M Com Course Details in Hindi : मास्टर ऑफ़ कॉमर्स दो वर्ष की एक पोस्टग्रेजुएशन डिग्री है, इस कोर्स में वो उम्मीदवार एडमिशन लेते है जो कॉमर्स के फील्ड में आगे पढ़ना चाहते है या अपना करियर बनाना चाहते है। एमकॉम को आमतौर पर बीकॉम ग्रेजुएशन के बाद किया जाता है।
मास्टर ऑफ़ कॉमर्स यानि एमकॉम में छात्रों को बैंकिंग, एकाउंटिंग, फाइनेंसियल सर्विस, अर्थशात्र और मार्केटिंग आदि के बारे में सिखाया जाता है।
कोर्स का नाम | एमकॉम |
कोर्स का पूरा नाम | मास्टर ऑफ़ कॉमर्स |
कोर्स स्तर | पोस्टग्रेजुएशन |
कोर्स स्ट्रीम | कॉमर्स |
कोर्स अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | ग्रेजुएशन डिग्री |
प्रवेश प्रक्रिया | मेरिट & प्रवेश परीक्षा के आधार पर |
कोर्स फीस | 5,000 – 1,40,000 रूपये प्रतिवर्ष |
नौकरी | अकाउंटेंट, कंसलटेंट, बैंकर, स्टॉक ब्रोकर आदि |
वेतन | 3 – 5 लाख रुपये प्रतिवर्ष |
M.Com कोर्स क्या है?
एमकॉम 2 वर्षीय पोस्टग्रेजुएशन डिग्री प्रोग्राम है जिसे बिज़नेस और कॉमर्स में रुचि रखने बाले उम्मीदवार करते है।
एमकॉम का समस्त पाठ्यक्रम चार सेमस्टर में पूरा किया जाता है, इन सेमेस्टर में बिज़नेस स्टडीज, अर्थशात्र, फाइनेंस, एकाउंटिंग और टेक्सेशन आदि विषय शामिल है।
भारत के विभिन्न कॉलेजो के अलावा एसआरसीसी दिल्ली यूनिवर्सिटी, लोयोला कॉलेज चेन्नई, हिन्दू कॉलेज, हंसराज कॉलेज, च्रिस्ट यूनिवर्सिटी, नरशी मोंजी कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स & साइंस आदि कॉलेज से एमकॉम की पढ़ाई कर सकते है।
एमकॉम कोर्स छात्रों को अर्थशास्त्र से संबधित किसी भी क्षेत्र में काम करने की अनुमति देता है, इन्सुरेंस सेक्टर में एमकॉम ग्रेजुएट्स की ज्यादा मांग रहती है। यह उम्मीद की जा रही है कि 2025 तक कॉमर्स ग्रेजुएट्स के लिए 1 ट्रिलियन डॉलर की नई नौकरी आ जाएगी।
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एमकॉम कोर्स क्यों करना चाहिए?
एमकॉम करने से क्या फायदा? एमकॉम कोर्स सबसे चर्चित और प्रोफेशनल कोर्सेस में से एक है। मास्टर ऑफ़ कॉमर्स प्रोफेशनल की मांग भारत के साथ – साथ विदेशो में भी है। इसके अलावा अन्य प्रोफेशनल कोर्स की तुलना में इसकी फीस भी कम है और नौकरी के बहुत से अवसर है।
नीचे आपको कुछ कारण बताये गए है कि आपको एमकॉम कोर्स क्यों करना चाहिए?
विभिन्न नौकरी के अवसर: मास्टर ऑफ़ कॉमर्स के छात्रों को प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर में बहुत सी नौकरी के अवसर मौजूद है। जैसे – जैसे व्ययसाय बढ़ रहे है ठीक उसी प्रकार कॉमर्स प्रोफेशनल की मांग भी बढ़ती जा रही है।
उच्च शिक्षा का स्कोप : मास्टर ऑफ़ कॉमर्स यानि एमकॉम करने के बाद आप अपनी उच्च शिक्षा के लिए एमबीए, यूजीसी – नेट / जेआरएफ और पीएचडी आदि कर सकते है।
अच्छा वेतन : एमकॉम कोर्स करने के बाद, ये ग्रेजुएट अपनी स्किल्स के अनुसार 3 लाख से 5 लाख रूपये के बीच कमा सकते है।
फाइनेंसियल स्थिरता : जब आप एमकॉम कोर्स के शुरुआती समय में होते है तो हो सकता है आपको संघर्ष और मेहनत करनी पड़े, लेकिन जैसे ही आप अपना एमकॉम कोर्स पूरा कर लेते है आपको आसानी से नौकरी मिल जाती है।
उद्यमिता का विकल्प : अगर आप एमकॉम करने के बाद कोई नौकरी करने के बजाय खुद का कोई व्यवसाय शुरू करना चाहते है तो आप आसानी से कर सकते है क्योंकि आप इस कोर्स में बिज़नेस और एकाउंटिंग के वारे में विस्तार से पढते है तो आपको आपका व्यवसाय चलाने में मदद करेंगे।
एमकॉम कोर्स किसे करना चाहिए?
नीचे कुछ कारण दिए गए है कि एमकॉम कोर्स किसे करना चाहिए :
- वह उम्मीदवार जो बैंकिंग, एकाउंटिंग और कॉमर्स के क्षेत्र में रूचि रखता है उसे एमकॉम कोर्स में एडमिशन अवश्य लेना चाहिए।
- वह उम्मीदवार जो कॉमर्स और एकाउंटिंग के क्षेत्र में किसी प्राइवेट या गवर्मेंट संस्थान में काम करना चाहता है उससे लिए भी एमकॉम कोर्स एक अच्छा विकल्प है।
- एमकॉम भविष्य की दृष्टि से सबसे बेहतर कोर्सेस में से एक है क्योंकि भारत में इन्वेस्टमेंट सेक्टर 2025 तक 1 ट्रिलियन डॉलर तक जाने की उम्मीद है। इस बजह से एमकॉम ग्रेजुएट्स के लिए नौकरी के विभिन्न अवसर बढ़ने बाले है।
- एमकॉम कोर्स करने के बाद आप विभिन्न प्रोफाइल जैसे कि अकाउंट असिस्टेंट, कॉस्ट अकाउंटेंट, इन्वेस्टमेंट बैंकिंग आदि के रूप में औसतन 4 लाख का पैकेज पा सकते है।
- अगर आप फाइनेंस के क्षेत्र में बेहतर ग्रोथ करना चाहते है तो आप सीएफए करने का विचार कर सकते है।
M Com Course Details in Hindi : योग्यता
एमकॉम कोर्स के लिए एडमिशन लेने की योग्यता अलग – अलग यूनिवर्सिटी की अलग – अलग हो सकती है। फिर भी यहाँ आपको सामान्य योग्यता के वारे में बताया जा रहा है कि एमकॉम कोर्स में एडमिशन लेने के लिए लिए क्या योग्यता होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के पास किसी भी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से न्युनतम 50% अंको के साथ बीकॉम या बीकॉम होनर्स की डिग्री होनी चाहिए।
- वह उम्मीदवार जिसने किसी भी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से न्युनतम 60% अंको के साथ अर्थशात्र, स्टैटिक्स, बीएफआईए, बीबीएस, बीबीई आदि में से किसी एक में डिग्री होना अनिवार्य है।
- वह उम्मीदवार जो एमकॉम कोर्स करना चाहते है और आरक्षित वर्ग से संबंध रखते है उन्हें 5 % की छूट का प्रावधान है।
- एमकॉम कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कोई भी आयु सीमा नहीं है, लेकिन कुछ कॉलेजो में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार की 21वर्ष होनी चाहिए।
- भारत के अधिकतम कॉलेजो में एमकॉम कोर्स के लिए मेरिट के आधार पर एडमिशन होता है लेकिन कुछ कॉलेजो में एडमिशन लेने के लिए आपको उन्हें द्वारा स्वीकृत की जाने वाली प्रवेश परीक्षा को उत्तीर्ण करना होगा, उसके उपरान्त ही आपका एडमिशन हो पायेगा।
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M Com Course Details in Hindi : एडमिशन प्रक्रिया
एमकॉम कोर्स एडमिशन प्रक्रिया इस प्रकार है:
- एमकॉम कोर्स में एडमिशन तरह से किए जाते है – मेरिट के आधार पर, प्रवेश परीक्षा के आधार पर।
- अगर आप एमकॉम कोर्स करना चाहते है तो आपको इसमें एडमिशन लेने के लिए एक प्रवेश परीक्षा देनी होती है, लेकिन बहुत से ऐसे कॉलेज भी है जो आपको आपके ग्रेजुएशन के आधार पर मेरिट के अनुसार एडमिशन दे देंगे।
- एमकॉम कोर्स में एडमिशन लेने के लिए विभिन्न प्रवेश परीक्षा है जैसे – पीयूसीईटी पीजी, एयू सीईट, सीयूसीईटी, बीएचयू पीईटी और डीयू एमकॉम यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षा।
जब उम्मीदवार ऊपर बतायी गयी किसी भी प्रवेश परीक्षा में भाग लेता है तो उसके उपरान्त उसके रिजल्ट और कॉलेज में रिक्त पदों के अनुसार मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है जिसमे अगर उम्मीदवार का नाम आ जाता है तो उसे काउंसलिंग के बाद कॉलेज मिल जाता है।
M Com Course Details in Hindi : प्रवेश परीक्षा
समस्त भारत में एमकॉम के लिए विभिन्न प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है, जिनमे कुछ प्रवेश परीक्षा नेशनल स्तर की होती है और कुछ परीक्षा यूनिवर्सिटी स्तर की होती है। तो अगर आप भारत के विभिन्न कॉलेजो में से किसी एक कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते है तो आपको नेशनल प्रवेश परीक्षा देनी चाहिए।
जबकि अगर आप किसी विशेष यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेना चाहते है और वो यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षा आयोजित करती है तो आप उस प्रवेश परीक्षा को दे सकते है।
एमकॉम कोर्स के लिए कुछ प्रवेश परीक्षा
सीयूसीईटी परीक्षा | डीयू एमकॉम प्रवेश परीक्षा | बीएचयू पीईटी |
पीयू सीईटी | इलाहाबाद यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षा | एयूसीईटी परीक्षा |
जैन प्रवेश परीक्षा | एएमयू प्रवेश परीक्षा | लोयोला कॉलेज प्रवेश परीक्षा |
जेयूईई | एमजीकेवीपी परीक्षा | डीयूईट |
एमकॉम कोर्स कितने तरह से किया जा सकता है?
कोई भी उमीदवार जो इस कोर्स की निम्न योग्यता को पूरा करता है वह तीन माध्यम से अपना एमकॉम कोर्स पूरा कर सकता हैं। एमकॉम कोर्स को एक उम्मीदवार फुलटाइम, डिस्टेंस और पार्ट-टाइम के माध्यम से कर सकता है, अभी हम इन्हे एक – एक करके विस्तार से समझते है।
फुलटाइम एमकॉम : भारत के अधिकतम उम्मीदवार फुलटाइम के माध्यम से अपना एमकॉम कोर्स करते है। फुलटाइम कोर्स में छात्र को कॉलेज जाकर अपनी सभी क्लॉसेस, प्रोजेक्ट आदि करने होते है। फुलटाइम कोर्स में एडमिशन लेने के लिए बहुत से विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित करते है। एमकॉम फुलटाइम कोर्स दोवर्ष की अवधि का होता है जिसे ग्रेजुएशन के बाद किया जा सकता है।
डिस्टेंस एमकॉम : एमकॉम डिस्टेंस कोर्स को भी आप ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद कर सकते है, एमकॉम डिस्टेंस कोर्स भारत में कुछ यूनिवर्सिटी के द्वारा कराया जाता है जिसमें इग्नू, एलपीयू आदि शामिल है। एमकॉम डिस्टेंस कोर्स 5000 से 40000 के बीच रहती है तो जो कि फुलटाइम कोर्स के तुलना में बहुत कम है। एमकॉम डिस्टेंस कोर्स 2 साल की अवधि का होता है जिसे 5 साल तक पूरा किया जा सकता है। यह अधिकतम वर्किंग प्रोफेशनल के द्वारा किया जाता है।
पार्ट-टाइम एमकॉम : भारत की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी जैसे कि नालंदा मुक्त विश्वविद्यालय, बिरला ग्लोबल विश्वविधालय आदि 2वर्ष की कोर्स अवधि के साथ इस कोर्स को डिस्टेंस मोड कराते है। जिसे 2 से 5वर्षो के अंदर पूरा किया जा सकता है। पार्ट-टाइम एमकॉम की फीस 3400 से 67,500 रूपये प्रतिवर्ष के बीच रहती है।
इग्नू के द्वारा एमकॉम
- इग्नू में एमकॉम कोर्स की अवधि 2 से 5 वर्ष है।
- इग्नू में एमकॉम कोर्स की औसत फीस 11000 रुपये प्रतिवर्ष है।
- इग्नू के माध्यम से एमकॉम कोर्स के लिए ऊपरी आयु सीमा नहीं है।
- इग्नू में रेगुलर गायडेंस के लिए टेलीकॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कोर्स की पढ़ाई कराई जाती है।
- इग्नू में एमकॉम कोर्स में एडमिशन लेने के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन होना चाहिए।
अन्नामलाई के द्वारा एमकॉम कोर्स
- अन्नामलाई विश्वविद्यालय में एमकॉम कोर्स की अवधि 2 से 5वर्ष है।
- उम्मीदवार ने किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से बीकॉम, बीबीए, बीएससी(अर्थशात्र), बीए कॉमर्स या अन्य किसी ग्रेजुएशन डिग्री जिसमे गणित, या अर्थशात्र विषय में ग्रेजुएशन पूरा किया होना चाहिए।
- अन्नामलाई विश्वविद्यालय में एमकॉम कोर्स की फीस 7,000 रूपये प्रति सेमेस्टर है।
- अन्नामलाई विश्वविद्यालय में मेरिट के आधार पर एडमिशन के किया जाता है।
एलपीयू द्वारा एमकॉम डिस्टेंस एजुकेशन कोर्स
- एलपीए में डिस्टेंस एजुकेशन के लिए कोर्स की अवधि 2 से 5 वर्ष है।
- कोइ भी जिसने बीकॉम, बीबीए, बीएससी(अर्थशात्र), बीए कॉमर्स या अन्य किसी ग्रेजुएशन डिग्री जिसमे गणित, या अर्थशात्र विषय में ग्रेजुएशन पूरा हो, वह एमकॉम डिस्टेंस कोर्स में एडमिशन ले सकता है।
- एलपीए डिस्टेंस एजुकेशन में एमकॉम कोर्स की फीस 9,650 रूपये प्रति सेमेस्टर है।
- एलपीए में डिस्टेंस एजुकेशन के लिए बीकॉम में मेरिट के आधार पर एडमिशन के किया जाता है।
एनआईआरएफ रैंकिंग के द्वारा एमकॉम कोर्स के लिए भारत के सबसे अच्छे कॉलेज
भारत में बहुत से बहुत से प्राइवेट और सरकारी विश्वविधालय एमकॉम कोर्स को पूरा कराते है। नीचे आपको एक लिस्ट दी गयी है ये उन कॉलेजो की सूची जो एनआईआरएफ रैंकिंग के मुताविक अच्छे कॉलेजो की सूची में आते है।
कॉलेज नाम | एनआईआरएफ रैंकिंग |
हिन्दू कॉलेज (डीयू) | 3 |
प्रेसेडेंसी कॉलेज, चेन्नई | 5 |
लोयोला कॉलेज, चेन्नई | 6 |
सेंट ज़ेवियर कॉलेज, कोलकता | 7 |
एसआरसीसी (डीयू) | 12 |
आत्माराम सनातन धर्म कॉलेज (डीयू) | 13 |
मद्रास क्रिस्टियन कॉलेज, चेन्नई | 17 |
किरोड़ीमल कॉलेज (डीयू) | 19 |
M Com Course Details in Hindi : स्पेशलाइजेशन
भारत के विभिन्न सरकारी और प्राइवेट विश्वविधालय द्वारा एमकॉम को विभिन्न स्पेशलाइजेशन में करने की अनुमति है। जिसमें आप अपने स्किल्स के क्षेत्र में एमकॉम कोर्स कर सकते है। स्पेशलाइजेशन कोर्स आपको आपकी स्किल में मास्टर करने में अहम भूमिका निभाते है।
भारतीय विश्वविद्यालय द्वारा निम्न स्पेशलाइजेशन में एमकॉम कोर्स कर सकते है:
एमकॉम एकाउंटिंग & फाइनेंस | एमकॉम टेक्सेशन | एमकॉम मार्केटिंग |
एमकॉम बैंकिंग & फाइनेंस | एमकॉम बिज़नेस मैनेजमेंट | एमकॉम कंप्यूटर एप्लीकेशन |
एमकॉम बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन | एमकॉम फाइनेंसियल मैनेजमेंट | एमकॉम ई-कॉमर्स |
एमकॉम एकाउंटेंसी | एमकॉम स्टैटिस्टिक्स | एमकॉम फाइनेंस & कंट्रोल |
एमकॉम बैंकिंग | एमकॉम इकोनॉमिक्स | —————————— |
एमकॉम वेतन
एमकॉम करने के बाद कौन कौन सी नौकरी मिल सकती है? नीचे सूची में आपको एमकॉम कोर्स करने के बाद लगने वाली नौकरियां और उनके वेतन के बारे में बताया गया है, एमकॉम कोर्स की फीस अन्य कोर्स की तुलना में कम है लेकिन फिर भी आपको बहुत अच्छे वेतन पर नौकरी मिल सकती है। एमकॉम प्रोफेशनल का वेतन उसके स्किल और अनुभव पर निर्भर करता है। लेकिन फिर भी हम एक एमकॉम प्रोफेशनल को मिलने बाले औसत वेतन के समझते है:
अकाउंटेंट | 2,50,000 – 4,50,000 रुपये प्रति वर्ष |
बिज़नेस एनालिस्ट | 6,00,000 – 9,75,000 रुपये प्रति वर्ष |
स्टॉक ब्रोकर | 7,00,000 – 10,00,000 रुपये प्रति वर्ष |
ऑडिट ऑफिसर | 4,50,000 – 7,50,000 रुपये प्रति वर्ष |
बैंकर | 7,00,000 – 15,00,000 रुपये प्रति वर्ष |
फाइनेंस मैनेजर | 8,50,000 – 17,00,000 रुपये प्रति वर्ष |
लेक्चरर | 4,60,000 – 6,00,000 रुपये प्रति वर्ष |
फाइनेंस कंसलटेंट | 5,60,000 – 20,00,000 रुपये प्रति वर्ष |
स्कूल अध्यापक | 3,00,000 – 6,00,000 रुपये प्रति वर्ष |
फाइनेंस एनालिस्ट | 8,00,000 – 16,00,000 रुपये प्रति वर्ष |
मार्केटिंग मैनेजर | 4,60,000 – 8,00,000 रुपये प्रति वर्ष |
ओपरेशन मैनेजर | 7,60,000 – 18,00,000 रुपये प्रति वर्ष |
इन्वेस्टमेंट बैंकर | 10,60,000 – INR 50,00,000 रुपये प्रति वर्ष |