतन भी प्राप्त होता है।
- अभी के समय में लोग अपनी स्वास्थ और फिटनेस को लेकर जागरूक है और विभिन्न तरीके जैसे एक्सरसाइज, योगा आदि से अपने आपको स्वास्थ रखने की कोशिश करते है। एक बीपीटी ग्रेजुएट ये सेवाएं भी देकर अच्छा पैसा कमा सकता है।
- आपने किसी स्पोर्ट में देखा होगा कि किसी खिलाड़ी को चोट लग जाती है तो उसे ठीक करने के लिए फिजियोथेरेपिस्ट को ही बुलाया जाता है।
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Bpt में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
बीपीटी 4 वर्ष का कोर्स है जिसके प्रत्येक वर्ष में दो सेमेस्टर होते है, इसके अलावा इसमें 6 महीने की इंटरशिप अलग से होती है जो कि कोर्स पूरा करने के बाद किसी अस्पताल में कराई जाती है।
यहां आपको बीपीटी कोर्स में शामिल कुछ विषयों की जानकारी दे रहे है जिन्हे कोर्स के दौरान पढ़ेंगे।
प्रथम वर्ष : अंग्रेज़ी, मनोविज्ञान, बेसिक नर्सिंग, समाज शास्त्र, शरीर रचना, फिजियोथेरेपी के लिए उन्मुखीकरण, शरीर क्रिया विज्ञान, जैवयांत्रिकी, जीव रसायन आदि।
द्रितीय वर्ष : फार्माकालोजी, अनुसंधान पद्धति और जैव सांख्यिकी, प्राथमिक चिकित्सा और सीपीआर, उपचार का परिचय, क्लीनिकल ऑब्जरवेशन पोस्टिंग, पैथोलॉजी, व्यायाम चिकित्सा, माइक्रोबायोलॉजी , इलेक्ट्रोथेरेपी आदि।
तृतीय वर्ष : जनरल सर्जरी, चिकित्सा हड्डी रोग और खेल भौतिक चिकित्सा, ऑर्थोपेडिक्स और ट्रॉमेटोलॉजी, सुपरवाइज्ड रोटेटरी क्लिनिकल ट्रेनिंग, सामान्य चिकित्सा आदि।
चतुर्थ वर्ष : न्यूरो-फिजियोलॉजी, सुपरवाइज्ड रोटेटरी क्लिनिकल ट्रेनिंग, कम्युनिटी-बेस्ड रिहैबिलिटेशन, एथिक्स, एडमिनिस्ट्रेशन एंड सुपरविजन, न्यूरोलॉजी एंड न्यूरोसर्जरी, एविडेंस-बेस्ड फिजियोथेरेपी एंड प्रैक्टिस, कम्युनिटी मेडिसिन आदि।
बीपीटी कोर्स फीस
बीपीटी कोर्स की फीस कितनी है? बीपीटी कोर्स की फीस कॉलेज पर निर्भर करती है, जैसे अगर आप किसी प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन ले रहे है तो आपको बीपीटी कोर्स की फीस 5 लाख रुपये तक भी देनी पड़ सकती है। वही दूसरी ओर अगर आप किसी सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेते है तो लगभग 1 लाख रुपये में पूरा कोर्स कर सकते है।
BPT Course Details in Hindi : एडमिशन प्रक्रिया
विभिन्न कॉलेजों में बीपीटी कोर्सेस के लिए अलग-अलग एडमिशन प्रक्रियाएं हैं, जिनमे कुछ कॉलेज मेरिट के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया अपनाते है जबकि कुछ प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन करते है।
मेरिट के आधार पर : भारत के अधिकतम कॉलेज मेरिट के आधार पर ही एडमिशन की अनुमति देते है, जिसमें पहले उम्मीदवार को अपने चुने गए कॉलेज में ऑनलाइन या ऑफलाइन के माध्यम से आवेदन करना होता है। आवेदन करने के कुछ दिन बाद आपके 12वी के अंको के आधार पर न्यूनतम कट ऑफ जारी की जाती है।
कॉलेज द्वारा जारी कट ऑफ़ में अगर आप स्थान प्रपात कर लेते है तो आप एडमिशन के लिए योग्य हो जाते है, फिर काउंसलिंग के दौरान आपसे सभी आवश्यक दस्ताबेज और कोर्स फीस माँगी जायेगी, जिसे आपके काउंसलिंग के दौरान जमा करना है।
प्रवेश परीक्षा के आधार पर : अगर आप भारते के शीर्ष कॉलेज से बीपीटी कोर्स करना चाहते है तो पहले आपको राष्ट्रीय, राज्य या विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा में आवेदन करना होगा। आवेदन के कुछ दिन बाद परीक्षा होगी, जिसमें अगर आप अच्छा स्कोर कर लेते है तो आपका एडमिशन हो जायेगा।
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बीपीटी प्रवेश परीक्षा
बीपीटी कोर्स में एडमिशन के लिए कोई विशेष प्रवेश परीक्षा नहीं है, हालंकि राज्य या विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर उस विश्वविद्यालय के माध्यम से बीपीटी कोर्स कर सकते है।
यहां आपको कुछ प्रवेश परीक्षाओं की सूची दी गयी है जिनके माध्यम से बीपीटी कोर्स में एडमिशन लिया जा सकता है:
- बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा (BCECE)
- इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट संस्थान संयुक्त प्रवेश परीक्षा (IEMJEE)
- लवली प्रोफेशनल विश्वविद्यालय राष्ट्रीय प्रवेश और छात्रवृत्ति परीक्षा (LPU NEST)
- इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (IPU CET)
BPT Course Details in Hindi : स्पेशलाइजेशन
वह उम्मीदवार जो अभी ग्रेजुएशन स्तर पर फिजियोथेरेपी कोर्स करना चाहते है उनके लिए कोई भी विशेष स्पेशलाइजेशन नहीं है, हालंकि उम्मीदवार बीपीटी कोर्स पूरा करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए विभिन्न फिजियोथेरेपी स्पेशलाइजेशन का चुनाव कर सकता है, जिनमें निम्न स्पेशलाइजेशन शामिल है:
- न्यूरोलॉजिकल फिजियोथेरेपी
- जराचिकित्सा फिजियोथेरेपी
- पीडियाट्रिक्स फिजियोथेरेपी
- ऑर्थोपेडिक फिजियोथेरेपी
बीपीटी कोर्स : शीर्ष सरकारी कॉलेज
यहां आपको कुछ सरकारी कॉलेज की जानकारी दी गयी है जिसके माध्यम से आप बीपीटी कोर्स कर सकते है:
कॉलेज का नाम | औसत कोर्स फीस |
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय | 10,000 से 17,000 रूपये प्रतिवर्ष |
संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस | 20,000 से 50,000 रूपये प्रतिवर्ष |
ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस, दिल्ली | 2000 से 7500 रूपये प्रतिवर्ष |
किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय | 30,000 से 50,000 रूपये प्रतिवर्ष |
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेन्टल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंस | 9000 से 12 000 रूपये प्रतिवर्ष |
बीपीटी कोर्स में नौकरी के अवसर
2018 में प्रकाशित WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सिर्फ 5,000 योग्य फिजियोथेरेपिस्ट हैं, इस फैक्ट के बावजूद कि प्रत्येक 10,000 नागरिकों के लिए एक फिजियोथेरेपिस्ट होना चाहिए। नतीजतन, WHO के मानदंडों के अनुसार, भारत में अभी भी लगभग 90,000+ फिजियोथेरेपिस्टों की कमी है, और जल्द ही मांग बढ़ने की संभावना है। इसलिए आप फिजियोथेरेपिस्ट बनकर बहुत सारा पैसा कमाने की उम्मीद कर सकते हैं।
नौकरी प्रोफाइल | औसत वेतन |
स्पोर्ट्स फिजियो रिहैबिलिटेटर | 4 से 5 लाख रुपये प्रति बर्ष |
प्राइवेट फिजियोथेरेपिस्ट | 3.2 से 4 लाख रुपये प्रति बर्ष |
अस्थिरोग विशेषज्ञ | 2.5 से 3 लाख रुपये प्रति बर्ष |
फिजियोथेरेपिस्ट | 4.1 से 5.2 लाख रुपये प्रति बर्ष |
डिफेन्स मेडिकल प्रतिष्ठान | 6.2 से 8.4 लाख रुपये प्रति बर्ष |
रिसर्चर | 4.20 से 5.5 लाख रुपये प्रति बर्ष |
लेक्चरर | 3.5 से 6.2 लाख रुपये प्रति बर्ष |
FAQs
प्रश्न 1: BPT कोर्स क्या है?
उत्तर: BPT का मतलब है “बैचलर ऑफ़ पीटी (फिजियोथेरेपी)”। यह प्रोफेशनल मेडिकल कोर्स है जिसमें शारीरिक चिकित्सा की विभिन्न पहलुओं का अध्ययन कराया जाता है।
प्रश्न 2: BPT करने के लिए पात्रता मानदंड क्या हैं?
उत्तर: BPT करने के लिए, 12वीं कक्षा में विज्ञान विषय में कम से कम 50% अंकों की आवश्यकता होती है।
प्रश्न 3: BPT कोर्स की अवधि क्या होती है?
उत्तर: BPT कोर्स की अवधि आमतौर पर 4.5 से 5.5 वर्ष होती है, जिसमें स्थानीय विश्वविद्यालयों के आधार पर अलग-अलग समय सीमाएँ हो सकती हैं।
प्रश्न 4: BPT के बाद कौन-कौन सी नौकरियां हो सकती हैं?
उत्तर: BPT कोर्स करने के बाद, आप अस्पतालों, चिकित्सा संस्थानों, फिजियोथेरेपी केंद्रों, स्वास्थ्य सेटअप्स, रिहैबिलिटेश सेंटरों, और खुद के क्लिनिक में फिजियोथेरपिस्ट के रूप में काम कर सकते हैं।
प्रश्न 5: BPT के बाद आगे कौन से कोर्सेज कर सकते हैं?
उत्तर: BPT कोर्स के बाद, आप विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए MPT (मास्टर ऑफ़ पीटी) कोर्स कर सकते हैं जो की पूरे बैचलर कोर्स का आगे का स्तर होता है। इसके साथ ही आप अन्य स्वास्थ्य विज्ञानों में भी पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते हैं।