MBA Marketing कोर्स : एमबीए मार्केटिंग मार्केट की रणनीतियों, विज्ञापन, ब्रांडिंग और मार्केटिंग में उपयोग किए जाने वाले संसाधनों के मैनेजमेंट के बारे में सीखने में रुचि रखने वाले उम्मीदवारों के लिए एक लोकप्रिय 2 वर्षीय एमबीए स्पेशलाइजेशन कोर्स है।
एमबीए मार्केटिंग कोर्स में एडमिशन की इच्छा रखने बाले इच्छुक उम्मीदवारों के पास ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए और साथ ही CAT, MAT या किसी अन्य राष्ट्रीय स्तर की एमबीए प्रवेश परीक्षा में अच्छा स्कोर होना चाहिए। भारत के शीर्ष कॉलेज जैसे आईआईएम और आईआईटी में एडमिशन कैट के परिणाम के बाद यानी जनवरी के महीने के दौरान शुरू होते है।
भारत के मार्केटिंग कॉलेजों में कुछ शीर्ष कॉलेज जैसे ग्रेट लेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, एनएमआईएमएस, आईआईटी रुड़की आदि शामिल हैं। साथ ही एमबीए मार्केटिंग के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ डिजिटल एजुकेशन (आईआईडीई) लोकप्रिय प्रशिक्षण संस्थानों में से एक है जो मार्केटिंग में एमबीए प्रदान करता है।
डिग्री | पोस्ट ग्रेजुएशन |
कोर्स | एमबीए मार्केटिंग |
कोर्स का पूरा नाम | मास्टर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन इन मार्केटिंग |
अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | ग्रेजुएशन |
आयु | कोई आयु सीमा नहीं |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 2,00,000 से 8,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 3 से 8 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी प्रोफाइल | ब्रांड मैनेजर, मीडिया नियोजक, डिजिटल मीडिया विश्लेषक, डिजिटल मार्केटिंग प्रमुख, मीडिया रणनीतिकार, ऑडियो/वीडियो संपादक, मीडिया मैनेजर, उत्पाद मैनेजर, मार्केटिंग मैनेजर आदि। |
भारत के विभिन्न कॉलेज एंव विश्वविद्यालयों एमबीए मार्केटिंग कोर्स फीस लगभग 2,00,000 से 8,00,000 रुपये के बीच है। हालंकि प्रत्येक संस्थान एक दुसरे से भिन्न होती है। इसलिए एडमिशन से पहले फीस की जांच करले।
एमबीए मार्केटिंग कोर्स क्या है?
एमबीए मार्केटिंग में क्या होता है? एमबीए मार्केटिंग 2 वर्षीय मार्केटिंग स्पेशलाइजेशन में एक पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री है, जिसे 6 माह के प्रत्येक सेमेस्टर के रूप में 4 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है। यह कोर्स सफलतापूर्वक पूरा करने वाले एमबीए छात्रों के पास मार्केटिंग रोजगार को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक कौशल प्राप्त होता है। हालांकि अधिकांश एमबीए प्रोग्राम में मार्केटिंग एक मुख्य विषय है, उम्मीदवार मार्केटिंग में एमबीए के दौरान गहराई से मार्केटिंग का अध्ययन करने में अधिक समय व्यतीत करते है।
एमबीए मार्केटिंग कोर्स में छात्रों को एनालिटिक्स, स्टोरीटेलिंग, कम्युनिकेशन, कस्टमर बिहेवियर और मैनेजमेंट स्किल्स की मदद से किसी विशेष प्रोडक्ट और सर्विस की मार्केटिंग करने के बारे में सिखाया जाता है जिससे उस प्रोडक्ट या सर्विस का प्रचार हो सके।
एमबीए मार्केटिंग, मास्टर कोर्स की सबसे लोकप्रिय स्पेशलाइजेशन में से एक है, जिसमें छात्रों को 2 वर्षो की पढ़ाई के दौरान मार्केट रिसर्च, एडवरटाइजिंग, ब्रांडिंग एंव अंतराष्टीय व्यापार के बारे में सिखाया जाता है। यह कोर्स मार्केटिंग विषयों के अलावा मार्केट स्ट्रैटेजी और नेटवर्क बनाने के बारे में भी सिखाता है।
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एमबीए मार्केटिंग कोर्स क्यों करना चाहिए?
एमबीए मार्केटिंग कोर्स न केवल पारंपरिक मार्केटिंग रणनीतियों को सिखाता है बल्कि डिजिटल मार्केटिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग, ईमेल मार्केटिंग इत्यादि जैसे नए दिगीतक युग की अवधारणओ को भी सिखाता है।
ग्रेजुएट कोर्स पूरा करने के बाद आप कंसल्टेंसी या एंटरप्रेन्योर मैनेजमेंट में जा सकते हैं।
Payscale के अनुसार, भारत में एक मार्केटिंग मैनेजर का औसत वेतन 9,03,076 है जो एक एचआर मैनेजर 7,82,489 या ऑपरेशंस मैनेजर की तुलना में अधिक है।
एमबीए मार्केटिंग लोकप्रिय और अत्यधिक मांग वाली एमबीए विशेषज्ञताओं में से एक है। मार्केटिंग ग्रेजुएट्स के लिए शीर्ष भर्तीकर्ता कंपनियों में सोनी, स्पेंसर्स रिटेल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, केपीएमजी, रैनबैक्सी, टेक महिंद्रा आदि शामिल हैं।
एमबीए मार्केटिंग कोर्स के इतने लोकप्रिय होने का कारण यह है कि प्रत्येक कंपनी अपनी ग्राहक निष्ठा बनाने और अपना राजस्व बढ़ाने के लिए मार्केटिंग पर निर्भर रहती है।
अभी तक देखा गया है कि एमबीए प्लेसमेंट में मार्केटिंग सेक्टर को सबसे ज्यादा भर्ती करने वाला सेक्टर माना जाता है। आईआईएम अहमदाबाद की प्लेसमेंट 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, फाइनेंस के बाद मार्केटिंग दूसरा सबसे बड़ा भर्तीकर्ता क्षेत्र था, जिसमें एचयूएल द्वारा प्रति वर्ष 27 लाख रुपये का उच्चतम सीटीसी पेश किया गया था।
MBA Marketing कोर्स के Types
एमबीए मार्केटिंग भारत के विभिन्न सरकारी एंव प्राइवेट संस्थानों द्वारा रेगुलर, डिस्टेंस एंव ऑनलाइन मोड में पेश किया जाता है जिनमें आप अपनी जीवनशैली और रूचि के अनुसार पढ़ाई शुरू कर सकते है :
रेगुलर एमबीए मार्केटिंग : एमबीए मार्केटिंग 2 वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है। रेगुलर मोड में, छात्रों को नियमित रूप से कॉलेज जाकर क्लास अटेंड करना अनिवार्य है साथ ही कॉलेज में असाइनमेंट और प्रोजेक्ट भी करने होते है और कॉलेज कैंपस में ही अपनी परीक्षा भी देना अनिवार्य है। रेगुलर कोर्स में उम्मीदवार योग्यता या प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन ले सकते है।
डिस्टेंस एमबीए मार्केटिंग : जो इच्छुक छात्र एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स किसी कारण वश कॉलेज जाकर क्लास अटेंड करने में असमर्थ है वह डिस्टेंस मोड में अपनी पढ़ाई जारी रख सकते है जिसमें उन्हें अपनी नौकरी आदि छोड़ने की भी आवश्यकता नहीं है। यही बजह है कि डिस्टेंस मोड को ज्यादातर वर्किंग प्रोफेशनल्स द्वारा चुना जाता है। इसलिए अगर आप डिस्टेंस मोड में पढ़ाई करने का विचार कर रहे है तो आप सीधे आवेदन कर एडमिशन ले सके है।
ऑनलाइन एमबीए मार्केटिंग : बढ़ते डिजिटल इस्तेमाल को देखते हुये यूजीसी से भारत के विभिन्न संस्थानों को ऑनलाइन मोड में एमबीए मार्केटिंग कोर्स कराने की अनुमति दे दी है जिसमें छात्रों को संस्थान द्वारा लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से पढ़ाया जाता है जिसमें सीधे आवेदन कर एडमिशन लिया जा सकता है।
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MBA Marketing कोर्स : न्यूनतम योग्यता
एमबीए मार्केटिंग कोर्स में एडमिशन पाने के लिए कुछ बुनियादी योग्यता मानदंड पर नीचे चर्चा की गई है:
साथ ही संस्थान एडमिशन के लिए ग्रेजुएशन स्तर पर कम से कम 50% या समकक्ष सीजीपीए की उम्मीद करते है, हालंकि सभी आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों (एससी / एसटी) के लिए 5% की छूट दी जाती है यानी उत्तीर्ण प्रतिशत 45% होना चाहिए।
कुछ कॉलेज अंतिम वर्ष के छात्रों को आवेदन करने की अनुमति देते हैं, बशर्ते वे प्रिंसिपल से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर जमा करे।
MBA Marketing कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
एमबीए मार्केटिंग में दो तरह से एडमिशन लिया जा सकता है: इन दो तरीकों से एडमिशन लेने की प्रक्रिया नीचे दी गई है।
मार्केटिंग में एमबीए करने के इच्छुक छात्रों को प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करने की आवश्यकता होती है, इन प्रवेश परीक्षाओं में आपके स्कोर के आधार पर भारत के शीर्ष संस्थानों द्वारा एडमिशन की अनुमति दी जाती है। कैट को एमबीए की सबसे लोकप्रिय प्रवेश परीक्षा माना जाता है जिसके माध्यम से आप आईआईएम जैसे कॉलेज में एडमिशन ले सकते है।
भारत में कई बी-स्कूल हैं जो एमबीए मार्केटिंग कोर्स में सीधे एडमिशन देते हैं। जहां वह छात्रों इ ग्रेजुएशन में प्राप्त अंको के आधार पर मेरिट सूची तैयार कर एडमिशन का निर्णय लेते है।
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एमबीए मार्केटिंग कोर्स के भविष्य में अवसर
एमबीए मार्केटिंग के बाद क्या कर सकते हैं? एमबीए मार्केटिंग अनुभवी के साथ-साथ फ्रेशर्स उम्मीदवारों के लिए विभिन्न पदों पर नौकरी प्रदान करता है।
- ब्रांड मैनेजर
- सेल्स मैनेजर
- डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर
- मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव
- मार्केटिंग मैनेजर
- मार्केटिंग स्पेशलिस्ट
- बिजनेस एनालिस्ट आदि
जिन उम्मीदवारों ने एमबीए मार्केटिंग कोर्स कर लिया है वह एमबीए मार्केटिंग में फ्रेशर जॉब रोल के लिए आवेदन कर सकते हैं। एमबीए मार्केटिंग फ्रेशर्स के लिए भर्ती के क्षेत्र इस प्रकार है:
- विज्ञापन
- परामर्श
- मार्केटिंग
- बैंकिंग
- पर्यटन
- डिजिटल मीडिया
- मनोरंजन