MSc Valuation कोर्स : एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) एक पोस्ट-ग्रेजुएशन स्तरीय कोर्स है जिसे ग्रेजुएशन के बाद 2 वर्ष की अवधि में किया जा सकता है। यह कोर्स छात्रों को संपत्ति या संपत्ति के वास्तविक मूल्य को समझने में मदद करता है। वर्तमान समय में रियल एस्टेट का कारोबार बहुत ही लाभदायक है, इस लिए इससे संबधित नौकरी की भी मांग दिन – व – दिन बढ़ती जा रही है।
वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) में एमएससी कोर्स पूरा करने के बाद, उम्मीदवार औसत शुरुआती वेतन के रूप में 3.5 लाख रुपये प्रति वर्ष कमा सकते है। एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) के छात्रों के लिए कई नौकरियां उपलब्ध हैं। उनमें से कुछ एसेट मैनेजर, निजी मूल्यांकनकर्ता, रियल एस्टेट समन्वयक आदि हैं।
डिग्री | पोस्ट ग्रेजुएशन |
कोर्स | एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) |
कोर्स का पूरा नाम | मास्टर ऑफ़ साइंस इन वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) |
अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | ग्रेजुएशन |
आयु | कोई आयु सीमा नही है |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 50,000 से 3,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 3 से 7 लाख रुपये प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | ऑडिट विभाग, बैंक और फाइनेंसियल संस्थान, शिक्षा और शिक्षण, बीमा कंपनियां, नगर निगम, राज्य और केंद्र सरकार आदि |
नौकरी प्रोफाइल | बिज़नेस डेवलपमेंट मैनेजर, फाइनेंसियल एनालिस्ट, नेटवर्क रियल एस्टेट कोऑर्डिनेटर, प्राइवेट मूल्यांकनकर्ता, प्रॉपर्टी मैनेजर, रियल एस्टेट निवेशक ग्राहक आदि। |
प्राइवेट, राज्य और केंद्रीय विश्वविद्यालयों में एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) कोर्स की फीस लगभग 30,000 से 3,00,000 रुपये के बीच है हालंकि प्रत्येक सरकारी एंव प्राइवेट संस्थान की फीस एक दूसरे से अलग होती है इसलिए एडमिशन से पहले संबधित कॉलेज में सटीक फीस की जांच कर ले।
एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) कोर्स क्या है?
मास्टर ऑफ साइंस इन वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) एक पोस्ट-ग्रेजुएट कॉमर्स कोर्स है। वैश्वीकरण के बाद के दौर में, हमारे भारत में रियल एस्टेट कारोबार में बहुत भारी उछाल आया है। इसलिए एक अत्यधिक कुशल प्रोफेशनल होता है, जो रियल एस्टेट को अच्छे से समझ कर सही जगह निवेश करने की सलाह देता है जिससे आपको बेहतर प्रॉपर्टी खरीदने में मदद मिल सके।
रियल एस्टेट का मूल्यांकन का कार्य आवासीय संपत्ति से लेकर बड़े एस्टेट, कारखानों, कार्यालयों और दुकानों तक फैला हुआ है। रियल एस्टेट आपको रियल एस्टेट निवेश, मूल्यांकन और विकास में एक व्यापक पृष्ठभूमि खोजने और उसमें निवेश करने में मदद करता है। इस कोर्स में कोर मॉड्यूल सहित अन्य विषयों जैसे अचल संपत्ति वित्त, मूल्यांकन, विकास, बाजार विश्लेषण और अर्थशास्त्र की एक विस्तृत विविधता को कवर करते हैं।
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एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) कोर्स क्यों करना चाहिए?
एमएससी वैल्यूएशन रियल एस्टेट कोर्स में दाखिला लेने के बाद एक छात्र को मिलने वाले कुछ फायदे इस प्रकार हैं:
एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) कोर्स में एडमिशन के लिए आवेदन करने वाले छात्रों को विश्वविद्यालयों द्वारा वैल्यूएशन एंव रियल एस्टेट से संबधित विभिन्न विषयों को विस्तार पूर्वक पढ़ाया जाता है जिससे आपमें इसके प्रति गहरी समझ विकसित हो।
अगर आप एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) कोर्स को डिस्टेंस लर्निंग मोड़ में करने का विचार करते है तो छात्रों के लिए अध्ययन सामग्री विश्वविद्यालयों द्वारा उनके पाठ्यक्रम की शुरुआत में ही प्रदान की जाती है ताकि वे आसानी से अपनी पढ़ाई घर पर रहकर कर सके।
जब कोई उम्मीदवार डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से कोई कोर्स करता है तो वे टेक्नोलॉजी के अनुकूल हो जाते हैं क्योंकि वे ई – लर्निंग की मदद से अपनी शिक्षा पूरी कर लेते हैं।
रियल एस्टेट एक जोखिम भरा क्षेत्र है इसलिए अगर आप जोखिम भरे निर्णय लेने के लिए तैयार है तो ये कोर्स आपके लिए है इसमें जोखिम के साथ ही आपको बेहतर कमाई का भी अवसर मिलता है।
MSc Valuation कोर्स के Types
भारत में एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) कोर्स में आप विभिन्न विश्वविद्यालय एंव कॉलेज की मदद से रेगुलर या डिस्टेंस मोड में पढ़ाई कर सकते है :
फुल टाइम एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) : एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) कोर्स भारत के कुछ ही संस्थान द्वारा कराया जाता है जहां से आप रेगुलर मोड में पढ़ाई करने का निर्णय ले सकते है। इस पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स के दौरान छात्रों को प्रैक्टिकल और थेओरिटिकल के माध्यम से पढ़ाया जाता हैं। एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) रेगुलर कोर्स को इच्छुक उम्मीदवार ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद मेरिट के आधार पर एडमिशन लेकर पढ़ाई कर सकते है।
डिस्टेंस एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) : भारत में आप कुछ विश्वविद्यालयो की मदद से रेगुलर मोड के अलावा डिस्टेंस मोड में भी पढ़ाई जारी रख सकते है जो उम्मीदवारों को कभी भी और कही भी रहकर पढ़ाई करने की आजादी देता है। क्योंकि इस लर्निंग मोड में छात्रों को नियमित रूप से कॉलेज जाकर क्लास अटेंड करने की आवश्यकता नहीं है। इसलिए अगर आप डिस्टेंस मोड में इसे करना चाहते है तो आप ग्रेजुएशन के बाद सीधे आवेदन कर एडमिशन ले सकते है।
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MSc Valuation कोर्स : न्यूनतम योग्यता
एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) कोर्स में एडमिशन के लिए कुछ प्रमुख आवश्यकताएं है जो विश्वविद्यालय आम तौर पर एक आवेदक को पूरा करने के लिए कहते हैं:
- उम्मीदवार ने किसी भी मान्य विश्वविद्यालय के साथ ग्रेजुएशन स्तर की पढ़ाई पूरी की होनी चाहिए।
- इस कोर्स में एडमिशन के लिए आवेदन करने से पहले पुष्टि करले कि आपने ग्रेजुएशन कम से कम 45% अंको के साथ पूरा किया होना चाहिए और वह भी किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से।
- इस पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन के लिए विश्वविद्यालयों द्वारा कोई आयु सीमा नहीं है इसलिए उम्मीदवार किसी भी आयु में एडमिशन ले सकते है।
MSc Valuation कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) कोर्स में एडमिशन के लिए वर्तमान समय में कोई भी प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं की जाती है इसलिए उम्मीदवार अपनी योग्यता के आधार पर ही एडमिशन ले सकते है।
योग्यता के आधार पर एडमिशन प्रक्रिया में संस्थान आपके ग्रेजुएशन में प्राप्त अंको के आधार पर एक मेरिट सूची तैयार करते है जिसमें अगर आपका नाम आ जाता है तो फिर आपको काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है। काउंसलिंग के दौरान आपको सभी आवश्यक दस्ताबेज और कोर्स फीस जमा करनी होती है। ये सभी प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी करने के बाद आपका एडमिशन हो जाता है।
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एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) कोर्स के भविष्य में अवसर
एक बार जब आप एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) कोर्स के साथ अपनी शिक्षा पूरी कर लेते है, तो आप भारत के विभिन्न सरकारी एंव प्राइवेट सेक्टर में नौकरी के लिए आवेदन कर सकते है। इस कोर्स को करने के बाद आवेदकों द्वारा प्राप्त कौशल के साथ आवेदकों को दिए जाने वाले अवसर उन्हें एक सफल और उज्ज्वल करियर स्तर प्राप्त करने में मदद करते हैं।
एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) ग्रेजुएट्स को औसत वेतन पैकेज आम तौर पर 3 से 7 लाख रुपये प्रति वर्ष के बीच मिलता है हालंकि उम्मीदवार का वेतन उसकी स्किल्स और उसके द्वारा चुनी गयी कंपनी पर निर्भर करता है साथ ही कुछ सालो के अनुभव के बाद बहुत अच्छी पैकेज की उम्मीद कर सकते है।
एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) कोर्स करने के बाद विभिन्न क्षेत्र है जहां आप अपना करियर बना सकते है लेकिन यहां आपको कुछ ऐसे क्षेत्रो की जानकारी दी गयी है जिन क्षेत्रो में एमएससी वैल्यूएशन (रियल एस्टेट) ग्रेजुएट्स की डिमांड रहती है:
- रियल एस्टेट
- बैंक्स
- एजुकेशनल इंस्टिट्यूट
- फाइनेंसियल इंडस्ट्रीज
- मार्केटिंग