MBA Construction Management कोर्स : एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट दो साल की पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री है जो निर्माण के क्षेत्र जैसे रियल एस्टेट उद्योग और बुनियादी ढांचे से संबंधित है। ग्रेजुएट्स इसमें परियोजना मैनेजर, रियल एस्टेट डेवलपर्स, साइट इंजीनियर और कई अन्य पदों के रूप में काम कर सकते हैं।
एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट ग्रेजुएट्स के पास अर्थव्यवस्था के सरकारी और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में नौकरी की कई संभावनाएं होती हैं जहां वह प्रोजेक्ट एडमिनिस्ट्रेटर, प्रोजेक्ट मैनेजर, साइट मैनेजर, प्रोजेक्ट कंसल्टेंट आदि जैसी नौकरी की भूमिकाओं के रूप में काम कर सकते हैं। तो आइए हम यहां कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट डिग्री में एमबीए के बारे में विस्तार से समझते है।
डिग्री | पोस्ट ग्रेजुएशन |
कोर्स | एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट |
कोर्स का पूरा नाम | मास्टर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन इन कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट |
अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | ग्रेजुएशन |
आयु | कोई आयु सीमा नहीं |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 60,000 से 4,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 4 से 8 लाख रुपये प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | प्रासंगिक सरकारी विभाग, आर्किटेक्चर कंपनियां, रियल एस्टेट फर्म, बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनियां आदि। |
नौकरी प्रोफाइल | प्रोजेक्ट मैनेजर, डेटा एडमिनिस्ट्रेटर, साइट इंजीनियर, प्रोजेक्ट डेवलपर, रियल एस्टेट डेवलपर, रियल एस्टेट एजेंट आदि। |
भारत के विभिन्न कॉलेजो में एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट कोर्स के लिए ली जाने बाली फीस लगभग 60,000 से 4,00,000 रुपये है। जहां प्रत्येक संस्थान फीस पूरी तरह से उस संस्थान पर निर्भर करती है जहां आप एडमिशन लेने का विचार कर रहे है।
एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट कोर्स क्या है?
कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट में मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन या एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट सबसे लोकप्रिय स्पेशलाइजेशन कोर्सेस में से एक है। इस कोर्स में रियल एस्टेट और शहरी आधारभूत संरचना मैनजमेंट पर ध्यान केंद्रित करने वाले थ्योरी और प्रैक्टिकल विषयों को पढ़ाया जाता है।
इस कोर्स की सबसे अच्छी बात यह है कि उम्मीदवार इस एमबीए कोर्स के लिए कैसे अध्ययन करना चाहते हैं, इसके लिए वह विभिन्न विकल्पों में से चुन सकते हैं जहां वह कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट को रेगुलर, डिस्टेंस या एग्जीक्यूटिव एमबीए करने का विचार कर सकते है। जिसमें एडमिशन के लिए उम्मीदवार अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी करने के बाद CAT, XAT, CMAT, NMAT, MAT, GMAT जैसी प्रवेश परीक्षाओ के माध्यम से भारत के शीर्ष संस्थानों से पढ़ाई कर सकते है।
MBA कोर्स के लिए उम्मीदवारों को पढ़ाई करने के लिए विभिन्न विकल्पों में से चुनने की सुविधा है यानि कि आप इसे रेगुलर, ऑनलाइन या डिस्टेंस लर्निंग मोड में करने का विकल्प चुन सकते है। इस कोर्स के लिए पात्र उम्मीदवार, उनके समान या संबंधित अध्ययन के बैचलर की डिग्री पूरा करने के बाद एमबीए इन कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट का अध्ययन कर सकते हैं।
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एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट कोर्स क्यों करना चाहिए?
कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट तेजी से विकसित होने वाला क्षेत्र है जहां आप एक बेहतर करियर बना सकते हैं। ये प्रोफेशन ऐसे उम्मीदवारों के लिए है जो एक टीम का नेतृत्व करना चाहते हैं और कठिन परियोजनाओं के बेहतरीन पहलुओं को कोरियोग्राफ करना चाहते हैं।
उच्च मांग: समय के साथ – साथ निर्माण अधिक महत्वपूर्ण होटा जा रहा है क्योंकि लोग और उद्योग विकसित हो रहे है। इस वृद्धि को समायोजित करने के लिए अधिक घरों, कार्यस्थलों, अस्पतालों, रेस्तरां और अन्य संरचनाओं की आवश्यकता होगी। एक कंस्ट्रक्शन मैनेजर हर परियोजना पर किए जा रहे काम की देखरेख करता है। जबकि इन पदों की मांग पहले से ही और भी अधिक है, 2019 और 2029 के बीच कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री में 8% की वृद्धि होने की उम्मीद है।
उच्च वेतन: जिस तरह से कंस्ट्रक्शन का काम बहुत तेजी से बढ़ रहा है उसी तरह कुशल प्रोफेशनल्स की मांग तेजी से बढ़ रही है जिसके लिए उन्हें बेहतर पैकेज भी दिया जाता है। हालाँकि, ध्यान रखें कि आपकी आय भी नौकरी के अनुभव और विशेषज्ञता से प्रभावित होती है।
MBA Construction Management कोर्स के Types
एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट डिग्री कोर्स कई स्वरूपों में उपलब्ध हैं, जो इस प्रकार है:
फुल-टाइम एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट: यह दो वर्षीय फुल-टाइम एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट प्रोग्राम सबसे आम एमबीए कोर्सेस में से एक है। छात्र इस कोर्स के दौरान वैकल्पिक मॉड्यूल और फोकस अवधि के दौरान अपनी पसंद के विषयों पर ध्यान केंद्रित करने में भी सक्षम होते है। इसमें छात्रों को नियमित रूप से क्लास अटेंड करना अनिवार्य है और इसमें योग्यता एंव प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन लिया जा सकता है।
डिस्टेंस एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट: जो लोग एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट के लिए अध्ययन करना चाहते हैं, लेकिन अपने रोजगार से समय नहीं निकाल पा रहे हैं, उनके लिए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट में डिस्टेंस एमबीए सबसे अच्छा विकल्प है। डिस्टेंस एमबीए वर्किंग प्रोफेशनल्स को उनके शेड्यूल के अनुसार पढ़ाई करने की अनुमति देता है। जहां छात्रों की डिग्री आमतौर पर 2 से 5 साल की अवधि में पूरी की जाती है।
एग्जीक्यूटिव एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट: एग्जीक्यूटिव एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट मिड-करियर प्रोफेशनल्स के लिए डिज़ाइन किया गया हैं जो उच्च पदों पर जाने की इच्छा रखते हैं। एग्जीक्यूटिव एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन के लिए आवेदकों के पास कम से कम 5 वर्ष का कार्य अनुभव होना चाहिए, तभी आप एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते है।
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MBA Construction Management कोर्स : न्यूनतम योग्यता
ऐसे कई कॉलेज और विश्वविद्यालय हैं जो उम्मीदवारों को भारत में एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट डिग्री की पेशकश करते हैं जिनमें एडमिशन के लिए एक न्यूनतम योग्यता की मांग की जाती है हालंकि ये योग्यता एक कॉलेज से दुसरे कॉलेज में भिन्न हो सकती है।
उम्मीदवारों को कम से कम 50% कुल अंकों के साथ किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करनी चाहिए। इसके अलावा आर्किटेक्चर, इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों को वरीयता भी दी जाती है।
MBA Construction Management कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट कोर्स भारत के सभी प्रमुख एमबीए संस्थानों और कॉलेजों में योग्यता एंव प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया अपनायी जाती है। एडमिशन का विचार करने से पहले छात्रों को पता होना चाहिए कि भारत में टॉप-टियर बिजनेस कॉलेज सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवारों को चुनने के लिए एक सख्त स्क्रीनिंग प्रक्रिया पर प्रवेश परीक्षा का इस्तेमाल करते हैं।
कॉलेज कैट, एक्सएटी, एनएमएटी, सीएमएटी, एमएटी, जीमैट आदि प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों को एडमिशन की अनुमति देते है इसके अलावा, उम्मीदवारों को व्यक्तिगत साक्षात्कार और समूह चर्चा करने के लिए भी कहा जा सकता है।
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एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट कोर्स के भविष्य में अवसर
भारत में कंस्ट्रक्शन क्षेत्र अपने शुरुआती चरण में है, इसलिए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट विशेषज्ञों के लिए कई संभावनाएं हैं जहां वह अपना करियर बना सकते है। उम्मीद की जा रही है कि कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री 2025 तक भारत को 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में सहायता करेगा।
एमबीए कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट ग्रेजुएट प्रति वर्ष 4.5 लाख रुपये से 8.7 लाख रुपये के बीच कमानेकी उम्मीद कर सकते हैं। सामान्य तौर पर, अलग-अलग नौकरी आपके स्किल्स और अनुभव के आधार पर अलग-अलग भुगतान करते हैं।