बीएससी एमएलटी कोर्स : बैचलर ऑफ साइंस इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी या बीएससी एमएलटी एक ग्रेजुएशन स्तरीय कोर्स है जिसे कोई भी योग्य उम्मीदवार 3 वर्ष की अवधि में पूरा कर सकता है। इस कोर्स के विभिन्न विषयों को छह सेमेस्टर में विभाजित किया गया है जहां प्रत्येक वर्ष में दो सेमेस्टर होते है।
बीएससी एमएलटी कोर्स में छात्रों को हेल्थ केयर के विभिन्न पहलुओं के बारे में पढ़ाया जाता है। इस कोर्स के दौरान छात्रों को शरीर के तरल पदार्थ पर विभिन्न तरह के टेस्ट करने करने के बारे में सिखाया जाता है जिसमें हेमेटोलॉजी, बैक्टीरियोलॉजी, इम्यूनोलॉजिक, रासायनिक और सूक्ष्मदर्शी शामिल हैं।
इस ग्रेजुएशन कोर्स में पढ़ाए जाने वाले विषय क्लिनिकल एंडोक्रिनोलॉजी एंड टॉक्सिकोलॉजी लैब, डायग्नोस्टिक मॉलिक्यूलर बायोलॉजी लैब, डायग्नोस्टिक साइटोलॉजी आदि हैं।
बीएससी मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी एक पैरामेडिकल कोर्स है जो डायग्नोस्टिक प्रयोगशाला परीक्षणों की मदद से लोगो में विभिन्न प्रकार की बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं के निदान, उपचार और रोकथाम के बारे में थेओरिटिकल और प्रैक्टिकल ज्ञान प्रदान करता है। डायग्नोस्टिक की मदद से रोगों के निदान और इसके लिए उपलब्ध सर्वोत्तम देखभाल और उपचार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
डिग्री | ग्रेजुएशन |
कोर्स | बीएससी एमएलटी |
कोर्स का पूरा नाम | बैचलर ऑफ़ साइंस इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी |
अवधि | 3 वर्ष |
योग्यता | 10+2 + साइंस स्ट्रीम |
आयु | 17 वर्ष |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 30,000 से 4,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 3 से 10 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी प्रोफाइल | मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नीशियन, क्लिनिकल लेबोरेटरी टेक्निशियन, फेलोबोटोमिस्ट, क्लिनिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजिस्ट, मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजिस्ट, लैब टेक्नोलॉजिस्ट, बायोकेमिस्ट, मेडिकल फेलोबोटोमिस्ट आदि। |
बीएससी एमएलटी कोर्स की फीस एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में अलग-अलग हो सकती है। इस कोर्स की औसत फीस लगभग 30,000 से 4 लाख रुपये है। क्योंकि अगर आप किसी सरकारी कॉलेज से पढ़ाई करते है तो आप प्राइवेट कॉलेज की तुलना में काफी पैसे बचा सकते है।
बीएससी एमएलटी कोर्स क्या है?
इस कोर्स के दौरान, छात्र बीमारियों का पता लगाना और उनके उपचार के बारे में सीखते हैं। वह व्यक्ति के ब्लड सैंपल आदि लेकर उनका परीक्षण कर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करते हैं जिससे व्यक्ति की बीमारी के बारे में समस्त जानकारी शामिल होती है।
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बीएससी एमएलटी कोर्स क्यों करना चाहिए?
बीएससी एमएलटी कोर्स उन छात्रों के लिए एक आदर्श पाठ्यक्रम है जो चिकित्सा क्षेत्र में खुद को प्रोफेशनल बनाना चाहते हैं क्योंकि इस कोर्स में छात्र उन सभी स्किल्स के बारे में विस्तार से सीखते है तो एक व्यक्ति के रोगो की जांच करने के लिए आवश्यक है।
यह कोर्स लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी एंव स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में रुचि रखने वाले उम्मीदवारों द्वारा किये जाने वाले बेहतरीन और सबसे अधिक मांग वाले कोर्सेस में से एक है। मेडिकल लैब टेक्नीशियन किसी भी मेडिकल गतिविधि के कामकाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
बीएससी एमएलटी कोर्स में ऐसे विषय शामिल हैं जो उम्मीदवारों को सटीक प्रयोगशाला परीक्षण करने के लिए सभी आवश्यक उपकरणों को इस्तेमाल करने के बारे में विस्तारपूर्वक सिखाते है।
बीएससी एमएलटी डिग्री धारक मास्टर डिग्री और फिर आगे की पढ़ाई के लिए संबंधित विषयों में उच्च डिग्री करने का विकल्प चुन सकते है या फिर विभिन्न क्षेत्र में नौकरी करने का विचार कर सकते है।
बीएससी एमएलटी : कोर्स के Types
भारत में बहुत से छात्र एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स ऐसे है जो पढ़ाई के लिए किसी कारणवश ज्यादा समय नहीं दे सकते है ऐसे उम्मीदवारों के लिए विश्वविधालय रेगुलर मोड के अलावा डिस्टेंस मोड का भी विकल्प देते है जिससे वह अपने पढ़ाई जारी रख सके।
बीएससी एमएलटी रेगुलर एजुकेशन : रेगुलर बीएससी एमएलटी कोर्स को अधिकतम विश्वविद्यालयों एंव कॉलेजो द्वारा कराया किया जाता है। जहां इच्छुक उम्मीदवार 12वी के बाद मेरिट या प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन ले सकते है। रेगुलर बीएससी एमएलटी कोर्स में छात्रों को रोजाना कॉलेज जाकर क्लास अटेंड करनी होती है इसलिए ये वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए नहीं है।
बीएससी एमएलटी डिस्टेंस एजुकेशन : भारत में कई विश्वविद्यालय हैं जिनके माध्यम से वर्किंग प्रोफेशनल्स डिस्टेंस मोड में बीएससी एमएलटी कोर्स कर सकते हैं। डिस्टेंस बीएससी एमएलटी कोर्स मुख्य रूप से वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए डिज़ाइन किया गया है। जिसके मदद से उम्मीदवार अपने व्यवसाय या नौकरी के साथ पढ़ाई जारी रखते सकते है। इस डिस्टेंस कोर्स में उम्मीदवार 12वी पास करने के बाद सीधे एडमिशन ले सकते है।
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बीएससी एमएलटी के लिए योग्यता क्या है?
जो छात्र बीएससी एमएलटी कोर्स करना चाहते हैं, उन्हें नीचे दी गई न्यूनतम योग्यता को पूरा करना होगा, जो इस प्रकार है:
- बीएससी एमएलटी कोर्स की सामान्य न्यूनतम योग्यता में उम्मीदवारों को भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान या गणित जैसे अनिवार्य विषयों के साथ साइंस स्ट्रीम में 10+2 उत्तीर्ण होना चाहिए।
- उम्मीदवार को मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्ड से न्यूनतम 40% या समकक्ष के साथ अंको के साथ 12वी उत्तीर्ण होना चाहिए। हालंकि 12वीं कक्षा में आवश्यक न्यूनतम अंक एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में भिन्न हो सकते हैं।
- कुछ कॉलेज आरक्षित वर्ग से संबधित छात्रों को आवश्यक अंको में 5% की छूट प्रदान करते है।
बीएससी एमएलटी कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
बीएससी एमएलटी कोर्स में एडमिशन आमतौर पर योग्यता के आधार पर लिया जा सकता है लेकिन कुछ कॉलेज और विश्वविद्यालय इस कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करते है जहां परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर एडमिशन की अनुमति दी जाती है।
मेरिट आधारित एडमिशन :- भारत के अधिकतम कॉलेज में आप बीएससी एमएलटी कोर्स में एडमिशन अपनी योग्यता के आधार पर ले सकते है जिसमे आपके 12वी में प्राप्त अंको के आधार पर मेरिट सूची तैयार कर एडमिशन की अनुमति दी जाती है।
प्रवेश परीक्षा आधारित एडमिशन :- भारत के कुछ शीर्ष संस्थान है जो योग्यता के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया को न अपनाकर प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन की अनुमति देते है। जिसमें पहले छात्रों को प्रवेश परीक्षा में आवेदन कर उसमें शामिल होना होता है और फिर आपके स्कोर के आधार पर एडमिशन का निर्णय लिया जाता है।
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बीएससी एमएलटी कोर्स के भविष्य में अवसर
बीएससी एमएलटी का स्कोप क्या है? मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी में बीएससी करने के बाद आप सरकारी और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में नौकरी के व्यापक विकल्प हैं। मेडिकल टेक्नोलॉजिस्ट की काफी मांग है क्योंकि वे चिकित्सा और अनुसंधान क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं
बीएससी एमएलटी करियर विकल्प और नौकरी की संभावनाएं
B.Sc MLT की पढ़ाई के बाद छात्रों के पास सरकारी और प्राइवेट क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के नौकरी के विकल्प होते हैं। करियर की शुरुआत में अधिकांश छात्र प्रमाणित प्रयोगशाला चिकित्सा तकनीशियन के रूप में नौकरी प्राप्त करते हैं।
बीएससी ग्रेजुएट का प्रारंभिक वेत लगभग 3 लाख प्रति वर्ष से 5 लाख प्रति वर्ष तक रहता है हालांकि, पर्याप्त प्रोफेशनल और शैक्षिक अनुभव के साथ उन्हें निम्नलिखित पदों पर भर्ती किया जाता है:
- लेबोरेटरी मैनेजर
- हेल्थकेयर एडमिनिस्ट्रेटर
- हॉस्पिटल आउटरीच कंट्रोलर
- मेडिकल ऑफिसर
- रिसर्च सहयोगी
- रेसिडेंस मेडिकल ऑफिसर
- लेबोरेटरी इनफार्मेशन सिस्टम एनालिस्ट
- लेबोरेटरी टेस्टिंग मैनेजर