अभी के डिजिटल युग में शिक्षा का पसार और भी तेजी से हो रहा है, जिस बजह से डिस्टेंस एजुकेशन और ऑनलाइन शिक्षा में लोग काफी रूचि रखने लगे है। वर्तमान समय में ऑनलाइन एजुकेशन और डिस्टेंस एजुकेशन दो ऐसे विकल्प हैं जिनका उपयोग आप उनके विशेष फायदों के आधार पर कर सकते हैं।
क्या ऑनलाइन लर्निंग और डिस्टेंस लर्निंग एक ही है? नहीं, लोग अक्सर दोनों को एक ही समझने लगते है लेकिन ऐसा नही है। ऑनलाइन और डिस्टेंस दोनों ही लर्निंग मोड एक दुसरे से भिन्न है जिन्हे आप विभिन्न भारतीय विश्वविद्यालयों की मदद से कर सकते है।
इस लेख में, हम आपको डिस्टेंस और ऑनलाइन एजुकेशन में क्या अंतर है? इस पर विस्तारपूर्वक चर्चा करेंगे जिससे आप अपने शिक्षा के लिए सही विकल्प चुन सकते हैं।
तो आइए, ऑनलाइन लर्निंग और डिस्टेंस एजुकेशन के संबंध में सभी संदेहों को दूर कर दें। यह एक विस्तृत लेख है जो बताता है कि ऑनलाइन और डिस्टेंस एजुकेशन में क्या अंतर है और आपके लिए कौन – सा लर्निंग मोड उपयोगी साबित होगा।
डिस्टेंस एजुकेशन क्या है?
डिस्टेंस एजुकेशन का मतलब क्या होता है? डिस्टेंस एजुकेशन पारंपरिक रूप से ‘Correspondence Course’ के रूप में जानी जाती है, जहां छात्रों को अध्ययन सामग्री और सीखने के संसाधन पोस्ट के माध्यम से भेजे जाते हैं और अब वर्तमान समय में इंटरनेट के युग में ईमेल के माध्यम से भी भेजे जाते हैं। वास्तव में, आधुनिक दौर में सामग्री आमतौर पर वीडियो ट्यूटोरियल के रूप में होती है जिसमें पीडीएफ और अन्य दस्तावेजों के साथ अन्य संसाधन भी शामिल होते हैं।
इस शिक्षण प्रारूप में, छात्र और शिक्षक के बीच कोई अंतरअभिरुचि नहीं होती है। छात्र पूरी तरह से अपने स्तर पर पढ़ाई करते हैं और जहां कोर्स पूरा करने के लिए एक स्व-गति अनुसूची होती है। डिस्टेंस कोर्स के दौरान आपको केवल परीक्षा अंतिम तिथियों और सबमिशन डेट का पालन करना होगा। इस तरह के अध्ययन में आपको बहुत सारी स्व-प्रेरणा और अनुशासन की आवश्यकता होती है क्योंकि आपके ऊपर कोई नजर नहीं होती है कि आप कितनी पढ़ाई कर रहे है।
ऑनलाइन एजुकेशन क्या है?
ऑनलाइन एजुकेशन का मतलब क्या होता है? ऑनलाइन एजुकेशन एक ऐसी शिक्षण पद्धति है जो डिजिटल माध्यम से शिक्षा प्रदान करती है। इसमें शिक्षा, लेक्चर, और परीक्षाएं इंटरनेट के माध्यम से सीधे छात्रों के सामने पेश की जाती हैं। इस पद्धति में छात्र को वर्चुअल लर्निंग एनवायरनमेंट (VLE) के माध्यम से लाइव या रिकॉर्डेड विडियो लेक्चर, असाइनमेंट, अध्ययन सामग्री और ऑनलाइन परीक्षाओं के माध्यम से पढ़ाया जाता है।
ऑनलाइन शिक्षा पद्धति के अनुसार, छात्र अपने समय के अनुसार अध्ययन कर सकते हैं और अपनी समझ के अनुसार पढ़ सकते हैं। क्योंकि वह अपने व्यक्तिगत वेब पोर्टल के माध्यम से अपने अध्ययन संसाधनों तक पहुंच पाते हैं और उन्हें लाइव कक्षा सत्र के दौरान दुबारा देख सकते हैं। यह उन छात्रों के लिए अधिक सुविधाजनक होता है जो किसी भी समय अपने अध्ययन के लिए अधिक से अधिक समय नहीं निकाल सकते हैं। इसलिए वह समय मिलने पर पढ़ाई कर सकते है।
डिस्टेंस और ऑनलाइन एजुकेशन में क्या अंतर है?
Delivery Method: ऑनलाइन शिक्षा और डिस्टेंस शिक्षा का एक महत्वपूर्ण अंतर इस बात में होता है कि ऑनलाइन शिक्षा आपको वर्चुअल लर्निंग एनवायरनमेंट के माध्यम से सीखाई जाती है जबकि डिस्टेंस शिक्षा आपको पोस्टल या ईमेल द्वारा संसाधित अध्ययन सामग्री प्रदान करती है। डिस्टेंस शिक्षा में आपको अकेले पढ़ना होता है जबकि ऑनलाइन शिक्षा में वर्चुअल क्लास में आप दूसरे छात्रों के साथ पढ़ते हैं। ऑनलाइन शिक्षा को मॉडल के रूप में देखा जाता है जबकि डिस्टेंस शिक्षा को ट्रेडिशनल मॉडल के रूप में देखा जाता है।
Interaction and Communication: ऑनलाइन शिक्षा में छात्रों के बीच कम्युनिकेशन करने के लिए विभिन्न टूल्स उपलब्ध होते हैं जैसे कि चैट बॉक्स, वीडियो कॉल एप्लिकेशन, डिस्कशन फोरम आदि। इससे छात्र दूसरे छात्रों और अध्यापकों से बातचीत कर सकते हैं। इसके अलावा, ऑनलाइन शिक्षा में छात्रों को ज्यादा से ज्यादा फीडबैक दिया जाता है ताकि वे अपनी प्रगति पर नजर रख सकें और अपने पढ़ने के तरीके में सुधार कर सकें।
वहीं, डिस्टेंस शिक्षा में छात्रों को अकेले ही पढ़ना होता है और वह किसी अध्यापक से सीधे संपर्क नहीं कर सकते हैं। अध्ययन सामग्री द्वारा संचालित होने के कारण, डिस्टेंस शिक्षा में विद्यार्थियों को उनके प्रश्नों के जवाब तक पहुंचने में ज्यादा समय लग सकता है। लेकिन आज के डिजिटल युग में, डिस्टेंस शिक्षा भी अब ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग करती है जिससे छात्र अपने प्रश्नों के लिए ऑनलाइन फोरम्स का उपयोग कर सकते हैं।
फ्लेक्सिबिलिटी: डिस्टेंस एजुकेशन और ऑनलाइन शिक्षा दोनों ही एक दूसरे से इस मामले में बेहतर हैं। यह आपकी जिंदगी के अनुसार शिक्षा को लेने और पढ़ाने के तरीके को समझने की अनुमति देते है। यदि आप एक नौकरी या अन्य समय-संबंधी विवशता के चलते पढ़ने और समय निर्धारित करने में सक्षम नहीं हैं, तो डिस्टेंस एजुकेशन और ऑनलाइन शिक्षा आपकी मदद कर सकती है।
डिस्टेंस एजुकेशन में छात्र अपने समय और स्थान के अनुसार अध्ययन कर सकते हैं। यह उन छात्रों के लिए अधिक उपयुक्त है जो अपनी निजी जिंदगी और काम के साथ शिक्षा लेने का निर्णय लेना चाहते हैं। उन्हें समय के अनुसार शिक्षा लेने की स्वतंत्रता मिलती है, जिससे वह उस समय पढ़ाई कर सकते है जब वे समय निकाल सकते हैं।
कॉस्ट : अधिकतर छात्रों के लिए शिक्षा का खर्च एक बड़ी चिंता का विषय होता है। रेगुलर एजुकेशन की तुलना में ऑनलाइन शिक्षा और डिस्टेंस शिक्षा अधिक सस्ती होती है। इसके लिए छात्रों को किसी स्थान पर नहीं जाना होता है जो आपके व्यक्तिगत खर्चों में कमी लाता है। इसके अलावा, ऑनलाइन कोर्स अधिकतम लोगों को उपलब्ध होता है, जिससे वे अपनी व्यक्तिगत वित्तीय स्थिति के अनुसार कोर्स चुन सकते हैं।
दूसरी तरफ, रेगुलर एजुकेशन अधिक खर्चीली होती है क्योंकि छात्रों को अपने समय के अनुसार कॉलेज जाने की ज़रूरत होती है, जो उनकी आर्थिक स्थिति पर निर्भर करती है।
कौन सा चुनें – डिस्टेंस एजुकेशन या ऑनलाइन एजुकेशन?
वर्तमान समय में शिक्षा के क्षेत्र में डिस्टेंस एजुकेशन और ऑनलाइन शिक्षा दो बहुत ही लोकप्रिय शिक्षा प्रणालियों में से एक हैं। लेकिन आपको डिस्टेंस एजुकेशन और ऑनलाइन शिक्षा के बीच चुनाव करते समय कुछ महत्वपूर्ण तत्वों का ध्यान रखना चाहिए। उनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
- आपके अध्ययन से संबंधित विषयों और पाठ्यक्रमों की विस्तार से जाँच करनी चाहिए।
- आपके समय और बजट के अनुसार लर्निंग मोड का चयन करें।
- शिक्षा प्रणाली की मान्यता जाँचें, जैसे कि विश्वविद्यालय की मान्यता और डिस्टेंस एजुकेशन केंद्र की प्रतिष्ठा
- डिस्टेंस एजुकेशन और ऑनलाइन शिक्षा दोनों ही शिक्षा प्रणालियां आपको अपने अध्ययन को जारी रखते हुए अधिकतम लाभ प्रदान करती हैं। डिस्टेंस एजुकेशन में आप अपने अध्ययन के लिए एक निर्दिष्ट समय अवधि तय कर सकते हैं जबकि ऑनलाइन शिक्षा में आप अपनी अध्ययन को इंटरनेट के माध्यम से जारी रख सकते है।
जब आप शिक्षा प्रणाली का चयन करते हैं, तो आपके व्यक्तिगत पसंद और शिक्षण शैली का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है। आपकी शिक्षण शैली के अनुसार, आप डिस्टेंस एजुकेशन या ऑनलाइन शिक्षा का चयन कर सकते हैं।
यदि आप एक ऐसी शिक्षण शैली के शिक्षार्थी हैं जो आत्मविश्वास के साथ स्वतंत्र रूप से अपने अध्ययन करना पसंद करते हैं और स्कूल या कॉलेज में न होने के कारण आपको आवश्यक समय नहीं दे पाते हैं, तो ऑनलाइन शिक्षा आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है।
ऑनलाइन शिक्षा और डिस्टेंस एजुकेशन, दोनों ही आधुनिक शिक्षा के रूप में उभरते हुए हैं। दोनों तरीकों से शिक्षा में वृद्धि हो रही है, लेकिन इनमें कुछ अंतर होते हैं।
ऑनलाइन शिक्षा में छात्रों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर वीडियो लेक्चर, ऑनलाइन असाइनमेंट, लाइव कक्षा आदि के माध्यम से शिक्षा प्रदान की जाती है। इसमें छात्रों को समय और स्थान का चुनाव मिलता है जो उन्हें अधिक आरामदायक बनाता है।
डिस्टेंस एजुकेशन में भी छात्रों को वीडियो लेक्चर और लिखित सामग्री उपलब्ध होती है, लेकिन इसमें छात्रों को आमतौर पर असीमित समय मिलता है जिससे वह कभी भी कही भी पढ़ाई कर सकते है।
इन दोनों तरीकों से शिक्षा में वृद्धि हो रही है, लेकिन ऑनलाइन शिक्षा की वृद्धि अधिक होने की संभावना है। इसमें छात्रों को अधिक समय और स्थान का चुनाव मिलता है जो उन्हें अधिक आरामदायक बनाता है।
ऑनलाइन और डिस्टेंस एजुकेशन का उदय
टेक्नोलॉजी के समर्थन और विकास के साथ-साथ ऑनलाइन शिक्षा का बाजार विस्तृत होता जा रहा है। दसवीं दशक से अधिक समय से डिस्टेंस एजुकेशन की मांग बढ़ती जा रही है, क्योंकि और अधिक लोग तकनीक से संपर्क कर रहे हैं और कोविड-19 के प्रकोप ने लोगों को ऑनलाइन मोड से शिक्षा जारी रखने के लिए मजबूर कर दिया।
टेक्नोलॉजी और शिक्षा का एकीकरण लोगों के लिए विभिन्न अवसरों को खोल रहा है। अब लोग इंटरनेट की मदद से आसानी से नए स्किल्स सीख सकते हैं और अपनी विश्वसनीयता दिखाने के लिए मान्य और मान्यता प्राप्त डिग्री भी प्राप्त कर सकते हैं।
यह वृद्वि सिर्फ छात्रों की संख्या में ही नहीं है, बल्कि डिस्टेंस एजुकेशन पाठ्यक्रम प्रदान करने वाले विश्वविद्यालयों की संख्या में भी है। शुरुआत में, कुछ विश्वविद्यालय ही ऑनलाइन और डिस्टेंस एजुकेशन प्रदान करते थे, लेकिन खासकर कोविड-19 महामारी के बाद से अनेक विश्वविद्यालय ऑनलाइन हो गए हैं। डिस्टेंस विश्वविद्यालयों के अलावा, यूडेमी, स्किलशेयर, कोर्सेरा और अन्य कई मंच हैं जो ऑनलाइन छोटे समय के पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।
निष्कर्ष
इस लेख में हमने ऑनलाइन शिक्षा और डिस्टेंस एजुकेशन की तुलना की है। दोनों ही प्रकार की शिक्षा में अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं। जो आपको अधिक समझ में आते हैं उसे अपने शैक्षणिक करियर में उपयोग में लाना बेहद जरूरी होता है। आपके लिए सही शैक्षणिक विकल्प का चयन करना आपके भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
इसलिए, अपने शिक्षण के लिए विकल्प चुनते समय, आपको विभिन्न पक्षों को विचार करना होगा। आपकी शैक्षणिक आवश्यकताओं और वास्तविकताओं के आधार पर, आपको अपनी शिक्षा के लिए सही विकल्प चुनना चाहिए।