MBA Course Details in Hindi : MBA का पूरा नाम “Master of Business Administration” है। यह एक 2-वर्षीय पोस्टग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है जिसे व्यवसाय प्रशासन और प्रबंधन की अवधारणाओं को बेसिक से एडवांस लेवल तक सिखाने के लिए डिजाइन किया गया है। MBA का पाठ्यक्रम थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों पहलुओं को शामिल करता है, जहां कक्षा सत्र और सेमिनार थ्योरी ज्ञान प्रदान करते हैं और इंटर्नशिप और वर्कशॉप उम्मीदवारों को औद्योगिक अनुभव और वास्तविक समय की समस्याओं से निपटने का मौका देती हैं, जिससे वे उद्योग के लिए तैयार हो जाते हैं।
पात्रता मानदंड: MBA कोर्स में प्रवेश के लिए उम्मीदवार को किसी भी क्षेत्र (विज्ञान, वाणिज्य, कला) में स्नातक होना चाहिए और उसमें 50% या अधिक का समग्र अंक होना चाहिए। उम्मीदवार MBA कोर्स को विभिन्न मोड में कर सकते हैं, जैसे पूर्णकालिक नियमित MBA, दूरस्थ MBA, ऑनलाइन MBA, कार्यकारी MBA, और एकीकृत MBA।
फीस: MBA डिग्री की फीस कॉलेज के अनुसार भिन्न होती है, जो INR 10 लाख से INR 25 लाख तक हो सकती है।
प्रवेश प्रक्रिया: MBA कोर्स में प्रवेश आमतौर पर प्रवेश परीक्षाओं के माध्यम से होता है, जिसके बाद समूह चर्चा (GD), लिखित क्षमता परीक्षण (WAT), और व्यक्तिगत साक्षात्कार (PI) होता है। यह प्रक्रिया उम्मीदवारों के व्यक्तित्व और उनकी प्रबंधन क्षमताओं का आकलन करती है। कुछ लोकप्रिय प्रवेश परीक्षाएँ हैं CAT, CMAT, XAT, MAH MBA CET, GMAT, और ATMA।
प्रमुख कॉलेज: उम्मीदवार सरकारी और निजी दोनों कॉलेजों से MBA कर सकते हैं। भारत के कुछ शीर्ष MBA कॉलेजों में IIM अहमदाबाद, IIM बैंगलोर, IIM कलकत्ता, IIM लखनऊ, IIM इंदौर, XLRI जमशेदपुर, FMS (Faculty of Management Studies), और ISB (Indian School of Business) शामिल हैं।
स्पेशलाइजेशन: MBA को विभिन्न विशेषताओं में किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:
- मानव संसाधन (HR)
- बिक्री (Sales)
- विपणन (Marketing)
- वित्त (Finance)
- संचालन (Operations)
करियर के अवसर: MBA पूरा करने के बाद, उम्मीदवार विभिन्न उच्च पदों पर कार्य कर सकते हैं, जैसे:
- कर्मचारी संबंध प्रबंधक (Employee Relations Manager)
- उत्पाद प्रबंधक (Product Manager)
- विपणन प्रबंधक (Marketing Manager)
- बिक्री प्रबंधक (Sales Manager)
एमबीए कोर्स की जानकारी
डिग्री | ग्रेजुएशन |
एमबीए का पूरा नाम | मास्टर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन |
कोर्स की अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन होना चाहिए। |
टॉप एमबीए प्रवेश परीक्षा | कैट, मैट, एक्सएटी और जीमैट आदि |
प्रवेश का तरीका | मेरिट और प्रवेश परीक्षा के आधार पर |
कोर्स फीस | 2 से 27 लाख रुपये |
औसत वेतन | 5 से 22 लाख रुपये प्रति बर्ष |
एमबीए कोर्स के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?
एमबीए के लिए योग्यता क्या है? भारत में एमबीए कोर्स में एडमिशन विभिन्न राष्ट्र्रीय, राज्य और यूनिवर्सिटी स्तर प्रवेश परीक्षाओ के आधार पर किया जाता है। हालंकि कुछ प्राइवेट कॉलेज आपके पिछले एजुकेशनल बैकग्राउंड के आधार पर भी एमबीए में एडमिशन देते है। इसके अलावा उम्मीदवार में ये सामान्य योग्यता होनी चाहिए:
- एमबीए कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आप किसी भी स्ट्रीम में एक मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया होना चाहिए।
- भारत के अधिकतम कॉलेज एडमिशन के लिए न्युनतम 50% अंको के साथ ग्रेजुएशन की मांग करते है।
- विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं में से किसी एक में अच्छा स्कोर किया होना चाहिए।
- वह छात्र जो अपने ग्रेजुएशन के अंतिम वर्षमें है वह भी एमबीए कोर्स में आवेदन कर सकता है, लेकिन उसको यह सबूत दिखाना होगा कि वह समय से पहले अपना ग्रेजुएशन पूरा कर लेगा।
- ऐसे प्रोफेशनल जिन्होंने सीए, सीएस या अन्य डिग्री की है वह भी एमबीए कोर्स में एडमिशन के लिए योग्य है।
एमबीए कोर्स क्यों करना चाहिए?
एमबीए कोर्स करने से क्या फायदा है? प्रत्येक व्यक्ति के लिए एमबीए करने का अपना एक कारण होता है, मानलो एक व्यक्ति मैनेजमेंट के क्षेत्र में अच्छी नौकरी पाने के लिए एमबीए कर सकता है जबकि हो सकता है दूसरा व्यक्ति अपना बिज़नेस शरू करने के उद्देश्य से एमबीए करने का विचार कर सकता है। यहां आपको कुछ कारण दिए गए जिनकी बजह से आपको एमबीए करना चाहिए?
- मैनेजमेंट स्किल बढ़ाने के लिए
- भविष्य में अच्छे करियर अवसर
- लीडरशिप स्किल के विकास के लिए
- यदि आप अपना व्यापार शुरु करना चाहते हो तो एमबीए एक अच्छा विकल्प है।
- अच्छी सैलरी
- भारत के साथ – साथ विदेशो में भी नौकरी के अवसर
एमबीए कोर्स कब करना चाहिए?
एमबीए कोर्स करने का कोई एक विशेष समय नहीं है, उम्मीदवार अपने ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद या प्रोफेशनल 3 – 5 साले के वर्क अनुभव के बाद भी एमबीए कोर्स में एडमिशन ले सकते है। इसके साथ ही वह उम्मीदवार जो 12वी में ही मन बना चुके है कि एमबीए करना है वह इंटीग्रेटेड एमबीए कर सकते है। इसके अलावा वह उम्मीदवार जो बिज़नेस की दुनिया में अपना भविष्य बनाना चाहते है या जो अपनी लीडरशिप स्किल को विकसित करना चाहते है वह उम्मीदवार भी एमबीए कोर्स कर सकते है।
एमबीए कोर्स किसे करना चाहिए?
आमतौर पर एमबीए कोर्स उन प्रोफेशनल के लिए है जो 2 – 3 साल का अनुभव रखते है या जिन्होंने अपना ग्रेजुएशन पूरा कर लिया है। लेकिन अगर कोई छात्र एमबीए कर भविष्य बनाने के बारे में सोच रहा है तो वह 12वी के बाद ही इंटीग्रेटेड एमबीए में एडमिशन लेकर अपनी पढ़ाई जारी रख सकता है। इसके साथ ही वह कर्मचारी भी एमबीए करने का विचार कर सकते है जो अपनी स्किल को बढ़ाकर नौकरी में उच्च पद पर जाना चाहते है।
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एमबीए प्रवेश परीक्षा
एमबीए के लिए 3 तरह की प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। जिनमे कुछ प्रवेश परीक्षा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाती है और कुछ प्रवेश परीक्षा राज्य स्तर पर आयोजित की जाती है, जबकि कुछ ऐसी प्रवेश परीक्षा भी है जिन्हे कुछ यूनिवर्सिटी आयोजित करती है।
परीक्षा का प्रकार | विवरण | परीक्षा का नाम |
राष्ट्रीय स्तर परीक्षा | यह प्रवेश परीक्षा देश में राष्ट्र्रीय स्तर के कॉलेज में एडमिशन के लिए होती है। | कैट, मैट, सीमैट, एटीएमए |
राज्य स्तर परीक्षा | यह प्रवेश परीक्षा राज्य स्तर पर होती है, जहां अलग – अलग राज्य अलग – अलग प्रवेश परीक्षा आयोजित करते है। | एमएएच – सीईटी, ओजेईई, केमैट, टेनसेट |
यूनिवर्सिटी स्तर परीक्षा | यह प्रवेश परीक्षा यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित की जाती है जिसमे विभिन्न यूनिवर्सिटी अपने स्तर अपर एमबीए एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करते है। | एक्सएटी, एनमैट, एसनैप, आईबीसैट |
एमबीए कोर्स में एडमिशन कैसे ले?
भारत के विभिन्न कॉलेज मेरिट और प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया कराते है। अभी हम इन दोनों तरीको को जानेगे।
मेरिट के आधार पर
भारत के अधिकतम प्राइवेट कॉलेजो में मेरिट के आधार पर एमबीए के लिए एडमिशन कराये जाते है। जिसमें आपके ग्रेजुएशन के अंको के आधार पर आपको एडमिशन दिया जाता है।
प्रवेश परीक्षा के आधार पर
अगर आप भारत के किसी शीर्ष कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते है तो पहले आपको प्रेवश परीक्षा पास करनी होती है उसके बाद ही आप इन शीर्ष कॉलेज में एडमिशन ले सकते है। इसमें उम्मीदवार को विभिन्न चरणों से गुजरना होता है और एडमिशन की अंतिम सूची में पहुंचने के लिए प्रत्येक चरण पूरा करना आवश्यक है।
यहां आपको कुछ चरण दिए गए है जहां से प्रत्येक उम्मीदवार को गुजरना होता है:
चरण 1 : प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करे?
किसी भी कॉलेज का चुनाव करने से पहले उम्मीदवार को विभिन्न एमबीए प्रवेश परीक्षा में से किसी एक प्रवेश परीक्षा में आवेदन करना होगा। इसके साथ ही उम्मीदवार ऐसे प्रवेश परीक्षा में भी आवेदन कर सकते है जो किसी यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित की जाती है। किसी भी एमबीए प्रवेश परीक्षा में आवेदन करने के लिए आपने 50% अंको के साथ अपना ग्रेजुएशन पूरा किया होना चाहिए।
चरण 2 : प्रवेश परीक्षा दे
यह एमबीए प्रवेश परीक्षा आसान नहीं होती है, यह मुश्किल होती है इसलिए इनकी तैयारी में महीनो का वक्त लग जाता है। इसलिए परीक्षा में जाने से पहले अच्छे से तैयारी करले उसके उपरान्त ही प्रवेश परीक्षा दे।
चरण 3 : प्रवेश परीक्षा का परिणाम
एक बार जब आप प्रवेश परीक्षा दे देते है तो आपको इसके परिणाम के लिए कुछ समय इंतजार करना होता है। कुछ समय के पश्चात परिणाम आता है और आपके प्रवेश परीक्षा में आए, अंक विभिन्न तरह से कैलकुलेट किए जाते है जैसे – स्कोर या परसेंटाइल।
चरण 4 : कॉलेज के द्वारा कट ऑफ़ जारी की जाती है
प्रत्येक कॉलेज एडमिशन के लिए परीक्षा के स्कोर के आधार पर एक न्युनतम कटऑफ जारी करता है।
चरण 5 : कॉलेज में आवेदन करे।
अगर उम्मीदवार किसी कॉलेज की न्युनतम कटऑफ को पूरा करता है तो वह उम्मीदवार उस कॉलेज में आवेदन कर सकता है। इसके अलावा अगर कोई उम्मीदवार न्यूनतम कटऑफ को पूरा नहीं करता है तो वह उस कॉलेज में आवेदन नहीं कर सकता है। प्रवेश परीक्षा के स्कोर कार्ड सिर्फ एक साल के लिए मान्य होता है इसलिए अगर आप अच्छा स्कोर नहीं बना पाए है तो बहुत से ऐसे कॉलेज है जो आपको कम स्कोर के साथ भी एडमिशन दे देंगे।
चरण 6 : ग्रुप डिस्कशन / पर्सनल इंटरव्यू के लिए शॉर्टलिट किया जाता है।
आपके प्रवेश परीक्षा के स्कोर के आधार पर, जिन उम्मीदवारों ने कॉलेज में आवेदन किया है उन्हें शॉर्टलिस्ट कर उस कॉलेज की ओर से ग्रुप डिस्कशन / पर्सनल इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। भारत के टॉप कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए आपको यह राउंड पूरा करना अनिवार्य है।
चरण 7 : फाइनल मेरिट लिस्ट जारी की जाती है।
कॉलेज द्वारा उम्मीदवार के स्कोर, काम का अनुभव, ग्रुप डिस्कशन / पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर एक फाइनल मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है और जो भी उम्मीदवार एडमिशन के लिए चुन लिए जाते है उन्हें अपनी सीट को सुरक्षित रखने के लिए एडमिशन फीस जमा करनी होती है।
एमबीए कितने तरह का होता है?
स्पेशलाइजेशन के अलावा भी उम्मीदवार अपनी जीवन शैली के अनुसार विभिन्न लाइर्निंग मोड में पढ़ाई कर सकते है। इन सभी की जानकारी आपको नीचे दी गयी है:
रेगुलर एमबीए : यह एक फुल टाइम कोर्स है जिसे भारत के अधिकतम कॉलेज एंव विश्वविद्यालय द्वारा कराया जाता है। इस लर्निंग प्रक्रिया में छात्रों को कॉलेज में फिजिकल रूप से जाना होता है। यह मोड उन व्हाट्रो के लिए सबसे बेहतर है जो कॉलेज जाकर पढ़ाई करना चाहते है।
डिस्टेंस एमबीए : यह एक पार्ट टाइम कोर्स है जिसकी मदद से आप बिना कॉलेज जाए, अपनी नौकरी या अपने काम के साथ पढ़ाई जारी रख सकते है इसलिए इसे अक्सर वर्किंग प्रोफेशनल द्वारा किया जाता है।
ऑनलाइन एमबीए : यह कोर्स ऑनलाइन मोड़ में कराया जाता इसमें आपको कॉलेज जाने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इसमें लर्निंग मैनेजमेंट एंव ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से पढ़ाया जाता है। इसलिए अगर ऑनलाइन पढ़ने में रूचि रखते है पोर अपने घर से पढ़ाई करना चाहते है तो आप ये कोर्स कर सकते है।
एमबीए कोर्स स्पेशलाइजेशन
आप एमबीए कोर्स को विभिन्न स्पेशलाइजेशन में कर सकते है, यहां आपको कुछ लोकप्रिय स्पेशलाइजेशन दी गयी है जिन्हे भारत के विभिन्न कॉलेजो द्वारा कराया जाता है।
- एमबीए इन डिजिटल मार्केटिंग
- एमबीए इन मार्केटिंग मैनेजमेंट
- एमबीए इन फाइनेंस
- एमबीए इन एचआर
- एमबीए इन इवेंट मैनेजमेंट
- एमबीए इन रूरल मैनेजमेंट
- एमबीए इन ऑपरेशन मैनेजमेंट
- एमबीए मैटेरियल मैनेजमेंट
- एमबीए इंटरनेशनल बिजनेस
- एमबीए इन इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी
- एमबीए इन होटल मैनेजमेंट
- एमबीए इन लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट
- एमबीए इन हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट
- एमबीए इन स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट
एनआईआरएफ रैंकिंग के आधार पर एमबीए के लिए भारत के टॉप 10 कॉलेज
संस्थान का नाम | NIRF Ranking | कोर्स फीस |
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट अहमदाबाद | रैंक 1 | 23,00,000 |
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट बैंगलोर | रैंक 2 | 20,00,000 |
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट कलकत्ता | रैंक 3 | 23,00,000 |
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट दिल्ली | रैंक 4 | 10,24,000 |
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट कोजहिकोडे | रैंक 5 | 19,00,000 |
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट लखनऊ | रैंक 6 | 19,00,000 |
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट इंदौर | रैंक 7 | 17,07,000 |
ज़ेवियर लेबर रिलेशन्स इंस्टिट्यूट | रैंक 8 | 10,72,000 |
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग, मुंबई | रैंक 9 | 14,60,000 |
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट मद्रास | रैंक 10 | 8,00,000 |
एमबीए के बाद नौकरी के अवसर
एमबीए करने के बाद कौन सी जॉब मिलती है? एमबीए कोर्स विभिन्न क्षेत्रो में उम्मीदवारों को विभिन्न नौकरियों में अवसर प्रदान करता है। इसलिए आप मैनेजमेंट, मार्केटिंग, बैंक आदि सेक्टर में अवसर की तलाश कर सकते है।
रिसर्च में पाया गया है कि एमबीए ग्रेजुएट्स को अन्य पोस्टग्रेजुएशन डिग्रीधारक की तुलना में अधिक सैलरी पैकेज मिलता है। यहां आपको कुछ ऐसे प्रोफाइल और उनके वेतन के बारे में बता रहे है जिनमे आप अपना भविष्य बना सकते है।
नौकरी प्रोफाइल | औसत वेतन (भारत में) |
ऑपरेशन मैनेजर | 9.69 लाख रुपये प्रति वर्ष |
बिज़नेस एनालिस्ट | 8 लाख रुपये प्रति वर्ष |
फाइनेंसियल एनालिस्ट | 5 लाख रुपये प्रति वर्ष |
ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर | 6.5 लाख रुपये प्रति वर्ष |
एरिया सेल्स मैनेजर | 8 लाख रुपये प्रति वर्ष |
मैनेजमेंट कंसलटेंट | 21.52 लाख रुपये प्रति वर्ष |
बिज़नेस डेवलपमेंट मैनेजमेंट | 6 लाख रुपये प्रति वर्ष |
सीनियर सेल्स एग्जीक्यूटिव | 4.84 लाख रुपये प्रति वर्ष |
ह्यूमन रिसोर्स गेनेरलिस्ट | 4.75 लाख रुपये प्रति वर्ष |
प्रोडक्ट मैनेजर | 15 लाख रुपये प्रति वर्ष |
मार्केटिंग मैनेजर | 6 लाख रुपये प्रति वर्ष |