बीएससी साइकोलॉजी कोर्स : बीएससी मनोविज्ञान तीन साल का ग्रेजुएशन स्तरीय कोर्स है जो मन, भावनाओं, सामाजिक विकास और मनुष्य के व्यक्तित्व के अध्ययन पर आधारित है। यह कोर्स मानसिक बीमारी, किसी व्यक्ति की संकट मैनेजमेंट क्षमताओं, मानव व्यवहार आदि से भी संबंधित है।
बीएससी मनोविज्ञान कोर्स में शामिल विषयों में मनोवैज्ञानिक रिसर्च, सांख्यिकीय, बायोसाइकोलॉजी, मनोविज्ञान का परिचय, तनाव और कल्याण, स्मृति, ध्यान और धारणा, शारीरिक मनोविज्ञान की प्रकृति और तरीके, व्यक्तिगत अंतर का मनोविज्ञान आदि शामिल हैं।
बीएससी मनोविज्ञान ग्रेजुएट्स विभिन्न पब्लिक एंव प्राइवेट सेक्टर में नौकरी के लिए आवेदन कर सकते है। सर्वाधिक नौकरी देने बाले सेक्टर्स में विश्वविद्यालय, कॉलेज, स्कूल, क्लीनिकल, अस्पताल एंव विभिन्न तरह की एजेंसी शामिल है।
डिग्री | ग्रेजुएशन |
कोर्स | बीएससी मनोविज्ञान |
कोर्स का पूरा नाम | बैचलर ऑफ साइंस इन साइकोलॉजी |
अवधि | 3 वर्ष |
योग्यता | 10+2 + साइंस स्ट्रीम |
आयु | न्यूनतम 17 वर्ष |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 20,000 से 1,20,000 रुपये |
औसत वेतन | 3 से 8 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी प्रोफाइल | क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, साइकोलॉजिकल काउंसलर, रिहैबिलिटेशन सेंटर्स में साइकोलॉजिस्ट या स्पोर्ट्स साइकोलॉजिस्ट आदि |
भारत में बीएससी मनोविज्ञान कॉलेजों में प्रेसीडेंसी कॉलेज चेन्नई, क्राइस्ट यूनिवर्सिटी आदि शामिल हैं। जहां इसकी औसत फीस 20,000 से 1,20,000 रुपये के बीच है। हालंकि प्रत्येक कॉलेज की फीस एक दुसरे से भिन्न होती है इसलिए एडमिशन से पहले पुष्टि करने की सलाह दी जाती है।
बीएससी मनोविज्ञान कोर्स क्या है?
बैचलर ऑफ़ साइंस इन साइकोलॉजी या बीएससी मनोविज्ञान तीन वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स है जो छात्रों को मन, भावनाओं, सामाजिक विकास और मानव व्यक्तित्व का अध्ययन कराता है। इस कोर्स में मानसिक बीमारी, संकट प्रबंधन कौशल, मानव व्यवहार आदि विषय शामिल हैं। इसमें एडमिशन प्रक्रिया के लिए योग्य होने के लिए, छात्रों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से न्यूनतम 40% अंकों के साथ अपनी 10 + 2 या समकक्ष परीक्षा पूरी करनी चाहिए।
यह कोर्स छात्रों को मानवीय प्रतिक्रियाओं और स्ट्रेस मैनेजमेंट पर एक व्यापक अध्ययन प्रदान करता है। कुल मिलाकर, यह ग्रेजुएट्स को विभिन्न पहलुओं के अध्ययन और अवलोकन सीखने के माध्यम से लोगों के विचारों, कार्यों, भावनाओं और उद्देश्यों का विश्लेषण करने में मदद करता है।
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बीएससी मनोविज्ञान कोर्स क्यों करना चाहिए?
बीएससी मनोविज्ञान में रिसर्च और स्वास्थ्य सेवा में एक आशाजनक करियर की ओर ले जाता है। मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण सामज में स्ट्रेस जैसी समस्याएँ बहुत बढ़ रही है इसलिए ग्रेजुएट्स के पास नौकरी के व्यापक अवसर हैं।
अत्यधिक डिमांड : सरकारी और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में बीएससी मनोविज्ञान ग्रेजुएट्स की अत्यधिक आवश्यकता है। टेक्नोलॉजी के विकास ने मानसिक विकारों की एक विस्तृत श्रृंखला को भी आकर्षित किया है, जो भविष्य की पीढ़ियों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है और मनोविज्ञान प्रोफेशनल्स की मांग को बढ़ा रहा है।
आय में धीरे-धीरे वृद्धि : बीएससी मनोविज्ञान ग्रेजुएट्स अपने करियर की शुरुआत में, अन्य प्रोफेशनल्स की तुलना में नौकरी के बेहतर अवसर पा सकते हैं। मनोज्ञान प्रोफेशनल्स प्राप्त होने वाले ग्राहकों और रोगियों के आधार पर, उनका वेतनमान कई प्रतिस्पर्धी स्तरों तक बढ़ जाता है क्योंकि क्षेत्र में उनका अनुभव बढ़ता है।
बीएससी साइकोलॉजी कोर्स के Types
बीएससी मनोविज्ञान कोर्स में उम्मीदवार अपने समय को ध्यान में रखते हुए, विभिन्न विश्वविद्यालयों एंव कॉलेजो की मदद से डिस्टेंस एंव रेगुलर मोड़ में पढ़ाई जारी रख सकते है।
बीएससी मनोविज्ञान रेगुलर एजुकेशन : फुल-टाइम बीएससी मनोविज्ञान कोर्स के लिए छात्रों को तीन वर्षों की रेगुलर क्लासेस में भाग लेने की आवश्यकता होती है। बीएससी मनोविज्ञान कोर्स की डिलीवरी ऑफलाइन होगी और प्रत्येक वर्ष में छात्रों को अलग – अलग विषय पढ़ाये जाते है। इसमें इच्छुक उम्मीदवार सीधे या प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन ले सकते है।
बीएससी मनोविज्ञान डिस्टेंस एजुकेशन : डिस्टेंस बीएससी मनोविज्ञान कोर्स के लिए छात्रों को फिजिकल उपस्थिति के बिना कक्षाओं में भाग लेने की आवश्यकता होती है। डिस्टेंस बीएससी साइकोलॉजी प्रोग्राम की डिलिवरी ऑनलाइन या पार्ट टाइम में की जाती है। साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा समस्त अध्ययन सामग्री डाक या सॉफ्ट कॉपी के माध्यम से भेजी जाती है। इस मोड में उम्मीदवार 12वी के बाद सीधे एडमिशन ले सकते है।
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बीएससी साइकोलॉजी कोर्स : न्यूनतम योग्यता
- उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से न्यूनतम 40% अंकों के साथ 12वी या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण करना आवश्यक है।
- उम्मीदवारों को अनिवार्य विषय के रूप में जीव विज्ञान के साथ विज्ञान स्ट्रीम में योग्यता परीक्षा उत्तीर्ण करना चाहिए।
- बीएससी मनोविज्ञान कोर्स में एडमिशन के दौरान उम्मीदवार की आयु कम से कम 17 वर्ष और 35 वर्ष से कम होनी चाहिए।
- उम्मीदवारों को एडमिशन के दौरान सभी विषयों में उत्तीर्ण होना आवश्यक है, 12वी या समकक्ष स्तर पर किसी भी विषय में फ़ैल नहीं होने चाहिए।
- इसके अलावा, उम्मीदवारों को भारत के शीर्ष कॉलेजों में एडमिशन पाने के लिए आवश्यक ग्रेड या स्कोर के साथ विश्वविद्यालय स्तर की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करना आवश्यक है।
बीएससी साइकोलॉजी कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
बीएससी मनोविज्ञान कोर्स की एडमिशन प्रक्रिया आपकी न्यूनतम योग्यता पर आधारित है अगर आप कोर्स की न्यूनतम योग्यताओं को पूरा करते है तभी आप एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते है।
भारत में अधिकतम कॉलेजो द्वारा योग्यता के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया अपनाई जाती है जहां छात्रों के 12वी में प्राप्त अंको के आधार पर एडमिशन की अनुमति दी जाती है।
यदि कोई उम्मीदवार प्रतिष्ठित कॉलेज में एडमिशन लेना चाहता है तो विश्वविद्यालय या राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित एक सामान्य प्रवेश परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य है। साथ ही छात्र को अच्छे अंक प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। छात्र के लिए अंतिम कट-ऑफ स्कोर का परीक्षण किया जाएगा और उसके बाद अंतिम रूप से उत्तीर्ण उम्मीदवारों को एडमिशन की अनुमति है।
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बीएससी मनोविज्ञान कोर्स के भविष्य में अवसर
क्या मैं 12वीं के बाद साइकोलॉजिस्ट बन सकता हूं? जी हां, बीएससी मनोविज्ञान कोर्स एक विशाल क्षेत्र को कवर करता है और इस क्षेत्र में विभिन्न जॉब स्कोप हैं। यह कोर्स करने के बाद उम्मीदवार विनिर्माण उद्योग, मानसिक अस्पताल, मानसिक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र, निजी मनोरोग केंद्र, आईटी कंपनियां और विश्वविद्यालय आदि क्षेत्रो में काम कर सकते हैं। हालांकि, भारत में बीएससी मनोविज्ञान के लिए औसत वेतन लगभग 4.10 एलपीए है। साथ ही वेतन कई कारकों के अनुसार भिन्न हो सकता है।
हालांकि, अपने नौकरी के अवसर को और व्यापक बनाने के लिए मनोविज्ञान के क्षेत्र में उच्च ज्ञान प्राप्त करने के लिए एमएससी मनोविज्ञान या एमए मनोविज्ञान जैसे मास्टर कोर्स करने की सलाह दी जाती है।
FAQs
प्रश्न 1: BSc Psychology किसे कहते है?
उत्तर: BSc Psychology एक बैचलर्स कोर्स है जिसमें हम मानसिक स्वास्थ्य, व्यवहार और दिमागी प्रक्रियाओं का अध्ययन करते हैं।
प्रश्न 2: BSc Psychology करने के लिए योग्यता मानदंड क्या हैं?
उत्तर: BSc Psychology के लिए, 12वीं कक्षा में कम से कम 50% अंकों की आवश्यकता होती है।
प्रश्न 3: BSc Psychology के अंतर्गत कौन-कौन से विषय आते हैं?
उत्तर: BSc Psychology के तहत आपको मानसिक स्वास्थ्य, व्यवहार विज्ञान, सामाजिक मनोविज्ञान, सामाजिक प्राधान्य, और मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं के प्रशिक्षण के विषय में पढ़ाया जाता है।
प्रश्न 4: BSc Psychology के बाद क्या कर सकते हैं?
उत्तर: BSc Psychology के बाद आप संबंधित क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं जैसे कि मानसिक स्वास्थ्य केंद्रों, स्कूलों, सामाजिक संगठनों, रिहैबिलिटेश सेंटरों, और और भी कई स्थानों पर काम कर सकते हैं।
प्रश्न 5: BSc Psychology कौन-कौन से करियर विकल्प हो सकते हैं?
उत्तर: BSc Psychology के बाद आप मानसिक स्वास्थ्य काउंसलर, शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता, मानसिक स्वास्थ्य परामर्शदाता, रिहैबिलिटेश स्पेशलिस्ट, और संबंधित क्षेत्रों में अन्य पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।