MBA Project Management कोर्स : एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एक पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स है जिसे कोई भी योग्य उम्मीदवार दो वर्षो की अवधि में पूरा कर सकते है। यह कोर्स छात्रों को वास्तविक दुनिया के परिदृश्यों में रणनीतिक और निर्णायक रूप से निर्णय लेने के लिए तैयार करता है और आवश्यक कौशल विकसित करने में मदद करता है जो कि एक प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में आवश्यक है।
टॉप एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कॉलेजों में एडमिशन प्रवेश-परीक्षा के आधार पर होता है। भारत में ऐसी कई प्रवेश परीक्षाएँ हैं जिनमें कोई भी उम्मीदवार शामिल हो सकता है, जैसे CAT, MAT, XAT, SNAP, GMAT आदि।
एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कोर्स करने के बाद उम्मीदवार आईटी कंपनियों, बैंकिंग सेक्टर्स, एकेडमिक्स, कॉलेज, मार्केटिंग, विश्वविद्यालय एंव सरकारी एजेंसी आदि में नौकरी का अवसर पा सकते है।
डिग्री | पोस्ट ग्रेजुएशन |
कोर्स | एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट |
कोर्स का पूरा नाम | मास्टर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन इन प्रोजेक्ट मैनेजमेंट |
अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | ग्रेजुएशन |
आयु | कोई आयु सीमा नहीं |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 3,00,000 से 15,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 6 से 18 लाख रुपये प्रति वर्ष |
नौकरी प्रोफाइल | कंप्यूटर साइंटिस्ट, डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर, प्रोजेक्ट लीडर, सॉफ्टवेयर पब्लिशर, रिसर्च असिस्टेंट, ऑपरेशंस मैनेजर आदि। |
भारत में कई सरकारी एंव प्राइवेट संस्थान है जिनके माध्यम से एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट किया जा सकता है, जिनमें सभी की फीस एक दुसरे से पूरी तरह से भिन्न है। इच्छुक उम्मीदवार इस कोर्स को 3,00,000 से 15,00,000 रुपये में पूरा कर सकते है, हालंकि सटीक फीस की जानकारी के लिए आपको उस संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट से जानकारी लेनी चाहिए जिसमें आप एडमिशन लेने का विचार कर रहे है।
एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कोर्स क्या है?
एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कोर्स करने के बाद उम्मीदवार आईटी कंपनियों, बैंकिंग, कॉलेजों, मार्केटिंग, विश्वविद्यालयों, डिजाइनिंग कंपनियों, ट्रेडिंग, सरकारी एजेंसियों आदि जैसे क्षेत्रों में नौकरी का अवसर पा सकते है। प्रोजेक्ट मैनेजर प्रोफेशनल्स को औसत वार्षिक वेतन के रूप में 6 से 18 लाख रुपये दिया जाता है।
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एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कोर्स क्यों करना चाहिए?
दुनिया भर में प्रोजेक्ट मैनेजर की मांग बढ़ रही है प्रोजेक्ट मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (PMI®) ने बताया है कि 2027 तक 22 मिलियन नए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट जॉब ओपनिंग की उम्मीद है।
विभिन्न प्रकार के व्यवसाय में प्रोजेक्ट मैनेजर्स की आवश्यकता होती है, क्योंकि किसी भी प्रोजेक्ट को पूरा कराने की जिम्मेदारी प्रोजेवत मैनेजर की होती है। हालांकि आईटी क्षेत्र में सबसे ज्यादा प्रोजेक्ट मैनेजर की आवश्यकता होती है, लेकिन पूरी दुनिया में व्यापार सेवा, तेल और गैस, फाइनेंस और बीमा, विनिर्माण, निर्माण और उपयोगिता उद्योगों में भी प्रोजेक्ट मैनेजर अहम् भूमिका निभाता है इसलिए लगभग सभी व्यवसाय को प्रोजेक्ट मैनेजर की आवश्यकता होती है।
प्रोजेक्ट मैनेजर के लिए वेतन भी उच्च मिलता हैं ग्लासडोर के अनुसार, अमेरिका में राष्ट्रीय औसत प्रवेश स्तर के प्रोजेक्ट मैनेजर का वेतन $ 59,680 है।
प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के क्षेत्र में उन्नति के भरपूर अवसर हैं अत्यधिक अनुभवी और प्रमाणित प्रोजेक्ट मैनेजर प्रवेश स्तर के वेतन को दोगुना या उससे अधिक की उम्मीद कर सकते हैं।
प्रोजेक्ट मैनेजर एक कंपनी में अहम् भूमिका निभाते है, क्योंकि जब भी कोई कंपनी किसी प्रोजेक्ट को शुरु करती है तो वह प्रोजेक्ट पूरा करने की जिम्मेदारी प्रोजेक्ट मैनेजर को सौंपती है जिससे अंतर्गत कई लोगो की टीम काम करती है।
MBA Project Management कोर्स के Types
एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कोर्स को उम्मीदवार अपनी जीवन शैली एंव इच्छा के अनुसार विभिन्न लर्निंग मोड में कर सकते हैं, जो इस प्रकार है:
फुल-टाइम एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट: प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में दो साल का रेगुलर एमबीए भारत के विभिन्न संस्थान में कराया जाता है। इस क्षेत्र में थेओरिटिकल समझ से अधिक प्रैक्टिकल ज्ञान का महत्व है। एक फुल-टाइम एमबीए कोर्स छात्रों को कॉलेज जाकर पढ़ने की अनुमति देता है, जिसमें योग्यता या प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन लिया जा सकता है।
डिस्टेंस एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट: दो से तीन साल का डिस्टेंस प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एमबीए कोर्स भारत के कुछ ही विश्वविद्यालयों द्वारा कराया जाता है, इस लर्निंग मोड में छात्रों को कॉलेज जाकर क्लास अटेंड करने की आवश्यकता नहीं है बल्कि वह कही भी रहकर अपने समय के अनुसार पढ़ाई जारी रख सकते है, इसे अक्सर वर्किंग प्रोफेशनल्स एंव उन उम्मीदवारों द्वारा किया जाता है जिनके पास समय की कमी है।
ऑनलाइन एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट : प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में ऑनलाइन एमबीए भी दो वर्षीय कोर्स है, जिसे भारत के कुछ संस्थान ऑनलाइन मोड में कराते है इसमें छात्रों को लर्निंग मैनेजमेंट के माध्यम से सिलेबस में शामिल सभी विषयों के बारे में पढ़ाया जाता है और असाइनमेंट आदि भी ऑनलाइन मोड में पूरे किए जाते है।
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MBA Project Management कोर्स : न्यूनतम योग्यता
क्या मैं एमबीए के बाद प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कर सकता हूं? एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन के लिए शैक्षिक योग्यताओं की एक सूची है जो इस कोर्स में एडमिशन हासिल करने के लिए एक उम्मीदवार के पास होना आवश्यक है। उनमें से कुछ मानदंडों पर नीचे चर्चा की गई है:
- उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से बीबीए या किसी स्ट्रीम में डिग्री प्राप्त की होनी चाहिए।
- साथ ही उम्मीदवार से ग्रेजुएशन के दौरान न्यूनतम 40% – 50% अंको की मांग की जाती है, हालंकि अगर आप आरक्षित वर्ग के अंतर्गत आते है तो आपको संस्थान द्वारा एडमिशन के दौरान 5% की छूट प्रदान की जायेगी।
- एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन पाने के लिए कोई आयु सीमा नहीं है।
MBA Project Management कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन के लिए पहले आपको कोर्स की न्यूनतम योग्यता को पूरा करना होगा, जिसके बाद आप योग्यता या प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन ले सकते है।
प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया में राष्ट्रीय, राज्य एंव विश्वविद्यालय स्तर ओर प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है, जिसमें छात्रों प्रदर्शन के आधार पर एडमिशन की अनुमति दी जाती है। हालंकि कुछ विश्वविद्यालयों द्वारा तैयार की गई उनकी ग्रेजुएशन डिग्री या योग्यता सूची में प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों का चयन करते हैं। कुछ प्रतिष्ठित कॉलेज पाठ्यक्रम में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा और व्यक्तिगत साक्षात्कार आयोजित करते हैं।
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एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कोर्स के भविष्य में अवसर
भारत एंव विदेश में ऐसी बहुत सी कंपनियां है जो एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट ग्रेजुएट्स को नौकरी का अवसर प्रदान करती है क्योंकि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें नौकरी के विभिन्न अवसर मौजूद है। यह देखा गया है कि एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट ग्रेजुएट्स शुरुआतीवेतन के रूप में 4 से 5 एलपीए की नौकरी पा सकते है।
एमबीए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट ग्रेजुएट आईटी, वास्तुकला, विज्ञापन और मार्केटिंग, ग्राफिक डिजाइन सहित विभिन्न उद्योगों में काम कर सकते हैं।
वह उम्मीदवार जो प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं, वह कोर्स पूरा करने के बाद पीएचडी की पढ़ाई कर सकते हैं या इस कोर्स को पूरा करने के बाद उम्मीदवार प्रतिष्ठित या सरकारी कंपनियों या उच्च वेतन पैकेज वाली कंपनियों में नौकरी पा सकते हैं।