Cyber Security Courses after 12th : साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय प्रोफेशन में गिना जाता है क्योंकि दुनिया भर में सिस्टम, सॉफ्टवेयर, डिजिटल इनफार्मेशन, कंप्यूटर नेटवर्क, सर्वर और डाटा को हैकर्स से सुरक्षित रखने के लिए साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट की मदद ली जाती है और इस तरह की शिक्षा को साइबर सिक्योरिटी कोर्स के अंतर्गत रखा जाता है जिसे आप डिप्लोमा, ग्रेजुएशन एंव पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर पर कर सकते है।
अगर आप इस क्षेत्र में एक साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट के रूप में काम करना चाहते है तो आपको सीखना होगा कि साइबर अटेक को कैसे कंट्रोल करे? और अगर कोई साइबर अटेक हुआ है तो उसे जल्दी से जल्दी कैसे सही किया जा सकता है।
आपने बहुत सी हैकिंग फिल्म में देखा होगा कि एक हैकर सिर्फ अपने कंप्यूटर या लैपटॉप की मदद से घर बैठे ही बैंक सर्वर को हैक कर डिजिटली पैसा चुरा लेते है। तो अगर आपके भी मन में इस तरह के क्राइम को रोकने का विचार आता है तो आप 12वी के साइबर सिक्योरिटी में विभिन्न कोर्सेस कर सकते है, जिनके बारे में हम इस लेख में विस्तार से बात करेंगे।
साइबर सिक्योरिटी क्या है?
साइबर सिक्योरिटी, सर्वर, कंप्यूटर, मोबाइल, नेटवर्क और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम में कमजोरियों को ढूढ़ कर उनको दूर करने के बारे में है जिससे कि कोई हैकर उन कमजोरियों की मदद से हैकिंग न कर सके। इसके साथ ही साइबर सिक्योरिटी में यह भी शामिल होता है कि अनजान एक्सेस और दुर्भावनापूर्ण अटेक से डाटा को सुरक्षित रख सके।
दुनिया में सोशल मीडिया का इस्तेमाल बढ़ रहा है, ठीक उसी तरह साइबर क्राइम भी तेजी से बढ़ रहा है। इसके कारण, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। अगर आप 12वीं कक्षा के बाद साइबर सिक्योरिटी में करियर बनाना चाहते हैं, तो यह एक बढ़िया विकल्प हो सकता है क्योंकि आने वाले समय में साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट की मांग और भी अधिक बढ़ेगी।
डाटा प्रत्येक कंपनी के लिए एसेट होते है इसलिए प्रत्येक कंपनी को साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट की आवश्यकता होती है।
Cyber Security Courses after 12th
कोर्स का नाम | योग्यता | कोर्स अवधि |
बीटेक इन कंप्यूटर साइंस साइबर सिक्योरिटी | 12वी विज्ञान (पीसीएम) में न्यूनतम 50% अंक | 4 वर्ष |
बीएससी इन साइबर सिक्योरिटी | 12वी विज्ञान (पीसीएम) में न्यूनतम 50% अंक | 3 वर्ष |
बीसीए (होनोर्स) इन साइबर सिक्योरिटी | 12वी विज्ञान (पीसीएम) में न्यूनतम 50% अंक | 3 वर्ष |
डिप्लोमा इन साइबर सिक्योरिटी | 12वी पास न्यूनतम 50% अंको के साथ | 6 माह से 1.5 वर्ष |
सर्टिफिकेट कोर्स इन साइबर सिक्योरिटी | 12वी पास न्यूनतम 50% अंको के साथ | 6 माह |
ये भी पढ़े : 12वीं के बाद एनीमेशन कोर्स
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट के लिए जरूरी स्किल्स
किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत की आवश्तकता होती है, आप अपने कोर्स से संबधित सब कुछ सीख सकते है और आपके क्षेत्र में जिन भी स्किल्स की आवश्यकता है उन्हें डेवेलप कर सकते है।
स्किल प्रैक्टिस से आती है जितना ज्यादा आप किसी क्षेत्र में प्रैक्टिस करते है उतना अधिक ही आप उस क्षेत्र के बारे में सीखते है। इसलिए एक साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट बनने के लिए आपको कुछ स्किल्स कि आवश्यकता है जिन्हे डेवेलप कर आप एक बेहतर साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट बन सकते है।
यहाँ आपको कुछ स्किल्स दी गयी है जो आपको एक साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट के रूप में सीखना अनिवार्य है:
- प्रोग्रामिंग
- सीखने की कला
- ब्लैक हैट हैकर की तरह सोचना
- मैलवेयर एनालिसिस और रिवर्सिंग
साइबर सिक्योरिटी कोर्स में एडमिशन कैसे ले?
क्या 12वीं पास साइबर सिक्योरिटी के लिए अप्लाई कर सकते हैं? भारत में विभिन्न कॉलेज और इंस्टिट्यूट है जो सर्टिफिकेशन, डिप्लोमा और ग्रेजुएशन स्तर 12वी पास करने के बाद साइबर सिक्योरिटी कोर्स करने की सुविधा देते है।
सर्टिफिकेशन कोर्स : भारत के विभिन्न इंस्टिट्यूट है जो आपको सर्टिफिकेट कोर्स इन साइबर सिक्योरिटी कोर्स करने की सुबिधा देते है, इस कोर्स में एडमिशन के लिए उम्मीदवार ने भौतिक विज्ञानं, रसायन विज्ञान और गणित विषय के साथ न्यूनतम 50% अंको से 12वी पास होना अनिवार्य है।
ऑनलाइन कोर्स : ऑनलाइन माध्यम से भी साइबर सिक्योरिटी सीखा जा सकती है, आप सिम्पलीलर्न, एडरेखा, उडेमी और कोर्सेरा आदि के माध्यम से साइबर सिक्योरिटी को आसानी से सीख सकते है।
डिप्लोमा कोर्स : भारत के कुछ इंस्टिट्यूट है जो आपको साइबर सिक्योरिटी में डिप्लोमा कोर्स करने की अनुमति देते है। डिप्लोमा में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार ने भौतिक विज्ञानं, रसायन विज्ञान और गणित विषय के साथ न्यूनतम 50% अंको से 12वी पास किया होना चाहिए।
ग्रेजुएशन कोर्स : भारत के विभिन्न कॉलेज है जो साइबर सिक्योरिटीज में ग्रेजुएशन कोर्स करने की सुविधा देते है, जिनमें बीसीए, बीएससी और बीटेक कोर्स शामिल है।
बीसीए और बीएससी इन साइबर सिक्योरिटी कोर्स में एडमिशन मेरिट के आधार पर किया जाता है जिसमें आपके 12वी के अंको के आधार पर एक मेरिट सूची तैयार की जाती है जिसमें अगर आप स्थान पा लेते है, उसके उपरांत काउन्सलिंग के माध्यम से आपकी एडमिशन प्रक्रिया पूरी करायी जाती है।
यदि आप भारत के शीर्ष कॉलेज या विश्वविद्यालय में एडमिशन लेना चाहते है तो आपको राष्ट्रीय, राज्य और विश्वविधालय स्तर पर आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा में भाग लेना होगा। इन प्रवेश परीक्षा में जीईई मैन प्रवेश परीक्षा बहुत ही लोकप्रिय है माध्यम से भारत के आईआईटी कॉलेज एडमिशन का मौका मिलता है।
प्रवेश परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद आपको काउंसलिंग के लिए बुलाया जायेगा और आपकी एडमिशन प्रक्रिया पूरी करायी जायेगी।
ये भी पढ़े : 12वीं के बाद एनीमेशन कोर्स
शीर्ष साइबर सिक्योरिटी इंस्टिट्यूट
साइबर सिक्योरिटी के मामले में, आप विभिन्न इंस्टिट्यूट के माध्यम से छोटी अवधि के डिप्लोमा कोर्स कर सकते है। डिप्लोमा साइबर सिक्योरिटी कोर्स भी बहुत उपयोगी होते है क्योंकि इनका अधिकतम फोकस स्किल पर होता है।
वह कॉलेज जो आपको साइबर सिक्योरिटी स्पेशलाइजेशन में ग्रेजुएशन कोर्स करने की अनुमति देते है वह आपको साइबर सिक्योरिटी के प्रत्येक पहलु से अवगत कराते है। इसलिए यहां आपको भारत के कुछ शीर्ष इंस्टिट्यूट दिए गए है जिनके माध्यम से साइबर सिक्योरिटी में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या ग्रेजुएशन कोर्स कर सकते है।
- इंडियन साइबर इंस्टिट्यूट, मुंबई
- शारदा विश्वविद्यालय, नोएडा
- केआर मंगलम विश्वविद्यालय, गुरगाँव
- जयपुर राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, जयपुर
- सिम्पलीलर्न
- रेवा विश्वविद्यालय, बैंगलोर
- एमिटी विश्वविद्यालय, (नोएडा, हैदराबाद, चेन्नई, पुणे)
- जिगसॉ एकेडमी, बैंगलोर
- इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफार्मेशन सिक्योरिटी, (मुंबई, पुणे, चंडीगढ़, दिल्ली)
- इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डिजिटल टेक्नोलॉजीज, तिरुपति
Cyber Security Courses after 12th : करियर विकल्प
एक साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट विभिन्न क्षेत्रो में अपना करियर बना सकता है, क्योंकि प्रत्येक कंपनी के पास कुछ महत्वपूर्ण जानकारी है जिन्हे वह सुरक्षित रखना चाहती है। एक सिक्योरिटी एक्सपर्ट अपनी स्किल की मदद से उस जानकारी या डाटा को हैकर्स से सुरक्षित रखता है।
यह वह इंडस्ट्री है जिन्हे एक साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट की सबसे ज्यादा जरुरत होती है :
आईटी इंडस्ट्री : यह इंडस्ट्री उन छात्रों की सबसे पहली पसंद है जिन्होंने साइबर सिक्योरिटी कोर्स कर लिया है, क्योंकि एक साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट को सबसे बेहतर वातावरण उपलब्ध कराते है। इसके साथ ही सबसे ज्यादा हैकिंग का जोकिम भी आईटी क्षेत्र में ही होता है।
आईटी क्षेत्र पूरी तरह से इंटरनेट पर आधारित होता है, इसलिए कंपनी के डाटा को सुरक्षित रखने के लिए साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट का होना आवश्यक है।
सरकारी संगठन : छात्र साइबर सिक्योरिटी कोर्स करने के बाद सरकारी संगठन में भी काम कर सकते है, सरकारी संगठन के पास जनता से संबधित बहुत अधिक मात्रा में डाटा होता है जिसे सुरक्षित रखने के लिए साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट की आवश्यकता होती है।
अगर किसी भी सरकारी संगठन का डाटा हैक होता है तो उससे सरकार को भी परेशानी होगी और साथ ही जनता को भी परेशानी हो सकती है। इस लिए सरकारी संगठन के लिए साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट को रखना जरूरी हो जाता है।
ई – कॉमर्स कंपनियां : ई-कॉमर्स कंपनियां उन ग्राहकों से डील करती है जो उनके प्रोडक्ट खरीदते है, जब ग्राहक किसी प्रोडक्ट को खरीदते है तो पेमेंट लिए अपनी निजी जानकारी के साथ क्रेडिट, डेबिड कार्ड आदि की जानकारी दर्ज करनी होती है।
यह ई-कॉमर्स कंपनियां ग्राहकों का डाटा अपने सर्वर पर सुरक्षित रखते है जिससे कि ग्राहक को अगली बार कोई प्रोडक्ट खरीदने पर अधिक जानकारी दर्ज करने की आवश्यकता न पड़े। इस तरह अगर कंपनियों का डाटा लीक या हैक होता है तो ग्राहक को बहुत नुकसान हो साथ ही कंपनी का भी बहुत बड़ा नुकसान होगा।
इस तरह की हैकिंग को रोकने के लिए ई – कॉमर्स कंपनियां साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट को रखते है जिससे कि कंपनी और ग्राहक दोनों के डाटा को सुरक्षित।
इन्वेस्टीगेशन संगठन : कुछ संगठन है जो विभिन्न क्षेत्रो में इन्वेस्टीगेशन करते है, यह संगठन विभिन्न सोर्सेस से जानकारी को इकठ्ठा करते है और उसकी इन्वेस्टीगेशन कर सही निर्णय पर पहुंचते है।
इन्वेस्टीगेशन संगठन में सभी जानकारी बहुत ही गुप्त इसलिए जानकारी सुरक्षित रखना जरूरी हो जाता है, इसलिए इन्वेस्टीगेशन संगठन स्किल्ड साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स को नौकरी पर रखते है जिससे कि वह उनके डाटा को हैकर्स से सुरक्षित रख सके।