BSc Fire & Safety कोर्स : Bachelor of Science (B.Sc) Fire Safety एक स्नातक डिग्री कोर्स है। इस कोर्स की अवधि 3 वर्ष होती है और यह एक पूर्णकालिक कार्यक्रम है। इस कोर्स में प्रवेश पाने के लिए छात्रों को 10+2 (विज्ञान) में न्यूनतम 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए। हालांकि, जिन छात्रों ने किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से फायर सर्विस इंजीनियरिंग में 1-वर्षीय डिप्लोमा प्राप्त किया है, वे बी.एससी फायर सेफ्टी और हैजार्ड मैनेजमेंट के तीसरे वर्ष में लेटरल एंट्री प्राप्त कर सकते हैं।
कोर्स का उद्देश्य: B.Sc Fire Safety कोर्स उन छात्रों के लिए लक्षित है जो विभिन्न निजी और सार्वजनिक कंपनियों के सुरक्षा विभागों में नौकरी प्राप्त करना चाहते हैं, या एक हैजार्ड कंसल्टेंट, फायर सेफ्टी इंस्ट्रक्टर आदि बनना चाहते हैं।
पाठ्यक्रम की सामग्री: इस कोर्स में छात्रों को आग से निपटने, सुरक्षा और जोखिम निवारण के तरीके, आग नियंत्रण तकनीक और अन्य संबंधित विषयों के बारे में सिखाया जाता है। कोर्स में प्रायोगिक ज्ञान पर जोर दिया जाता है और छात्रों को कक्षा में पढ़ाए जाने वाले लगभग हर चीज का व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया जाता है, जैसे सुरक्षा ड्रिल और औद्योगिक यात्राएं।
करियर के अवसर: B.Sc Fire Safety कोर्स पूरा करने के बाद, छात्र निम्नलिखित करियर विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं:
- सुरक्षा विभाग: निजी और सार्वजनिक कंपनियों के सुरक्षा विभागों में कार्य करना।
- हैजार्ड कंसल्टेंट: विभिन्न संगठनों के लिए जोखिम सलाहकार के रूप में काम करना।
- फायर सेफ्टी इंस्ट्रक्टर: विभिन्न संस्थानों में आग सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान करना।
कोर्स की विशेषताएँ: यह कोर्स बहुत ही व्यावहारिक उन्मुख होता है और छात्रों को वास्तविक समय की समस्याओं और उद्योग आधारित चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करता है।
सेफ्टी ऑफिसर वह व्यक्ति होता है जो किसी कंपनी में काम करने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है। उसकी जिम्मेदारी होती है कि वह कंपनी में सुरक्षित माहौल बनाए रखे।
सेफ्टी ऑफिसर बनने के लिए आवश्यक योग्यताएँ:
– 10वीं में कम से कम 60% अंक
– 12वीं में 60% अंक
– किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास
– सेफ्टी कोर्स के लिए टेक्निकल डिग्री या डिप्लोमा
– कुछ पदों के लिए स्नातक या स्नातकोत्तर आवश्यक
सेफ्टी ऑफिसर 2-3 साल के डिप्लोमा या 4 वर्षीय डिग्री कोर्स कर सकते हैं। कोर्स के बाद अलग-अलग कंपनियों में नौकरी कर सेफ्टी ऑफिसर बन सकते हैं।
बीएससी फायर एंड सेफ्टी कोर्स उन छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो विभिन्न प्राइवेट और सरकारी कंपनियों के सुरक्षा विभागों में नौकरी करना चाहते हैं जैसे फायर एंड सेफ्टी कंसल्टेंट, फायर सेफ्टी इंस्ट्रक्टर आदि बनना चाहते हैं। इस कोर्स में छात्रों को आग आपदा, आग और सुरक्षा रोकथाम के तरीके, आग पर नियंत्रण तकनीक एंव अन्य बातों को सिखाया जाता है।
डिग्री | ग्रेजुएशन |
कोर्स | बीएससी फायर एंड सेफ्टी |
कोर्स का पूरा नाम | बैचलर ऑफ़ साइंस इन फायर एंड सेफ्टी |
अवधि | 3 वर्ष |
योग्यता | 10+2 + साइंस स्ट्रीम |
आयु | न्यूनतम 17 वर्ष |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 50,000 से 2,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 3 से 10 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | मैन्युफैक्चरिंग कपनियां, होटल्स, रिसोर्ट, तेल कंपनियाँ, इलेक्ट्रिकल बोर्ड, केमिकल प्लांट, कंस्ट्रक्शन कंपनियां आदि |
नौकरी प्रोफाइल | फायर एंड सेफ्टी सुपरवाइजर, फायर एंड सेफ्टी अधिकारी, सेफ्टी मैनेजर, फायर मैनेजर, फायर एंड सेफ्टी कंसल्टेंट, फायर सेफ्टी इंस्ट्रक्टर आदि। |
बीएससी फायर सेफ्टी को योग्य उम्मीदवार विभिन्न कॉलेज एंव विश्वविधालयों की मदद से 50,000 से 2,00,000 रुपये में कर सकते है। इसके अलावा अगर आप कम खर्च के साथ फायर सेफ्टी कोर्स की पढ़ाई करना चाहते है तो आप डिप्लोमा कोर्स के लिए भी जा सकते है। डिप्लोमा कोर्स को पूरा करने के लिए आवश्यक समय और आवश्यक पैसा दोनों को कम किया जा सकता है।
बीएससी फायर एंड सेफ्टी कोर्स क्या है?
बीएससी फायर एंड सेफ्टी 3 साल की प्रोफेशनल डिग्री कोर्स है, जो आपको किसी भी उद्योग, कारखानों, मॉल, अस्पतालों, बिजली क्षेत्रों, ऊंची इमारतों या किसी अन्य व्यवसाय में सुरक्षा के लिए आवश्यक फायर सिक्योरिटी अधिकारी के रूप में सेवा देने के योग्य बनाता है।
बीएससी फायर एंड सेफ्टी कोर्स करने के फायदे सामान्य बीएससी (रसायन विज्ञान/भौतिकी/गणित/जीव विज्ञान आदि) करने की तुलना में कही ज्यादा है क्योंकि बीएससी फायर एंड सेफ्टी डिग्री मुख्य रूप से यह सामान्य बीएससी डिग्री की तुलना में एक प्रोफेशनल डिग्री है जिसमें रोजगार के बहुत अवसर हैं। साथ ही उम्मीदवार विभिन्न प्राइवेट नौकरियों के साथ बीएससी फायर डिग्री के बाद के छात्र भी सरकारी नौकरियों की प्रवेश परीक्षा में बैठने के योग्य हैं।
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बीएससी फायर एंड सेफ्टी कोर्स क्यों करना चाहिए?
बीएससी फायर एंड सेफ्टी एक विशेष प्रोफेशनल कोर्स है जिसका उद्देश्य छात्रों को फायर और सेफ्टी से संबंधित ज्ञान और कौशल प्रदान करना है जिससे आवेदक किसी भी खतरनाक स्थिति में सही निर्णय ले सके। इस कोर्स में छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाला ज्ञान प्रदान किया जाता है जिससे छात्र विभिन्न इंडस्ट्री में अच्छे वेतन पर आसानी से नौकरी पा सकते है।
जब कोई उम्मीदवार इस कोर्स को पूरा करता है, तो वह न केवल विभिन्न प्रकार की स्किल्स सीख जाता है बल्कि वह ऐसी स्किल्स सीखता है जिसकी मदद से वह लोगो का जीवन बचा सकता है। इस दौरान इन्हे अपने साथी नागरिकों के लाभ के लिए अपने स्वयं के जीवन को खतरे में डालने का अनुभव भी होता है। इस कोर्स को करने वाले आवेदक अपना समय और ऊर्जा अपने जीवन स्तर के साथ-साथ अपने आसपास के अन्य लोगों के जीवन स्तर को बढ़ाने के लिए समर्पित करते है।
बीएससी फायर एंड सेफ्टी : कोर्स के Types
बीएससी फायर एंड सेफ्टी कोर्स में एडमिशन उम्मीदवार अपनी जीवनशैली एंव रूचि के अनुसार रेगुलर या डिस्टेंस मोड में ले सकते है :
बीएससी फायर एंड सेफ्टी रेगुलर एजुकेशन : बीएससी फायर एंड सेफ्टी कोर्स को उम्मीदवार रेगुलर मोड़ में विभिन्न कॉलेज एंव विश्वविद्यालय की मदद से कर सकते है। इस कोर्स में एडमिशन के लिए उम्मीदवार से 12वी साइंस स्ट्रीम के साथ उत्तीर्ण की मांग की जाती है फिर आप कोर्स में योग्यता या प्रवेश परीक्षा के आधार पर कर सकते है।
बीएससी फायर एंड सेफ्टी डिस्टेंस एजुकेशन : भारत में ऐसे कुछ विश्वविद्यालय है जिनके माध्यम से वर्किंग प्रोफेशनल्स एंव छात्र डिस्टेंस मोड में बीएससी फायर एंड सेफ्टी कोर्स को कर सकते है। डिस्टेंस मोड में वह उम्मीदवार एडमिशन ले सकते है जो रेगुलर क्लास अटेंड करने के लिए कॉलेज जाने में असमर्थ है। इस डिस्टेंस कोर्स में उम्मीदवार सीधे आवेदन कर एडमिशन ले सकते है।
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BSc Fire & Safety कोर्स : न्यूनतम योग्यता
बीएससी फायर एंड सेफ्टी कोर्स में एडमिशन पाने के लिए छात्रों को संस्थानों द्वारा अनिवार्य रूप से सूचीबद्ध विभिन्न न्यूनतम योग्यताओं को पूरा करना होगा, वह निम्न योग्यताएं इस प्रकार है:
- आवेदक ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड या स्कूल से 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की होनी चाहिए।
- कक्षा 12वीं के दौरान छात्रों ने साइंस स्ट्रीम को पढ़ाई के लिए चुना होना चाहिए।
- छात्रों से 12वी स्तर पर न्यूनतम 40% अंको की भी उम्मीद की जाती है।
- संस्थानों द्वारा इस कोर्स में एडमिशन के लिए कोई आयु सीमा घोषित नहीं की गई है।
BSc Fire & Safety कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
बीएससी फायर एंड सेफ्टी कोर्स के लिए एडमिशन प्रक्रिया वहुत सरल है क्योंकि अधिकांश कॉलेज में योग्यता-आधारित एडमिशन प्रक्रिया होती है, जिसके बाद कभी-कभी व्यक्तिगत साक्षात्कार होता है। कुछ कॉलेज ऐसे हैं जो मेरिट के अलावा राज्य-स्तरीय सामान्य प्रवेश परीक्षा के अंकों के आधार पर एडमिशन की अनुमति देते हैं, लेकिन ये प्रवेश परीक्षाएं कॉलेज से कॉलेज में भिन्न होती हैं, इसलिए छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे कोई भी प्रवेश परीक्षा देने से पहले अच्छे से रिसर्च कर ले।
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बीएससी फायर एंड सेफ्टी कोर्स के भविष्य में अवसर
बीएससी फायर एंड सेफ्टी ग्रेजुएट कोर्स पूरा करने के बाद छात्र फायर एंड सेफ्टी में एमएससी के लिए जा सकते हैं, या फिर एमबीए कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं, या फिर फायर सेफ्टी में पीजी डिप्लोमा कोर्स के लिए भी जा सकते हैं। जैसे-जैसे सुरक्षा नियम साल-दर-साल सख्त होते जा रहे हैं, प्राइवेट और सरकारी दोनों कंपनियों के अग्निशमन और सुरक्षा विभाग में कर्मियों की मांग बढ़ रही है।
यह कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों को हवाई अड्डे के अग्निशमन विभाग, अग्नि सुरक्षा उपकरण निर्माण कंपनियों, रासायनिक संयंत्रों, निर्माण कंपनियों, होटलों, रिसॉर्ट्स, तेल कंपनियों, विद्युत बोर्डों, आदि में नौकरी पा सकते है।
FAQs
प्रश्न 1: BSc Fire & Safety कोर्स क्या है?
उत्तर: BSc Fire & Safety एक बैचलर्स कोर्स है जिसमें आग और सुरक्षा से संबंधित विज्ञान का अध्ययन कराया जाता है।
प्रश्न 2: BSc Fire & Safety के लिए पात्रता मानदंड क्या हैं?
उत्तर: BSc Fire & Safety के लिए पात्रता मानदंड 12वीं कक्षा में विज्ञान विषय में कम से कम 50% अंकों की आवश्यकता होती है।
प्रश्न 3: BSc Fire & Safety कोर्स की अवधि क्या है?
उत्तर: BSc Fire & Safety कोर्स की अवधि आमतौर पर 3 वर्ष है।
प्रश्न 4: BSc Fire & Safety से संबंधित कौन-कौन सी नौकरियां मिल सकती हैं?
उत्तर: BSc Fire & Safety के उपरांत आप अग्नि विभाग, सुरक्षा विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, प्राइवेट कंपनियों और उद्योगों में फायर सेफ्टी ऑफिसर, सुरक्षा अधिकारी और फायरमैन के पद पर नौकरी पा सकते हैं।