ऑनलाइन MA Tribal Studies कोर्स : ऑनलाइन एमए ट्राइबल स्टडीज एक मास्टर स्तर का कोर्स है एंव इसकी अवधि दो वर्ष हैं और इसका पाठ्यक्रम छह महीने के चार सेमेस्टर में विभाजित होता है। इस पाठ्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षार्थियों को भारत में जनजातियों/आदिवासियों के बारे में बुनियादी ज्ञान और जानकारी प्रदान करना और शिक्षार्थियों को भारत में जनजातीय जीवन के तरीकों को समझने में मदद करना है।
डिग्री धारक इस कोर्स के माध्यम से कई क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं। रोमांचक करियर के लिए यह एक दिलचस्प और चुनौतीपूर्ण कोर्स है। यह मास्टर प्रोग्राम ट्राइबल स्टडीज के क्षेत्र में आवेदक के लिए विस्तृत ज्ञान प्रदान करता है, ताकि उन्हें क्षेत्र में उच्च योग्यता के लिए प्रशिक्षित किया जा सके।
ऑनलाइन MA Tribal Studies कोर्स की जानकारी !
ऑनलाइन MA Tribal Studies क्या है? ऑनलाइन एमए ट्राइबल स्टडीज एक 2 वर्षीय पोस्ट-ग्रेजुएशन कोर्स है जिसे 4 सेमेस्टर में वर्गीकृत किया गया है। ये कोर्स आपको भारत की अल्पसंख्यक आबादी की बेहतर समझ देता है साथ ही आपको ट्राइबल स्टडीज के बारे अध्ययन करने और काम करने का मौका होगा। इस पाठ्यक्रम में आदिवासी मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया गया है।
ऑनलाइन MA Tribal Studies कोर्स न्यूनतम योग्यता
- ऑनलाइन एमए ट्राइबल स्टडीज कोर्स में एडमिशन के लिए उम्मीदवारों के पास कम से कम 40% अंकों के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
- कुछ विश्वविधालयों द्वारा आरक्षित छात्रों को न्यूनतम आवश्यक अंको में 5% की छूट प्रदान की जाती है।
- कुछ विश्वविद्यालय अलग योग्यता की मांग कर सकते है क्योंकि प्रत्येक विश्वविद्यालय अपने स्तर किसी कोर्स में एडमिशन के लिए न्यूनतम न्यूनतम योग्यता निर्धारित करता है।
ऑनलाइन MA Tribal Studies कोर्स फीस
भारतीय विश्वविद्यालयो द्वारा छात्रों की सुविधा के अनुसार रेगुलर, डिस्टेंस या ऑनलाइन मोड में पढ़ाई लर्निंग मोड का चुनाव करने की आजादी दी जाती है जिससे उम्मीदवार अपने समय के अनुसार पढ़ाई जारी रख सके। जहां प्रत्येक विश्वविद्यालय में भिन्न – भिन्न लर्निंग मोड के लिए अलग – अलग फीस निर्धारित की जाती है। लेकिन अगर आप ऑनलाइन मोड में एमए ट्राइबल स्टडीज कोर्स करने का विकल्प चुनते है तो आप इसे 80,000 से 1,20,000 रूपये में पूरा कर सकते है।
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ऑनलाइन MA Tribal Studies कोर्स एडमिशन प्रक्रिया
कुछ ही विश्वविद्यालयो को यूजीसी द्वारा ऑनलाइन मोड में एमए ट्राइबल स्टडीज कोर्स कराने की मंजूरी मिली है इसलिए किसी भी विश्वविद्यालय में एडमिशन से पहले सुनिश्चित करले कि उस विश्वविद्यालय को ऑनलाइन एमए ट्राइबल स्टडीज कोर्स के लिए यूजीसी से मान्यता मिली हो। फिर आप सीधे ही ऑनलाइन आवेदन कर बिना किसी प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए विश्वविद्यालय में एडमिशन ले सकते है।
वर्तमान समय में वर्किंग प्रोफेशनल डिस्टेंस मोड में पढ़ाई करने का विकल्प चुनते है क्योंकि डिस्टेंस मोड इन्हे नौकरी या व्यवसाय के साथ पढ़ाई जारी रखने की अनुमति प्रदान करता है इसलिए अगर आप एक वर्किंग प्रोफेशनल है तो आपको डिस्टेंस मोड का चुनाव करना चाहिए।
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ऑनलाइन एमए ट्राइबल स्टडीज कोर्स के बाद नौकरी के अवसर
किसी भी यूजीसी डीईबी से प्रमाणित विश्वविद्यालय से ऑनलाइन एमए ट्राइबल स्टडीज कोर्स करने के बाद, भारत के विभिन्न क्षेत्र में काम कर सकते है। आमतौर पर इस कोर्स को करने के बाद उम्मीदवार 2 से 6 एलपीए तक का वेतन आसानी से पा सकते है।
कुछ प्रोफाइल इस प्रकार है जिनमें आप नौकरी के बाद काम कर सकते है :
- ट्राइबल वेलफेयर ऑफिसर
- ट्राइबल डेवलपमेंट ऑफिसर
- रिसर्च एनालिस्ट
- पॉलिसी एनालिस्ट
- सोशल वर्कर
- पत्रकार
डिस्टेंस एमए ट्राइबल स्टडीज
भारत में कई विश्वविद्यालय है जो छात्रों एंव वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए डिस्टेंस मोड में एमए ट्राइबल स्टडीज कोर्स कराने की सुविधा प्रदान करते है। जिनके माध्यम से छात्र डिस्टेंस मोड में अपने समय के अनुसार कही भी रहकर एमए ट्राइबल स्टडीज कोर्स की पढ़ाई कर सकते है। जिसमें एडमिशन के लिए ग्रेजुएशन उत्तीर्ण होना अनिवार्य है और फिर आप इसे 60,000 से 1,10,000 रूपये में पूरा कर सकते है।