MSc Zoology कोर्स : एमएससी जूलॉजी जानवरों के अध्ययन के संबधित 2 साल का पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है। यह कोर्स जानवरों के जीव विज्ञान, व्यवहार और संरचना के बारे में विस्तृत ज्ञान प्रदान करता है। कोई भी उम्मीदवार जो जूलॉजी में मास्टर ऑफ साइंस करना चाहता है, उसके पास मेडिकल साइंसेज, एलाइड साइंसेज, बायोसाइंसेज या किसी भी लाइफ साइंसेज में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
यह दो साल का पोस्टग्रेजुएट कोर्स है, जिसमें 4 सेमेस्टर होते हैं। इसमें एडमिशन या तो योग्यता के आधार पर या विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होते हैं। कुछ संस्थान एडमिशन प्रक्रिया पूरी करने के लिए व्यक्तिगत साक्षात्कार भी आयोजित करते हैं। जूलॉजी में एमएससी कोर्स की औसत फीस लगभग 60,000 रुपये से 3 लाख रुपये है।
Notification:– एमएससी जूलॉजी पाठ्यक्रम के लिए आईएमटीएस संस्थान में प्रवेश शुरू हो गया है। उम्मीदवार अंतिम तिथि 31 मार्च 2024 से पहले प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं।
डिग्री | पोस्ट ग्रेजुएशन |
कोर्स | एमएससी जूलॉजी |
कोर्स का पूरा नाम | मास्टर ऑफ़ साइंस इन जूलॉजी |
अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | ग्रेजुएशन |
आयु | कोई आयु सीमा नहीं |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 60,000 से 3,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 3 से 7 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | कॉलेज/विश्वविद्यालय, चिड़ियाघर और राष्ट्रीय उद्यान, कृषि क्षेत्र, फूड पार्क, पादप रिसर्च केंद्र आदि |
नौकरी प्रोफाइल | ज़ूकीपर, वाइल्डलाइफ़ रिहैबिलिटेटर, जूलॉजी टीचर, वाइल्डलाइफ़ एजुकेटर, रिसर्च एसोसिएट आदि |
एमएससी जूलॉजी कोर्स क्या है?
एमएससी जूलॉजी दो वर्षीय कोर्स है जिसमें छात्रों के लिए मौजूदा और विलुप्त जानवरों के अध्ययन को शामिल किया गया है। इस कोर्स के तहत, छात्रों को जैव विविधता और जानवरों की शारीरिक रचना का पर्याप्त ज्ञान प्रदान किया जाता है। कोर्स को करने वाले छात्र पशु जीवन की विशेषताओं और विकास के बारे में सीखते हैं। यह कोर्स पशु जीवन पर आवास, बीमारी और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के नुकसान के कारणों को भी संबोधित करता है।
इसके अलावा, ये आनुवंशिक विकास और पशु विविधता के कल्याण और अस्तित्व के लिए आवश्यक पर्यावरणीय परिस्थितियों के बारे में भी सिखाता है। एमएससी जूलॉजी एक उन्नत कोर्स है जो पशु जीवन के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करने के लिए आधुनिक तकनीक पर आधारित है।
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एमएससी जूलॉजी कोर्स क्यों करना चाहिए?
जूलॉजी से एमएससी करने के क्या फायदे हैं? भारत में एमएससी जूलॉजी एक लोकप्रिय और अधिक डिमांड वाला कोर्स है। जो छात्र इस कोर्स का अध्ययन करना चुनते हैं, वे उन सभी संभावित लाभों की तलाश करते हैं जो जूलॉजी में मास्टर करने के बाद मिल सकते हैं। इसलिए इसके कुछ शीर्ष कारणों का उल्लेख नीचे किया गया है:
करियर विकल्प : एमएससी जूलॉजी कोर्स करने के लिए मुख्य कारणों में से एक विविध करियर विकल्प है जो जूलॉजी में एमएससी करने के बाद प्राप्त होते है। छात्रों को कई क्षेत्रों में नौकरी मिल सकती है और वे जूलॉजी, शोधकर्ताओं, पशु प्रशिक्षकों, वन्यजीव विशेषज्ञों आदि के प्रोफेसर के रूप में भी काम कर सकते हैं। छात्र इस कोर्स को करने के बाद प्राइवेट और सरकारी दोनों क्षेत्रों में नौकरी पा सकते हैं।
उच्च वेतन : जूलॉजी में एमएससी पूरा करने के बाद वेतन आमतौर पर अन्य कोर्स की तुलना में बेहतर होता है। इस कोर्स को करने के बाद औसत प्रारंभिक वेतन लगभग 3 लाख रुपये प्रति वर्ष है और ये आपके अनुभव एंव स्किल के अनुसार बढ़ता जाता है।
जानवरों और मनुष्यों की बेहतरी : उम्मीदवार इस कोर्स के दौरान जानवरों की शारीरिक रचना और व्यवहार के कई पहलुओं को समझने में सक्षम होंगे। वह जानवरों की जरूरत के प्रति थोड़ा और संवेदनशील होकर जानवरों और इंसानों के लिए एक बेहतर जगह बना पाएंगे। वे जानवरों और मनुष्यों की बेहतरी के लिए बेहतर विकल्प चुनने और बेहतर समाधान प्रदान करने में भी सक्षम होंगे।
नौकरी के अवसर में वृद्धि : पिछले कुछ वर्षों में जूलॉजी के क्षेत्रों में नौकरी के अवसरों में वृद्धि हुई है क्योंकि वन्यजीवों और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए जनता में जागरूकता आ रही है। कई संगठन हैं जो युवाओं को विभिन्न नौकरी के अवसर प्रदान करते हैं।
MSc Zoology कोर्स के Types
भारत में छात्र अपनी जीवनशैली एंव रूचि के अनुसार एमएससी जूलॉजी कोर्स को रेगुलर या डिस्टेंस मोड में करने का विचार कर सकते है :
एमएससी जूलॉजी रेगुलर एजुकेशन : रेगुलर एमएससी जूलॉजी कोर्स को आप विभिन्न संस्थानों की मदद से ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद कर सकते है। रेगुलर कोर्स के दौरान छात्रों को फिजिकल कॉलेज क्लासेस और असाइनमेंट के माध्यम से विषयों के बारे में पढ़ाया जाता है। इच्छुक छात्र इस कोर्स में मेरिट एंव प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन ले सकते है।
एमएससी जूलॉजी डिस्टेंस एजुकेशन : भारत में कुछ की संस्थान है जहां से आप डिस्टेंस मोड में एमएससी जूलॉजी कोर्स कर सकते है। डिस्टेंस एमएससी जूलॉजी कोर्स में छात्रों को ई – लर्निंग, स्टडी मटेरियल और असाइनमेंट आदि के माध्यम से पढ़ाया जाता है। इच्छुक छात्र इसमें ग्रेजुएशन के बाद सीधे आवेदन कर एडमिशन ले सकते है।
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MSc Zoology कोर्स : न्यूनतम योग्यता
एमएससी जूलॉजी कोर्स करने के लिए, उम्मीदवारों को न्यूनतम योग्यता मानदंड पूरा करना होगा, जो इस प्रकार है:
एमएससी जूलॉजी कोर्स में एडमिशन के लिए उम्मीदवार के पास जूलॉजी, लाइफ साइंस, मेडिकल और इससे जुड़े विषयों में ग्रेजुएशन की डिग्री या किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से समकक्ष डिग्री होनी चाहिए।
अधिकांश संस्थानों में ग्रेजुएशन स्तर पर न्यूनतम 40% अंको के साथ डिग्री पूरी की होनी चाहिए, हालंकि संस्थान द्वारा आरक्षित छात्रों को 5% की छूट प्रदान की जाती है।
MSc Zoology कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
भारत के शीर्ष संस्थान एमएससी जूलॉजी कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। एमएससी जूलॉजी एडमिशन के लिए कुछ शीर्ष एमएससी प्रवेश परीक्षाएं है जिनमें बीएचयू पीईटी, एएमयू पीजी प्रवेश परीक्षा, एयूसीईटी, एलपीयू पीजी प्रवेश परीक्षा आदि शामिल हैं।
एडमिशन से पहले उम्मीदवारों को न्यूनतम योग्यता मानदंडों को पूरा करना सुनिश्चित करना चाहिए और भारत में विभिन्न संस्थानों में एमएससी जूलॉजी कोर्स में एडमिशन के लिए योग्यता आधारित एडमिशन प्रक्रिया अपनायी जाती है।
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MSc Zoology Ke Baad Kya Kare
एमएससी जूलॉजी करने के बाद क्या कर सकते हैं? एमएससी जूलॉजी कोर्स ग्रेजुएट्स के बीच नौकरी के बढ़ते अवसरों और करियर विकल्पों के रूप में बेहतर विकास के कारण बहुत लोकप्रिय है। एमएससी जूलॉजी कोर्स पूरा करने के बाद आप प्राइवेट और सरकारी दोनों क्षेत्रों में नौकरी पा सकते हैं।
एमएससी जूलॉजी कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों के लिए अलग-अलग जॉब प्रोफाइल हैं जहां वह जूलॉजिस्ट, एनिमल ट्रेनर, वाइल्डलाइफ एजुकेटर, रिसर्चर्स, वाइल्डलाइफ बायोलॉजिस्ट आदि के रूप में नौकरी पा सकते है। इसके साथ ही उम्मीदवार रिसर्च साइंटिस्ट, परिस्थितिविज्ञानशास्री, ज़ू क्यूरेटर, एनवायर्नमेंटल कंसलटेंट आदि के रूप में भी 3 से 6 लाख रूपये प्रतिवर्ष की नौकरी पा सकते है।
एमएससी जूलॉजी कोर्स करने के बाद छात्र रोजगार के विभिन्न क्षेत्र जैसे छात्र स्कूलों, कॉलेजों, चिड़ियाघरों, राष्ट्रीय उद्यानों, खाद्य उद्योग, कृषि क्षेत्र आदि में काम करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सबाल
प्रश्न 1 : एमएससी जूलॉजी के लिए औसत कोर्स फीस क्या है?
उत्तर : एमएससी जूलॉजी को करने के लिए औसत कोर्स फीस 21,000 रुपये से 1.5 लाख रुपये सालाना है।
प्रश्न 2 : एमएससी जूलॉजी के बाद जॉब प्रोफाइल क्या हैं?
उत्तर : एमएससी जूलॉजी कोर्स करने के बाद उम्मीदवार प्राणी विज्ञानी, चिड़ियाघर संचालक, प्रोफेसर, अनुसंधान सहयोगी आदि के रूप में काम कर सकते है।
प्रश्न 3 : एमएससी जूलॉजी कोर्स कितने साल का है?
उत्तर : एमएससी जूलॉजी कोर्स की सामान्य अवधि दो वर्ष है और इसमें चार सेमेस्टर होते है।
प्रश्न 4 : एमएससी जूलॉजी का फुल फॉर्म क्या है?
उत्तर : एमएससी जूलॉजी का पूरा नाम मास्टर ऑफ़ साइंस इन जूलॉजी है।