Phd Course Details in Hindi : डॉक्टर ऑफ़ फिलॉस्फी जिसे पीएच.डी के नाम से भी जाना जाता है, जिसकी अवधि न्युनतम 3 वर्ष और अधिकतम 6 वर्ष होती है। हालांकि इस कोर्स की अवधि कॉलेज पर भी निर्भर करती है और साथ ही उम्मीदवार पर भी कि वह इसे कितने समय में पूरा करता है क्योंकि पीएचडी के डिग्री पाने के लिए आपको थीसिस या रिसर्च प्रोजेक्ट सबमिट करने की आवश्यकता होती है जिसके बाद ही आपको डिग्री प्रदान की जाती है।
भारत के कई प्रमुख कॉलेजों में पीएचडी प्रवेश वर्तमान में चल रहे हैं। प्रवेश राष्ट्रीय स्तर के रिसर्च एंट्रेंस टेस्ट या विश्वविद्यालय स्तर की प्रवेश परीक्षा के आधार पर किए जाते हैं। इसके बाद व्यक्तिगत साक्षात्कार होता है, जिसमें उम्मीदवारों को अपने शोध प्रस्ताव को प्रस्तुत करना होता है।
कोर्स की अवधि:
पीएचडी कार्यक्रम की अवधि पूर्णकालिक (फुल-टाइम) के लिए तीन वर्ष और अंशकालिक (पार्ट-टाइम) के लिए छह वर्ष होती है।
प्रवेश परीक्षाएँ:
पीएचडी प्रवेश के लिए विभिन्न परीक्षाएँ आयोजित की जाती हैं, जैसे:
- UGC NET
- GPAT
- JEST
- CSIR NET
- GATE
इनमें से सबसे लोकप्रिय प्रवेश परीक्षा UGC-NET है, जो हर साल दो बार आयोजित की जाती है।
पात्रता मानदंड:
- शैक्षणिक योग्यता: उम्मीदवारों को संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री पूरी करनी चाहिए।
- अंक आवश्यकताएँ: न्यूनतम 50-55 प्रतिशत समग्र अंक या समकक्ष सीजीपीए स्कोर होना चाहिए।
- प्रवेश परीक्षा स्कोर: एक मान्य पीएचडी प्रवेश परीक्षा स्कोर होना चाहिए।
फील्ड्स और स्पेशलाइजेशन: पीएचडी विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान कार्यक्रमों के लिए किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:
- इंजीनियरिंग
- प्रबंधन (Management)
- कानून (Law)
- विज्ञान (Sciences)
- मानविकी (Humanities)
- वाणिज्य (Commerce)
- सामाजिक विज्ञान (Social Sciences)
- मास कम्युनिकेशन
- फार्मेसी
पीएचडी प्रवेश के लिए इच्छुक उम्मीदवारों को संबंधित फील्ड में मास्टर डिग्री के साथ-साथ प्रवेश परीक्षा में सफलतापूर्वक उत्तीर्ण होना आवश्यक है। उम्मीदवारों को अपनी शोध रुचियों के अनुसार उपयुक्त संस्थान और कार्यक्रम का चयन करना चाहिए।
PhD करने का मुख्य उद्देश्य अपने चुने हुए क्षेत्र में नई जानकारी और ज्ञान का योगदान देना होता है। इसके लिए, शोधकर्ताओं को व्यापक अनुसंधान करने के बाद एक थीसिस या रिसर्च प्रोजेक्ट सबमिट करना होता है। PhD करने के बाद, अवसरों की व्यापक संभावनाएं खुलती हैं, जिसमें अकादमिक, अनुसंधान, विशेषज्ञ सलाहकार, सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों में विभिन्न पदों पर काम करने के अवसर शामिल हैं।
PhD प्रोग्राम में प्रवेश के लिए, प्रवेश परीक्षा के बाद इंटरव्यू की प्रक्रिया होती है, और रिसर्च के क्षेत्र में अनुभव रखने वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाती है। कई विश्वविद्यालय और संस्थान अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करते हैं जैसे कि UGC NET/JRF, IISc PhD प्रवेश परीक्षा, और BHU रिसर्च प्रवेश परीक्षा।
PhD उम्मीदवार पूर्णकालिक या अंशकालिक प्रोग्राम का चयन कर सकते हैं, जहां अंशकालिक विकल्प कामकाजी पेशेवरों के लिए उपयुक्त है। विशेषज्ञता का चयन व्यापक है, जो उम्मीदवारों को उनकी रुचि के क्षेत्र में गहराई से उतरने की अनुमति देता है।
PhD छात्रों के लिए भारत में विभिन्न स्कॉलरशिप उपलब्ध हैं, जो उन्हें वित्तीय बोझ के बिना अपने अनुसंधान को पूरा करने में सहायता प्रदान करती हैं।
Phd Course Details in Hindi
PhD Kaise Kare? पीएच.डी एक रिसर्च आधारित कोर्स है जिसे आप एक विभिन्न स्ट्रीम जैसे आर्ट्स, साइंस, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फार्मेसी, मास कम्युनिकेशन, लॉ, कॉमर्स आदि में से एक विशेष क्षेत्र पर कर सकते है। यह एक रिसर्च आधारित कोर्स है इसलिए यह एक विशेष क्षेत्र जो उम्मीदवार द्वारा चुना गया होता है उसमे थ्योरी और प्रैक्टिकल के माध्यम से गहरी समझ विकसित करता है।
कुछ समय पहले तक, पीएच.डी डिग्री को डिस्टेंस के माध्यम से भी किया जा सकता था, लेकिन 2017 में यूजीसी ने एक आदेश जारी किया कि अव डिस्टेंस के माध्यम से की गई पीएच.डी डिग्री मान्य नहीं होगी। लेकिन इसकी जगह आप पार्टटाइम में ऑनलाइन मोड़ से पीएच.डी कर सकते है जो प्रत्येक जगह मान्य होगी।
पीएच.डी डिग्री को पूरा करने के लिए उम्मीदवार को अपने कल, क्षेत्र में रिसर्च कर दुनिया के लिए कुछ योगदान देना होता है, यानि कि आपको कुछ ऐसा आविष्कार या रिसर्च आदि करना होता है जिससे दुनिया को बेहतर करने में इस्तेमाल किया जा सके।
कोर्स | पीएच.डी |
कोर्स का पूरा नाम | डॉक्टर ऑफ़ फिलॉस्फी |
कोर्स स्ट्रीम | कोई भी स्ट्रीम |
कोर्स अवधि | 3 से 6 वर्ष |
शैक्षिक योग्यता | किसी भी स्ट्रीम में पोस्टग्रेजुएशन |
प्रवेश प्रक्रिया | प्रवेश परीक्षा + साक्षात्कार |
कोर्स फीस | 50,000 – 1,00,000 रूपये प्रति वर्ष |
वेतन | 6 – 20 लाख रुपये प्रति वर्ष |
Phd Course Details in Hindi : शैक्षिक योग्यता
पीएचडी करने के लिए क्या करना पड़ता है? Ph.D कोर्स में एडमिशन के लिए कुछ सामान्य योग्यता इस प्रकार है:
- उम्मीदवार द्वारा अपना मास्टर पूरा किया होना चाहिए (एमएससी / एमटेक / एमफिल / एमए / एमबीए आदि)
- उम्मीदवार द्वारा किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविधालय से न्युनतम 55% अंक के साथ पीजी कोर्स किया होना चाहिए।
- Ph.D कोर्स में एडमिशन के लिए पहले उम्मीदवार को प्रवेश परीक्षा को पास करना होता है। उसके उपरांत ही पीएच.डी कोर्स में एडमिशन संभव है।
- कुछ विश्वविद्यालय / कॉलेज एडमिशन में उन उम्मीदवारों को अधिक वरीयता देते है जिन्होंने रिसर्च क्षेत्र में अनुभव हासिल किया हुआ है।
Ph.D कोर्स क्यों करना चाहिए?
Ph.D कोर्स के उन उम्मीदवारों के लिए कई फायदे है जो एक विशेष क्षेत्र में रूचि रखते है। Ph.D कोर्स उम्मीदवार को एक विशेष क्षेत्र में महारत हासिल करने में मदद करता है। Ph.D कोर्स में उम्मीदवार अपने रिसर्च प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए समय ले सकता है इसी लिए इस कोर्स की अवधि 3 से 6 वर्ष की होती है।
छात्रों द्वारा पीएच.डी करने का एक मुख्य कारण यह है कि यह कोर्स करने के बाद उम्मीदवार को अपने क्षेत्र में बहुत से अवसर मिलते है। यह उच्च स्तर की डिग्री मानी जाती है क्योंकि Ph.D कोर्स के दौरान उम्मीदवार अपने चुने गए स्पेशलाइजेशन में महारत हासिल कर चुका होता है। इसके अलावा अगर आप किसी विश्वविधालय में प्रोफेसर बनना चाहते है तो पीएच.डी आपके लिए अनिवार्य है।
अगर आपको रिसर्च करना अच्छा लगता है और यदि आप इसे भविष्य में जारी रखना चाहते है तो पीएच.डी आपके लिए एक अच्छा विकल्प है।
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Phd एडमिशन ?
Ph.D कोर्स में में मेरिट और प्रवेश परीक्षा दोनों के आधार पर एडमिशन लिया जा सकता है, लेकिन आपको Ph.D कोर्स में एडमिशन के लिए सोचने से पहले यह देखना होगा कि आप इस कोर्स के लिए सामान्य शैक्षिक योग्यता को पूरा करते है या नहीं।
भारत के कुछ कॉलेज आपको आपके पीजी कोर्स के अंको के आधार पर मेरिट के अनुसार एडमिशन दे देंगे, जबकि भारत के कई विश्वविद्यालयो में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा में पास होना अनिवार्य है, इसके साथ ही कुछ विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा में पास होने के उपरांत आपका इंटरव्यू भी लेते है उसके बाद ही Ph.D कोर्स में एडमिशन हो पाता है।
Phd Course Details in Hindi : प्रवेश परीक्षा
अभी हम पीएच.डी कोर्स के लिए लोकप्रिय प्रवेश परीक्षाओं को देखते है जिनके माध्यम से पीएच.डी प्रोग्राम में एडमिशन लिया जा सकता है।
यूजीसी नेट / जेआरएफ : यूजीसी नेट एक राष्ट्र्रीय स्तर प्रवेश परीक्षा है जो पीएच.डी कोर्स में एडमिशन के लिए यूजीसी द्वारा आयोजित की जाती है, और वह उम्मीदवार जो प्रवेश परीक्षा को पास कर लेता है वह देश की शीर्ष कॉलेज / विश्वविधालयों से पीएच.डी कोर्स करने का अवसर पा सकता है।
आईआईएससी पीएच.डी प्रवेश परीक्षा : आईआईएससी बैंगलोर Ph.D कोर्स में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करता है जिसमे उम्मीदवार अगर इस प्रवेश परीक्षा को पास कर लेता है उसके उपरान्त सफल उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बोलाया जाता है। इस तरह से आईआईएससी बैंगलोर Ph.D कोर्स में एडमिशन की प्रक्रिया पूरी करती है।
बीएचयू रिसर्च प्रवेश परीक्षा : बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय रिसर्च प्रवेश परीक्षा, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय द्वारा पीएच.डी कोर्स में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है। यह विश्वविद्यालय विभिन्न स्ट्रीम में पीएच.डी कोर्स कराने का अवसर प्रदान करती है।
इनके अलावा भी विभिन्न विश्वविधालय है जो अपने स्तर पर Ph.D कोर्स में विभिन्न स्पेशलाइजेशन में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करते है। उम्मीदवार अपने पसंदनुसार प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन कर सकता है।
Phd प्रकार
भारत में दो तरह से पीएच.डी कोर्स किया जा सकता है जिसमें फुलटाइम पीएच.डी और पार्टटाइम पीएच.डी कोर्स शामिल है।
फुलटाइम पीएच.डी
भारत के अधिकतम विश्वविद्यालय से फुलटाइम पीएच.डी किया जा सकता है और भारत के अधिक ताम उम्मीदवार फुलटाइम पीएच.डी कोर्स ही करते है क्योंकि यह एक रिसर्च आधारित डिग्री है जिसमें छात्र को प्रैक्टिकल चीजों को समझना होता है।
फुलटाइम पीएच.डी कोर्स को 3 से 6 वर्षो के बीच पूरा किया जा सकता है, जिसमें 3 साल तक छात्रों की रिसर्च आधारित पढ़ायी होती है फिर छात्र को प्रोजेक्ट बनाने का समय दिया जाता है जिसे वह 1 से 3 साल के बीच जमा सकता है। इसलिए इसकी अवधि उम्मीदवार पर निर्भर करती है कि वह इसको जल्दी पूरा कर पाता है या देरी पूरा करता है।
पीएच.डी कोर्स में छात्र अपने चुनिंदा क्षेत्र में खुद से रिसर्च करते है और ऐसा कुछ नया करने की कोशिश करते है जिससे दुनिया में कुछ योगदान किया जा सके।
फुलटाइम पीएच.डी कोर्स की फीस अन्य पीएच.डी मोड की तुलना में अधिक होती है।
पीएच.डी कोर्स के लिए भारत के 10 शीर्ष कॉलेज :
- भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान, बॉम्बे
- भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर
- भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान, दिल्ली
- भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान, चेन्नई
- जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय
- भारतीय सांख्यिकी संस्थान
- दिल्ली विश्वविद्यालय
- जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय
- हैदराबाद विश्वविद्यालय
- टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ़ फंडामेंटल रिसर्च
पार्टटाइम Phd
पार्टटाइम पीएच.डी, कामकाजी पेशेवर के लिए सबसे अच्छा विकल्प है जो रिसर्च के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते है। भारत के बहुत से उम्मीदवार अपनी नौकरी के साथ पार्टटाइम के माध्यम से पीएच.डी को करते है। लेकिन पार्टटाइम पीएच.डी कोर्स की अवधि 6 से 8 वर्ष रहती है जो कि रेगुलर कोर्स की तुलना में अधिक है।
पार्टटाइम पीएच.डी कोर्स के दौरान, आप रिसर्च थीसिस पर काम करते है जिसमें आपके प्रोफेसर आदि वर्चुअल कम्युनिकेशन के माध्यम से आपकी मदद करते है। आज के इस कामकाजी दौर में पार्टटाइम पीएच.डी बहुत लोकप्रिय हो रही है। क्योंकि उम्मीदवार बिना अपना काम छोड़े, इसे कर सकते है।
अगर आप ऑनलाइन पार्टटाइम पीएच.डी कोर्स के लिए सबसे अच्छे कॉलेज की तलाश कर रहे है तो यह भारत के सबसे अच्छे ऑनलाइन पार्टटाइम पीएच.डी कोर्स कराने बाले कॉलेजो की सूची है:
- भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान, दिल्ली
- भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान, कानपुर
- इग्नू
- आईबीएस
- बिट्स पिलानी
- जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय
- डॉ भीवराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय
- आंध्रा विश्वविद्यालय
- अमृता विश्वविद्यालय
- दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय
विभिन्न स्ट्रीम में P.HD कोर्स
पीएचडी में कौन कौन से कोर्स होते हैं? उम्मीवार नीचे दिए गए स्ट्रीम में से किसी को भी अपने मास्टर प्रोग्राम में शामिल विषय के अनुसार पीएच.डी कोर्स करने के लिए चुन सकता है।
मानविकी स्ट्रीम में Ph.D कोर्स
हुमेनिटीज़ (मानविकी) में Ph.D कोर्स मानव के सोच, समाज, इतिहास और वातावरण आदि के बारे में है। मानविकी स्ट्रीम में विभिन्न विषय शामिल होते है जिसके साथ आप एक विशेष विषय चुनकर अपना पीएच.डी कोर्स कर सकते है।
- हिंदी में पीएच.डी
- अर्थशात्र में पीएच.डी
- भूगोल में पीएच.डी
- सामाजिक कार्य में पीएच.डी
- अंग्रेजी में पीएच.डी
- मनोविज्ञान में पीएच.डी
- आर्ट्स में पीएच.डी
- अन्तराष्ट्रीय संबंध और राजनीति में पीएच.डी
मानविकी स्ट्रीम में Ph.D कोर्स
पीएच.डी साइंस एक डॉक्टरेट स्तर कोर्स है जिसकी अवधि 3 से 5 वर्ष है, इस दौरान उम्मीदवार अपने पीजी प्रोग्राम में लिए गए विषय को आगे पढ़ाई के लिए उस विषय में पीएच.डी कर सकता है। Ph.D कोर्स आप भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीवविज्ञान आदि विषयों में कर सकते है।
लेकिन पीएच.डी कोर्स पूरा होने के बाद, पीएच.डी डिग्री पाने के लिए आपको रिसर्च थीसिस जमा करनी अनिवार्य है, उम्मीदवार विज्ञान में ऑनलाइन पीएच.डी कोर्स के लिए निम्न कोर्स चुन सकता है:
- रसायन विज्ञान में पीएच.डी
- जीवविज्ञान में पीएच.डी
- गणित में पीएच.डी
- जंतु विज्ञान में पीएच.डी
- भौतिक विज्ञान में पीएच.डी
- बायोटेक्नोलॉजी में पीएच.डी
- प्राणि विज्ञान में पीएच.डी
कॉमर्स स्ट्रीम में Ph.D कोर्स
पीएच.डी कॉमर्स भी एक डॉक्टरेट स्तर कोर्स है जिसे न्युनतम 2 से 5 वर्ष की अवधि में पूरा किया जा सकता है, इसमें भी आपको कोर्स पूरा करने के बाद थीसिस जमा करनी होती है उसके उपरान्त ही पीएच.डी की डिग्री मिल सकती है। भारत के कुछ विश्वविद्यालय है जो पार्टटाइम में कॉमर्स स्ट्रीम के साथ पीएच.डी कोर्स करने की अनुमति देते है।
कॉमर्स पीएच.डी कोर्स में आप अपने द्वारा चुने गए विषय के अनुसार एकाउंटिंग, फाइनेंस, फोरकास्टिंग, मैनेजमेंट और बजट के बारे में विस्तार से सीखते है। यह कोर्स उनके लिए सही है जिन्होंने अपना ग्रेजुएशन और मास्टर कॉमर्स या बिज़नेस स्ट्रीम के साथ किया है।
कॉमर्स स्ट्रीम में आप दो कोर्सेस में पीएच.डी कोर्स कर सकते है :
- कॉमर्स मैनेजमेंट में पीएच.डी
- एकाउंटिंग & फाइनेंसियल मैनेजमेंट में पीएच.डी
इंजीनियरिंग में Ph.D कोर्स
अगर आप तकनीकी के क्षेत्र में रिसर्च आधारित पढ़ाई करना चाहते है तो इंजीनियरिंग और तकनीकी स्ट्रीम में Ph.D कोर्स एक अच्छा विकल्प रहेगा। इसमें रिसर्च आधारित नई तकनीक के बारे में सिखाया जाता है जिससे आप दुनिया में कुछ बेहतर आविष्कार कर सकते है।
इंजीनियरिंग और तकनीकी में पीएच.डी कोर्स 5 वर्ष की अवधि में पूरा किया जाता है, जो उम्मीदवार इंजीनियरिंग और तकनीकी में पीएच.डी कोर्स करने का सोच रहे है उनके पास इंजीनियरिंग और तकनीकी में किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय की मास्टर डिग्री होनी चाहिए।
यहां आपको कुछ लोकप्रिय कोर्सेस दिए गए है जिन्हे आप इंजीनियरिंग और तकनीकी स्ट्रीम में कर सकते है:
- जेनेटिक इंजीनियरिंग में पीएच.डी
- सिविल इंजीनियरिंग में पीएच.डी’
- इलेक्ट्रॉनिक्स & कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग में पीएच.डी
- कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में पीएच.डी
- इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग में पीएच.डी
- प्रोडक्शन इंजीनियरिंग में पीएच.डी
- केमिकल इंजीनियरिंग में पीएच.डी
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पीएच.डी
बिज़नेस & मैनेजमेंट में पीएच.डी कोर्स
बिज़नेस & मैनेजमेंट में पीएच.डी एक डॉक्टरेट स्तर कोर्स है, जिसमे व्यापार, कंपनी को मैनेज करना, स्ट्रेटेजी बना, टीम लीड करना आदि के बारे में सिखाया जाता है, बिज़नेस & मैनेजमेंट में पीएच.डी कोर्स की अवधि न्युनतम 3 वर्ष है।
कुछ लोकप्रिय बिज़नेस & मैनेजमेंट में पीएच.डी कोर्स इस प्रकार है:
- बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन में पीएच.डी
- मैनेजमेंट में पीएच.डी
- एविएशन मैनेजमेंट में पीएच.डी
- लोगिस्टिक और सप्लाई मैनेजमेंट में पीएच.डी
- एकाउंटिंग & फाइनेंसियल मैनेजमेंट में पीएच.डी
लॉ में शीर्ष पीएच.डी कोर्स
लॉ में पीएच.डी तीन साल का फुलटाइम डॉक्टरेट प्रोग्राम है, जहां लॉ में पीएच.डी कोर्स उम्मीदवार को अनुमति देता है कि वह कानून के बारे में विस्तार से सीख सके। इन कोर्सेस में क़ानून व्यवस्था, न्याय व्यवस्था आदि के बारे गहन समझ विकसित की जाती है।
कुछ लोकप्रिय लॉ में पीएच.डी कोर्स इस प्रकार है:
- लॉ में पीएच.डी
- संबिधानिक क़ानून में पीएच.डी
- क़ानून एंव गवर्नेंस में पीएच.डी
- लीगल स्टडीज में पीएच.डी
टीचिंग & शिक्षा में शीर्ष पीएच.डी कोर्स
- शिक्षा में पीएच.डी
- टीचिंग में पीएच.डी
भारत में छात्रों के लिए पीएच.डी स्कॉलरशिप
भारत में छात्रों को विभिन्न पीएच.डी स्कॉलरशिप दी जाती है, जहां इस स्कॉलरशिप की मदद से छात्र बिना अपने परिवार से पैसा लिए अपनी पीएच.डी की पढ़ाई पूरी कर सकता है। यहां कुछ स्कॉलरशिप इस प्रकार है:
प्रधानमंत्री डॉक्टरल रिसर्च स्कॉलरशिप
प्रधानमंत्री डॉक्टरल रिसर्च स्कॉलरशिप एक फेलोशिप स्कीम है, यह स्कॉलरशिप पीएच.डी छात्रों को केंद्र सरकार की ओर से दी जाती है। यह शादीशुदा छात्रों के सपोर्ट के लिए मिनिस्ट्री ऑफ़ ह्यूमन रिसोर्सेस ऑफ़ मैनेजमेंट द्वारा शुरु की गयी थी। इस स्कीम के अंर्तगत पीएच.डी छात्र को प्रतिमाह 70,000 रूपये महीने दिए जाते है।
जबाहर लाल नेहरु मेमोरियल फंड स्कॉलरशिप
यह एक मेरिट आधारित स्कॉलरशिप है जो विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, दर्शनशात्र आदि में पीएच.डी कर रहे छात्रों को दी जाती है। पोस्टग्रेजुएशन पूरा करने के बाद यह स्कॉलरशिप आपको सिर्फ दो वर्षो तक दी जाती है और यह सिर्फ उन्ही उमीदवारो को दी जाती है जिनकी आयु 35 वर्ष से कम है।
आईसीएचआर जूनियर रिसर्च फेलोशिप
यह एक प्रवेश परीक्षा आधारित स्कॉलरशिप है जो इंडियन कॉउंसिल ऑफ़ हिस्टोरिकल रिसर्च (ICHR) द्वारा दी जाती है। यह स्कॉलरशिप उन उम्मीदवारों को दी जाती है जो इतिहास के क्षेत्र में पीएच.डी कर रहे है। अगर आप इस स्कॉलरशिप को पाना चाहते है तो पहले आपको प्रवेश परीक्षा और फिर इंटरव्यू पास करना होगा।
मौलाना आजाद नेशनल फेलोशिप
यह स्कॉलरशिप भारत की मिनिस्ट्री ऑफ़ माइनॉरिटी अफेयर्स द्वारा उन उम्मीदवारों को दी जाती है जिनके पास पैसे की कमी है और वह रिसर्च के क्षेत्र में पढ़ना चाहते है। यह स्कॉलरशिप उन उम्मीदवारों को दी जाती है जिनकी सालाना कमाई 6,00,000 रुपये से कम है और अपना पोस्टग्रेजुएशन पूरा कर चुके है। मौलाना आजाद नेशनल फेलोशिप के अंतर्गत छात्र को 5 वर्ष तक 28,000 रुपये प्रतिमाह दिए जाते है।
एनसीईआरटी डॉक्टोरल फ़ेलोशिप
पीएच.डी कोर्स के लिए एनसीईआरटी डॉक्टोरल फ़ेलोशिप, नेशनल काउन्सलिंग ऑफ़ एजुकेशनल रिसर्च & ट्रेनिंग द्वारा शादीशुदा छात्रों को उनके खर्चे, किताबो, कॉलेज फीस, रहना और खाने के लिए दी जाती है। इस स्कॉलरशिप को पाने के लिए छात्रों को नेट प्रवेश परीक्षा को पास करना होगा और साथ ही आपकी आयु 35 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। यह स्कॉलरशिप 3 साल तक दी जाती है जिसमें छात्रों को 25,000 रुपये प्रतिमाह दिए जाते है।
FAQs
प्रश्न 1: Phd कोर्स क्या है?
उत्तर: Phd का पूरा नाम “डॉक्टर ऑफ़ पिलॉसफी” है और यह एक डॉक्ट्रेट कोर्स है जिसे मास्टर डिग्री के बाद किया जाता है। यह एक उच्चतम स्तर का शैक्षिक कोर्स है जिसमें शोध और अनुसंधान के क्षेत्र में गहरा अध्ययन किया जाता है।
प्रश्न 2: Phd करने के लिए पात्रता मानदंड क्या हैं?
उत्तर: Phd करने के लिए, मास्टर्स डिग्री की आवश्यकता होती है।
प्रश्न 3: Phd करने के बाद क्या कर सकते हैं?
उत्तर: Phd करने के बाद आप अकेडमिक, शोध, विशेषज्ञता, सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों में विभिन्न पदों के लिए पात्र हो सकते हैं। आप विशेषज्ञ शिक्षक, रिसर्चकर्ता, संगठन में प्रबंधनकर्ता या अपने विषय में अन्य उच्च पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
प्रश्न 4: Phd की अवधि क्या होती है?
उत्तर: Phd की अवधि आमतौर पर 3 से 5 वर्ष तक की होती है, लेकिन यह आपके शोध के विषय, कैम्पस, और मानव संसाधन पर भी निर्भर कर सकती है।
प्रश्न 5: पीएचडी कार्यक्रम के लिए कब आवेदन कर सकते हैं?
उत्तर: पीएच.डी. आवेदन पत्र वर्ष में दो बार स्वीकार किए जाते हैं। जनवरी सत्र के लिए – अक्टूबर से दिसंबर के बीच और जुलाई सत्र के लिए – अप्रैल से जून के बीच।