MA (Master of Arts) कोर्स 2 साल का पोस्टग्रेजुएट प्रोग्राम है, जिसमें छात्र अपने विषय में गहराई से अध्ययन करते हैं। इस कोर्स की फीस लगभग INR 15,000 से 50,000 सालाना होती है। योग्यता के लिए छात्र को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कम से कम 45% – 55% अंकों के साथ ग्रेजुएशन पूरा करना जरूरी है। कुछ विश्वविद्यालयों में प्रवेश परीक्षा भी आवश्यक होती है, जैसे कि CUET PG। यह कोर्स UGC और अन्य संबंधित निकायों द्वारा मान्यता प्राप्त होता है। छात्रों को आवेदन शुल्क लगभग 500-1000 INR तक देना होता है। आरक्षण की सुविधा SC/ST/OBC छात्रों के लिए उपलब्ध है। प्रवेश की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर 2024 है। छात्र आवेदन विश्वविद्यालय की वेबसाइट से ऑनलाइन कर सकते हैं या ऑफलाइन फॉर्म भी भर सकते हैं।
MA Admission Information 2024
Master of Arts (MA) एक दो साल का पोस्टग्रेजुएट कोर्स है जो ह्यूमैनिटीज और सोशल साइंसेज में विशेषज्ञता प्रदान करता है। Eligibility: ग्रेजुएशन में न्यूनतम 50% अंक। Application Fee: INR 300-1000। Fee Structure: सरकारी कॉलेजों में INR 10,000 – 20,000 प्रति वर्ष और निजी कॉलेजों में INR 15,000 – 80,000 प्रति वर्ष। SC/ST/OBC Reservation: सरकारी नियमों के अनुसार।
Courses और Eligibility:
- MA in English: भाषा और साहित्य अध्ययन।
- MA in History: इतिहास और पुरातत्व में विशेषज्ञता।
- MA in Economics: आर्थिक सिद्धांत और नीति।
- MA in Sociology: समाजशास्त्र और सामाजिक परिवर्तन।
Important Information: एडमिशन प्रक्रिया में प्रवेश परीक्षा या मेरिट-आधारित चयन शामिल हैं। दस्तावेज़ों में 10वीं और 12वीं के प्रमाणपत्र, ग्रेजुएशन मार्कशीट और पहचान प्रमाण पत्र (आधार कार्ड, पासपोर्ट) शामिल हैं।
एमए (मास्टर ऑफ आर्ट्स) कोर्स विभिन्न विशेषताओं में दो वर्षीय स्नातकोत्तर कार्यक्रम है, जो स्नातक पूरी करने के बाद उम्मीदवारों के लिए उपलब्ध होता है। इसे पूर्णकालिक, दूरस्थ या ऑनलाइन मोड में किया जा सकता है, जो विभिन्न जीवनशैलियों को ध्यान में रखता है। यह कोर्स शिक्षा, मानव संसाधन और मीडिया में करियर बनाने के लिए आदर्श है और वार्षिक 3 से 5 लाख रुपये की आवदेनी पेशकश करता है। प्रवेश प्रक्रियाएँ विश्वविद्यालयों के अलग-अलग होते हैं, जिसमें प्रवेश परीक्षाएं और मेरिट आधारित चयन शामिल होता है। एमए कार्यक्रम छात्रों को अपनी पसंद के किसी विषय में विशेषज्ञता प्राप्त करने की अनुमति देता है, जिसके द्वारा उनकी विशेषज्ञता में वृद्धि होती है और अनेक करियर अवसर खुल जाते हैं।
एमए कोर्स को आप अपनी जीवनशैली के अनुसार फुलटाइम, डिस्टेंस और ऑनलाइन मोड के माध्यम से पूरा कर सकते है।
एमए कोर्स उन उम्मीदवारों के लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है जो शिक्षा, ह्यूमन रिसोर्स एंव मीडिया आदि क्षेत्र में करियर बनाना चाहते है। ये देखा गया है कि एमए करने के बाद उम्मीदवार लगभग 3 से 5 लाख रूपये प्रतिवर्ष के पैकेज के साथ शुरुआत करते है।
MA Course Details in Hindi
एमए 2 बर्षीय पोस्टग्रेजुएशन प्रोग्राम है जिसमे छात्र अपनी पसंदीदा विषय को चुनकर उसमे मास्टर कर सकते है। उन विषयों में भूगोल, मनोविज्ञान, राजनीति शात्र, इतिहास, दर्शनशात्र, अंग्रेजी, हिंदी और अर्थशात्र आदि विषय शामिल है। एमए कोर्स में एडमिशन के लिए विभिन्न यूनिवर्सिटी जैसे जेएनयूईई, आईपीयू सीईटी, डीयूईटी, पीयू सीईटी आदि प्रवेश परीक्षा आयोजित करती है। इसके अलावा कुछ कॉलेज मेरिट के आधार पर भी एमए कोर्स में एडमिशन की प्रक्रिया पूरी करते है।
अधिकतम छात्र बीए ग्रेजुएशन करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए एमए कोर्स में एडमिशन लेते है। एमबीए करने के बाद आप विभिन्न पोस्टग्रेजुएशन की मांग करने बाली नौकरीयों में भी आवदेन कर सकते है। इसके साथ ही प्राइवेट सेक्टर में आप कंटेंट राइटर, पत्रकार, अध्यापक आदि के रूप में भी काम कर सकते है।
डिग्री | स्नातक |
फुलफोर्म | मास्टर ऑफ़ आर्ट्स |
अवधि | 2 बर्ष |
योग्यता | कोई भी स्नातक डिग्री |
आयु | कोई सीमा नहीं |
प्रवेश का तरीका | मेरिट और प्रवेश परीक्षा के आधार पर |
कोर्स फीस | 20,000 से 30,000 प्रति बर्ष |
औसत वेतन | 3.5 से 5 लाख प्रति बर्ष |
एमए कोर्स क्यों करना चाहिए?
Ma करने से क्या फायदे होते हैं? एमए कोर्स छात्रों को एक विशेष विषय में ज्ञान हासिल करने में मदद करता है। एमए कोर्स छात्र द्वारा चुने गए विषय को विस्तार से सिखाता है जिससे छात्र अपने पसंदीदा विषय में महारत हासिल कर सके।
वह छात्र जो किसी विशेष विषय में अधिक सीखना चाहते है या मास्टर करना चाहते है, उन छात्रों के लिए एमए कोर्स सबसे अच्छा विकल्प है।
जो उम्मीदवार कंटेंट राइटर, लेखक, पत्रकार आदि बनने के इच्छुक है उन उम्मीदवार को भी एमए कोर्स में एडमिशन लेना चाहिए।
एमए कोर्स किसे करना चाहिए?
- वह उमीदवार जिन्होंने अपना ग्रेजुएशन आर्ट्स स्ट्रीम में किया है उनके लिए एमए कोर्स सबसे अच्छा विकल्प है।
- वह उम्मीदवार जो पी.एचडी करना चाहते है वह एमए कोर्स पूरा करने के बाद कर सकते है।
- वह उम्मीदवार जो अपने भविष्य को लेकर चिंतित है वह भी एमए करने के बाद विभिन्न नौकरियों में आवेदन कर सकते है।
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MA Course Details in Hindi : योग्यता
Ma के लिए क्या योग्यता चाहिए? एमए कोर्स के लिए योग्यता विभिन्न कॉलेज या यूनिवर्सिटी की अलग – अलग हो सकती है। एमए कोर्स छात्रों को उनके द्वारा चुने गए विषय में गहरी समझ और ज्ञान विकसित करने में मदद करता है। कुछ यूनिवर्सिटी एडमिशन के लिए स्वयं प्रवेश परीक्षा आयोजित करती है लेकिन यहां आपको सामान्य योग्यता के बारे में बता रहे है जो आपको किसी भी कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए होनी चाहिए।
- उम्मीदवार ने किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी द्वारा अपना ग्रेजुएशन पूरा किया हो।
- उम्मीदवार ने ग्रेजुएशन को न्युनतम 50% अंको के साथ पास किया होना चाहिए।
- वह उम्मीदवार जो अपने ग्रेजुएशन कोर्स के अंतिम बर्ष में है और सभी सेमेस्टर या बार्षिक परीक्षा दे चुके है वह छात्र भी एमए के लिए आवेदन कर सकते है।
एमए कोर्स के प्रकार
एमए कोर्स को करने की इच्छा रखने बाले छात्र तीन तरह से एमए कोर्स को पूरा कर सकते है। कोई भी उम्मीदवार जो योग्यता को पूरा करता है वह अपने पसंदीदा विषय में एमए कोर्स को कर सकता है। जो छात्र अपना समय पढ़ाई के लिए दे सकता है वह रेगुलर एमए कर सकता है, जबकि अगर किसी उम्मीदवार के पास समय और या पैसे की कमी है वह डिस्टेंस मोड में अपनी पढ़ाई जारी रख सकता है। भारत के विभिन्न कॉलेज और यूनिवर्सिटी डिस्टेंस मोड में पढ़ाई पूरी कराते है आप उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते है।
यहां आपको तीन लर्निंग मोड दिए गए है, जिनके माध्यम से आप अपने जीवनशैली के अनुसार एमए की पढ़ाई पूरी कर सकते है:
रेगुलर / फुलटाइम कोर्स : भारत के अधिकतम छात्र रेगुलर कोर्स के माध्यम से अपनी पढ़ाई करते है, क्योकि भारत के ज्यादातर कॉलेज उन्हें रेगुलर कोर्स ही करने की अनुमति देते है। भारत के विभिन्न कॉलेज है जहां से आप रेगुलर एमए में पढ़ाई कर सकते है। रेगुलर या फुलटाइम कोर्स के लिए आपको कॉलेज जाकर सभी लेक्चर लेने होते है इसके साथ ही समय – समय पर कॉलेज द्वारा कराये जाने बाले असाइनमेंट भी पूरे करने होते है।
डिस्टेंस कोर्स : इस लर्निंग मोड को विभिन्न नामो से जाना जाता है जैसे – ओपन लर्निंग, करेस्पोंडिंग और डिस्टेंस लर्निंग। यह मोड उन उम्मीदवारों के लिए है जो किसी कारणवश रेगुलर कोर्स नहीं कर सकते है। इसके अलावा जो उम्मीदवार कोई नौकरी कर रहे है वह भी अपनी नौकरी के साथ इस मोड से पढ़ाई पूरी कर सकते है। इस मोड में पढ़ाई करने की सबसे अच्छी बात है कि आपको पढ़ाई करने के लिए अपनी नौकरी छोड़ने की आवश्यकता नहीं है।
पार्टटाइम कोर्स : भारत में कुछ ऐसे यूनिवर्सिटी है जो आपको पार्टटाइम एमए ऑनलाइन मोड में कराते है जिसमे आप अपने घर पर रहकर इंटरनेट की मदद से अपनी पढ़ाई जारी रख सकते है। ऑनलाइन एमए को आप 2 साल से लेकर 4 बर्षो की अवधि में पूरा सकते है। ऑनलाइन एमए की फीस रेगुलर एमए की तुलना में बहुत कम होती है। इसके साथ ही जो उम्मीदवार नौकरी करते है वह भी बिना किसी चिंता के ऑनलाइन मोड में एमए की डिग्री पा सकते है।
MA Course Details in Hindi : एडमिशन प्रक्रिया
भारत में आप किसी भी कॉलेज में दो तरह से एमए में एडमिशन ले सकते है, जिसमे पहला तरीका है प्रवेश परीक्षा के माध्यम से और दूसरा तरीका है मेरिट के आधार पर। यह पूरी तरह से कॉलेज या यूनिवर्सिटी पर निर्भर करता है कि अपने यहाँ पर मेरिट के आधार पर एडमिशन करा रहे है या फिर प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन ले रहे है।
मेरिट के आधार पर : भारत के अधिकतम कॉलेज मेरिट के आधार पर एडमिशन पूरा कराने की प्रक्रिया का उपयोग करते है जिसमे आपके ग्रेजुएशन के अंको के आधार पर मेरिट तैयार की जाती है और अगर आप उस मेरिट में अपना स्थान बना लेते है तो फिर काउन्सलिंग के बाद आपका एडमिशन हो जाता है।
प्रवेश परीक्षा के आधार पर : भारत के कुछ यूनिवर्सिटी छात्रों के एडमिशन के लिए एक प्रवेश परीक्षा आयोजित करते है। उसके उपरांत जो छात्र प्रवेश परीक्षा में अच्छे अंक हासिल कर मेरिट में अपना स्थान बना लेते है उनका एडमिशन काउंसलिंग के बाद पूरा हो जाता है।
भारत के कुछ लोकप्रिय प्रवेश परीक्षा जिनके माध्यम से एमए कोर्स में एडमिशन ले सकते है:
- टीआईएसएस नेट
- आईपीयू सीईट
- पीयू सीईट
- सीयू सीईट
- टीयूईई
- एमजीयू सीएटी
- एयूसीईटी
- आईटीएम नेस्ट
- जेएनयूईई
- सीपीगेट
एमए स्पेशलाइजेशन
एमए कोर्स में विभिन्न स्पेशलाइजेशन है जो छात्र को अवसर देती है कि वह अपने विषय में गहरी समझ और ज्ञान विकसित कर सके। एमए कोर्स आपको किसी एक विशेष विषय में विस्तार से सिखाती है। अभी हम एमए कोर्स में शामिल कुछ लोकप्रिय स्पेशलाइजेशन को समझते है:
एमए अंग्रेजी
एमए अंग्रेजी दो साल का एक पोस्टग्रेजुएशन प्रोग्राम है जो छात्रों को अंग्रेजी ग्रामर और साहित्य के बारे में विस्तार से सिखाता है। एमए अंग्रेजी सिलेबस में अंग्रेजी भाषा और साहित्य के लिए विभिन्न अंग्रेजी कविता, कथा, भारतीय छंद और अंग्रेजी नाटक आदि शामिल है। भारत में कुछ टॉप कॉलेज जैसे – लोयोला कॉलेज चन्नई और प्रेसिडेंसी कॉलेज कोलकता आदि से आप अंग्रेजी स्पेशलाइजेशन में एमए कर सकते है।
एमए इतिहास
वह उम्मीदवार जो इतिहास के बारे में विस्तार से पढ़ना चाहते है और आगे इसमें अपना भविष्य देख रहे वह छात्र इतिहास स्पेशलाइजेशन में एमए की डिग्री कर सकते है। इसमें आपको प्राचीन इतिहास से लेकर मॉडर्न भारत तक यात्रा का वर्णन समझाया गया है। एमए इतिहास के लिए आप हिन्दू कॉलेज, लोयोला कॉलेज चेन्नई आदि में एडमिशन ले सकते है। सरकारी कॉलेज में एमए इतिहास की फीस 500 – 2000 रूपये के बीच होती है, जबकि प्राइवेट कॉलेज में एमए इतिहास की फीस 10,000 – 40,000 रूपये तक हो सकती है।
एमए राजनीति विज्ञान
एमए राजनीति विज्ञान दो बर्ष का एक पोस्टग्रेजुएशन प्रोग्राम जो आपको भारतीय राजनीति और विदेशी राजनीति के बारे में विस्तार से समझाती है। एमए राजनीति विज्ञान की कोर्स फीस 10,000 से 25,000 रूपये के बीच रहती है। एमए राजनीति विज्ञान ग्रेजुएट राजनीति के क्षेत्र में विभिन्न पदों पर नौकरी कर सकते है। जिनमे आपका वेतन 4 – 8 लाख रूपये प्रति बर्ष हो सकता है।
एमए सामाजिक विज्ञान
एमए सामाजिक विज्ञान आपको समाज और समाज को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है इस बारे में विस्तार से पढ़ाता है। एमए सामाजिक विज्ञान में विभिन्न टॉपिक जैसे समाज, धर्म, राजनीतिक और आर्थिक समाज, सामाजिक रिसर्च और विकास आदि शामिल है। एमए सामाजिक विज्ञान के लिए आप निज़ाम कॉलेज हैदराबाद और लोयोला कॉलेज चेन्नई आदि कॉलेज में एडमिशन ले सकते है। जिसकी फीस 5,000 – 20,000 के बीच रह सकती है।
एमए अर्थशात्र
एमए अर्थशात्र 2 बर्ष का एक पोस्टग्रेजुएशन प्रोग्राम है जो छात्रों को अर्थशात्र, बैंकिंग, मार्केटिंग और अर्थव्यस्था से संबधित टॉपिक को सिखाता है। अर्थशात्र एमए के सिलेबस में अर्थव्यस्था से संबधित टॉपिक कवर किए जाते है। अर्थशात्र एमए के लिए आप लोयोला कॉलेज चेन्नई और मिरिंडा हाउस नई दिल्ली आदि कॉलेज में एडमिशन ले सकते है इसकी फीस 10,000 से 50,000 रूपये के बीच रहती है।
एमए कोर्स : शीर्ष सरकारी कॉलेज
भारत में विभिन्न सरकारी कॉलेज है जिनमें आप ग्रेजुएशन के बाद एडमिशन ले सकते है लेकिन ध्यान रखे, इन कॉलेज में एडमिशन के लिए आपको प्रवेश परीक्षा पास करनी होगी, या फिर ग्रेजुएशन में प्राप्त अंको के आधार पर भी मेरिट के एडमिशन लिया जा सकता है।
एमए के लिए सरकारी कॉलेज की सूची इस प्रकार है:
- मुंबई विश्वविद्यालय
- हंसराज कॉलेज
- सावित्रीवाई भूले पुणे विश्वविद्यालय
- लेडी श्री राम कॉलेज, नई दिल्ली
- मद्रास विश्वविद्यालय
मास्टर ऑफ़ आर्ट्स (एमए) फीस
भारत में एमए कोर्स की फीस कॉलेज के अनुसार भिन्न – भिन्न है, जैसे इग्नू में एमए कोर्स की फीस 6,000 रुपये प्रति बर्ष है, जबकि रेगुलर एमए कोर्स के लिए सेंट ज़ेवियर कॉलेज प्रति बर्ष 74,000 रुपये तक फीस लेता है।
यदि आप किसी सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेते है तो आपको बहुत कम फीस में एमए कोर्स करा दिया जायेगा, लेकिन अगर आप किसी प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लेते है तो इसी कोर्स के लिए आपको बहुत अधिक फीस देनी पड़ सकती है।
इसके साथ ही अगर आप कम बजट में एमए करना चाहते है तो आपको किसी सरकारी कॉलेज या डिस्टेंस मोड से पढ़ाई करनी होगी।
एमए डिस्टेंस एजुकेशन
एम कोर्स छात्रों के बीच बहुत लोकप्रिय है, इसके साथ ही एमए कोर्स को डिस्टेंस के माध्यम से भी किया जा सकता है। ऐसे प्रोफेशनल्स जो एमए करने की इच्छा रखते है लेकिन ज्यादा समय नहीं दे सकते है उनके लिए डिस्टेंस मोड में एमए करना सबसे अच्छा विकल्प है।
यहां आपको कुछ कॉलेज दिए गए है जिनसे आप डिस्टेंस मोड में एमए कोर्स कर सकते है:
विश्वविद्यालय का नाम | स्थान | औसत कोर्स फीस |
इग्नू | नई दिल्ली | 12,600 |
महात्मा गांधी विश्वविद्यालय | नई दिल्ली | 2,475 |
मुंबई विश्वविद्यालय | मुंबई | 6015 |
सरस्वती डिस्टेंस एजुकेशन | मुंबई | 27,000 |
रविंद्र भारती विश्वविद्यालय | कोलकाता | 6,800 |
नेताजी सुभाष मुक्त विश्वविधालय | कोलकाता | 7,600 |
एमए कोर्स के बाद नौकरी के अवसर
Ma के बाद कौन सी नौकरी मिल सकती है? एमए कोर्स करने के बाद आपका वेतन उस क्षेत्र की डिमांड पर निर्भर करता है जिस विषय में आपने एमए पूरा किया है। भारत में विभिन्न क्षेत्रो में आप एमए कोर्स के बाद नौकरी कर सकते है। अभी हम विभिन्न नौकरी प्रोफाइल और उनके वेतन के बारे में समझते है।
नौकरी प्रोफाइल | औसत वेतन |
कंटेंट राइटर | 3,50,000 लाख रूपये प्रति बर्ष |
हाई स्कूल अध्यापक | 3,24,000 लाख रूपये प्रति बर्ष |
ह्यूमन रिसोर्सेज मैनेजर | 7,94,000 लाख रूपये प्रति बर्ष |
असिस्टेंस प्रोफेसर | 4,00,000 लाख रूपये प्रति बर्ष |
पत्रकार | 3,46,000 लाख रूपये प्रति बर्ष |
सामाजिक कार्यकर्ता | 3,88,000 लाख रूपये प्रति बर्ष |
कंसलटेंट | 5,50.000 लाख रूपये प्रति बर्ष |
एमए कोर्स का स्कोप
किसी भी स्पेशलाइजेशन में एमए छात्र के लिए बहुत से अवसर मौजूद है। अभी हम एमए कोर्स के लिए क्या – क्या अवसर है इसे समझने की कोशिश करते है।
- एक एमए डिग्री छात्रों को बहुत अच्छा एकेडमिक ज्ञान प्रदान करता है जोकि छात्र के करियर के लिए बहुत ही उपयोगी होता है।
- हम कह सकते है कि एमए, पी.एचडी करने का रास्ता है, इसलिए अगर आप उच्च शिक्षा के लिए पी.एचडी करना चाहते है तो आपको अपनी पसंद के विषय में एमए करना चाहिए। जिसके बाद आप आसानी से पी.एचडी कर सकते है।
- आपके पास विभिन्न विकल्प है जिनमे आप मास्टर कर सकते है, अभी हम उन विषयों को देखते है जिनमे आप मास्टर कर सकते है। वह विषय है इतिहास, भूगोल, अर्थशात्र, मनोविज्ञान, सामाजिक विज्ञान, हिंदी और अंगेजी आदि विषय शामिल है।
- अगर आप किसी एक विशेष विषय में एमए कर रहे है तो इसका मतलव है कि आप उस क्षेत्र में बहुत से अवसर पा सकते है जिनकी मदद से आप अपनी जिंदगी को बेहतर मोड़ पर ले जा सकते है।
सबसे ज्यादा पूछे जाने बाले सबाल (FAQs)
प्रश्न : एमए कोर्स कितने बर्ष का होता है?
उत्तर : एमए कोर्स की अवधि 2 बर्ष होती है।
प्रश्न : एमए कोर्स में एडमिशन लेने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?
उत्तर : उम्मीदवार ने किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से 50% अंको के साथ ग्रेजुएशन पूरा किया होना चाहिए।
प्रश्न : एमए कोर्स कितने तरह से किया जा सकता है?
उत्तर : एमए कोर्स को आप तीन माध्यमों में से किसी एक माध्यम से पूरा कर सकते है , फुलटाइम, डिस्टेंस और ऑनलाइन मोड।
प्रश्न : एमए कोर्स में कौन – कौन सी लोकप्रिय स्पेशलाइजेशन है?
उत्तर : एमए अंग्रेजी, एमए मनोविज्ञान, एमए सामाजिक विज्ञान, एमए हिंदी और एमए फ्रेंच।
प्रश्न : इग्नू में एमए कोर्स की फीस कितनी है?
उत्तर : इग्नू में एमए कोर्स की फीस 6000 रुपये प्रति बर्ष है।
प्रश्न : क्या 12वी के बाद एमए किया जा सकता है?
उत्तर : नहीं, एमए में एडमिशन लेने के लिए आपका ग्रेजुएशन पूरा होना अनिवार्य है।