EMBA Marketing Management कोर्स : एग्जीक्यूटिव मास्टर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन इन मार्केटिंग मैनेजमेंट को ईएमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट के नाम से भी जाना जाता है। ईएमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट भारत के कई संस्थान में कराया जाता है जिसकी अवधि 1 से 2 वर्ष की होती है। यह कोर्स उन वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए तैयार किया है जो समय की कमी की कारण रेगुलर कोर्स में शामिल नहीं हो सकती है और अपनी नौकरी या व्यवसाय के साथ पढ़ाई जारी रखना चाहते है।
ईएमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट कोर्स में वह सभी उम्मीदवार एडमिशन के पात्र है जिन्होंने किसी भी विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करली है साथ उम्मीदवार से अपने संबधित क्षेत्र में कम से कम 2 – 5 वर्ष का अनुभव प्राप्त किया होना चाहिए।
डिग्री | पोस्ट ग्रेजुएशन |
कोर्स | ईएमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट |
कोर्स का पूरा नाम | एग्जीक्यूटिव मास्टर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन इन मार्केटिंग मैनेजमेंट |
अवधि | 1 – 2 वर्ष |
योग्यता | ग्रेजुएशन + कार्य अनुभव |
आयु | कोई आयु सीमा नहीं |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 1,00,000 से 7,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 6 से 20 लाख रुपये प्रति वर्ष |
नौकरी प्रोफाइल | मार्केटिंग मैनेजर, ब्रांड एग्जीक्यूटिव, कम्युनिकेशन मैनेजर आदि। |
ईएमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट कोर्स को कराने वाले कॉलेजो में आईएसबीसी, आईआईएम अहमदाबाद, आईआईएम कोलकाता, एफएमएस दिल्ली आदि शामिल है। इन संस्थानो एंव टॉप टियर कॉलेज में ईएमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट कोर्स के लिए ली जाने वाली फीस लगभग 19 लाख रुपये है, हालंकि अन्य कॉलेज की मदद से आप 1,00,000 से 7,00,000 रुपये में समस्त कोर्स को कर सकते है।
ईएमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट कोर्स क्या है?
एग्जीक्यूटिव एमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट क्या है समझाइए? ईएमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट एक पोस्ट ग्रेजुएशन स्तरीय कोर्स है जिसे 1 से 2 वर्ष में किया जाता है, क्योंकि कुछ संस्थानों में इसकी अवधि 1 है, जबकि कुछ संस्थानों में इसकी अवधि 2 वर्ष है। इस कोर्स के दौरान उम्मीदवारों को मार्केटिंग, डिजिटल मार्केटिंग, स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट, क्रटिकल थिंकिंग, ब्रांड मैनेजमेंट आदि टॉपिक्स के बारे में विस्तारपूर्वक सिखाया जाता है।
एग्जीक्यूटिव एमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवार भारत एंव विदेश की विभिन्न कंपनियों में मार्केटिंग मैनेजर, ब्रांड एग्जीक्यूटिव, कम्युनिकेशन आदि के रूप में 6 से 20 लाख रुपये प्रति वर्ष के वेतन की उम्मीद कर सकते है। हालंकि वेतन पूरी तरह से कंपनी, नौकरी प्रोफाइल, अनुभव एंव आपकी स्किल्स पर निर्भर करता है।
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ईएमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट कोर्स क्यों करना चाहिए?
विश्व की शायद ही ऐसी कोई कंपनी होगी, जिसे मार्केटिंग की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि प्रत्येक कंपनी अपना प्रोडक्ट या सर्विस को लोगो तक पहुंचाने के लिए मार्केटिंग का सहारा लेती है फिर चाहे वह एक स्टार्टअप हो या एक मल्टीनेशनल कंपनी।
बिज़नेस डेवलपमेंट के क्षेत्र में एमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट सबसे लोकप्रिय कोर्सेस में से एक है, इसलिए अगर आप एग्जीक्यूटिव कोर्स करने का निर्णय लेते है तो ये आपको बेहतर अवसर खोजने में काफी मददगार साबित होगा।
वह प्रोफेशनल जिसने मार्केटिंग मैनेजमेंट में एग्जीक्यूटिव एमबीए कोर्स पूरा कर लिया है वह ब्रांड मैनेजर, सेल्स मैनेजर, मीडिया मैनेजर, एसेट मैनेजर आदि के रूप में काम कर सकते है।
डिस्टेंस ईएमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट कोर्स
एक्जीक्यूटिव एमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट कोर्स ऑनलाइन पढ़ाया जाता है, इसमें आपको विशेष रूप से ऑनलाइन क्लासेस लेनी होती हैं। इसके कारण, कई वर्किंग प्रोफेशनल्स वक्त निकालकर क्लास जाने में सक्षम नहीं होते हैं। इस तरह के र्किंग प्रोफेशनल्स के लिए डिस्टेंस लर्निंग सबसे अच्छा विकल्प होता है, जिसमें आप कहीं भी और कभी भी अपने समय के हिसाब से पढ़ाई कर सकते हैं।
डिस्टेंस ईएमबीए मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन की इच्छा रखने वाले उम्मीदवार किसी ही स्ट्रीम में ग्रेजुएशन करने के बाद एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते है। जैसा कि पहले जिक्र किया गया है कि एग्जीक्यूटिव कोर्स में एडमिशन के लिए कम से कम 2 वर्ष के कार्य अनुभव की आवश्यकता होती है लेकिन डिस्टेंस कोर्स में एडमिशन के लिए कम अनुभव वाले उम्मीदवार भी एडमिशन के पात्र है।
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EMBA Marketing Management कोर्स : न्यूनतम योग्यता
वह उम्मीदवार जो नीचे दी गई, न्यूनतम योग्यता को पूरा करता है वह एग्जीक्यूटिव एमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन ले सकता है :
- ईएमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन की इच्छा रखने वाले उम्मीदवार को किसी भी विषय में एक मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करनी चाहिए।
- विश्वविद्यालय एंव कॉलेज ग्रेजुएशन में कम से कम से 50% अंको की भी मनाग करते है हालंकि एससी और एससी या अन्य आरक्षित श्रेणी से संबधित उम्मीदवार को एडमिशन के दौरान 5% की छूट प्रदान की जाती है।
- इस एग्जीक्यूटिव कोर्स में एडमिशन के लिए उम्मीदवार से ग्रेजुएशन की डिग्री के साथ – साथ कम से कम 2 वर्ष के कार्य अनुभव की भी मांग की जाती है।
EMBA Marketing Management कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
ईएमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन आमतौर पर प्रवेश परीक्षा में किए गए आधार पर होता है हालाँकि कुछ संस्थान उम्मीदवार को योग्यता के आधार पर भी एडमिशन की अनुमति देते है।
अगर आप भारत करे शीर्ष संस्थान आईआईएम आदि में एडमिशन लेने का विचार कर रहे है तो आपको कैट प्रवेश परीक्षा में शामिल होकर अच्छा स्कोर करना होगा, क्योंकि इसी स्कोर के आधार पर उम्मीदवार को एडमिशन की अनुमति दी जाती है, साथ ही प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उम्मीदवार को जीडी एंव इंटरव्यू के लिए भी बुलाया जाता है।
योग्यता के आधार पर एडमिशन की अनुमति देने वाले कॉलेज में उम्मीदवार को पहले आवेदन करना होता है, जिसके बाद वह कॉलेज सभी उम्मीदवारो के ग्रेजुएशन में प्राप्त अंको के आधार पर एक मेरिट सूची तैयार करते है जिसमें अगर उम्मीदवार स्थान बना लेता है तो फिर उसे काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है और एडमिशन की प्रक्रिया पूरी करायी जाती है।
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ईएमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट कोर्स के भविष्य में अवसर
एक्सेक्यूटिव एमबीए मार्केटिंग का क्या काम है? मार्केटिंग के क्षेत्र में अपार संभावनाएं है जहां उम्मीदवार अपना करियर बना सकता है और अगर आप एग्जीक्यूटिव एमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट कोर्स पूरा कर लेते है तो फिर नौकरी की संभावनाएं और भी बढ़ जाती है।
एग्जीक्यूटिव एमबीए मार्केटिंग मैनेजमेंट कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवार नौकरी के अलावा आगे पढ़ने का निर्णय भी कर सकते है जिसके लिए वह मार्केटिंग मैनेजमेंट में पीएचडी कर सकते है।
यह कोर्स करने के बाद आप उच्च वेतन के साथ मार्केटिंग मैनेजर, ब्रांड एग्जीक्यूटिव, सेल्स मैनेजर, रिसर्च मैनेजर, कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर आदि के रूप में काम कर सकते है।