बीएससी फिजिक्स कोर्स : बीएससी भौतिक विज्ञान एक अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसे किसी भी यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त कॉलेज से तीन वर्ष की अवधि में किया जाता है। यह कोर्स फिजिक्स के फंडामेंटल पहलुओं से संबंधित है। बीएससी भौतिक विज्ञान कोर्स का उद्देश्य ग्रेजुएट्स को क्वांटम यांत्रिकी, प्रकाशिकी, कलन अर्धचालक, तरंगें, विद्युत चुंबकत्व, सांख्यिकी आदि जैसे आवश्यक विषयों को पढ़ाना है।
बीएससी भौतिक विज्ञान कोर्स की अवधि छह सेमेस्टर में विभाजित है, और प्रत्येक सेमेस्टर में सिद्धांत, प्रैक्टिकल और व्यावहारिक परीक्षाएं शामिल हैं।
डिग्री | ग्रेजुएशन |
कोर्स | बीएससी भौतिक विज्ञान |
कोर्स का पूरा नाम | बैचलर ऑफ साइंस इन फिजिक्स |
अवधि | 3 वर्ष |
योग्यता | 10+2 + साइंस स्ट्रीम |
आयु | न्यूनतम 17 वर्ष |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 20,000 से 2,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 3 से 7 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | गैस, इंजीनियरिंग, एयरोस्पेस, निर्माण फर्म, कृषि, पायरोटेक्निक्स निर्माता आदि |
नौकरी प्रोफाइल | अनुसंधान सहायक, प्रोफेसर, वैज्ञानिक आदि |
बीएससी फिजिक्स कोर्स के लिए औसत वेतन 3 से 8 लाख रूपये प्रतिवर्ष तक हो सकता है। विभिन्न ग्रेजुएट्स कोर्स पूरा करने के बाद रिसर्च के क्षेत्र में भी जाते हैं। इस कोर्स को को उम्मीदवार विभिन्न संस्थानों के माध्यम से 20,000 से 2,00,000 रुपये में पूरा कर सकते है जो भारत में एक कॉलेज की फीस दुसरे कॉलेजों से भिन्न होती है।
बीएससी फिजिक्स कोर्स कोर्स क्या है?
बीएससी फिजिक्स में क्या क्या होता है? बीएससी फिजिक्स तीन साल का रग्रेजुएट स्तरीय डिग्री कोर्स है जो मुख्य रूप से विज्ञान की सबसे बुनियादी और महत्वपूर्ण शाखा से संबंधित है। यह एक प्राकृतिक विज्ञान है जो विभिन्न प्रश्नों का अध्ययन करता है जैसे चीजें कैसे गिरती हैं? इस ब्रह्माण्ड की सबसे छोटी वस्तु क्या है, कोई भी प्राकृतिक वस्तु कैसे कार्य करती हैं? इत्यादि।
बीएससी फिजिक्स कोर्स में पदार्थ के गुण और नियम, ऊर्जा का अध्ययन और उनकी परस्पर क्रिया शामिल है। इसके साथ ही सभी आविष्कार और प्रगति मुख्य रूप से भौतिक विज्ञान पर ही आधारित हैं जो पीढ़ी दर पीढ़ी मानव जाति को आकार दे रहे हैं। बीएससी फिजिक्स विषय में रुचि रखने वाले छात्र अच्छी तरह जानते हैं कि यह कोर्स करने के बाद वह अपने करियर को बेहतर बना सकते है बीएससी भौतिकी कोर्स छात्रों की तार्किक सोच आदि को भी बढ़ाता है।
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बीएससी भौतिक विज्ञान कोर्स क्यों करना चाहिए?
बीएससी फिजिक्स विज्ञान की वह शाखा है जो हमें इस ब्रह्मांड की सबसे अहम और बुनियादी कार्यप्रणाली के बारे में बताती है। यह मौलिक विज्ञान है जो तार्किक रूप से हर उस चीज की बारे में समझाती है जो हम आज के जीवन में प्राप्त करते हैं।
बीएससी फिजिक्स कोर्स लगभग हर उस चीज से संबंध रखता है जो हम अपने दैनिक जीवन में एक स्थिर वस्तु से लेकर एक गतिशील वस्तु तक देखते हैं। भौतिक विज्ञान हर जगह लागू होता है और यह छात्रों को उनकी तार्किक और विश्लेषणात्मक सोच विकसित करने में भी मदद करती है। बीएससी फिजिक्स एक करियर विकल्प के रूप में दुनिया में सबसे पुरस्कृत और रोमांचक नौकरियों अवसर प्रदान करता है साथ ही भविष्य में ऐसी नौकरियों की और भी मांग बढ़ने वाली है।
बीएससी फिजिक्स कोर्स में आधुनिक और शास्त्रीय भौतिकी दोनों ही शामिल हैं जो छात्रों को विज्ञान के क्षेत्र में एक मजबूत नींव बनाने में सक्षम बनाता है। बीएससी भौतिकी छात्रों के समस्त विकास के लिए सभी पहलुओं को शामिल करता है क्योंकि इसमें क्वांटम भौतिकी, बिजली, वैक्टर, प्रकाशिकी, प्रतिरोध, सापेक्षता का सिद्धांत, विद्युत गतिकी, चुंबकत्व आदि जैसे विषय शामिल हैं।
बीएससी फिजिक्स कोर्स के Types
बीएससी फिजिक्स कोर्स कोर्स में छात्र एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स विभिन्न विश्वविद्यालयों की मदद से अपनी जीवनशैली के अनुसार डिस्टेंस एंव रेगुलर मोड़ में पढ़ाई जारी रख सकते है।
बीएससी भौतिक विज्ञान रेगुलर एजुकेशन : बीएससी भौतिक विज्ञान कोर्स को उम्मीदवार रेगुलर मोड में विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों की मदद से कर सकते है। रेगुलर मोड में छात्रों को फिजिकल क्लासेस के माध्यम से पढ़ाया जाता है जिसके लिए उन्हें रेगुलर ही कॉलेज जाना अनिवार्य है। इस कोर्स में कोई भी उम्मीदवार जिसने साइंस स्ट्रीम के साथ 12वी पास किया है वह योग्यता या प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन ले सकते है।
बीएससी भौतिक विज्ञान डिस्टेंस एजुकेशन : कुछ विश्वविद्यालय है जो छात्रों एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स के पास समय की कमी को देखते हुए डिस्टेंस मोड में बीएससी भौतिक विज्ञान कोर्स करने की अनुमति देते हैं। डिस्टेंस मोड़ में आप कहीं भी रहकर या अपनी नौकरी के साथ ई – लर्निंग, स्टडी मटेरियल, ऑनलाइन असाइनमेंट आदि के माध्यम से पढ़ाई जारी रख सकते है। इसमें इच्छुक छात्र 12वी के बाद सीधे ही एडमिशन ले सकते है।
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बीएससी फिजिक्स कोर्स : न्यूनतम योग्यता
बीएससी फिजिक्स कोर्स में एडमिशन के लिए आवेदन करने के लिए पात्र होने के लिए उम्मीदवारों को निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना होगा, जो इस प्रकार है:
- छात्रों को किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 उत्तीर्ण होना चाहिए।
- छात्रों को साइंस स्ट्रीम में अपनी 10 + 2 की पढ़ाई पूरी करनी चाहिए।
- आवेदकों को 10+2 स्तर पर अनिवार्य विषय के रूप में भौतिक विज्ञान का अध्ययन करना अनिवार्य है।
- 12वी स्तर पर भौतिकी और रसायन विज्ञान वाले विषयों में से एक के रूप में जीव विज्ञान वाले आवेदक भी एडमिशन के लिए योग्य हैं।
- 12वी स्तर पर PCM/PCB विषय समूह में छात्रों का कुल स्कोर 40% से कम नहीं होना चाहिए।
बीएससी फिजिक्स कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
अधिकांश कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में बीएससी फिजिक्स कोर्स में एडमिशन मुख्य रूप से योग्यता के आधार पर किया जाता है। जैसे दिल्ली विश्वविद्यालय कॉलेज कट ऑफ अंक जारी कर हैं एडमिशन की अनुमति देती है और कट ऑफ अंक हालांकि कॉलेज से कॉलेज में भिन्न होते हैं। जबकि कुछ शीर्ष कॉलेज बीएससी भौतिक विज्ञान कोर्स में एडमिशन के लिए एक अलग प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करते हैं। इन कॉलेज में एडमिशन के लिए पहले आपको प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है।
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बीएससी फिजिक्स प्रवेश परीक्षा
विज्ञान छात्रों के बीच बीएससी फिजिक्स हमेशा से डिमांड में रहा है भारत के प्रतिष्ठित कॉलेजों में बीएससी भौतिकी के एडमिशन के लिए विभिन्न परीक्षाएं आयोजित की जाती है जिनमें कठिनाई का स्तर अत्यधिक है।
बीएससी भौतिकी कोर्स में सिर्फ वही छात्र एडमिशन ले सकते है जिन्होंने साइंस स्ट्रीम के साथ 12वीं पूरा किया है। कुछ कॉलेज और विश्वविद्यालय एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षाओं की आवश्यकता रखते हैं। इसलिए यहां कुछ प्रवेश परीक्षा की जानकारी दी गयी है, जो इस प्रकार है :
CUET : यह एक सामान्य विश्वविद्यालय एडमिशन परीक्षा है राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित के जाती है और इसमें विभिन्न यूजी एंव पीजी कोर्स में एडमिशन लिया सकता है। यह परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित की जाती है। जिसे 250+ विश्वविद्यालय सीयूईटी 2023 स्कोरकार्ड का उपयोग मेरिट सूची तैयार करने और इंटरव्यू के लिए करते हैं।
IISER परीक्षा : भारतीय विज्ञान शिक्षा और रिसर्च संस्थान द्वारा बीएस कोर्स में एडमिशन के लिए यह परीक्षा आयोजित की जाती है।
JEE Mains परीक्षा : संयुक्त प्रवेश परीक्षा IIT और IISc जैसे प्रतिष्ठित कॉलेजों में बीएस भौतिकी कोर्स में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है, इस प्रवेश परीक्षा का कठिनाई स्तर अन्य प्रवेश परीक्षा की तुलना में अधिक है।
बीएससी भौतिक विज्ञान कोर्स के भविष्य में अवसर
बीएससी फिजिक्स के बाद क्या करें? बीएससी फिजिक्स में ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद छात्रों के पास कई विकल्प हैं। इसलिए वह विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के लिए जा सकते हैं या एमएससी भौतिक विज्ञान या संबंधित क्षेत्र में अपनी उच्च शिक्षा पूरी करने का विकल्प चुन सकते हैं।
एक बार जब उम्मीदवार भौतिक विज्ञान में ग्रेजुएशन कोर्स पूरा कर लेते है, तो उसके रास्ते में कई अवसर आने लगते हैं। निश्चित रूप से इस क्षेत्र में एमएससी डिग्री, बीएड, एमसीए, एमबीए, पीएचडी आदि जैसे आगे के अध्ययन के लिए जा सकते हैं।
बीएससी भौतिक विज्ञान ग्रेजुएट्स प्राइवेट और सरकारी दोनों क्षेत्रों में नौकरी की उम्मीद कर सकते हैं। जिन प्रमुख उद्योगों की मांग बढ़ रही है, वह हैं तेल और गैस, इंजीनियरिंग, एयरोस्पेस, निर्माण फर्म, कृषि, पायरोटेक्निक्स निर्माता आदि जहां वह एक बेहतर पद पर अपने करियर की शुरुआत कर सकते है।