Graphic Designing Courses after 12th : ग्राफ़िक डिज़ाइन एक कला है जिसमें ग्राफ़िक डिज़ाइनर टेक्स्ट, इमेज और अन्य विचारो को मिलाकर तरह – तरह के डिज़ाइन करता है। इसलिए वह उम्मीदवार जो 12वी के बाद ग्राफ़िक डिजाइनिंग में अपना करियर बनाने में रूचि रखते है, वह भारत के विभिन्न कॉलेज या इंस्टिट्यूट के माध्यम से ग्राफ़िक डिजाइनिंग में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या ग्रेजुएशन डिग्री कर सकते है।
ग्राफ़िक डिज़ाइनर आमतौर पर वेब डिज़ाइन कंपनी में वेब डिज़ाइनर के रूप में काम करते है जिसमें वेब डिज़ाइनर वेबसाइट को अट्रैक्टिव बनाने के लिए वेबसाइट डिज़ाइनर के साथ काम करता है।
ग्राफ़िक डिजाइनिंग कोर्स क्या है?
जब भी आप ग्राफ़िक डिजाइनिंग के बारे में सोचते है तो आपके दिमांग में क्या आता है? किसी कंपनी का लोगो, डिजिटल मार्केटिंग, ग्राफ़िक, इलस्ट्रेशन , मैगज़ीन कलर या कुछ और। आप बिलकुल सही है क्योंकि ये सभी ग्राफ़िक डिजाइनिंग का ही भाग है। ग्राफ़िक डिजाइन विभिन्न आकर और सेप में आती है।
आसान शब्दों में, ग्राफ़िक डिज़ाइन एक ऐसी प्रक्रिया है जो विसुअल कंटेंट के माध्यम से ऑडियंस से कम्यूनिकेट करने में मदद करती है।
एक रिसर्च के अनुसार, 2010 से 2020 के बीच ग्राफ़िक डिजाइनिंग नौकरी में 13% की बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही इस क्षेत्र में करियर बनाने के बहुत ही अवसर प्राप्त होते है और साथ ही इसमें बहुत प्रतिस्पर्धा भी है इसलिए नौकरी में आवेदन के लिए सभी जरूरी स्किल्स होना आवश्यक है।
इस प्रोफेशन में बहुत ही फ्लेक्सीबिलिटी है क्योंकि 90% ग्राफ़िक डिज़ाइनर जो कोई कोर्स कर ग्राफ़िक डिजाइनिंग सीखे है वह फ्रीलांसिंग करते है और अपने समय के हिसाब से घर पर रहकर काम करते है।
Graphic Design Courses After 12th
ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए कौन सा कोर्स करना पड़ता है?
कोर्स का नाम | योग्यता |
डिप्लोमा इन ग्राफ़िक डिजाइनिंग | 10वी पास |
सर्टिफिकेट इन ग्राफ़िक 3डी डिजाइनिंग | 10वी पास |
बैचलर ऑफ़ देसिग इन ग्राफ़िक डिज़ाइन | न्यूनतम 50% अंको के साथ 12वी पास |
बीए इन ग्राफ़िक डिज़ाइन | न्यूनतम 50% अंको के साथ 12वी पास |
बीएससी इन ग्राफ़िक डिज़ाइन | न्यूनतम 50% अंको के साथ 12वी पास |
ग्राफ़िक डिज़ाइन के बारे में कुछ फैक्ट
- ब्यूरो ऑफ़ लेबर स्टैटिस्टिक्स के अनुसार, ग्राफ़िक डिज़ाइनर की डिमांड प्रतिवर्ष 13 तक बढ़ गयी है।
- 2021 के दौरान यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका में ग्राफ़िक डिज़ाइन का मार्केट साइज $12.7 बिलियन डॉलर था।
- आईबीआईएस वर्ल्ड के अनुसार, ग्राफ़िक डिज़ाइन इंडस्ट्री प्रतिवर्ष 2015 से 2020 के बीच 2.5 % प्रतिवर्ष की दर से बढ़ रही है।
- अगले दस सालो में ग्राफ़िक डिज़ाइनर की डिमांड बहुत बढ़ने बाली है, 2028 तक नई ग्रहिक डिज़ाइनर की नौकरियां जुड़ जाएगी।
- ग्राफ़िक डिज़ाइन की कुछ क्षेणी जैसे कंप्यूटर सॉफ्टवेयर डिज़ाइन, एनिमेटेड इन्फोग्राफिक्स, वीडियो एडिटिंग और ऑनलाइन एडवरटाइजिंग में डिमांड 2028 तक अनुमानित 24% प्रतिवर्ष तक बढ़ सकती है।
- 2020 में, 4,00,258 व्यापार ग्राफ़िक डिज़ाइन से जुड़े हुये थे।
- सिर्फ अमेरिका में 2,90,110 ग्राफ़िक डिज़ाइनर काम करते है।
- दुनिया के अधिकतम डिज़ाइनर खुद का व्यवसाय करते है या फ्रीलान्सिंग करते है।
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Graphic Designing Courses after 12th : योग्यता
वह उम्मीदवार जिसने किसी भी स्ट्रीम में न्यूनतम 50% अंको के साथ 12वी पास कर लिया हैं वह सर्टिफिकेशन, डिप्लोमा और ग्रेजुएशन स्तर पर इस कोर्स को कर सकते है। इसके अलावा अगर आप पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर पर डिजाइनिंग कोर्स करना चाहते है तो आपके पास ग्राफ़िक डिजाइनिंग में बैचलर डिग्री होना आवश्यक है।
कोर्स स्तर | योग्यता |
सर्टिफिकेशन कोर्स | किसी योग्यता की आवश्यकता नहीं। है |
ऑनलाइन कोर्स | 10वी पास |
डिप्लोमा कोर्स | न्यूनतम 50% अंको के साथ 12वी पास |
बैचलर कोर्स | न्यूनतम 50% अंको के साथ 12वी पास, कुछ कॉलेज मेरिट के आधार पर एडमिशन करते है और मेरिट 90 से 95% तक भी जाती है। |
Graphic Designing Courses after 12th : प्रवेश प्रक्रिया
12 वीं के बाद ग्राफिक डिजाइनर कैसे बने? भारत में ग्रेजुएशन स्तर पर मेरिट और प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन दिया जाता है जिसमें भारत के अधिकतम कॉलेज मेरिट के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया को अपनाते है जबकि कुछ कॉलेज प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन की प्रक्रिया पूरी करते है।
निम्न प्रवेश परीक्षा के माध्यम से भारत के शीर्ष कॉलेज से ग्राफ़िक डिजाइनिंग कोर्स में एडमिशन लिया जा सकता है:
- AIEED प्रवेश परीक्षा
- NID प्रवेश परीक्षा
- MIT प्रवेश परीक्षा
- CEED प्रवेश परीक्षा
- UCEED प्रवेश परीक्षा
- SID प्रवेश परीक्षा
प्रवेश परीक्षा में आवेदन करने के बाद परीक्षा में भाग लेना होता है जिसके कुछ दिन बाद रिसल्ट आता है जिसमें अगर आप अच्छा स्कोर कर लेते है तो फिर आपको काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है और आपकी एडमिशन प्रक्रिया की जाते है।
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Graphic Designing Courses after 12th : नौकरी के अवसर
ये इंडस्ट्री पूरी दुनिया में बहुत तेजी से बढ़ रही है, इसलिए अगर आप ग्राफ़िक इडस्ट्री में आना चाहते है तो आप 12वी के बाद ग्राफ़िक डिजाइनिंग कोर्स कर इस इंडस्ट्री में करियर की शुरुआत कर सकते है।
एक डिज़ाइनर भारत के विभिन्न कंपनियों में आसानी से नौकरी का अवसर पा सकता है, इसके अलावा अगर वह नौकरी नहीं करना चाहता है तो वह फ्रीलांसिंग कर भी अच्छा पैसा कमा सकता है।
अभी हम उन नौकरी प्रोफाइल और उनके वेतन की बात करते है जिन्हे आप ग्राफ़िक डिज़ाइनर कोर्स करने के बाद काम कर सकते है।
नौकरी प्रोफाइल | औसत वेतन |
ग्राफ़िक डिज़ाइनर | 3,00,000 से 5,00,000 रूपये प्रति वर्ष |
फ़्लैश एनिमेटर | 3,00,000 रूपये प्रति वर्ष |
लेआउट डिज़ाइनर | 11,00,000 रूपये प्रति वर्ष |
यूआई डिज़ाइनर | 4,00,000 रूपये प्रति वर्ष |
वेब डिज़ाइनर | 3,00,000 से 4,00,000 रूपये प्रति वर्ष |
मल्टीमीडिया डिज़ाइनर | 3,00,000 से 6,00,000 रूपये प्रति वर्ष |
एडिटोरियल डिज़ाइनर | 3,00,000 से 5,00,000 रूपये प्रति वर्ष |
कम्युनिकेशन डिज़ाइनर | 3,00,000 से 4,00,000 रूपये प्रति वर्ष |
सर्वाधिक पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न : ग्राफ़िक डिज़ाइनर का क्या का होता है?
उत्तर : एक डिज़ाइनर अपनी कंपनी या क्लाइंट को विसुअल डिज़ाइन तैयार कर देता है यह डिज़ाइन कंप्यूटर की मदद से या खुद हाथो से तैयार किया गया हो सकता है। ग्राफ़िक डिज़ाइनर रिपोर्ट्स, मैगज़ीन, ब्रॉउचर और वेब डिज़ाइन आदि को डिज़ाइन करने की जिम्मेदारी निभाता है।
प्रश्न : क्या ग्राफ़िक डिजाइनिंग एक अच्छा करियर विकल्प है?
उत्तर : जी हां, यह एक अच्छा विकल्प है क्योंकि यह सीखने के बाद आप नौकरी कर सकते है या फिर फ्रीलांसिंग में भी बहुत अच्छा पैसा कमा सकते है।
प्रश्न : एक ग्राफ़िक डिज़ाइनर किस तरह की नौकरी कर सकता है?
उत्तर : एक प्रोफेशनल विशेष क्षेत्र में ग्राफ़िक डिजाइनिंग सीखकर उस प्रोफाइल में अपना करियर बना सकता है यहां कुछ प्रोफाइल दी गयी है जिनमें उम्मीदवार अपना ककारियर बना सकते है:
- ग्राफ़िक डिज़ाइनर
- मल्टीमीडिया आर्टिस्ट
- एनिमेटर
- आर्ट डायरेक्टर
- क्रिएटिव डायरेक्टर
- प्रोडक्ट डिज़ाइनर
- ड्राफ्टर
- फिल्म एंड वीडियो एडिटर