MSc Yoga कोर्स : एमएससी योगा एक पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है जिसे कोई भी ग्रेजुएट उम्मीदवार 2 वर्षो में पूरा कर सकता है हालंकि कोर्स की अवधि एक कॉलेज से दुसरे कॉलेज में भिन्न हो सकती है।
यह कोर्स छात्रों को योग चिकित्सा में कौशल विकसित करने, मन के विकारों से पीड़ित लोगों की मदद करने और सामान्य रूप से समाज की मदद करने के लिए प्रशिक्षित करता है। साथ ही इस कोर्स के दौरान आप योगा के क्षेत्र में एडवांस रिसर्च के अवसर भी पा सकते है।
योग एक मानसिक, आध्यात्मिक और शारीरिक अभ्यास का तरीका है जो मनुष्य को आंतरिक शांति प्राप्त करने में मदद करता है। हाल ही के वर्षों में, योग ने न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी कई स्वास्थ्य लाभों के कारण अपार लोकप्रियता हासिल की है। बहुत से लोगों का मानता है कि योग अधिकांश स्वास्थ्य समस्याओं के लिए रामबाण ईलाज है। जो उम्मीदवार योग में रुचि रखते हैं वह ग्रेजुएशन कोर्स करने के बाद योग में अपना करियर बना सकते हैं।
डिग्री | पोस्ट ग्रेजुएशन |
कोर्स | एमएससी योगा |
कोर्स का पूरा नाम | मास्टर ऑफ़ साइंस इन योगा |
अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | ग्रेजुएशन |
आयु | कोई आयु सीमा नहीं |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 30,000 से 2,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 3 से 8 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | सरकारी और प्राइवेट स्कूल, योग और प्राकृतिक चिकित्सा कॉलेज, हयात होटल्स कॉर्पोरेशन, सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन होम्योपैथी, सेंटर रिसर्च सेंटर, रिसॉर्ट्स आदि। |
नौकरी प्रोफाइल | योग थेरेपी इंस्ट्रक्टर, कंसल्टेंट योग थेरेपिस्ट, पंचकर्म थेरेपिस्ट, क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट, जिम मैनेजर-कम-इंस्ट्रक्टर, थेरेपिस्ट, योग ट्रेनर, टीचर/प्राइवेट ट्यूटर आदि। |
एमएससी योगा कोर्स क्या है?
एमएससी योगा दो वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है जो छात्रों योग और मानसिक चिकित्सा कौशल का मिश्रण प्रदान करता है। योग को शारीरिक, आध्यात्मिक और मानसिक प्रथाओं का एक संग्रह कहा जाता है जिसकी उत्पत्ति प्राचीन भारत में हुई थी। संस्कृत में योग का अर्थ है ‘जुड़ना’। हाल के वर्षों में, योग ने दुनिया भर में अपार लोकप्रियता हासिल की है।
योग मनुष्य में मानसिक और शारीरिक उत्तेजना प्रदान करता है इसलिए ये तनाव को कम करने में मदद करता है, लचीलापन बढ़ाता है और शरीर की मुद्रा में सुधार करता है। योग में एमएससी कोर्स आपको वह सभी स्किल्स विस्तारपूर्वक सिखाता है जो एक योगा ट्रेनर के लिए आवश्यक है।
एमएससी योगा कोर्स का लक्ष्य शिक्षण, रिसर्च, निर्देश और उद्यमिता विभिन्न विकल्प को खोलना है। इसका पाठ्यक्रम योग सिद्धांत को आधुनिक जीवन शैली के लिए विशिष्ट तरीकों से जोड़ता है। यदि छात्र योग प्रशिक्षक या चिकित्सक बनना चाहते हैं, तो यह कोर्स छात्र को ऐसा बनने में मदद करेगा।
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एमएससी योगा कोर्स क्यों करना चाहिए?
छात्रों द्वारा योग के क्षेत्र में मास्टर डिग्री हासिल करने के विभिन्न कारण हो सकते है, लेकिन यहां आपको कुछ कारणों की जानकारी दी रही है कि आपको ये कोर्स क्यों करना चाहिए :
योग प्रशिक्षकों और योग्य योग प्रोफेशनल्स की मांग हर साल 30-35% की दर से बढ़ रही है, इसलिए योग स्कूलों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। इसलिए, भविष्य में शिक्षकों और योग प्रशिक्षकों की मांग बढ़ने की उम्मीद की जा सकती है।
यह कोर्स उन छात्रों के लिए फायदेमंद है जो यग के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते है, जिनमें चिकित्सा प्रोफेशनल भी शामिल हैं जो विभिन्न रोगों के उपचार के लिए योग तकनीकों को सीखना और उनका उपयोग करना चाहते हैं।
छात्र इस कोर्स के दौरान न केवल योग के माध्यम से दूसरों की मदद करना सीखेंगे, बल्कि योग की कला का नियमित अभ्यास करके और बीमारियों को रोकने और तनाव, चिंता, अवसाद आदि को कम करके खुद की भी मदद करना सीखेंगे।
MSc Yoga कोर्स के Types
भारत में उमीदवार अपनी जीवनशैली के अनुसार एमएससी योगा कोर्स को रेगुलर या डिस्टेंस मोड में करने का विकल्प चुन सकते है।
एमएससी योगा रेगुलर एजुकेशन : रेगुलर एमएससी योगा कोर्स को इच्छुक छात्र विभिन्न संस्थानों की मदद से ग्रेजुएशन के बाद कर सकते है जिसे छात्रों को फिजिकल कॉलेज क्लासेस और असाइनमेंट के माध्यम से पढ़ाया जाता है। इच्छुक उम्मीदवार एमएससी योगा कोर्स में मेरिट एंव प्रवेश परीक्षा के माध्यम पर एडमिशन ले सकते है।
एमएससी योगा डिस्टेंस एजुकेशन : भारत में कुछ संस्थान है जिनके माध्यम से आप डिस्टेंस मोड में भी एमएससी योगा कोर्स करने का विकल्प चुन सकते है। डिस्टेंस एमएससी योगा कोर्स में ई – लर्निंग, स्टडी मटेरियल और असाइनमेंट आदि के माध्यम से पढ़ाया जाता है। इच्छुक उम्मीदवार इसमें ग्रेजुएशन के बाद सीधे एडमिशन ले सकते है।
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MSc Yoga कोर्स : न्यूनतम योग्यता
एमएससी योगा में एडमिशन की योग्यता क्या है? योगा में एमएससी करने के लिए, उम्मीदवारों को निम्नलिखित योग्यता मानदंडों को पूरा करना होगा:
उम्मीदवारों को किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से न्यूनतम 40% अंकों के साथ ग्रेजुएशन किया होना चाहिए। हालंकि अगर आप आरक्षित वर्ग के छात्र है तो आपको एडमिशन में 5% की छूट प्रदान की जायेगी।
कुछ शीर्ष कॉलेजों में एडमिशन के लिए, उम्मीदवारों को राज्य या विश्वविद्यालय स्तरीय प्रवेश परीक्षा के लिए भी उपस्थित आवश्यक है।
MSc Yoga कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
एमएससी योगा कोर्स के लिए एडमिशन संबंधित कॉलेजों की एडमिशन नीतियों के अनुसार किया जाता है। भारत में, अधिकांश कॉलेज दो अलग-अलग तरीकों यानी एंट्रेंस बेस और मेरिट-बेस के आधार पर एडमिशन प्रदान करते हैं।
प्रवेश परीक्षा आधारित एडमिशन में, उम्मीदवारों को संस्थान द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा के लिए उपस्थित होना होगा। इसके दूसरी ओर योग्यता के आधार पर छात्रों को ग्रेजुएशन में प्राप्त अंको के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया जाएगा।
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MSc Yoga कोर्स फीस
एमएससी योगा कोर्स के लिए भारतीय कॉलेज एंव विश्वविद्यालयों द्वारा लिया जाने वाला औसत शुल्क 30,000 से 2,00,000 रुपये के बीच है, हालांकि, प्रत्येक कॉलेज की फीस एक दुसरे से अलग होती है और संस्थान छात्रों की योग्यता एंव अन्य पहलुओं के आधार पर स्कॉलरशिप भी उपलब्ध कराती है।
एमएससी योगा कोर्स के भविष्य में अवसर
जिन छात्रों ने एमएससी योगा कोर्स पूरा कर लिया है वह विभिन्न क्षेत्रो में नौकरी का अवसर पा सकते है। इसके अलावा एमएससी योगा ग्रेजुएट्स प्राइवेट जॉब के अलावा सरकारी नौकरी के लिए भी आवेदन सकते है।
एमएससी योगा कोर्स करने के बाद, छात्रों को हेल्थ क्लब, विशेष आवश्यकता केंद्र, योग और पिलेट्स स्टूडियो, जिम और व्यक्तिगत ग्राहकों के घरों में काम करने का अवसर मिलता है।
योग के क्षेत्र में स्व-रोजगार के विभिन्न अवसर हैं क्योंकि छात्र अपना स्वयं का योग विद्यालय और स्टूडियो स्थापित कर सकते हैं। प्रोफेशनल स्तर पर योग का अध्ययन करने से रिसर्च, अस्पताल, शिक्षा, प्रशासन, परामर्श आदि जैसे क्षेत्रों में रोजगार के विभिन्न अवसर पा सकते है।
भारत सरकार ने हर स्कूल में एक योग शिक्षक का होना अनिवार्य कर दिया है, इसलिए योग प्रोफेशनल्स की मांग दिन व् दिन बढ़ रही है, इसलिए इसमें नौकरी के अवसर आसानी से उपलब्ध हैं। योग में अपने मास्टर ऑफ साइंस करने के बाद, छात्र यह तय कर सकते हैं कि पीएचडी योग में डॉक्टरेट स्तर की डिग्री हासिल करने में रुचि रखते हैं या फिर नौकरी के साथ अपने करियर की शुरुआत करना चाहते है।