BSc Fashion Designing कोर्स : बीएससी फैशन डिजाइनिंग एक 3 वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स है जिसे छह सेमेस्टर में वर्गीकृत किया गया है। इस कोर्स के दौरान छात्रों को फैशन डिजाइन के क्षेत्र में ज्वैलरी और एक्सेसरी डिजाइन, गारमेंट डिजाइन, फुटवियर डिजाइन, इंटीरियर डिजाइन और लेदर डिजाइन आदि का अध्ययन कराया जाता है।
बीएससी फैशन डिजाइन कोर्स पूरी तरह से डिजाइन बनाने, कलात्मक प्रतिभा, कपड़े, गहने, जूते और अन्य सामान जैसे बिक्री योग्य प्रोडक्ट बनाने में रचनात्मकता और कलात्मक प्रतिभा इस्तेमाल करने के बारे में है। बीएससी फैशन डिजाइन में फैशन व्यवहार और डेलिकेट मार्केट के ट्रेंड भी शामिल हैं।
डिग्री | ग्रेजुएशन |
कोर्स | बीएससी फैशन डिजाइनिंग |
कोर्स का पूरा नाम | बैचलर ऑफ़ साइंस इन फैशन डिजाइनिंग |
अवधि | 3 वर्ष |
योग्यता | 10+2 + साइंस स्ट्रीम |
आयु | न्यूनतम 17 वर्ष |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 90,000 से 4,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 3 से 10 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | फुटवियर इंडस्ट्री, गारमेंट इंडस्ट्री, लेदर इंडस्ट्री एंव फैशन इंडस्ट्री आदि |
नौकरी प्रोफाइल | फैशन डिजाइनर, फैशन सलाहकार, इंटीरियर डिजाइनर |
बीएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स क्या है?
बीएससी फैशन डिजाइन तीन वर्षीय कोर्स है और यह एक ग्रेजुएशन डिग्री है जिसे फैशन में रुचि रखने वाले किसी भी उम्मीदवार द्वारा किया जा सकता है। बीएससी फैशन डिजाइन कोर्स में 6 सेमेस्टर होते हैं और प्रत्येक सेमेस्टर में उम्मीदवारों को फैशन के बारे में विभिन्न तकनीकी सिखाई जाती हैं।
इसके साथ ही उम्मीदवार डिजाइन के बारे में विभिन्न बुनियादी बातों के बारे में भी सीखते हैं और विभिन्न परियोजनाओं पर काम करते हैं। डिजाइनिंग और फैशन संबंधी चीजों के बारे में महत्वपूर्ण स्किल्स सीखने के अलावा, उम्मीदवारों को फैशन डिजाइनिंग में एक सफल करियर बनाने के लिए आवश्यक अन्य स्किल्स के बारे में भी सिखाया जाता है।
फैशन को लेकर लगातार विकसित होती दुनिया के साथ, बीएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स छात्रों के बीच बहुत लोकप्रिय है। फैशन के क्षेत्र में रुचि रखने वाले उम्मीदवार 12वी पूरा करने के बाद बीएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स करने का निर्णय लेते है क्योंकि यह उन्हें एक सफल भविष्य की राह पर ले जाता है।
ये भी पढ़े : बीएससी फैशन डिजाइन एंड गारमेंट मैनेजमेंट
बीएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स क्यों करना चाहिए?
बीएससी फैशन डिजाइनिंग एक रचनात्मक कोर्स है जहां उम्मीदवारों को फैशन से संबधित विभिन्न तकनीकी स्किल्स सिखाए जाते हैं जिनका उपयोग उनके रचनात्मक और अभिनव कौशल को बढ़ाने में किया जा सकता है। बीएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स विभिन्न प्रकार के सामान, वस्त्र, जूते, गहने, बैग आदि को डिजाइन करने से संबंधित है।
बीएससी फैशन डिजाइन कोर्स पूरा करने के बाद, उम्मीदवार स्पेशलाइजेशन के रूप में एक क्षेत्र को चुन सकते हैं बीएससी फैशन डिजाइन कोर्स में अपने अर्जित कौशल और ज्ञान के साथ विभिन्न क्षेत्रों में काम करना जारी रख सकते हैं। बीएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य नीचे दिए गए हैं कि क्यों किसी को यह कोर्स करना चाहिए।
फैशन के बारे में बेहतर ज्ञान रखने वाले और अच्छे राइटिंग स्किल्स को रखने वाले उम्मीदवार ब्लॉगर के रूप में भी काम कर सकते हैं जहां उन्हें विभिन्न समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में फैशन के बारे में लेख लिखने की आवश्यकता है। ब्लॉगिंग के माध्यम से छात्रों को फैशन के बारे में बात करना आवश्यक है ताकि आम आदमी इसे समझ सके। मूल रूप से, फैशन ब्लॉगिंग आम लोगों के लिए एक गाइड की तरह है जहां वे फैशन में नए चलन के बारे में जान सकते हैं।
बीएससी फैशन डिजाइनिंग : कोर्स के Types
बीएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स को छात्र एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स अपनी जीवनशैली एंव सुविधा के अनुसार रेगुलर या डिस्टेंस मोड में कर सकते है:
बीएससी फैशन डिजाइनिंग रेगुलर एजुकेशन : बीएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स को अधिकतम संस्थानों द्वारा रेगुलर मोड में ही कराया जाता है। जिनमें वह सभी उम्मीदवार एडमिशन के लिए योग्य है जिन्होंने किसी भी मानयता बोर्ड से साइंस स्ट्रीम के साथ 12वी उत्तीर्ण कर लिया है और इसमे उम्मीदवार मेरिट या प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन ले सकते है।
बीएससी फैशन डिजाइनिंग डिस्टेंस एजुकेशन : भारत में, कई ऐसे विद्यालय है जो उम्मीदवारों के पास समय की कमी को देखते हुये डिस्टेंस मोड में बीएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स करने की अनुमति देते है। जिसमें छात्रों को ई – लर्निंग के माध्यम से अपनी पढ़ाई कही पर भी रहकर पूरी कर सकते है और इसमे विश्वविद्यालय में सीधे आवेदन कर 12वी के बाद एडमिशन लिया जा सकता है।
ये भी पढ़े : बीएससी होटल मैनेजमेंट
BSc Fashion Designing कोर्स : न्यूनतम योग्यता
बीएससी फैशन डिजाइन में एडमिशन के इच्छुक उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्ड से कक्षा 12वीं / इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
इसमें एडमिशन के लिए एक उम्मीदवार के लिए आवश्यक न्यूनतम कुल स्कोर 40% है। हालंकि कुछ कॉलेज के मानदंडों के अनुसार अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / पीडब्ल्यूडी जैसी आरक्षित श्रेणियों को 5% की छूट प्रदान करते हैं।
कुछ शीर्ष कॉलेज के माध्यम से अध्ययन करने के लिए उम्मीदवार को राज्य स्तर, राष्ट्रीय स्तर या विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा को उत्तीर्ण करना होगा।
BSc Fashion Designing कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
बीएससी फैशन डिज़ाइन का अध्ययन करने के लिए एडमिशन प्रक्रिया कॉलेज से कॉलेज या विश्वविद्यालय से विश्वविद्यालय में एक दुसरे से भिन्न हो सकती है। बीएससी फैशन डिजाइन में एडमिशन से संबंधित सामान्य एडमिशन प्रक्रिया नीचे दी गई है, जिसके बारे में एक उम्मीदवार को पता होना चाहिए।कुछ कॉलेज छात्रों को आवेदन करने के लिए अपनी अलग प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं जबकि अन्य सामान्य प्रवेश परीक्षा के अनुसार छात्रों का चयन करते हैं।
कुछ कॉलेज मेरिट के आधार पर छात्रों को शॉर्टलिस्ट करते हैं। 12वी परीक्षा में प्राप्त अंको के आधार पर कॉलेज में उम्मीदवार के एडमिशन का निर्धारण करते हैं।
ये भी पढ़े : बीएससी एनिमेशन और मल्टीमीडिया
बीएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स के भविष्य में अवसर
क्या फैशन डिजाइनिंग एक अच्छा करियर ऑप्शन है? जी हाँ, फैशन उद्योग पिछले कुछ वर्षो से बहुत तेजी से बढ़ रहा है क्योंकि लोग अब अपनी शारीरिक उपस्थिति के बारे में अधिक चिंतित हैं और हमेशा अच्छा दिखना चाहते हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह फैशन उद्योग के आने वाले समय में और भी तरक्की करने वाला है।
बीएससी फैशन डिजाइनिंग कोर्स करने के बाद, छात्रों के लिए कई प्रोफेशनल अवसरों के रास्ते खुल जाते हैं। क्योंकि फैशन की दुनिया बहुत बड़ी है और सही प्रकार की रचनात्मकता और स्किल्स के साथ कोई भी व्यक्ति सफलतापूर्वक इसमें फैशन डिजाइनर, फैशन सलाहकार, इंटीरियर डिजाइनर के रूप में एक उज्ज्वल करियर बना सकता है।
बीएससी फैशन डिज़ाइन : सैलरी
बीएससी फैशन डिज़ाइन कोर्स पूरा करने के बाद आपके लिए करियर के शुरुआती सालों में चुनौतीपूर्ण हो सकते है, लेकिन नियमित मेहनत और अनुभव के साथ, आपका भविष्य बनाने में मदद कर सकता है।
बीएससी फैशन डिज़ाइन कोर्स पूरा करने के बाद एंट्री स्तर पर 3,00,000 से 4,70,000 भारतीय रुपये प्रति वर्ष तक की सैलरी की उम्मीद कर सकते है और मध्य स्तर पर 5,00,000 से 7,00,000 भारतीय रुपये प्रति वर्ष तक जा सकता है।
अगर हम उच्च स्तर की सैलरी की बात करें तो इसकी कोई भी सीमा नहीं है, यह 15,00,000 से 50,00,000 भारतीय रुपये प्रति वर्ष तक कंपनी टू के अनुसार हो सकती है। कुछ वर्षो के अनुभव स्किल अपग्रेडेशन के साथ, खुद के ब्रांड के साथ, किसी भी व्यक्ति की सैलरी 1 करोड़ और उससे भी ऊपर जा सकती है।
बीएससी फैशन डिज़ाइन ग्रेजुएट्स की सैलरी विभिन्न कारकों पर निर्भर करती हैं, जैसे कि कॉलेज, जहाँ से आपने अपनी डिग्री पूरी की है, आपके द्वारा चुनी गयी कंपनी, आपके स्किल् है और आपके पास कितने वर्ष का अनुभव है आदि।